रायपुर / दुर्ग-भिलाई।
छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितताओं के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की सख्त कार्रवाई लगातार जारी है। बुधवार सुबह ईडी ने राजधानी रायपुर और औद्योगिक नगरी दुर्ग-भिलाई में एक साथ कई ठिकानों पर दबिश दी। यह कार्रवाई मुख्य रूप से कृषि उपकरण और उससे जुड़े कारोबारियों पर केंद्रित है। हालांकि, फिलहाल यह साफ नहीं हो पाया है कि छापेमारी किस विशेष मामले से जुड़ी है।
रायपुर में बड़े कारोबारी निशाने पर
जानकारी के मुताबिक, रायपुर के शंकर नगर स्थित व्यापारी विनय गर्ग के घर पर सुबह करीब 8 बजे ईडी की टीम पहुंची। टीम में 8 से 10 अधिकारी और सशस्त्र बल के जवान शामिल थे। इसी तरह, लॉ विष्टा सोसाइटी स्थित कृषि उपकरण कारोबारी पवन पोद्दार के बंगले पर भी छापेमारी हुई, जहां अधिकारी दस्तावेजों और डिजिटल डेटा की गहन जांच कर रहे हैं।
भिलाई में अन्नभूमि ग्रीन टेक और सीए के ठिकाने पर दबिश
भिलाई-3 के वसुंधरा नगर में अन्नभूमि ग्रीन टेक प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर शिवकुमार मोदी के आवास पर भी ईडी की कार्रवाई जारी है। यह कंपनी ड्रिप सिंचाई प्रणाली, कांटेदार तार, आरसीसी खंभे और सौर जल पंप जैसे कृषि उपकरणों के निर्माण और आपूर्ति से जुड़ी है। यहां भी अधिकारी दस्तावेज खंगाल रहे हैं और बाहर सीआरपीएफ का सुरक्षा घेरा बनाया गया है।
इसके अलावा, वैशाली नगर थाना क्षेत्र के विवेकानंद कॉलोनी स्थित चार्टर्ड अकाउंटेंट आदित्य अग्रवाल (दिनोदिया) के बंगले पर भी ईडी ने दबिश दी। बताया जाता है कि अग्रवाल रायपुर से कारोबार संचालित करते हैं और पूर्व में दुर्ग के एक बड़े बिल्डर का वित्तीय प्रबंधन संभाल चुके हैं।
मनी लॉन्ड्रिंग और वित्तीय गड़बड़ियों की जांच
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, ईडी की यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग और कृषि कारोबार के जरिए संदिग्ध वित्तीय लेन-देन से जुड़ी बताई जा रही है। ईडी की टीमें दस्तावेज, डिजिटल रिकॉर्ड और अन्य साक्ष्य जब्त कर रही हैं। सूत्रों के अनुसार, छापेमारी में बड़े पैमाने पर अहम दस्तावेज मिलने की संभावना है, जो आगे की जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
? ईडी की इस कार्रवाई ने एक बार फिर छत्तीसगढ़ के कारोबारी जगत में हड़कंप मचा दिया है।