August 12, 2025
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शौर्यपथ

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सूरत/ एजेंसी / गुजरात के सूरत शहर में यातायात संबंधी नियमों का सख्ती से पालन कराने का एक अजीब मामला सामने आया है, जिसमें गलत दिशा में साइकिल चला रहे 47 साल के एक आदमी का मोटर वाहन अधिनियम के तहत चालान काटा गया है. यह मामला उस समय सामने आया जब चालान की प्रति सोशल मीडिया पर वायरल हो गयी. लोगों ने इस बात पर एतराज जताया कि पुलिस एक साइकिल चालक के खिलाफ मोटर वाहन अधिनियम के तहत कार्रवाई कैसे कर सकती है.
दरअसल, विद्युत करघा चलाने वाला राजबहादुर यादव नामक एक व्यक्ति बृहस्पतिवार सुबह सचिन जीआईडीसी इलाके में सड़क पर जा रहा था कि तभी एक महिला कांस्टेबल कोमल डांगर ने उसे रोका और गलत दिशा में साइकिल चलाने को लेकर मोटर वाहन अधिनियम के तहत एक चालान जारी कर दिया. चूंकि,यह कोर्ट मेमो है, इसलिए यादव को इस मामले में न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश होने की जरूरत है.
इस पूरे मामले पर सूरत शहर के यातायात पुलिस उपायुक्त प्रशांत सुम्बे ने माना कि महिला कांस्टेबल को साइकिल चालक को यह बताना चाहिए था कि यह चालान मोटर वाहन अधिनियम की बजाए गुजरात पुलिस अधिनियम के तहत जारी किया गया है. सुम्बे ने शुक्रवार को कहा कि एक साइकिल चालक के खिलाफ मोटर वाहन अधिनियम के तहत नहीं बल्कि गुजरात पुलिस अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा सकती है.
साइकिल चालक ने अपनी गलती मानते हुए कहा कि वह इस मामले में अदालत के सामने पेश होंगे और अदालत जो भी फैसला करेगी वह मानेंगे.

नई दिल्ली/शौर्यपथ/ प्राइवेट हॉस्पिटल में चल रहे कोरोनावायरस वैक्सीनेशन को आम आदमी पार्टी ने घोटाला करार दिया है. AAP नेता और विधायक आतिशी ने केंद्र से सवाल पूछा है कि क्या केंद्र सरकार घोटाला कर रही है. उन्होंने कहा, 'दिल्ली में युवाओं के लिए वैक्सीनेशन पूरी तरह बंद है. सरकारी प्रक्रिया के तहत स्कूलों में एक भी वैक्सीन नहीं लग रही है. सिर्फ दिल्ली ही नहीं देशभर में युवाओं का वैक्सीनेशन बंद है लेकिन प्राइवेट हॉस्पिटल में धड़ल्ले से वैक्सीनेशन चल रहा है. कोविन वेब पोर्टल पर अलग-अलग जिलों में प्राइवेट हॉस्पिटल में वैक्सीनेशन का ऑप्शन है.'
आतिशी ने कहा, 'प्राइवेट अस्पताल में वैक्सीनेशन 900 रुपये, अन्य अस्पतालों में 1200 रुपये, 1300 रुपये एक वैक्सीन के डोज लगाने के लिए जा रहे हैं. ये एक बहुत बड़ा घोटाला देशभर में हो रहा है कि देश और दिल्ली में फ्री वैक्सीनेशन बंद हैं क्योंकि वैक्सीन की कंपनियां राज्य सरकारों को वैक्सीन नहीं दे रही हैं.'
उन्होंने कहा, 'वहीं दूसरी तरफ प्राइवेट हॉस्पिटल में महंगे दाम में युवाओं का धड़ल्ले से वैक्सीनेशन किया जा रहा है. एक डोज की वैक्सीन के 1000 से 1300 रुपये तक लिए जा रहे हैं. इसका अर्थ है कि एक परिवार में अगर परिवार में 5 सदस्य हैं तो 2 डोज का एक परिवार का 10 से 15 हजार का खर्चा है. केंद्र सरकार से पूछना चाहते हैं कि ये कैसा घोटाला है? आज प्रधानमंत्री कहते हैं कि आपदा में अवसर है, तो क्या ये अवसर केंद्र सरकार ने निकाला है?'
बताते चलें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी है कि देश में अब तक COVID-19 टीकों की लगाई गईं खुराकों की कुल संख्या 20.54 करोड़ को पार कर गई है. इनमें 98,27,025 हेल्थ वर्कर्स और 1,53,39,068 फ्रंटलाइन वर्कर्स शामिल हैं जिन्होंने पहली खुराक ली है. 67,47,730 स्वास्थ्यकर्मियों और 84,19,860 अग्रिम मोर्चे पर काम करने वाले कर्मियों ने वैक्सीन की दोनों खुराक ले ली हैं.

मुंबई/ शौर्यपथ / बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत खुदकुशी और ड्रग केस में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने सुशांत के दोस्त सिद्धार्थ पिठानी को गिरफ्तार किया है. सिद्धार्थ पिठानी सुशांत सिंह की खुदकुशी के वक्त घर मे मौजूद 4 लोगों में से एक था. सिद्धार्थ को हैदराबाद से गिरफ्तार कर मुम्बई लाया गया है.
सिद्धार्थ पिठानी की पिछले हफ्ते ही सगाई हुई है. उसकी सगाई की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई थीं. सुशांत सिंह राजपूत की कथित खुदकुशी के बाद सिद्धार्थ पिठानी का भी नाम मीडिया में सुर्खियां बनी थीं. सिद्धार्थ ने ही सुशांत की बॉडी को पहली बार घर के अंदर पंखे से लटका हुआ देखा था. इसके बाद उन्होंने पुलिस और अस्पताल को फोन किया था.
NCB के अधिकारी अब सिद्धार्थ पिठानी से ड्रग्स मामले में पूछताछ करेंगे. क्रिएटिव आर्ट डिजाइनर सिद्धार्थ पीठानी सुशांत का उन चारों में से सबसे करीबी था. जब उनकी गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती घर में नही रहती थीं तब वो सुशांत के सामने वाले कमरे में सोता था. सीबीआई ने अपनी जांच (CBI Probe) में बहुत से लोगों से पूछताछ की है. इस पूरे केस में चार नाम सबसे अहम हैं- सुशांत के दोस्त सिद्धार्थ पिठानी, नौकर नीरज सिंह, हाउस मैनेजमेंट का काम देखने वाला दीपेश सावंत और कुक केशव.
घटना वाले दिन ये चारों सुशांत के घर पर मौजूद थे. मुंबई पुलिस और सीबीआई दोनों ने इन चारों से कई दौर की लंबी पूछताछ की थी. इससे 13 जून की रात से 14 जून तक का पूरा घटनाक्रम उभरकर सामने आ गया.

नई दिल्ली/ शौर्यपथ / देश भर के टोल प्लाजा पर ट्रैफिक को सुगम बनाने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं. देशभर में टोल नाकों पर गाड़ियों के लिए इंतजार का समय कम करने को लेकर टोल प्लाजों के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. अथॉरिटी ने कहा है कि हर वाहन को 10 सेकेंड में सेवा दे दी जानी चाहिए. हाईवे पर ट्रैफिक के पीक ऑवर में भी यह समयसीमा अपनाई जानी चाहिए ताकि गाड़ियों को कतार में कम से कम समय इंतजार करना पड़े. नई गाइडलाइंस में यह भी शर्त है कि अगर गाड़ियों की कतार 100 मीटर से ज्यादा हो जाती है, तो आगे की गाड़ियों से बिना टोल लिए उन्हें जाने देना होगा, तब तक, जबतक कतार 100 मीटर के भीतर नहीं आ जाती है.
एनएचआईए ने बुधवार को एक बयान में कहा कि नए निर्देशों में टोल प्लाजा पर वाहनों की 100 मीटर से अधिक कतार नहीं लगने को लेकर यातायात के सुचारु प्रवाह को भी सुनिश्चित किया जाएगा. उसने कहा, ‘फ़ास्टैग के अनिवार्य किये जाने के बाद हालांकि ज्यादातर टोल प्लाजा पर प्रतीक्षा समय बिल्कुल भी नहीं है. यदि टोल पर किसी कारण वाहनों की कतार 100 मीटर से अधिक होती है तो, उस स्थिति में सभी वाहनों को बिना टोल दिए जाने की अनुमति होगी जब तक टोल नाके से वाहनों की कतार वापस 100 मीटर के अंदर नहीं पहुंच जाती.'
एनएचआईए ने कहा कि सभी टोल नाकों पर 100 मीटर की दूरी का पता लगाने के लिए पीले रंग से एक लकीर बनाई जायेगी. यह कदम टोल प्लाजा ऑपरेटरों में जवाबदेही की एक और भावना पैदा करने के लिए है. एनएचआईए के अनुसार उसने फरवरी 2021 मध्य से 100 प्रतिशत कैशलेस टोलिंग को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है. एनएचएआई के टोल नाकों पर फास्टैग की उपलब्धता कुल मिलाकर 96 प्रतिशत और इनमें कईयों में तो 99 प्रतिशत तक पहुंच गई है.
उसने कहा, ‘देश में इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से बढ़ते टोल संग्रह को ध्यान में रखते हुए अगले दस वर्षों के दौरान यातायात के अनुमान को ध्यान में रखते हुये टोल प्लाजों के आकार और निर्माण पर जोर दिया जाएगा ताकि टोल संग्रह प्रणाली को कुशल बनाया जा सके.'
एनएचआईए ने कहा कि कोविड-19 के कारण सामाजिक दूरी एक नया नियम बन गया है. फ़ास्टैग के बढ़ते इस्तेमाल से इसका पालन भी आसानी से किया जा रहा है जिससे टोल संचालक और वाहन यात्री संपर्क में भी नहीं आते.

नई दिल्ली / शौर्यपथ / कवि और आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता कुमार विश्वास इन दिनों अपने पिता के साथ समय गुजार रहे हैं. कोरोना काल में वह प्रकृति के करीब रहकर सोशल मीडिया पर कई जानकारिया शेयर करते रहते हैं. कई बार उनकी पोस्ट में कटाक्ष भी छिपा रहता है. आज भी उन्होंने एक ट्वीट किया है, जिसमें कुमार ने लिखा है कि पिताजी के पास रहने का सबसे कठिन समय होता है मेरा हर काम उनके परीक्षक की नज़र से गुजरना. आज सुबह चीकू तोड़ने का मेरा स्वयं-श्लाघापूर् आत्मविश्वास, उनके चीकू-परीक्षण का सत्र प्रारंभ होते ही नेताओं में नैतिकता की तरह उड़न छू हो गया. ख़ैर, आज तो अपुन पास हो गए. बोले “हम्म...ठीक तोड़े है, अब इन्हें अख़बार में लपेट कर दो दिन रख दो, पक जाएंगे.” ये तो मुझे भी पता है कि खबर पढ़-पढ़कर कोई भी पक जाता है, ये तो फिर भी चीकू हैं. वैसे टीवी के आगे रखने से ज़्यादा जल्दी नहीं पकते ? मने पूछ रए हैं? आपसे....पिताजी से पूछने पर तो जूताभिषेक का भय है.
इस ट्वीट पर लोग अलग अलग तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. एक यूजर ने लिखा कि पिता के पास होना किसी सौभाग्य से कम नहीं होता. कुछ यूजर्स ने देश में घट रही घटनाओं की तरह उनका ध्यान दिलाने की कोशिश की.एक ने लिखा-श्रीमान चीकू तोड़ लिए हैं तो इन घटनाओं पर भी विचार प्रकट करें. एक ने लिखा कि दादा दादा जी के पास तो काफी अच्छा एंड्रॉयड स्मार्टफोन है. इसका कुमार विश्वास ने जवाब भी दिया कि अजी मत पूछिए, स्मार्टनेस में कोई कमी नहीं. लेटेस्ट कार,घड़ी,सेलफोन और लेटेस्ट ज्ञान .दुनिया में क्या हो गया है, ग़ाज़ा पट्टी का क्या अपडेट है, बंगाल में बीजेपी के प्रतिशत में कितनी बढ़ोतरी हुई और मैंने लेटेस्ट टीवी इंटरव्यू में कौन-सी “मूर्खता” की? सब नज़र में है टाइगर की.
बता दें कि कुमार विश्वास अपनी सोशल पोस्ट के जरिए मुद्दे भी उठाते रहते हैं. उन्होंने पेट्रोल के दामों पर एक ट्वीट किया था कि प्रिय पेट्रोल ! दो दिन की सड़क-यात्रा के दौरान तुम्हारी राष्ट्रीय प्रगति का पता चला ! योग्य अभिभावक हों तो तुम जैसे बालक एक्ट ऑफ गॉड हो ही जाते हैं ! तुम्हारी बेशर्म बढ़ोतरी को न्यायसंगत ठहराते अपने मीडिया फूफाओं का योगदान कभी न भूलना बेटा. तुम्हारा- (ख़ामोश व बेबस नागरिक). ये ट्वीट वायरल हुआ था. किसानों के मुद्दे पर भी उन्होंने कई पोस्ट लिखे थे. गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के मामले में उन्होंने किसानों के आंदोलन पर सीख देता हुआ एक पोस्ट लिखा था कि आंदोलन की सफलता इन चार बातों पर निर्भर होती हैं- पहली - आंदोलन का उद्देश्य आख़री आदमी तक सही-सही समझा पाना. दूसरी-आंदोलन के कुछ सर्वसम्मति से बने मानक चेहरे होना. तीसरी- आंदोलन की गति सत्ता विरोध से किसी भी हाल में देश-विरोधी न होने देना और चौथी

नई दिल्ली / शौर्यपथ / दिल्ली और उत्तर प्रदेश समेत 10 से ज्यादा राज्यों में लॉकडाउन का एक माह से ज्यादा वक्त हो गया है, इन राज्यों में लॉकडाउन बढ़ेगा या फिर पाबंदियों में ढील दी जाएगी, इसको लेकर हर किसी के मन में उत्सुकता है. दिल्ली, यूपी समेत कई राज्यों ने संकेत दिया है कि वो 1 जून से लॉकडाउन में छूट दे सकते हैं. जबकि पंजाब , राजस्थान समेत कई राज्यों ने जून के पहले हफ्ते के आगे कोरोना से जुड़ी पाबंदियां बढ़ा दी हैं. ऐसे में अगर आप भी जून में किसी यात्रा का प्लान बना रहे हैं तो जान लीजिए कि आपके राज्य में पाबंदियां बढ़ेंगी या ढील मिलेगी...
मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :
दिल्ली में अभी 31 मई तक लॉकडाउन है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि कोविड-19 के केस में कमी जारी रहती है तो 31 मई से चरणबद्ध तरीके से ‘अनलॉक' की प्रक्रिया शुरू होगी. दिल्ली में 20 अप्रैल को पहली बार लॉकडाउन लगा था.
उत्तर प्रदेश में भी 31 मई की सुबह 7 बजे तक आंशिक कोरोना कर्फ्यू प्रभावी रहेगा. 01 जून से इसमें और ज्यादा ढील दिए जाने के संकेत हैं. अभी रोडवेज बसों के दूसरे राज्यों जाने पर रोक है. साप्ताहिक बाजार बंद हैं. बाजारों में ज्यादातर दुकानें भी बंद रहेंगी.
पंजाब में कोरोना से जुड़ी पाबंदियां 10 जून तक रहेंगी. लेकिन कोविड के मामलों में कमी को देखते हुए निजी वाहनों में यात्रियों की संख्या की सीमा हटा दी गई है. चंडीगढ़ प्रशासन ने नाइट और वीकेंड कर्फ्यू 31 मई तक बढ़ा दिया है.
राजस्थान सरकार ने लॉकडाउन की अवधि 8 जून तक तय कर दी है. हालांकि जिन जिलों में संक्रमण घटा है, वहां 1 जून से कारोबारी गतिविधियों में छूट दी जा सकती है.
हरियाणा में 31 मई तक लॉकडाउन है. लॉकडाउन आगे बढ़ाने पर 1-2 दिन में फैसला हो सकता है. हरियाणा ने दुकानें दिन भर खोलने जैसे कई छूट का ऐलान पहले ही कर दिया है. हरियाणा में तीन मई को पहली बार लॉकडाउन लगा था.
बिहार में चार मई को पहली बार 15 मई तक लॉकडाउन लगाया गया था जिसे बढ़ाकर अब 1 जून तक कर दिया गया है.01 जून से ढील देने के संकेत सीएम नीतीश कुमार ने दिए हैं.झारखंड में लॉकडाउन जैसी पाबंदियों को 27 मई तक बढ़ाया गया है. इसे आगे और बढ़ाए जाने के संकेत मिल रहे हैं.
मध्य प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू के प्रतिबंधों में 1 जून से धीरे-धीरे ढील दी जाएगी. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि दुनिया को आगे बढ़ना है लेकिन हमें इस तरह से अनलॉक करना है कि कोविड-19 फिर से नहीं फैले. मध्यप्रदेश ने कोरोना कर्फ्यू को राज्य के सभी 52 जिलों में 31 मई तक अलग-अलग समय के लिए बढ़ाया है.
ओडिशा में एक जून तक लॉकडाउन लगा हुआ है. यहां 5 मई को पहली बार दो हफ्ते का लॉकडाउन लगा था, जिसे दो सप्ताह और बढ़ा दिया गया है.गुजरात ने नाइट कर्फ्यू को 28 मई तक 36 शहरों में नाइट कर्फ्यू बढ़ा दिया है. लेकिन दिन में 9 से 3 बजे तक दुकानें और अन्य प्रतिष्ठान खुलेंगे.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लॉकडाउन ने 15 जून तक बढ़ाने की घोषणा की है. पहले यहां 16 से 30 मई तक पूर्ण लॉकडाउन था. बंगाल में हायर सेकेंडरी एग्जाम जुलाई और 10वीं की परीक्षा अगस्त के दूसरे हफ्ते में होगी.
छत्तीसगढ़ के सभी 28 जिलों में 31 मई तक लॉकडाउन प्रभावी है. रायपुर, बिलासपुर समेत 8% से कम संक्रमण दर वाले 9 जिलों में छूट के साथ ढील दे दी गई है.
केरल में पूर्ण लॉकडाउन 23 मई को समाप्त हो रहा था. जिसे 30 मई तक बढ़ाया गया है.कर्नाटक ने दो हफ्ते लॉकडाउन और बढ़ा दिया है. ये अब 24 मई से सात जून तक लॉकडाउन तक लागू रहेगा.
तमिलनाडु में लॉकडाउन 24 मई को खत्म हो रहा था जिसे एक और हफ्ते बढ़ाया गया है.पुडुचेरी ने 31 मई तक लॉकडाउन लगाया है.तेलंगाना में 30 मई तक लॉकडाउन है. आंध्रप्रदेश ने 31 मई तक कर्फ्यू का विस्तार किया है.
महाराष्ट्र सरकार ने सबसे पहले 14 अप्रैल को देश में 15 दिनों के लॉकडाउन का ऐलान किया था और अभी 01 जून तक प्रभावी है. 12 अप्रैल को महाराष्ट्र में 60,212 कोरोना के केस और 281 मौतें हुई थीं. महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि जिन 21 जिलों में 10 प्रतिशत से ज्यादा पॉजिटिविटी रेट हैं, वहां पाबंदियां नहीं हटेंगी. जहां मामले कम हो रहे हैं, वहां अगले कुछ दिनों में पाबंदियों में कमी को लेकर गाइडलाइन जारी की जाएगी. गोवा में 31 मई तक कर्फ्यू लागू है.

मनोरंजन /शौर्यपथ /माधुरी दीक्षित इन दिनों डांस रियलिटी शो ‘डांस दीवाने’ में नजर आ रही हैं। फिल्मों के साथ माधुरी सोशल मीडिया पर भी सक्रिय हैं। जहां वो कभी अपने परिवार के साथ की तस्वीरें शेयर करती रहती हैं तो कभी फैंस के लिए स्किन रूटीन साझा करती हैं।
वीडियो पोस्ट कर पूछा सवाल
अब माधुरी ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया है। जिसमें वो अलग-अलग कपड़े बदलते दिख रही हैं। सबसे पहले माधुरी ग्रे कलर की साड़ी में दिखती हैं इसके बाद वो पीले कलर के लहंगे में होती हैं और आखिर में वो गुलाबी रंग का शरारा कैरी करती हैं। माधुरी के ये तीनों लुक ‘डांस दीवाने’ के दौरान के हैं।
तस्वीर पोस्ट करते हुए माधुरी फैंस से पूछती हैं कि ‘तीनों में से उन्हें सबसे अच्छा कौन सा लगा?’ उनकी इस तस्वीर पर अभिनेत्री तारा सुतारिया ने कमेंट किया- ‘सभी तीनों।‘
भंसाली के साथ काम करने की चर्चा
खबर है कि फिल्म ‘देवदास’ के बाद माधुरी दीक्षित एक बार फिर निर्देशक संजय लीला भंसाली के प्रोजेक्ट के साथ काम कर सकती हैं। भंसाली 'हीरा मंडी' में भी माधुरी के डांस का जादू दिखाना चाहते हैं। बॉलीवुड हंगामा रिपोर्ट में सूत्रों का हवाला देते हुए ये लिखा है कि भंसाली ‘हीरा मंडी’ को भव्य बनाने में कोई कसर बाकी नहीं रखना चाहते। उन्हें लगता है कि डांस में माधुरी जैसा ग्रेस कोई नहीं ला सकता।
‘देवदास’ में बिखेरा था जादू
बता दें कि इससे पहले माधुरी दीक्षित, संजय लीला भंसाली के साथ फिल्म 'देवदास' में काम कर चुकी हैं, इस फिल्म में माधुरी 'चंद्रमुखी' के किरदार में थीं। फिल्म के गाने मार डाला... और काहे छेड़ मोहे... पर माधुरी का डांस आज तक लोग नहीं भूले हैं।

सेहत /शौर्यपथ /गर्मियों के मौसम में चिलचिलाती धूप के अलावा सबसे बड़ी समस्या होती है तेज तपती धूप, हीट स्ट्रोक यानी लू लगने की समस्या। जैसे-जैसे तापमान बढ़ता है, वैसे-वैसे लू लगने का खतरा भी बढ़ता जाता है। ऐसे में कुछ बदलाव भी आवश्यक होते हैं जिससे कि हम इस समस्या से निजात पा सकें।
अगर किसी व्यक्ति को हीट स्ट्रोक हो जाए तो शरीर में पानी की कमी हो जाती है जिससे डिहाइड्रेशन और बेहोशी जैसी समस्या देखने को मिलती है। आइए जानते हैं आपको हिट स्ट्रोक से बचने के लिए क्या करना चाहिए-
1. इन दिनों दोपहर की तेज तपती धूप में निकलने से बचें।
2. जहां तक हो सके आंखों पर धूप से बचने वाला चश्मा लगाएं।
3. गर्मी के दिनों में नारियल का पानी पीना लाभदायी रहता है, यह हीट स्ट्रोक से बचाता है।
4. शरीर में पानी की कमी न होने दें। दिनभर में कम से कम 8 से 10 गिलास पानी जरूर पीएं, वरना पानी की कमी से डिहाइड्रेशन जैसी समस्या हो सकती है।
5. अपनी डाइट में कच्चे प्याज को शामिल करें। कच्चा प्याज का सेवन गर्मी में लाभदायी माना गया है।
6. दिन में दही, कच्चे आम का पना व छाछ इनका जरूर सेवन करें।
7. इन दिनों नींबू पानी भी शरीर की गर्मी को बाहर निकालता है और ठंडक पहुंचाता है। इसके लिए 1 गिलास पानी में आधा नींबू और 2 छोटे चम्मच शकर मिक्स करके नींबू पानी बनाकर उसका सेवन करें।

सेहत /शौर्यपथ अभी नौतपा चल रहा है और गर्मी की तपिश भी बढ़ गई हैं। ऐसे में मेहंदी लगाना सेहत और ब्यूटी दोनों के लिहाज से ही फायदेमंद साबित हो सकता है। हाथों पर रचने वाली खूबसूरत मेहंदी के तो सभी दीवाने होते हैं, लेकिन इसके सेहत और खूबसूरती के फायदे जानेंगे तो इसे और भी पसंद करने लगेंगे। जानिए आपकी सेहत और सौंदर्य को निखारने में कितनी कारगर है यह मेहंदी।
पढ़ें 10 सेहत के फायदे-
1. खून साफ करने के लिए मेहंदी को औषधि के तौर पर प्रयोग किया जा सकता है। इसके लिए रात को साफ पानी में मेहंदी भिगोकर रखें और सुबह इसे छानकर पिएं।
2. घुटनों या जोड़ों में दर्द की समस्या होने पर मेहंदी और अरंडी के पत्तों को बराबर मात्रा में पीस लें और इस मिश्रण को हल्का सा गर्म करके घुटनों पर लेप करें।
3. सिरदर्द या माइग्रेन जैसी परेशानियों के लिए भी मेहंदी एक बेहतरीन विकल्प है। ठंडक भरी मेहंदी को पीसकर सिर पर लगाने से काफी फायदा होगा।
4. शरीर के किसी स्थान पर जल जाने पर मेहंदी की छाल या पत्ते लेकर पीस लीजिए और लेप तैयार किजिए। इस लेप को जले हुए स्थान पर लगाने से घाव जल्दी ठीक होगा।
5. मेहंदी में दही, आंवला पाउडर, मेथी पाउडर मिलाकर घोल तैयार करें और इसे बालों में लगाएं। 1 से 2 घंटे बालों में रखने के बाद बाल धो लें। ऐसा करने से बाल काले, घने और चमकदार होते हैं।
6. तासीर में ठंडी होने के कारण मेहंदी का उपयोग शरीर में बढ़ी हुई गर्मी को कम करने में किया जाता है। हाथों और पैर के तलवों में मेहंदी लगाने से शरीर की गर्मी कम होती है।
7. इसके अलावा मेहंदी के ताजे पत्तों को तोड़कर साफ पानी में भिगो दें और रात भर रखने के बाद इसे सुबह छानकर पिएं। यह प्रयोग भी शरीर की गर्मी को दूर करने में मददगार है।
8. नौतपे की तेज गर्मी में आपको राहत मिलेगी, क्योंकि मेहंदी का लेप सिर को ठंडक देता है। इसलिए इसका इस्तेमाल आपको तरोताजा रखने में मदद करेगा।
9. मेहंदी में एंटीसेप्टिक गुण मौजूद होते हैं। यह आपकी बालों की समस्या जैसे रूसी, खुजली व बालों का झड़ना आदि समस्या से निजात दिलाएगा।
10. मेहंदी में दही मिलाने पर यह गर्मियों में राहत पाने के लिए बहुउपयोगी साबित होता है। इसका इस्तेमाल आप हफ्ते में एक बार कर सकते हैं।

ब्यूटी टिप्स /शौर्यपथ / आपके किचन में है ऐसी वस्तु जिससे आपके बाल और त्वचा बेहद खूबसूरत और स्वस्थ हो जाएंगे। हम बात कर रहे हैं बैकिंग सोडा की। भारतीय किचन की कई ऐसी डिश हैं जिनमें सोडे का इस्तेमाल जरूरी होता है इसलिए यह हर घर में पाया जाता है। बैकिंग सोड़ा असल में सोडियम बाइकार्बोनेट होता है। यह प्राकृतिक होता है और सफेद रंग के पाउडर में मिलता है।
आइए जानते है बैकिंग सोडा से होने वाले 10 फायदों के बारे में-
1. अगर चेहरे पर मुहांसों की समस्या है तो इसके लिए बैकिंग सोड़ा बहुत असरकारक है। इसके एंटीसेप्टिक और एंटीइफ्लेमैटोरी गुणों के कारण यह मौजूद मुंहासों के आकार को छोटा करता है तथा नए आने से रोकता है। बैकिंग सोड़े में त्वचा के पीएच को नियंत्रित रखने का गुण होता है जिससे त्वचा में आई खराबी से बचाव होता है।
2. बैकिंग सोडे के इस्तेमाल के लिए एक चम्मच सोड़ा लेकर पानी के साथ पेस्ट बनाकर उसे त्वचा पर 1 से 2 मिनट छोडऩा है और फिर ठंडे पानी से धो लेना है। इस पेस्ट का इस्तेमाल हर दिन एक बार अगले दो से तीन दिन करना चाहिए फिर इसे एक हफ्ते तक एक या दो बार कर देना चाहिए।
3. सफेद दांतों की चाहत रखने वाले लोगों के लिए बैकिंग सोड़ा बहुत कारगर उपाय है। बैकिंग सोड़ा दांतों पर से पीलेपन की परत हटा देता है। इसके साथ ही यह बैक्टेरिया द्वारा बनने वाले एसिड को हटाकर दांतों को प्लाक से बचाता है। इसके लिए आप अपने टूथब्रश पर टूथपेस्ट के साथ बैकिंग सोड़ा भी ले लीजिए और दो मिनिट तक ब्रश कीजिए। हर दिन एक बार कुछ दिन तक ऐसा करने से दांतों पर से पीलापन दूर हो जाएगा। ध्यान रहें कि ज्यादा मात्रा में बैकिंग सोड़ा के इस्तेमाल से बचें। किसी भी उपाय को कम दिन के लिए ही अपनाएं। ज्यादा समय तक इस्तेमाल करने से बैकिंग सोड़ा दांतों पर से प्राकृतिक एनामल की परत को हटा देगा।
4. बैकिंग सोड़ा अल्केलाइन प्रकृति का होता है और इसका धूप में झुलसी त्वचा पर बेहतरीन असर होता है। इसके इस्तेमाल से जलन और खुजली बंद हो जाती है। यह एंटीसेप्टीक होने के कारण सनबर्न में काफी असरकारक होता है। इसके लिए एक या दो चम्मच बैकिंग सोड़ा को एक कप पानी में घोल बनाकर एक साफ कपड़े को इस घोल में डुबाना चाहिए और उस जगह रखना चाहिए जहां धूप में त्वचा झुलस चुकी हो। इसे पांच से दस मिनट रहने दीजिए और दिन में दो से तीन बार यह उपयोग दोहराएं।
5. शरीर में त्वचा के रंग का एक जैसा न होना भी बहुत से लोगों को परेशान करता है। अगर आप चमकती त्वचा की इच्छा रखते है तो बैकिंग सोड़ा आपकी मदद कर सकता है। बैकिंग सोड़ा में डेड स्कीन को हटाने का गुण होता है इसके अलावा यह पीएच लेवल को भी संतुलित रखता है जिससे त्वचा खूबसूरत बनी रहती है।
6. इसके अलावा एक चम्मच बैकिंग सोड़ा और एक चम्मच नीबू ज्यूस में एक्स्ट्रा वर्जिन जैतून तेल की चार पांच बूंदे मिला लें। इस पेस्ट को चेहरे पर लगाएं। इसे पांच मिनट लगा रहने दें और फिर चेहरा ठंडे पानी से धो लें। एक हफ्ते में दो से तीन बार यह उपाय आजमाया जा सकता है।
7. गर्दन, कोहनी के कालेपन से परेशान है, तो एक चमच बैकिंग सोडा लें, इसमें नारियल तेल मिला लें। अब इस पेस्ट को अपने गर्दन और कोहनी पर लगाएं। इसका नियमित नहाने से पहले इस्तेमाल करें। कुछ दिनों में असर आपके सामने होंगे।
8. नाखून के रंग को लेकर अगर आप चिंतित है तो बैकिंग सोडे से बढ़कर कोई भी उपाय नही। बैकिंग सोडे में ब्लीचिंग और एक्सफोलिएटिंग गुण होते हैं जिससे नाखून का रंग सुधर जाता है।
9. आधा कप पानी, एक तिहाई चम्मच हाइड्रोजन पेरॉक्साइड और एक चम्मच बैकिंग सोड़ा को मिलाकर अच्छा घोल बना लें। अपने नाखून इस घोल में दो से तीन मिनट तक डूबो कर रखिए। पंद्रह दिन में एक बार यह उपाय आजमाया जा सकता है।
10. बैकिंग सोडा के विषय में खास बात यह है कि इसमें एंटीबैक्टेरियल, एंटीफंगल, एंटीसेप्टिक और एंटीइंफ्लेमैटोरी खूबियां होती हैं। इसके अलावा यह सर्दी जुकाम से लेकर, मुंह की दिक्कत और त्वचा संबंधी रोग से बचाव करता है।
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