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SHOURYAPATH NEWS mungeli । मुंगेली/ सरकार ने पुरे प्रदेश में 18 वर्ष से लेकर 44 वर्ष के लोगों के लिए शुरू हुआ वैक्सीन लगाने का हुआ दौर कोरोना की दुसरे लहर को देखते हुये । बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं,वही वैक्सीन को लेकर आमलोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है यही वजह है कि वैक्सिनेशन सेंटर और शासकीय अस्पतालों में सुबह से ही लम्बी लाईन लगी हुई है,अपने बारी आने का इंतजार कर रहे है ।प्रदेश के मुख्यमंत्री के द्वारा पत्रकारों को फ्रंट लाइन वर्क्स का दर्जा देते हुए । सभी पत्रकारों के लिए वैक्सिनेशन को प्राथमिकता दी गयी है,इसी के तहत मुंगेली प्रेस क्लब के सचिव एंव नवभारत के ब्यूरो चीफ योगेश शर्मा ने भी नगर के साईं मंदिर के पास प्रेस क्लब भवन में बनाये गए वैक्सिनेशन सेंटर पहुंच कर । वैक्सीन का पहला डोज लगवाए साथ ही सभी पत्रकारों से वैक्सीन लगवाने की अपील किये हैं,प्रेस क्लब सचिव योगेश शर्मा ने बताया कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए वैक्सीन लगवाना ही एक मात्र उपाय । है ये वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है अफवाहों पर ध्यान ना देते हुए अपनी बारी आने पर सभी लोग वैक्सीन जरूर लगवाएं, औऋ अपने साथ ही साथ अपने परिवार के लोगो सुरक्षित रखे । आगे शर्मा ने काहा कि प्रदेश सरकार के द्वारा पत्रकारों एवँ उनके परिजनों के लिए वैक्सिनेशन की जो व्यवस्था की गई है इस संबंध में जिला प्रशासन से चर्चा की जाएगी । जिसके बाद जिले के सभी पत्रकार एवँ उनके परिजनों का वैक्सीन लगवाया जाएगा ।
Shouryapath news bastar। सर्व आदिवासी समाज जिला उपाध्यक्ष भरत कश्यप ने बयान जारी करते हुए कहा कि देश में लगातार कोरोना महामारी का संक्रमण कम नहीं हो रहा है, कोरोना की दुसरी लहर किसी विभीषिका से कम नहीं है कितनी हि जानें जा चुकी हैं कितने बच्चे अनाथ हो गये.. कई परिवार तबाह हो गए.इसके नियंत्रण हेतू.. इस समय 18 से 44 साल तक एवं 45 साल से ऊपर के उम्र वालों को अलग अलग चरणबद्ध वैक्सीन लगवाया जा रहा है आप सभी कोविड वेक्सीनेशन सेंटर जाकर कोरोना वैक्सीन का टीका जरूर लगाईए और सुरक्षित रहिए, आज कल लगातार सोशल मीडिया के माध्यम से विभिन्न प्रकार की अफ़वाहें समाज में फैलाई जा रही है जबकि इस अफवाह का हकीकत से कोई वास्ता नहीं है, भारत देश दुनिया के वैज्ञानिकों व डाक्टरों ने वैक्सीन बनाई है जो कि कई स्तर के जांच परीक्षण से होकर गुजरी है। ऐसे में इन वैक्सीन की मान्यता भी विभिन्न स्थानों से मिली हुई है, जिसके बाद ही शासन द्वारा आम लोगों को ये वैक्सीन लगवाई जा रही है ऐसे में समाज के लोगों से अपील करना चाहुंगा कि किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान ना देते हुए, खुद को, परिवार को,गांव को सुरक्षित करने के लिए वैक्सीन जरूर लगाएं। अगर कोई ऐसी अफवाह फैला रहा तो स्थानीय प्रशासन अथवा थाने को इसकी सूचना दें*
Shouryapath मुंगेली । वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण से रोकथाम के लिए जिले के कठोर लॉकडाउन जिला कलेक्टर के आदेश द्वारा लगाया गया है। ऐसे संकट के समय में चाईल्ड लाईन की टीम बच्चों के नई उम्मीद बनकर मदद कर रहे हैं। ऐसा ही एक घटना 09 मई रविवार की है। ग्राम कोसमतरा जिला मुंगेली में अज्ञात बालक घूमते हुए पाया गया जो अपने माता पिता से बिछड़ गया था। जिसकी सूचना चाईल्ड लाईन के केन्द्र समन्वयक उमाशंकर कश्यप को मिला। उसके बाद चाईल्ड लाईन टीम एवं थाना प्रभारी फास्टरपुर की संयुक्त टीम ग्राम कोसमतरा पहुंच कर बच्चे का पतासाजी, पंचनामा तैयार कर रेस्क्यू किया। चाईल्ड लाईन टीम के द्वारा बालक की जानकारी दूरभाष द्वारा बाल कल्याण समिति एवं जिला बाल संरक्षण अधिकारी को दिया गया। चाईल्ड लाईन टीम के द्वारा बालक को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष एवं सदस्य ने सक्रियता दिखाते हुए बच्चे के परिजनों को सुपुर्द किया। इस तरह जिला प्रशासन के निर्देश पर चाईल्ड लाईन, जिला बाल संरक्षण इकाई, बाल कल्याण समिति एंव पुलिस की सक्रियता से कोविड-19 के गंभीर हालत में बच्चों को संरक्षण देने के लिए उल्लेखनीय कार्य किया गया। उमाशंकर कश्यप केंद्र समन्वयक चाईल्ड लाईन ने बताया कि चाईल्ड लाईन 24 घंटे चलने वाली राष्ट्रीय इमरजेंसी निःशुल्क फोन एवं आउटरीच सेवा है, उन बच्चों के लिए जिन्हें देखरेख एवं संरक्षण की जरूरत है। किसी बच्चों का आश्रय के जरूरत हो, कोई बच्चों को पीट रहा हो, अनाथ, गुमशुदा, लापता, शोषित, बाल श्रम, बाल विवाह हो रहा है, तो चाइल्ड लाइन 1098 में फोन करके उन बच्चों की मदद कर सकते हैं । उन्होंने बताया कि कोविंड - 19 के प्रभाव से यदि दुर्भाग्यवश किसी बच्चे के माता पिता की मृत्यु हो गई है। किसी बच्चे के माता पिता कोरोना संक्रमित हो तथा चिकित्सालय मे हो और घर पर बच्चों की देखभाल करने वाले कोई न हो तो चाईल्ड लाईन 1098 पर संपर्क करे। रेस्क्यू टीम में संजीव ठाकुर थाना प्रभारी फास्टरपुर, उमाशंकर कश्यप केंद्र समन्वयक चाईल्ड लाईन, काउंसलर निशा यादव, टीम मेम्बर लक्ष्मी नारायण, संजय कुमार बघेल, हितेश कुमार एवं पुलिस टीम की सहभागिता रही।
Shouryapath मुंगेली । वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण से रोकथाम के लिए जिले के कठोर लॉकडाउन जिला कलेक्टर के आदेश द्वारा लगाया गया है। ऐसे संकट के समय में चाईल्ड लाईन की टीम बच्चों के नई उम्मीद बनकर मदद कर रहे हैं। ऐसा ही एक घटना 09 मई रविवार की है। ग्राम कोसमतरा जिला मुंगेली में अज्ञात बालक घूमते हुए पाया गया जो अपने माता पिता से बिछड़ गया था। जिसकी सूचना चाईल्ड लाईन के केन्द्र समन्वयक उमाशंकर कश्यप को मिला। उसके बाद चाईल्ड लाईन टीम एवं थाना प्रभारी फास्टरपुर की संयुक्त टीम ग्राम कोसमतरा पहुंच कर बच्चे का पतासाजी, पंचनामा तैयार कर रेस्क्यू किया। चाईल्ड लाईन टीम के द्वारा बालक की जानकारी दूरभाष द्वारा बाल कल्याण समिति एवं जिला बाल संरक्षण अधिकारी को दिया गया। चाईल्ड लाईन टीम के द्वारा बालक को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष एवं सदस्य ने सक्रियता दिखाते हुए बच्चे के परिजनों को सुपुर्द किया। इस तरह जिला प्रशासन के निर्देश पर चाईल्ड लाईन, जिला बाल संरक्षण इकाई, बाल कल्याण समिति एंव पुलिस की सक्रियता से कोविड-19 के गंभीर हालत में बच्चों को संरक्षण देने के लिए उल्लेखनीय कार्य किया गया। उमाशंकर कश्यप केंद्र समन्वयक चाईल्ड लाईन ने बताया कि चाईल्ड लाईन 24 घंटे चलने वाली राष्ट्रीय इमरजेंसी निःशुल्क फोन एवं आउटरीच सेवा है, उन बच्चों के लिए जिन्हें देखरेख एवं संरक्षण की जरूरत है। किसी बच्चों का आश्रय के जरूरत हो, कोई बच्चों को पीट रहा हो, अनाथ, गुमशुदा, लापता, शोषित, बाल श्रम, बाल विवाह हो रहा है, तो चाइल्ड लाइन 1098 में फोन करके उन बच्चों की मदद कर सकते हैं । उन्होंने बताया कि कोविंड - 19 के प्रभाव से यदि दुर्भाग्यवश किसी बच्चे के माता पिता की मृत्यु हो गई है। किसी बच्चे के माता पिता कोरोना संक्रमित हो तथा चिकित्सालय मे हो और घर पर बच्चों की देखभाल करने वाले कोई न हो तो चाईल्ड लाईन 1098 पर संपर्क करे। रेस्क्यू टीम में संजीव ठाकुर थाना प्रभारी फास्टरपुर, उमाशंकर कश्यप केंद्र समन्वयक चाईल्ड लाईन, काउंसलर निशा यादव, टीम मेम्बर लक्ष्मी नारायण, संजय कुमार बघेल, हितेश कुमार एवं पुलिस टीम की सहभागिता रही।
Shouryapath news bastar। *जगदलपुर / वैश्विक महामारी कोरोना की दूसरी लहर आने के बाद लोगों में टीका लगवाने की होड़ मच गई है। जिसके चलते क्षेत्र में लगातार वैक्सीन केन्द्रो को खोले जाने की मांग बढ़ रही है इसी के मद्देनजर आज बीपीएल कार्ड धारकों के लिए एक और टीकाकरण केंद्र का प्रारंभ जगदलपुर विधायक एवं संसदीय सचिव रेखचंद जैन ,महापौर सफीरा साहू, नेता प्रतिपक्ष संजय पांडे द्वारा माहेश्वरी भवन मे किया गया। दूसरी ओर कल राज्य सरकार सरकार द्वारा पत्रकारों,वकीलो एवं अन्य वर्गो क़ो भी फ्रंटलाइन वारियर्स दर्जा दिया गया। उनके लिए आज विद्या ज्योति स्कूल को क़ो टीकाकरण केंद्र बनाया गया दोनों ही केन्द्रो की शुरुआत आज प्रातः श्री जैन के द्वारा प्रारंभ की गई *।श्री जैन ने बताया कि प्रदेश के संवेदनशील मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा इस महामारी की रोकथाम के लिए कड़ी निगरानी रखी गई है इसमें टीकाकरण का कार्य प्रमुखता से कराने की है इसी परिपेक्ष में आज दो और केंद्र खोले गए हैं जैसे-जैसे वैक्सीन की आपूर्ति होगी वैसे ही नये केंद्र खोले जाएंगे श्री जैन ने जनता से अपील की है कि वे जल्द से जल्द वे टीका लगवा ले* *उल्लेखनीय है कि संसदीय सचिव एवं विधायक जगदलपुर रेखचंद जैन ने टीकाकरण के लिए अपने विधायक निधि की राशि 2 करोड रुपए और 1 माह का वेतन भी वैक्सीनेशन के लिए दान में दे दी है। विधायक श्री जैन ने प्रदेश के पत्रकारों'वकीलों एवं अन्य वर्गों को को फ्रंटलाइन बैरियर्स का दर्जा देने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार माना है ।* *आज शुभारंभ अवसर पर नगर निगम आयुक्त प्रेम कुमार पटेल, शहरी टीकाकरण प्रभारी डी पी बस्तीहा सहित माहेश्वरी* *समाज के श्याम सोमानी,गजेंद्र चांडक, शिवनारायण चांडक, तेजमल राठी, जुगत मल चांडक,दीपक* *पनपालिया,वीरा राठी,* *सौरभ मोतीवाला,अनिल केला चंद्रेश राठी सहित प्रशासनिक एवं स्वास्थ अमला मौजूद रहा*
Shouryapath news । Rajnandgaon जिला कांग्रेस प्रवक्ता राहुल तिवारी ने केंद्र की मोदी सरकार और छत्तीसगढ़ के भाजपा सांसदो पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहां कि केंद्र कि मोदी सरकार द्वारा किसानों के हित में एक भी कार्य नहीं किया गया है। इस वक्त जब समूचा देश कोविड जैसे महामारी से जूझ रहा है, लॉकडाउन के कारण देश की जनता आर्थिक तंगी से परेशान है। ऐसे विपरीत समय में केंद्र सरकार द्वारा किसानों के खाद का रेट बढ़ाना किसानों के साथ अन्याय है। डी ए पी, एन पी के, एम ओ पी के दाम बढ़ाये गए हैं जिसके परिणाम स्वरूप 1150 की डी ए पी अब 1900 रुपये बोरी मिलेगी वहीं 1285 की एन पी के 1747 में और 850 का एम ओ पी 1000 में मिलेगा इस तरह सरकार ने एकमुश्त 58 प्रतिशत की वृद्धि कर अपने किसान विरोधी और कम्पनी परस्त नीतियों का खुला प्रदर्शन किया है। खाद का रेट बढ़ने से किसानों के सामने संकट की स्थिति पैदा हो सकती है। इससे खेती का खर्च भी बढ़ जाएगा। केंद्र सरकार को फर्टिलाइजर कंपनीयो की मनमानी पर अंकुश लगाते हुए मूल्य वृद्धि रोकना चाहिए। भारत कृषि प्रधान देश है छत्तीसगढ़ की अधिकांश जनता किसान है। छत्तीसगढ़ की जनता ने केन्द्र की मोदी सरकार को छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों में से 9 लोकसभा सीटें भाजपा की झोली में दी है उसके बाद भी भाजपा के एक भी सांसदों द्वारा किसान हित में मोदी सरकार को आगाह करते आज तक नहीं देखा गया। यह छत्तीसगढ़ की जनता के साथ भाजपा सांसदों द्वारा किया जा रहा विश्वासघात है। साथ ही जिला कांग्रेस प्रवक्ता राहुल तिवारी ने कहा प्रधानमंत्री फसल बीमा के नाम पर किसानों को केंद्र सरकार लूट रही है। राजनांदगांव जिले के खरीफ फसल की खेती करने वाले 260000 किसानों ने प्रीमियम की राशि जमा की थी जिसमें से मात्र 95847 किसानों को ही पात्र माना गया। लगभग 150000 से अधिक किसानों को बीमा की राशि से वंचित होना पड़ा।
खेल /शौर्यपथ / टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और वीरेंद्र सहवाग के बीच मनमुटाव की काफी खबरें मीडिया में आई हैं। हालांकि सहवाग धोनी की कप्तानी की तारीफ करने का मौका कभी नहीं छोड़ते हैं। सहवाग का मानना है कि धोनी जैसा कप्तान ना भारत को फिर से मिल सकता है और ना ही इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की फ्रेंचाइजी टीम चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) को। सहवाग ने साथ ही कहा कि अगर वह 2007 टी20 वर्ल्ड कप के समय कप्तान होते, तो टीम इंडिया खिताब शायद नहीं जीत पाती।
वीरू ने क्रिकबज के एक शो में कहा, 'धोनी जैसा कप्तान किसी भी टीम को मिल पाना मुश्किल है। अगर मैं 2007 टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में कप्तान होता, तो आखिरी ओवर अनुभव के आधार पर हरभजन सिंह को देता, लेकिन धोनी ने ऐसा नहीं किया और लक ने भी उनका साथ दिया।' सहवाग ने आगे कहा, 'धोनी का लक उनका साथ देता है वह इसलिए नहीं कि वह लकी हैं, बल्कि इसलिए क्योंकि वह फैसले ऐसे लेते हैं, जिसमें लक उनका साथ दे।'
इसके अलावा सहवाग ने कहा, 'उनकी कप्तानी में गेंदबाज बेहतर प्रदर्शन करते हैं, इसकी वजह बेहतर गेंदबाज नहीं बल्कि विकेट की पीछे खड़े धोनी होते हैं।' धोनी दुनिया के सबसे सफल कप्तानों में से एक माने जाते हैं। वह दुनिया के इकलौते ऐसे कप्तान हैं, जिन्होंने अपनी कप्तानी में टीम को तीनों आईसीसी ट्रॉफी (2007 टी20 वर्ल्ड कप, 2011 वर्ल्ड कप और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी) जिताई हैं।
मनोरंजन /शौर्यपथ /वक्त बदल गया है, एक्ट्रेस पूजा बेदी ने ये बात अपने लेटेस्ट इंटरव्यू में बखूबी बयां की है। एक वक्त पर वो स्टार रह चुकी हैं और अब वहीं उनकी बेटी अलाया भी उनकी राह पर निकल चुकी हैं। पूजा बेदी ने बेटी अलाया की लव लाइफ पर खुलकर बातें की है। उन्होंने अलाया और ऐश्वर्य ठाकरे की डेटिंग की अफवाहों पर प्रतिक्रिया जाहिर की है। उन्होंने बताया कि उनके वक्त में डेटिंग और आज के टाइम में कितना फर्क आ गया है। इस दौरान उन्होंने ये भी कह दिया कि उनके वक्त पर महिलाओं का कुवांरी और वर्जिन होना जरूरी था।
अलाया की डेटिंग पर दिया रिएक्शन
पूजा बेदी की बेटी अलाा फर्नीचरवाला बॉलीवुड में डेब्यू कर चुकी हैं। वहीं इसके अलावा वो सोशल मीडिया पर कभी अपने बोल्ड अंदाज तो कभी अपने डांस वीडियो के वजह से सुर्खियों में रहती हैं। हाल ही में पूजा ने एक इंटरव्यू के दौरान अपनी बेटी के डेटिंग लाइफ से जुड़ी अफवाहों को लेकर बात करते हुए ना ही इन खबरों को कंफर्म किया है और ना ही इससे इनकार किया है। बल्कि उनका कहना है कि अब अलाया की पर्सनल लाइफ को लेकर तरह तरह के कयास लगाए जाते रहेंगे।
मेरे वक्त में बॉयफ्रेंड-फ्री और वर्जिन होना...
पूजा ने इस इंटरव्यू के दौरान कहा- 'मेरे वक्त में, चीजें अलग थीं! आपको बॉयफ्रेंड-फ्री, एक वर्जिन और बिना शादी के होना जरूरी था। लेकिन आज हर एक इंसान अपनी पर्सनल लाइफ के लिए खुद जिम्मेदार है'। उनका कहना है कि- 'करीना कपूर खान अपनी शादी में कितना अच्छा कर रही हैं। इसलिए मैं कहूंगी कि अब इंडस्ट्री में काफी बदलाव आ चुका है और ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि ऑडिएंस की मानसिकता बदली है। सोशल मीडिया का शुक्रिया'।
सेहत /शौर्यपथ / उत्तर प्रदेश समेत समूचे देश में कोविड संक्रमण में लगाम कसने के लिये प्राकृतिक चिकित्सा और योग क्रिया अहम योगदान दे सकती है। गुरू राम राय यूनिवर्सिटी (देहरादून) के योग विभाग की अध्यक्ष एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय हरिद्वार में कार्य कर चुकी सुप्रसिद्ध डा सरस्वती काला ने बताया कि जो लोग आहार एवं दिनचयार् को लेकर संवेदनशील है और प्रतिदिन योग प्राणायाम करते है, उनको कोरोना संक्रमण होने की संभावना अति क्षीण होती है। इस तथ्य को देश के जानेमाने चिकित्सक भी मान रहे है। गहरी श्वांस लेने का अभ्यास, प्राणायाम, स्टीम इनहलेशन कोरोना संक्रमण से रक्षा करने में सक्षम है।
प्राकृतिक चिकित्सा को समझना जरूरी
उन्होने कहा कि फेफड़ों में से कफ को निकालने के लिए स्टीम इन्हलेशन किया जाए। रोगी को वमन या कुंजर क्रिया द्वारा छाती के बलगम को बाहर निकाला जाना चाहिए जिससे सांस लेने में सुविधा मिलती है। प्रात:काल खाली पेट गुनगुने जल को पीकर वमन कर दे जिससे कफ बाहर निकल आयेगा और रोगी को आराम मिल जाएगा। प्राणायाम पर जोर दिया जाना चाहिये जिससे आक्सीजन लेवल बढ जाता है।
प्राय: ऐसा देखा गया है कि कोरोना होने के डर से लोगों की सांस फूलने लगती है। डा काला ने बताया यदि नेचरोपैथी मे रोगी को यदि चेस्ट पैक व गीली पट्टी की लपेट दी जाए तो बुखार कम हो जाता है। उन्होने आश्चर्य व्यक्त किया कि सरकार आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा शैली पर जोर देने के बजाय एलौपैथी ट्रीटमेंट को बढावा दे रही है। आखिर नेचर क्योर व अन्य भारतीय पद्धति को उजागर क्यों नही होने दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि लोगों को घर के भीतर भी मास्क लगाने की सलाह दी जा रही है जो गलत है। मास्क लगा होने पर अपनी ही छोडी गयी दूषित वायु ( कार्बनडाइऑक्साइड) को दोबारा बार बार अपने ही लंग्स मे दोबारा अन्दर लिया जाने से संक्रमण की संभावना बढेगी और सांस लेने में परेशानी होगी। टॉक्सिन बॉडी मे वायरस को वातावरण मिलता है वही यह वायरस पनपता है जो लोग अल्कलाइन डाइट लेते हैं, उनको इस कोरोना काल में कोई परेशानी नही हुई । इसलिए हमे अपना आहार में 8० फीसदी क्षारीय तथा 20 प्रतिशत अम्लीय आहार लेना चाहिए ।
सेहत /शौर्यपथ /कोरोना वायरस की रफ्तार कम होने का नाम नहीं ले रही है लेकिन इस संक्रमण से छुटकारा पाने के लिए यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम खुद जागरूक रहें और समझदारी के साथ इस वायरस से लड़ें और जीत भी हासिल करें।
ऐसे कई लोग हैं, जो पूरी हिम्मत के साथ इस वायरस से मुकाबला कर रहे हैं और उसे मात भी दे रहे हैं, वहीं लगातार इस कोविड-19 से छुटकारा पाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं जिसमें लॉकडाउन का पालन करना सबसे ज्यादा जरूरी है। वहीं इस कुछ लोग होम आइसोलेशन में भी हैं। लेकिन इस दौरान हमें कुछ बातों का विशेष तौर पर ध्यान रखने की जरूरत है। तो आइए जानते हैं कुछ खास बातें-
होम आइसोलेशन के दौरान रखें इन बातों का ध्यान
अगर कोई व्यक्ति होम आइसोलेशन में है तो इस बात का जरूर ध्यान रखें कि घर के बुजुर्गों और बच्चों के संपर्क में बिलकुल भी न आएं, क्योंकि आपके परिवार की सुरक्षा आपके हाथों में है। इसलिए इस बात का अवश्य ध्यान रखें।
होम आइसोलेशन में मरीज का कमरा अलग होना जरूरी है। उसका सोने का बिस्तर व खाने की प्लेट इन सबको अलग रखें।
यदि कोई व्यक्ति मरीज या मरीज के कमरे के संपर्क में आता है तो उसे अच्छी तरह से अपने हाथों को धोना चाहिए।
मरीज के कमरे में जाएं तो ट्रिपल लेयर वाला मेडिकल मास्क पहनना होगा।
जब भी मरीज के बर्तन को साफ करें तो ग्लव्स पहनकर ही उन्हें साफ करें। इस दौरान बर्तन को साबुन या डिटर्जेंट से अच्छी तरह साफ करें और इसके बाद ग्लव्स उतारकर अपने हाथों को भी अच्छी तरह साबुन से धोएं।
देखभाल करने वाला व्यक्ति अपनी हेल्थ को खुद मॉनिटर करे। रोज शरीर के तापमान की जांच करें।
अब सबसे जरूरी बात कि जो व्यक्ति होम आइसोलेशन में है, उसे इस बात का जरूर एहसास करवाए कि वह बहुत जल्द ठीक हो जाएगा। उसे नकारात्मकता से दूर रखें और यह बात जरूर बताएं कि जो सावधानियां रखी जा रही हैं, वे अपने परिवार की सुरक्षा को ध्यान में रखकर रखी जा रही हैं जिससे कि उन पर नकारात्मकता हावी न हो पाए।