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अवधेश टंडन की रिपोर्ट
जांजगीर चांपा / शौर्यपथ / कोरोना महामारी के बीच ग्रामीणों को हर तरह से सुविधा देने के लिए राज्य सरकार हर तरह से प्रयास कर रही है इसी बीच ग्रामीण इलाकों में रोजगार गारंटी योजना के तहत सभी ग्राम पंचायतों में काम चलाई जा रही है जिसमें रोजगार सहायकों के द्वारा लापरवाही बरती जा रही है पर मालखरौदा के कार्यक्रम अधिकारी इन दिनों रोजगार सहायकों पर कुछ ज्यादा ही मेहरबान है जो की लापरवाही कर रहे हैं उन पर भी कुछ एक्शन नहीं ले रहे हैं
ग्राम पंचायत के रोजगार सहायकों का हाल
मालखरौदा क्षेत्र के रोजगार सहायकों का इन दिनों हौसले बुलंद हैं ग्राम पंचायत कर्रापाली के रोजगार सहायक बिना माक्स सोशल डिस्टेंस के साथ काम करा रहे थे साथ ही सरकार के नियमों को दरकिनार कर रहे हैं और ग्राम पंचायत बड़े राबेली के रोजगार सहायक तो खुद को किसी अधिकारी से कम नहीं समझ रहे हैं पत्रकार को ही धमकी देने वाली बात बोल दी जाओ जो छापना है छाप लो हमारे अधिकारी जांच कर के चले गए हैं जरा इस रोजगार सहायक की भी कहानी सुन ले साहब ने काम चालू होने के बाद भी सूचना बोर्ड नहीं बनाया है यह मामला ग्राम पंचायत किरारी का जिसे काम चालू हो चुका था पर सूचना बोर्ड नहीं बनाया है इन सब के बीच एक ऐसा भी गांव है जिसमें दिखावे के लिए तो कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया था पर कोई कार्यवाही नहीं किया गया है हम बात कर रहे हैं ग्राम पंचायत चिखली का जहां रोजगार सहायक के द्वारा बिना सूचना बोर्ड बनाए काम चालू कर दिया गया था पर इस मामले में भी अभी तक उचित कार्रवाई नहीं किया गया है और थोड़ा नजर इस ग्राम पंचायत में भी डाल लें जहां सरपंच के पति ही रोजगार सहायक है जहां रोजगार गारंटी योजना के तहत तालाब गहरीकरण का काम चल रहा है जिसमें नियमों को ठेंगा दिखाते हुए नजर आ रहे हैं ऐसे ही और कई गांव के मामले है पर कार्यकर्म अधिकारी कुछ ज्यादा ही मेहरबान है रोजगार सहायकों के ऊपर इसीलिए तो अभी तक इन सभी मामलों में कार्यवाही नहीं किया गया है
मालखरौदा कार्यकर्म अधिकारी सतेंद्र पटेल
मालखरौदा में कई जगह से मीडिया के माध्यम से सूचना मिला था जिस पर जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी पर एक हफ्ते से ज्यादा हो गया है पर इन पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है ऐसे में सवाल उठना लाज़मी हो जाता है साहब जब आपको जानकारी है फिर भी रोजगार सहायकों पर कार्यवाही क्यों नहीं किया जा रहा है
*क्या ऐसे लापरवाह रोजगार सहायकों पर जिम्मेदार अधिकारी कार्रवाई करेंगे या फिर इनको शाबाशी देंगे सरकार के नियमों का धज्जियां उड़ाने पर .
शौर्यपथ हेल्थ
कोरोना वायरस संक्रमण के बीच देश में अमेरिका और यूरोपीय देशों की एक रहस्यमय बीमारी ने दस्तक दी है। इस दुर्लभ बीमारी के लक्षण चेन्नई में एक 8 साल के बच्चे में दिखे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे लेकर अलर्ट जारी किया है। डॉक्टरों ने बताया कि इस बीमारी की वजह से बच्चे के पूरे शरीर में सूजन आ गई और शरीर पर लाल चकत्ते पड़ गए। कोरोना वायरस जैसे लक्षण भी दिख रहे थे।
कोरोना वायरस से जुड़ी बताई जा रही इस दुर्लभ बीमारी के लक्षण चेन्नई में एक आठ साल के बच्चे में देखे गए हैं। डॉक्टरों के अनुसार, इस दुर्लभ बीमारी से पीड़ित बच्चे के पूरे शरीर पर लाल चकत्ते पड़ गए थे और उसके पूरे शरीर में सूजन आ गई थी, जिसके बाद उसे कांची कामकोटि चाइल्ड्स ट्रस्ट अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। हालाँकि अब बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ हो चुका है।
जनता की शिकायत पर विधायक ने नव निर्मित मटन मार्केट का निरीक्षण किया
धमतरी/नगरी/शौर्यपथ
उपाध्यक्ष मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण एवम सिहावा विधायक डॉ. लक्ष्मी ध्रुव द्वारा नगर पंचायत नगरी मे नव निर्मित निर्माण कार्य मटन मार्केट का निरीक्षण किया गया ।
चूंकि कुछ दिन पहले सिहावा विधायक डॉ. ध्रुव से मटन व्यवसायियों एवं वार्ड क्रमांक 13,14,15 के नागरिकों द्वारा नगर पंचायत की मनमानी के बारे मे लिखित शिकायत किया गया था।
जिसमे विधायक मोहदया द्वारा
निरीक्षण किया गया एवं शिकायत सही पाया गया ।
इस दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी नगर पंचायत नगरी से इस निर्माण कार्य के बारे मे पूछे जाने पर गोल मोल जवाब देने लगे व नागरिकों द्वारा निर्माण कार्य के टेंडर के विषय मे पूछा गया तो सी. एम .ओ .ने बताया कि यह निर्माण कार्य पुराने ज़ोनल कार्य मे समलित कर लिया गया है। जो कि नियम के विरुद्ध है ।क्योंकि कोई भी ज़ोनल कार्य एक काम के लिए 49 हजार रुपये निर्धारित है। उससे अधिक राशि के कार्य का निविदा आमंत्रित किया जाता है ।
चूंकि इस निर्माण कार्य को देखने पर ऐसा प्रतीत होता है कि यह कार्य कंही अधिक राशि का है।
से कम का नही है। इसमें नगर पंचायत के अधिकारियों एवं परिषद के सदस्यों की मिलीभगत नज़र आ रही है।
इस दौरान नगर व्यवस्था समिति अध्यक्ष ललित प्रसाद शर्मा एवं उपाध्यक्ष माखन भरेवा ने बताया कि मटन मार्केट के नाम से, पूर्व में दो स्थान में निर्माण किया जा चुका है, अब यह तीसरा निर्माण कार्य है। इससे साफ़ प्रतीत होता है कि नगर पंचायत द्वारा शासन के पैसे का जमकर दुरुपयोग किया जा रहा है ।
विधायक डॉ. लक्ष्मी ध्रुव ने इस विषय सी एम ओ नगर पंचायत नगरी को फटकार लगाते हुए, "कहा कि शासन के पैसो का दुरुपयोग कांग्रेस की सरकार मे बर्दाश्त नही करेगी" एवं वार्ड वासिंयों को आश्वस्त किया है कि मटन मार्केट नगर की आराध्य देवी शीतला माता मंदिर परिसर के नज़दीक नही लगाया जाएगा ।
इस दौरान सेवानिवृत्त आबकारी अधिकारी एल एल ध्रुव , विधायक प्रतिनिधि रुद्रप्रताप नाग, ललित शर्मा, माखन भरेवा , वार्ड पार्षद 13 सोहन चतुर्वेदी , वार्ड पार्षद 15 भूपेन्द्र साहू , पूर्व पार्षद हरीश साहू, पूर्व एल्डरमैन अनिरुद्घ साहू, रत्न साहू एवं गणमान्य वार्ड वासी उपस्थित थे
रिसाली निगम / शौर्यपथ दुर्ग / छत्तीसगढ़ में कोरोना कहर केे बीच कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी दुर्ग के आदेशानुसार शनि-रवि को पूर्व निर्धारित पूर्ण तालाबंदी (प्रतिबंधित मुक्त दुकानों को छोड़कर) का पालन कराने आज रिसाली आयुक्त प्रकाश कुमार सर्वें के निर्देश एवं जोन आयुक्त रमाकांत साहू के मार्ग दर्शन में निगम की उडऩदस्ता टीम द्वारा अलग अलग समूहो में बंट कर सभी वार्डो के बजारों/ चौक-चैाराहों एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों का व्यापक निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान रूआबांधा बाजार क्षेत्र में सब्जी व्यवसाय कर रहें 75 वर्षीय बुजुर्ग को समझा बुझा कर घर वापस भेजा गया तथा रूआबांधा में ही बगैर मास्क पहने व्यवसाय कर रहे दुकानदार को कड़ी फटकार लगाई गई तथा भविष्य में मास्क पहनकर दुकान संचालित करने की चेतावनी दी गई। वहीं कृष्णा टाकिज रोड रिसाली में खुली मीठाई की दुकान को बंद कराया गया ,रिसाली निगम क्षेत्रांतर्गत प्राय: सभी जगहों पर मेडिकल/दुध व्यवसाय /चश्मा/पैथौलाजी आदि व्यवसाय को छोड़कर प्राय: सभी दुकाने बंद पाई गई लोगो की आवाजाही व सड़के सुनसान दिखाई दी .
निगम के ग्रामीण वार्ड पुरैना, जोरातराई, डुण्डेरा के रहवासियों द्वारा लॉकडाउन का अक्षरश पालन किया गया निरीक्षण के दौरान राजस्व निरीक्षक, अनिल मेश्राम के नेतृत्व में रामेश्वर निषाद, पुनीत बंजारे, विनोद शुक्ला, सतीश देवांगन निगम बी.एस.पी के असलम खान, जगतार भाई सहित निगम के राजस्व विभाग एवं स्वास्थय विभाग के कर्मचारी शामिल रहे हैं।
राजनांदगांव / शौर्यपथ / कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य ने छुरिया विकासखंड के ग्राम आमगांव में रात 10 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने पर क्वारेन्टाईन सेंटर का निरीक्षण किया और उन्होंने ग्रामवासियों से बातचीत की। उन्होंने सभी ग्रामवासियों को सावधानी एवं सचेत रहने के लिए कहा। कलेक्टर ने ग्रामवासियों से कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए हमें जागरूक रहना पड़ेगा। सोशल डिस्टेसिंग का सभी पालन करें और मॉस्क का उपयोग करें, सेनेटाईजर का उपयोग करें, साबुन से अपना हाथ समय-समय पर हाथ धोते रहें।
कलेक्टर ने कहा कि संक्रमित मरीज भी हास्पिटल में इलाज के बाद ठीक होकर गांव वापस आ जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह पूरा क्षेत्र अतिसंक्रमित प्रतिबंधित क्षेत्र होगा और यहां किसी का भी आवागमन नहीं होना चाहिए। उन्होंने सभी कोरोना संक्रमित मरीजों की ट्रेव्हल हिस्ट्री की भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि मनरेगा के काम बंद रहेंगे। गांव में किसी भी को सर्दी, खांसी, बुखार हो तत्काल एएनएम को सूचित करें। क्वारेन्टाईन सेंटर को समय-समय पर सेनेटाईज करते रहे। सरपंच एवं सचिव सजग रहें तथा सर्दी, खांसी एवं बुखार के लक्षणों का परीक्षण करवाते रहें।
सभी कोरोना पॉजिटिव मरीजों को मेडिकल कॉलेज पेंड्री (कोविड-19 हॉस्पिटल) एम्बुलेंस से भेजा गया। इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी मिथलेश चौधरी, एसडीएम डोंगरगांव वीरेन्द्र सिंह एवं ग्रामवासी उपस्थित थे।
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि प्रदेश के किसानों, मजदूरों और वनवासियों की जेब में पैसा आने से न केवल उनकी आर्थिक स्थिति मजबूती होगी बल्कि इससे ग्रामीण और शहरी व्यवसाय में भी बढ़ोतरी होगी। पिछले साल हमने देखा है कि किसानों की ऋण माफी और 2500 क्विंटल में धान खरीदी से देशव्यापी मंदी के बावजूद छत्तीसगढ़ इससे अछूता रहा यह इस साल भी होगा।
मुख्यमंत्री बघेल आज यहां आकाशवाणी से प्रसारित विशेष भेंटवार्ता में कोरोना संकट के दौर में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किसानों, प्रवासी मजदूरों, वनवासियों और ग्रामीणों सहित समाज के सभी वर्गो के हित में उठाए जा रहे कदमों के बारें में विस्तार से जानकारी देते हुए उपरोक्त बातें कहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के किसानों को उनकी उपज का वाजिब दाम मिले, उनके साथ न्याय हो इसके लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना शुरू की है। इस योजना से प्रदेश के 19 लाख किसानों को 5750 करोड़ रूपए चार किश्तों में दिया जा रहा है। पहली किश्त 1500 करोड़ रूपए की राशि 21 मई को किसानों के खातों में राजीव गांधी जी की शहादत दिवस पर दी गई है। राज्य सरकार द्वारा पिछले साल किसानों की ऋण माफी और 25 सौ प्रति क्विंटल में धान खरीदी की गई थी, लेकिन भारत सरकार के निर्देशानुसार हमें इस साल समर्थन मूल्य पर ही धान खरीदी करनी पड़ी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में किसानों की जो स्थिति है वह किसी से छुपी हुई नहीं है और ऐसी स्थिति में उनका हक है कि हम वह राशि उन्हें दे। ऐसी स्थिति में हम लोगों ने राजीव गांधी किसान योजना लागू की और इस योजना के तहत जो धान के साथ-साथ मक्का उत्पादक किसानों को 10 हजार रूपए प्रति एकड़ और गन्ना उत्पादक किसानों को 13 हजार प्रति एकड़ के हिसाब से कृषि आदान सहायता राशि मुहैया करा रहे है। आने वाले वर्ष में दलहन तिलहन की फसल को भी इस योजना में शामिल करेंगे ताकि किसान अपनी पसंद से कोई भी लगाएं उनकों इसका लाभ मिलें प्रदेश के भूमिहीन किसानों को भी इस योजना में शामिल करने के लिए हमने मुख्य सचिव की अध्यक्षता में विभागीय अधिकारियों की कमेटी बना दी गई है जो 2 महीने के भीतर अध्ययन करके अपनी रिपोर्ट कैबिनेट के सामने प्रस्तुत करेगी।
वनोपज संग्रहण से आदिवासियों को पिछली से साल से इस साल आमदनी में बढ़ोत्तरी
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि लॉकडाउन के बावजूद भी हमने छत्तीसगढ़ में मनरेगा के काम शुरू किए और अभी लगभग 26 लाख मजदूर मनरेगा में काम कर रहे हैं। दूसरी तरफ राजीव गांधी किसान योजना के तहत हमने किसानों के खातों में राशि दी है इसके अतिरिक्त छत्तीसगढ़ के 44 प्रतिशत वनांचल में आदिवासी और परंपरागत निवासी रहते है। जिनकी अर्थव्यवस्था लघु वनोपज पर आधारित है। इस परिस्थिति में भी जब सारी दुकानें बंद है जो लोग लघु वनोपज खरीदते हैं वह काम बंद पड़ा था। ऐसे समय में हमने ग्रामीण स्तर पर स्व सहायता समूहों के माध्यम से महुआ, इमली की खरीदी की शुरुआत की है। महुआ इमली और इसके बाद तेंदूपत्ता के काम को भी हमने रोका नहीं। भारत सरकार ने महुआ का समर्थन मूल्य 17 रूपए तय किया था जब मांग बढ़ी तो छत्तीसगढ़ सरकार ने इसे 17 से बढ़ाकर 30 रूपए कर दिया इस प्रकार पिछले वर्षों में जितनी आमदनी लोगों को हुई थी उस से बढ़कर आमदनी इस साल हुई। जंगल में रहने वाले हमारे भाई बहन हैं उनकी जेब में 2500 करोड़ रुपए आएगा ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक तरफ किसान और दूसरी तरफ मजदूर और तीसरी तरफ हमारे आदिवासी जो वनांचल में रहते हैं इन सबकी जेब में पैसा आएगा जब इनकी जेब में पैसा होगा और इनकी क्रय शक्ति बढ़ेगी तो चाहे वह ग्रामीण व्यवसाय हो चाहे वह शहर के व्यवसाय हो वह बढ़ेगा ही। इसका अनुभव हमने पिछले साल ही कर लिया है। हमने ऋण माफी की और 2500 रूपए प्रति क्विंटल में धान खरीदी की। पूरे देश में मंदी का दौर रहा लेकिन छत्तीसगढ़ में मंदी का कोई प्रभाव नहीं पड़ा इस वर्ष भी ऐसा होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी कभी पलायन नहीं करते थे और जंगल में ही उनकी सारी आवश्यकता पूरी हो जाती थी लेकिन धीरे-धीरे जंगल से आंवला, चिरौंजी और आम के पेड़ काटने लगे और आय के जो स्रोत थे वह घटने लगे। इस साल हमने निर्णय लिया है कि ऐसे पेड़ लगाए जाए जिनसे आदिवासियों को सीधा लाभ मिलें। हम इस साल 70 लाख फलदार पौघे लगाने जा रहे है। जिसमें हर्रा, बहेरा, चिरौंजी, आंवला आदि होंगे जो आदिवासियों की आय के स्रोत बनेंगे। साथ मैंने यह निर्देश भी दिया है कि वन अधिकार का जो पट्टा दिया है वहां इन पेड़ों का लगाएं और इन पेड़ों के बीच में जिमीकांदा-हल्दी आदि जो पेड़ की छाया में भी पैदा हो सकते हैं उन्हें भी लगाए ताकि निरंतर आए मिलती रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में 90 प्रतिशत से अधिक औद्योगिक प्रतिष्ठान हैं वह प्रारंभ हो चुके हैं। अभी ये पूरी क्षमता के साथ वह काम नहीं कर रहे हैं लेकिन समय धीरे-धीरे बीते जा रहा है वैसे वैसे उनकी क्षमता बढ़ती जा रही है। जो व्यवसाय शहरी मजदूरों को रोजगार देते हैं हमारी कोशिश है कि वो जल्दी से जल्दी खुले। श्री बघेल ने बताया कि प्रवासी मजदूरों को लाने के लिए हमने 43 स्पेशल ट्रेन चलाने की सहमति दी है। विभिन्न प्रदेशों आने वाले मजदूरों के 16 हजार 499 क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए हैं जिसमें लोगों के रहने, भोजन और स्वास्थ्य जांच आदि की व्यवस्था की गई है।
किसी भी प्रदेश के श्रमिक सभी हमारे मेहमान है
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ 7 राज्यों से घिरा हुआ है। इन राज्यों के अलावा कई अन्य राज्यों के मजदूर छत्तीसगढ़ से होकर गुजर रहे हैं। बड़ी संख्या में मजदूर पैदल आ रहे है जिनके लिए राज्य सरकार भोजन, पानी, स्वास्थ्य जांच के साथ चरणपादुका और उन्हें राज्य की सीमा तक सकुशल पहुंचाने की व्यवस्था कर रही है। हम यह समझते हैं कि ये जो श्रमिक हैं वह किसी भी प्रदेश के हो हमारे मेहमान हैं उनकी बराबर देखभाल हो। मैं सभी भाई बहनों से अपील करना चाहता हूॅ। संकट की इस घड़ी में जो लोग आ रहे हैं वह हमारे अपने हैं, हमारे रिश्तेदार है,ं हमारे भाई-बहन हैं। हमारे गांव के लोग हैं, हमारे शहर के लोग हैं ऐसे में हम लोगों की जिम्मेदारी बनती है कि उनकी देखभाल करें उनके साथ ऐसा कोई व्यवहार न करें जिससे उन्हें ठेस पहुंचे। साथ ही हमारी गाइडलाइन है उसका भी कड़ाई से पालन होना होना चाहिए उनकी देखरेख भी करें और नियमों का कड़ाई से पालन भी करें । हमारे मजदूर भाई जो दूसरे प्रदेश से आए हैं उनसे भी मैं अपील करना चाहता हूं कि यह संकट के समय में थोड़ा धैर्य और संयम रखें आप अपने गांव पहुंच गए हैं हजारों किलोमीटर चलकर आए हैं अब थोड़े दिन की बात है।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि जो कोरोना पॉजिटिव मरीज आए हैं उनके साथ हम लोग को अच्छा व्यवहार करना चाहिए और साथ ही उनके इलाज की व्यवस्था हमें करनी है। मैं समझता हूं कि पहले प्रथम चरण में हम सभी छत्तीसगढ़ के लोगों ने मिलकर काम किया है, संकट आया है इससे हमें घबराने की आवश्यकता नही है। जब हमने प्रथम चरण में बहुत अच्छा काम करके दिखाएं हैं तो द्वितीय चरण में भी अच्छा काम करेंगे कुछ दिन की बात है। यदि आप ठीक ढंग से बचाव कर लिए तो हम करोना को परास्त करने में सफल होंगे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि बीपीएल परिवारों के राशनकार्डधारियों को जून माह का भी चावल भी निशुल्क मिलेगा। जिनके पास राशन कार्ड नहीं है उन्हें भी प्रति व्यक्ति के मान से 5 किलो चावल मिलेगा। जिनके पास जॉब कार्ड मनरेगा का नहीं है उसको भी हम तत्काल जॉब कार्ड बना कर देंगे ताकि उन्हें मनरेगा में काम मिल सके । यहां के उद्योग के श्रमिक बाहर गए है बाहर से श्रमिक यहां आएं है उद्योग को इन श्रमिकों को एडजस्ट करना चाहिए और उनकों अवसर देना चाहिए। हम मनरेगा के साथ-साथ ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में निर्माण कार्य भी प्रारंभ कर रहे है जिससे मजदूरों को रोजगार मुहैया हो सकेगा। हमारी कोशिश है कि सब को रोजगार दे सके। हमने लॉकडाउन के प्रारंभ होने के साथ ही सब्जियों सहित सभी जरूरी आवश्यकताओं की सामग्रियों की सुचारू व्यवस्था सुनिश्चित की। कालाबाजारी पर कड़ाई से निगरानी रखी जिससे लोगों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना नही करना पड़ा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में हमें कोरोना के साथ जीने की आदत डालनी पड़ेगी। भीड़-भाड़ वाली जगह में जाने से बचे। मास्क अनिवार्य रूप से लगाए और अपने हाथों को धोते रहे। इन सुरक्षात्मक उपायों को अपनाने से ही हम सभी इस संक्रमण पर विजय प्राप्त कर सकेंगे।
दुर्ग / शौर्यपथ / लॉक डाउन के दौरान कैसे ग्रामीणों के वक्त का सबसे बेहतर इस्तेमाल हो, इसको लेकर सभी क्वारन्टीन केंद्रों में कुछ न कुछ गतिविधि चलाई गई लेकिन धमधा में एक विशेष काम हुआ। यहां लोगों को शब्दों की ताकत से परिचित कराया गया। सभी क्वारन्टीन केंद्रों में निरक्षर लोगों की पहचान कर इन्हें साक्षर बनाने शब्दों की पहचान कराने का काम शुरू हुआ। इस महायज्ञ की शुरुआत हुई राजपुर ग्राम से। यहां नागपुर से प्रवासी श्रमिक हीरा बाई आईं थीं। एसडीएम सुश्री दिव्या वैष्णव ने उनसे कहा कि आपको साक्षर बनाना है हमारा साथ दोगी। हीराबाई ने हामी भरी, खूब मेहनत की, अब अक्षर पहचान लेती हैं। हस्ताक्षर कर लेती हैं। उनके लिए अक्षर का सुनहरा संसार खुल गया है। इसके लिए धमधा ब्लॉक के बीईओ, सरपंच और सचिव ने भी काफी काम किया।
हीरा बाई ने बताया कि उन्हें बहुत अच्छा लग रहा है। अब वे अंगूठा नहीं लगाएंगी। सिग्नेचर करेंगी। ऐसा सोचकर भी बहुत अच्छा लगता था और अब मैं यह कर रही हूं। हीरा बाई ने बताया कि काम करते थे, कहाँ पर क्या लिखा है। यह समझ नहीं आता था, पता नहीं कितने बार लोगों ने लूटा होगा। अब अक्षर की ताकत साथ है। लॉक डाउन के समय का अच्छा उपयोग हो गया है। एसडीएम ने बताया कि यह समय इनके लिए काफी उपयोगी है क्योंकि साक्षरता की कक्षा में एक दो घंटे ही समय दे सकती थीं। अब तो पूरा दिन है। सबसे बड़ी बात यह है कि अक्षर ज्ञान को लेकर जो निष्ठा हीरा बाई ने दिखाई, वो काबिलेतारीफ है। हम अब सभी क्वारन्टीन केंद्रों में निरक्षर लोगों को चिन्हांकित कर इस दिशा में काम कर रहे हैं।
इस पूरी प्रक्रिया में सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। बातचीत में हीरा बाई ने आखिर में छत्तीसगढ़ी में कहा। कभी बाप-पुरखा इस्कूल नहीं देखें रहंव, मोर दाई-ददा मन मोला पढ़ाये बर नहीं भेजिस हे अउ ए बीमारी के डर हा मोला 14 दिन भर इस्कूल में बन्द कर देहे। 14 दिन की अवधि हीराबाई ने लॉक डाउन की जरूर काटी है लेकिन इसके प्रतिफल में उन्हें 40 साल की निरक्षरता से आजादी मिल गई है। साक्षर होने के उनके संकल्प से अन्य लोगों को भी सृजनात्मक गतिविधि करने और हुनर बढ़ाने का प्रोत्साहन मिला है। एसडीएम ने बताया कि शुक्रवार को कलेक्टर श्री अंकित आनंद ने धमधा ब्लॉक के विभिन्न क्वारन्टीन केंद्रों का निरीक्षण किया और इस तरह के सृजनात्मक कार्य करने और सीखने लोगों को प्रोत्साहित भी किया।
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने झीरम घाटी में 25 मई 2013 को हुए नक्सल हमले में शहीद नेताओं और जवानों को नमन करते हुए उन्हें अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की है। झीरम घाटी के नक्सल हमले में छत्तीसगढ़ के विद्याचरण शुक्ल, नंदकुमार पटेल, महेन्द्र कर्मा सहित कई नेता और जवान शहीद हो गए थे।
झीरम घाटी शहादत दिवस की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री बघेल ने कहा है कि झीरम घाटी के शहीदों की स्मृति में 25 मई को हर वर्ष Óझीरम श्रद्धांजलि दिवसÓ मनाया जाएगा। प्रदेश के सभी शासकीय एवं अर्धशासकीय कार्यालयों में नक्सल हिंसा में शहीदों की स्मृति में 25 मई को दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी जाएगी तथा राज्य को पुन: शांति का टापू बनाने के लिए शपथ भी ली जाएगी।
दुर्ग / शौर्यपथ / दुर्ग भिलाई क्षेत्र में लगातार हो रही चोरी को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय यादव के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) रोहित कुमार झा, एवं नगर पुलिस अधीक्षक (छावनी) विस्वास चन्दाकर एवं उप पुलिस अधीक्षक (काईम) प्रवीर चन्द्र तिवारी के कुशल मार्ग निर्देशन पर थाना प्रभारी जामुल लक्ष्मण कुमेटी के द्वारा पुलिस पेट्रोलिंग को निगाह रखने का निर्देश दिया गया था उसी क्रम में थाना जामुल में प्रार्थी मन्यू लाल जयसवाल पिता संतलाल जायसवाल उम्र 54 साल निवासी कैलाश नगर एकता चौक थाना जामुल जिला दुर्ग के दुकान किरण स्टील ट्रेडर्स में दिनाक 2०.०5.2020 को शाम 03 से ०4 बजे कं मध्य ड्रॉज का ताला तोडकर 02 अज्ञात अरोपियो द्वारा ड्रॉज में रखे 21,000 रूपये एवं आधार कार्ड को चोरी कर ले गया था.
थाना जामुल में प्रार्थी की रिपोर्ट पर अपराध कमांक 254/2०2० धारा 454, 38० भादवि कायम कर विवेचना में लिया गया था । विवेचना के दौरान सी.सी.टी.व्ही. फूटेज एवं मुखबीर सूचना के आधार पर ०2 लड़कं जामुल क्षेत्र में धुम रहे थे जिसे घेराबंदी कर पकड़ कर कडाई से पूछताछ करने पर किरण ट्रेडर्स में चोरी करना कबूल किये ।
इसी क्रम में थाना जामुल क्षेत्र में रुंगटा कॉलेज कें पास 02 लडके एक्टीवा मोटर सायकल बिना नंबर में घुम रहे थे जिसे पकड कर पूछताछ करने पर एक्टीवा चोरी का होना बताया एबं ०2 नग मोबाईल, एक एमआई एवं सैमसंग जे३-6 कपनी का रखे थे जिसका कोई कागजात नही होना बताये जिसे थाना जामुल लाकर अग्रिम कार्यवाही थाना प्रभारी जामुल लक्ष्मण कुमेटी, उप निरी. टी.एन. यादव, उप निरी. काशीनाथ मंडावी, सउनि अजय सिंह, प्र.आर. परस राम सिम्हा, आर. अरविंद मिश्रा, सत्येन्द्र मढ़रिया, रिंकू सोनी, सूरज पाण्डेय. अजीत यादव , आर. धर्मराज , अखिलेश मिश्रा , रितेश अग्निहोत्री का सराहनीय कार्य रहा
उक्त दोनों प्रकरण में आरोपियों को दिनांक २४/०५/२०२० को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर मन्नानीय दुर्ग न्यायालय भेजा गया .