March 28, 2024
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शौर्यपथ

शौर्यपथ

  सेहत टिप्स /शौर्यपथ / करी पत्तियां, जिन्हें कड़ी पत्ता या मीठी नीम भी कहा जाता है. ये सुगंधित पत्तियां  आमतौर पर भारतीय व्यंजनों में स्वाद और सुगंध जोड़ने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. आपको बता दें कि करी का पेड़ (मुर्रेया कोएनिगी) भारत और श्रीलंका का मूल निवासी है. इन पत्तियों में एक विशेष तरह का खट्टापन और थोड़ा कड़वा स्वाद होता है. इसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल दक्षिण भारतीय खाना पकाने में किया जाता है, खासकर करी, चटनी, चावल की डिश और सूप में.
खाना पकाने की शुरुआत में इन पत्तियों को गर्म तेल में मिलाया जाता है ताकि उनका स्वाद और सुगंध निकल जाए, जिससे पकवान का स्वाद बढ़ जाए.
करी पत्ता  भोजने को स्वादिष्ट बनाने के अलावा सेहत को भी कई तरीके से फायदा पहुंचाता है. इसमें एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन ए , बी , सी जैसे विटामिन और कैल्शियम, फास्फोरस और आयरन जैसे खनिज होते हैं, जो हेल्थ का भरपूर ध्यान रखते हैं. इस आर्टिकल में हम दिखने में छोटी इन पत्तियों के औषधि गुणों के बारे में बता रहे हैं.
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर
करी पत्ता विटामिन सी, विटामिन ए और फ्लेवोनोइड जैसे एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो फ्री रेडिकल्स को बेअसर करने, ऑक्सीडेटिव तनाव और पुरानी बीमारियों के खतरे को कम करने में मदद करता है.
पाचन में करे सुधार
ये पत्तियां अपच, कब्ज और दस्त जैसी समस्याओं को कम करने में मदद कर सकती हैं. जिन लोगों का मेटाबॉलिज्म कमजोर उन्हें तो खासतौर से इसका सेवन करना चाहिए.
ब्लड शुगर करे कंट्रोल
करी पत्ता अपने एंटी-हाइपरग्लाइसेमिक गुणों के कारण ब्लड शुगर के लेवल को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है.
दिल को रखे हेल्दी
इनमें रुटिन और टैनिन जैसे यौगिक होते हैं जिनमें जो हार्ट को प्रोटेक्ट  करने का काम करते हैं. करी पत्ता कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने और हार्ट डिजीज के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है.
बाल रखे हेल्दी
करी पत्ते बालों के झड़ने  को कम करने में अहम भूमिका निभाते हैं. इनमें पोषक तत्व होते हैं, जो बालों के रोम को मजबूत करते हैं, समय से पहले सफेद होने से रोकते हैं और स्कैल्प को पोषण देते हैं.
वजन घटाएं
ये पत्तियां पाचन में सुधार, कोलेस्ट्रॉल  को कम करने और चयापचय को बढ़ाने की क्षमता के कारण वजन कंट्रोल करने में सहायता कर सकती हैं.
आंखों को रखे हेल्दी
करी पत्ता विटामिन ए  का अच्छा स्रोत है, जो आंखों  के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है. नियमित सेवन से मोतियाबिंद जैसी स्थितियों को रोकने में मदद मिल सकती है.
त्वचा रखे हैल्दी
करी पत्ते विटामिन ई  जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, जो त्वचा को पोषण  देने, उसकी बनावट में सुधार करने और त्वचा से संबंधित समस्याओं से सुरक्षा प्रदान करने में मदद कर सकते हैं.

  सेहत टिप्स /शौर्यपथ / सुबह खीरे का रस पीना आपके दिन की शुरुआत करने का एक रिफ्रेशिंग और हाइड्रेटिंग तरीका हो सकता है. लेकिन क्या आप जानते हैं खीरे का जूस सिर्फ एक रिफ्रेशिंग जूस तक ही सीमित नहीं है? यह कई पोषकतत्वों और गुणों से भरपूर है, जो आपको स्वस्थ जीवन जीने में मदद कर सकता है. इसको गर्मियों के मौसम में तो जरूर अपनी डाइट का हिस्सा बनाना चाहिए. आइए जानते हैं इसके फायदे. दिखने में छोटे और सुंदर ये हरे पत्ते आपकी सेहत के लिए हैं चमत्कारी, रोजाना 5 भी खाए लिए तो बीमारियां रहेंगी दूर
स्किन रखे हेल्दी -
यह त्वचा पर सूजन और जलन  को कम करने में मदद कर सकता है. यह स्किन की लोच बनाए रखने में भी मदद कर सकता है. खीरे के रस का उपयोग करने से सूरज की रोशनी के कारण त्वचा को होने वाले नुकसान की देखभाल करने में भी मदद मिल सकती है. इसमें उच्च मात्रा में पानी होता है, जो ड्राई स्किन को हाइड्रेट करता है.
ऑक्सीडेटिव तनाव करे कम -
खीरे के रस का सेवन मुक्त कणों को खत्म करके शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद कर सकता है. खीरे के रस में कई गुण होते हैं, जो वजन घटाने में मदद करते हैं.
ब्लड शुगर करे कंट्रोल -
खीरा पोटैशियम का बहुत अच्छा स्रोत है. इसलिए, खीरे का पानी पीने से शरीर को अधिक पोटेशियम मिलता है, जिससे रक्तचाप नियंत्रित रहता है.
रोज कितने गिलास पानी पिएं
पानी के बिना हमारा शरीर ठीक से काम नहीं कर सकता. हर व्यक्ति को दिन में 6 से 8 गिलास पानी पीने की जरूरत होती है.  इसलिए आप शरीर को अधिक पानी प्रदान करने के लिए खीरे का जूस पी सकते हैं.

ब्यूटी टिप्स /शौर्यपथ /जब भी मुल्तानी मिट्टी का नाम आता है तो मन में पहला ख्याल त्वचा की देखरेख का या फिर फेस पैक्स का आता है. लेकिन, मुल्तानी मिट्टी को बालों पर भी लगाया जा सकता है. इसके फायदे सिर्फ त्वचा तक ही सीमित नहीं हैं. मुल्तामी मिट्टी को बालों पर लगाने से यह स्कैल्प से एक्सेस ऑयल को खींचती है जिससे बालों पर नजर आने वाली चिपचिपाहट दूर होती है. यह बालों को डैमेज को कम करती है. हेयर फॉलिकल्स को स्ट्रोंग बनाना, स्कैल्प के ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करना और बालों की डीप कंडीशनिंग करना भी मुल्तानी मिट्टी के फायदों में शामिल है. ऐसे में यहां जानिए बालों पर किन-किन तरीकों से लगाए जा सकते हैं मुल्तानी मिट्टी के हेयर मास्क बनाकर.
मुल्तानी मिट्टी के हेयर मास्क |
मुल्तानी मिट्टी और नींबू
बालों पर मुल्तानी मिट्टी में नींबू का रस डालकर लगाने से डैंड्रफ  से छुटकारा मिलता है. यह सिर से गंदे बैक्टीरिया को हटाता है और एंटी-फंगल गुण भी देता है. इससे सिर की अच्छी सफाई या कहें क्लेंजिंग हो जाती है. 4 चम्मच मुल्तानी मिट्टी में 2 चम्मच नींबू का रस मिला लें. इसमें जरूरत के अनुसार पानी डालें और इस तैयार हेयर मास्क को सिर पर आधे घंटे लगाए रखने के बाद धोकर हटा लें. बाल चमक जाएंगे.
मुल्तानी मिट्टी और एलोवेरा
एलोवेरा की ताजा पत्ती से एलोवेरा का गूदा निकालें. एक कटोरी में 2 चम्मच एलोवेरा लें और उसमें एक चम्मच भरकर मुल्तानी मिट्टी मिला लें. जरूरत के अनुसार सामग्री बढ़ाई भी जा सकती है. दोनों चीजों को साथ मिलाएं और मास्क तैयार कर लें. इस हेयर मास्क को सिर पर 35 से 40 मिनट लगाए रखने के बाद धोकर हटा लें. बाल मुलायम बनते हैं.
मुल्तानी मिट्टी और दही
बालों पर दही और मुल्तानी मिट्टी को लगाने पर बाल हाइड्रेट होते हैं और बालों को नमी भी मिलती है. रूखे-सूखे बालों के लिए यह हेयर मास्क बेहद अच्छा रहता है. इसे बनाने के लिए 2 चम्मच मुल्तानी मिट्टी में एक चम्मच दही मिला लें. इस हेयर मास्क को बालों पर आधे घंटे लगाकर रख सकते हैं. हफ्ते में एक बार इस हेयर मास्क को लगाने पर बालों पर असर नजर आने लगता है.

  सेहत टिप्स /शौर्यपथ /अनहेल्दी फैट बीमारियों का घर होता है. अगर इसे समय रहते न कम किया जाए तो ब्लड शुगर, कोलेस्ट्रोल, ओबेसिटी, हाइपरटेंशन जैसे रोगों के शिकार हो सकते हैं. यही कारण है कि आजकल लोग फिटनेस को लेकर बहुत सजग रहते हैं. वजन बढ़ते ही जिम और योगा करने में लग जाते हैं, ताकि वजन कंट्रोल रखा जा सके. इतना ही नहीं तरह-तरह की डाइट भी फॉलो करते हैं जिसमें फिटनेस फ्रीक के बीच तेजी से वजन घटाने के लिए लौकी का जूस बहुत फेमस है. आज इस आर्टिकल में हम उसी के बारे में बात करने वाले हैं, ताकि आप भी इसके गुणों के बारे में जानकर हेल्दी वेट मेंटेन   कर सकें.
लौकी जूस के गुण
लौकी में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जिसका मतलब यह है कि ये आपके पेट को लंबे समय तक भरा हुआ रखेगा. इसके अलावा, इसमें कैलोरी कम होती है, जिसे आप बिना किसी हिचकिचाहट के पी सकते हैं.इसमें 96% पानी होता है, और 100 ग्राम में 15 कैलोरी होता है. इसके अलावा फाइबर, पानी, विटामिन (विशेष रूप से बी कॉम्प्लेक्स और सी), पोटेशियम, आयरन और सोडियम की प्रचुर मात्रा होती है.
कब पिएं लौकी जूस
आप सुबह खाली पेट जूस पीते हैं, तो इससे शरीर अच्छे से डिटॉक्स हो जाती है. वहीं, लौकी का जूस बनाते समय छलनी से नहीं छानना चाहिए क्योंकि, इसका फाइबर निकल जाएगा, जो फैट कम करने का जरूरी तत्व है.
लौकी जूस से वजन घटता है ?
वहीं, आप सोच रहे हैं कि केवल लौकी पीने से आपकी सारी चर्बी पिघल सकती है, तो आप गलत हैं इसके लिए दिनचर्या में कम कैलोरी वाला फूड और व्यायाम भी शामिल करना होगा.
लौकी जूस के अन्य फायदे
लौकी का जूस सिर्फ वजन ही नहीं करता कम बल्कि आपके बालों को लंबे समय तक काले और चमकदार बनाए रखने में मदद कर सकता है.यह स्किन को भी चमकदार रखता है.

 ब्यूटी टिप्स /शौर्यपथ /चेहरे पर कई अलग-अलग फल और सब्जियों से फेस पैक बनाकर लगाए जाते हैं. इन्हीं में केला भी शामिल है. केले से चेहरे को अलग-अलग फायदे मिलते हैं. लेकिन, क्या आप जानते हैं केले के छिलके भी त्वचा के लिए कुछ कम फायदेमंद नहीं हैं. केले के छिलकों का सही तरह से इस्तेमाल किया जाए तो ये छिलके स्किन की इरिटेशन दूर करते हैं, त्वचा को निखारते हैं, डार्क सर्कल्स हटाते हैं, दाग-धब्बे कम करते हैं और स्किन की कसावट को बढ़ाते हैं. केले के छिलके एंटी-ऑक्सीडेंटिस समेत कई पोषक तत्वों के भी अच्छे स्त्रोत हैं. यहां जानिए किन-किन तरीकों से त्वचा के लिए केले के छिलकों का इस्तेमाल किया जा सकता है.
चेहरे पर केले के छिलके लगाने के तरीके |
केले के छिलकों में विटामिन ए, बी, सी और फाइबर की अच्छी मात्रा होती है और ये त्वचा को फायदा देने वाले एंटी-ऑक्सीडेंट्स के भी अच्छे स्त्रोत होते हैं.
चेहरे पर मलें केले का छिलका
केले के छिलके के अंदरूनी हिस्से को चेहरे पर मला जा सकता है. इसे चेहरे पर मलकर 10 मिनट रखने के बाद चेहरा धो लिया जाता है. इस छिलके को त्वचा पर रगड़कर रखने से यह त्वचा को एंटी-एजिंग गुण देता है और डेड स्किन सेल्स का भी सफाया कर देता है.
केले के छिलके और शहद
चेहरे पर केले के छिलकों को शहद  के साथ मिलाकर लगाने पर स्किन निखरने लगती है. इस फेस पैक को बनाने के लिए केले के छिलकों को बारीक टुकड़ों में काट लें. इसमें एक चम्मच शहद और आधा चम्मच हल्दी मिलाएं. इस पेस्ट को चेहरे पर 10 से 15 मिनट लगाए रखने के बाद धोकर हटा लें.
केले के छिलके और नारियल का तेल
रूखी-सूखी त्वचा पर इस तरह लगाएं केले के छिलके. केले के छिलके को पीसकर उसमें एक चम्मच नारियल का तेल और एक चम्मच शहद मिलाकर फेस पैक तैयार करें. इसे चेहरे पर लगाकर 20 मिनट रखें और फिर धोकर साफ कर लें. त्वचा को नमी मिलती है.
केले के छिलके और दही
इस फेस पैक को बनाने के लिए आपको केले के छिलके और केले के टुकड़े दोनों की जरूरत होगी. एक कटोरी में केले के छिलकों को बारीक काटकर डालें. इसमें एक चम्मच दही, एक चम्मच शहद और 2 टुकड़े केले के डालें. अच्छे से मिक्स करने के बाद चेहरे पर इस फेस पैक  को 15 से 20 मिनट लगाकर रखें और फिर धोकर चेहरा साफ कर लें.
केले का छिलका और विटामिन ई
विटामिन ई कैप्सूल को केले के छिलकों के साथ मिलाकर चेहरे पर लगाएं. इस मिश्रण में केले का टुकड़ा और एवोकाडो भी डाला जा सकता है. त्वचा की अशुद्धियां हटती हैं और त्वचा मुलायम बनती है.

 आस्था/शौर्यपथ /सनातन धर्म में पूजा पाठ का विशेष महत्व होता है. भगवान को भोग लगाने से लेकर उन्हें स्नान आदि करवाना, दीपक जलाना और घंटी बजाना बहुत जरूरी माना जाता है. लेकिन क्या आपने सोचा है कि जब भगवान को भोग लगाते हैं, तो इस दौरान आपको घंटी बजानी चाहिए या नहीं या कितनी बार बजानी चाहिए?  चलिए आज हम आपको बताते हैं कि भोग लगाते समय घंटी बजाते हैं, तो इसके पीछे का कारण क्या है और इस समय कितनी बार घंटी बजानी चाहिए.
भोग लगाते समय क्यों बजाते हैं घंटी
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान के समक्ष घंटी या घंटा बजाने से वायु तत्व को जागृत किया जाता है. कहते हैं वायु के पांच मुख्य तत्व होते हैं व्यान वायु, उड़ान वायु, समान वायु, अपान वायु और प्राण वायु. भगवान को नैवेद्य अर्पित करने के समय वायु के इन पांच तत्वों को स्मरण कर पांच बार घंटी बजना चाहिए. कहते हैं ऐसा करने से भोग की खुशबू भगवान को हवा के माध्यम से पहुंच जाती है. इतना ही नहीं भोग लगाते समय पांच बार घंटी बजाने के साथ ही अगर आप इन मंत्रों का उच्चारण करते हैं तो इससे देवी देवता अति प्रसन्न होते हैं और आशीर्वाद हमेशा बनाए रखते हैं-
ॐ व्यानाय स्वाहा
ॐ उदानाय स्वाहा
ॐ अपानाय स्वाहा
ॐ समानाय स्वाहा
ॐ प्राणाय स्वाहा
इस तरह करें भगवान को भोग अर्पित
अब बात आती है कि आपको भगवान को भोग कैसे अर्पित करना चाहिए, तो आपको बता दें कि हम जो भी अर्पित करते हैं जैसे- अन्न, जल, मिष्ठान, फल आदि इन सबको नैवेद्य कहा जाता है. इन नैवेद्य को हमेशा पान के पत्ते के ऊपर रखकर भगवान को अर्पित करना चाहिए. कहते हैं कि भगवान को पान का पत्ता बहुत प्रिय होता है, इसलिए पान के पत्ते पर ही भोग लगाना चाहिए. पान के पत्ते की उत्पत्ति समुद्र मंथन के दौरान अमृत की बूंद से हुई थी, इसलिए ये देवी-देवताओं को बहुत प्रिय है और इस पर लगाया हुआ भोग भी उन्हें अति प्रिय होता है.

    वास्तु  टिप्स /शौर्यपथ /वास्तु शास्त्र में दिशाओं का बहुत महत्व है. इसमें घर के मंदिर से लेकर किचन की दिशा तय है. ऐसे ही बेडरूम में सिरहना किस दिशा में करके सोना चाहिए इस बारे में भी बताया गया है. आज हम आपको इसी के बारे में बताएंगे आखिर सही दिशा सोने की क्या होती है और इसके क्या लाभ हैं.
सोने की सही दिशा क्या है
- पूर्व दिशा में सिर करके सोना चाहिए. इससे आपके जीवन में सकारात्मकता बनी रहती है. इससे आप फ्रेश एनर्जी के साथ उठते हैं. साथ ही जीवन में सुख शांति बनी रहती है.
- इस दिशा में सोने से पति-पत्नी के बीच प्यार बना रहता है. इससे वैवाहिक जीवन में क्लेश नहीं होता है. दांपत्य जीवन सुख बना रहता है.
- इससे जीवन में सकारात्मकता बनी रहती है. इससे आपको थका-थका नहीं महसूस होता है. इस दिशा में सोने से आपको नींद अच्छी आएगी.
- इस दिशा में सिर करके सोने से देवताओं का आशीर्वाद भी मिलता है. तो अब से आप इस दिशा में सिर करके सो जाइए फिर देखिए कैसे आपके जीवन में बदलाव होता है.

  ब्यूटी टिप्स /शौर्यपथ /मेहंदी को बालों पर कई अलग-अलग तरह से लगाया जाता है. बालों को घना, लंबा और मुलायम करने के साथ-साथ सफेद बालों  को रंगने में मेहंदी का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन, बालों पर मेहंदी लगाने पर बाल अक्सर ही लाल या संतरी रंग के नजर आने लगते हैं. लेकिन, अगर बालों पर मेहंदी का घोल सही तरह से तैयार करके लगाया जाए तो आप भी बालों को डार्क ब्राउन कलर का कर सकती हैं. इसके लिए आपको सैलून के चक्कर भी नहीं लगाने पड़ेंगे और ना ही हजारों रूपए खर्च करने होंगे. यहां जानिए मेहंदी  में क्या मिलाकर लगाने से बालों पर डार्क ब्राउन कलर चढ़ता है.
बालों को डार्क ब्राउन करने के लिए मेहंदी |
बालों को डार्क ब्राउन, चॉक्लेट ब्राउन या गोल्डन ब्राउन कलर करने के लिए मेहंदी में इंडिगो पाउडर मिलाकर लगाया जा सकता है. इंडिगो और मेहंदी दोनों ही प्राकृतिक होते हैं इसीलिए बालों को इनसे नुकसान नहीं होता है. बस ध्यान इस बात का रखना होगा कि आप कितनी मात्रा में मेहंदी ले रहे हैं और कितनी मात्रा में इंडिगो का पाउडर.
एक हिस्सा मेहंदी का लिया जा रहा है तो 2 हिस्से इंडिगो पाउडर  के लें. अगर एक हिस्सा मेहंदी का और 3 या 4 हिस्से इंडिगो पाउडर के लिए जाएं तो बालों का रंग और गहरा या काला चढ़ता है. इसीलिए ब्राउन कलर के लिए इंडिगो को मेहंदी से दुगुनी मात्रा में ही मिलाएं.
सबसे पहले मेहंदी में गर्म पानी मिलाकर घोल तैयार करें. कम से कम 20 मिनट के लिए इसे गर्म पानी में भिगोकर रखें. इसके बाद इंडिगो में 20 मिनट के लिए गर्म पानी मिलाकर घोल तैयार करें. मेहंदी को इंडिगो से ज्यादा देर तक भिगोकर रखने की जरूरत होती है इसलिए मेहंदी का घोल पहले बनाएं. अब आखिर में मेहंदी और इंडिगो को साथ मिलाकर घोल तैयार करें. इस घोल को बालों पर जड़ों से सिरों तक लगाएं और उसके बाद शावर कैप लगाकर रखें. कम से कम डेढ़ घंटे इस घोल को सिर पर लगाकर रखें और फिर बाल धोकर साफ कर लें. इस घोल से बालों को ब्राउन रंग मिल जाएगा.

   लाइफस्टाइल /शौर्यपथ /जब दो लोग प्यार में होते हैं तो रिलेशनशिप में आ जाते हैं. रिलेशनशिप का मकसद होता है एकदूसरे के साथ रहना, एकदसूरे के लिए हमेशा मौजूद रहना और सबसे जरूरी है साथ में खुश रहना. लेकिन, जब पार्टनर अपने ही पार्टनर से दुखी रहने लगे या उसके साथ खुश महसूस ना करे तो रिलेशनशिप का कोई मतलब ही नजर नहीं आता है. एक पार्टनर की यही उदासी दोनों के लिए मुश्किल का सबब बन जाती है और ऐसा लगने लगता है जैसे रिलेशनशिप नाम का बचा है और उसे बस खींचा जा रहा है. अगर आपको भी लगता है कि आपका रिलेशनशिप ब्रेकअप  की तरफ बढ़ रहा है या उसमें पहले जैसा स्पार्क नहीं रहा है तो हो सकता है ऐसा आपके पार्टनर के आपके साथ खुशी ना महसूस करने के चलते हो रहा हो. यहां जानिए उन संकेतों के बारे में जिनसे पहचाना जा सकता है कि आपका पार्टनर आपके साथ खुश नहीं है.
पार्टनर के खुश ना होने के संकेत |
बातों में बहुत ज्यादा कमी
अगर आपके और आपके पार्टनर के बीच बिल्कुल बातचीत नहीं होती है, पार्टनर आपसे दूरी बनाता है, बात करने से कतराता है, डिस्कशन नहीं करता या लंबी बातचीत से भागता है तो हो सकता है वह इस रिश्ते में आपके साथ खुश नहीं है और दूर होना चाहता है.
आप में बिल्कुल इंटरेस्ट ना लेना
आपके पार्टनर को अगर आपकी बातों में कोई इंटरेस्ट नहीं है या फिर आपकी लाइफ में वह इंटरेस्ट नहीं लेता है या अचानक से इंटरेस्ट लेना छोड़ चुका है तो यह भी नाराजगी का संकेत हो सकता है.
बात-बात पर झगड़ा करना
हर बात बर झगड़ा करने का मतलब है कि पार्टनर को कोई ना कोई बात लगातार परेशान कर रही है या चिड़चिड़ा बना रही है. ऐसे में हर किसी बात पर पार्टनर झगड़ने लगता है तो हो सकता है वह आपके साथ खुश ना हो.
इमोशनली अवेलेबल ना रहना
पार्टनर्स एकदूसरे से अपने मन की गहरी से गहरी बात कहते हैं और चाहते हैं कि उन्हें कोई समझे या ना समझे लेकिन उनका पार्टनर जरूर समझे. लेकिन, जब पार्टनर इमोशनली अवेलेबल ना हो और आपको सुनना ही ना चाहे तो यह उसकी नाखुशी भी हो सकती है. लगाव का कम होना, सपोर्ट का कम होना, सराहना का कम होना और भावनात्मक करीबी ना होना नाखुशी का संकेत होता है.
एकसाथ समय ना बिताना
पार्टनर्स एकसाथ समय बिताते हैं तो एकदूसरे को और बेहतर समझने की कोशिश करते हैं, एकदूसरे का साथ पाकर खुशी महसूस करते हैं, सुकून महसूस करते हैं. मगर जब एक पार्टनर साथ में समय बिताने से दूर भागने लगे तो हो सकता है वह आपके साथ खुश नहीं है. समय होते हुए भी साथ समय ना बिताने का मतलब है कि पार्टनर को अब आपके साथ अच्छा नहीं लगता है.

  टिप्स ट्रिक्स /शौर्यपथ /आजकल अधिकतर लोग आंखों की रोशनी कम होने की समस्या का सामना करते हैं. यहां तक कि छोटे बच्चों और टीन एजर्स के आंखों पर चश्मा चढ़ जाता है. इसमें हमारी तेजी से बदलती लाइफ स्टाइल  का बहुत बड़ी भूमिका है. खानपान से लेकर बढ़ता स्क्रीन टाइम आंखों की हेल्थ के लिए चुनौती बन चुके हैं. हालांकि आंखों की देखभाल  से जुड़े कुछ उपाय आंखों की रोशनी को बेहतर रखने में मदद कर सकते हैं आइए जानते हैं कुछ ऐसे उपाय  जिनसे आंखों की रोशनी रह सकती हैं बेहतर.
आंखों की रोशनी को बेहतर रखने उपाय
आंखों की रोशनी बेहतर रखने के लिए जरूरी है कि हम अपने स्क्रीन टाइम को कम करें और जरूरत पड़ने पर प्रोटैक्टिव आई ग्लास का यूज करें. आंखों की सफाई पर ध्यान दें. नियमित रूप से आंखों की जांच करवाएं और अल्कोहल व स्मोकिंग से दूर रहे. आंखें शरीर का सबसे संवेदनशील अंग है इसलिए उसका खास ख्याल रखना जरूरी है.
सुबह उठते ही करें ये उपाय
आंखों की रोशनी को बेहतर रखने के लिए सुबह उठते ही बासी मुंह के लार को आंखों में लगाने से भी रोशनी को बेहतर रखने में मदद मिल सकती है. इसके साथ ही सुबह उठने के बाद खाली पैर हरी घास पर टहलने से भी आंखों की हेल्थ बेहतर होती है. दूध में केसर मिलाकर पीने से भी आंखों की रोशनी बेहतर रहती है.
डाइट का रखें ध्यान
आंखों की रोशनी बेहतर रखने के लिए अपनी डाइट में विटामिन ए से भरपूर चीजों का शामिल करना चाहिए. गाजर में मिलने वाला बीटा कैरोटीन आंखों को इंफेक्शन से बचाता है. इसके अलावा बादाम से मोतियाबिंद जैसी समस्याएं दूर रहती हैं. अंडे में मिलने वाला विटामिन ए और जिंक भी आंखों के लिए अच्छा होता है. इसके अलावा हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक और ब्रोकली भी आंखों की रोशनी को बेहतर रखने में मदद करते हैं.

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