April 25, 2024
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शौर्यपथ

शौर्यपथ

  शौर्यपथ / अयोध्या   में रामनवमी  के मौके पर रामलला के सूर्यतिलक   का अद्भुत नजारा देखने को मिला. पीएम मोदी नंगे पाव ही रामलला के इस अद्भुत नजारे को देखते हुए नजर आए. पीएम मोदी के एक्स अकाउंट पर कुछ फोटोज शेयर की गई है. जिसमें पीएम मोदी नंग पैर बैठे हुए नजर आ रहे हैं इस दौरान पीएम मोदी के हाथ में एक टैब भी है. जिस पर पीएम मोदी रामलला के ललाट पर सूर्य के प्रकाश के मनमोहक दृश्य को देख रहे हैं.
      प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज रामलला के सूर्य तिलक को डिजिटल माध्‍यम से देखा। सोशल मीडिया पोस्‍ट में पीएम मोदी ने कहा कि लाखों भारतीयों की तरह यह उनके लिए भी एक भावुक क्षण है।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा, "बाड़ी की सभा के बाद मुझे अयोध्या में रामलला के सूर्य तिलक के अद्भुत और अप्रतिम क्षण को देखने का सौभाग्य मिला. श्रीराम जन्मभूमि का ये बहुप्रतीक्षित क्षण हर किसी के लिए परमानंद का क्षण है. ये सूर्य तिलक, विकसित भारत के हर संकल्प को अपनी दिव्य ऊर्जा से इसी तरह प्रकाशित करेगा. " अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के बाद यह रामलला की पहली रामनवमी है.
अयोध्या में रामनवमी   के अवसर पर रामलला   के सूर्यतिलक   का अद्भुत नजारा देखने को मिला. ऐसे में विशेष पूजा अर्चना का आयोजन किया गया. साथ ही रामलला के दिव्य सूर्यतिलक का नजारा भी बेहद कमाल था. रामनवमी के खास मौके पर मंदिर का विशेष श्रृंगार किया गया है. बता दें कि रामनवमी के दिन वैज्ञानिक दर्पण के जरिए सूर्य की किरणों को भगवान रामलला के मस्तक तक पहुंचाया गया. इस दौरान 5 मिनट तक रामलला के ललाट पर सूर्य की किरण सुशोभित हुई.

  वॉशिंगटन/शौर्यपथ /भारतीय रिजर्व बैंक  के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन  ने मंगलवार को कहा कि भारत जनसांख्यिकीय लाभांश का फायदा नहीं उठा रहा है. जनसांख्यिकीय लाभांश से तात्पर्य कार्यबल अधिक होने और आश्रितों की संख्या कम होने से उत्पादता बढ़ने और इसी क्रम में तेज आर्थिक वृद्धि से है.
  राजन ने इस बात पर जोर दिया कि मानव पूंजी में सुधार और उनके कौशल को बढ़ाने पर ध्यान देने की जरूरत है. राजन ने यहां जॉर्ज वॉशिंगटन विश्वविद्यालय में ‘2047 तक भारत को एक उन्नत अर्थव्यवस्था बनाना: इसके लिए क्या करना होगा' विषय पर चर्चा में कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि हम इसके (जनसांख्यिकीय लाभांश) बीच में हैं, लेकिन समस्या यह है कि हम इसका फायदा नहीं उठा रहे हैं.''
   उन्होंने कहा, ‘‘ इसलिए मैंने कहा.. छह प्रतिशत वृद्धि. यदि आप सोचते हैं कि अभी हम इसी स्थिति में हैं, तो सकल घरेलू उत्पाद के आंकड़ों से गड़बड़ी को दूर कर लें. वह छह प्रतिशत जनसांख्यिकीय लाभांश में ही है. यह उससे काफी कम है जहां चीन तथा कोरिया तब थे जब उन्होंने अपना जनसांख्यिकीय लाभांश का फायदा हासिल किया था. ''
  राजन भारत द्वारा चिप निर्माण पर अरबों डॉलर खर्च करने के आलोचक रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘ इन चिप कारखानों के बारे में सोचें. चिप निर्माण पर इतने अरबों डॉलर की सब्सिडी दी जाएगी.'' उन्होंने कहा, जबकि चमड़ा जैसे रोजगार प्रधान कई क्षेत्र अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं.
  राजन ने कहा, ‘‘ हम उन क्षेत्रों में नीचे जा रहे हैं. इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि हमारे पास नौकरियों की कमी की समस्या है. यह पिछले 10 साल में उत्पन्न नहीं हुई बल्कि पिछले कुछ दशकों से बढ़ रही है. हालांकि अगर आप उन क्षेत्रों की उपेक्षा करते हैं जिन्हें बढ़ाया जा सकता है.... मैं यह नहीं कह रहा हूं कि हमें अब चमड़ा क्षेत्र पर सब्सिडी देने की जरूरत है, लेकिन यह पता लगाएं कि वहां क्या गलत हो रहा है और उसे सुधारने का प्रयास करें.''
  एक सवाल के जवाब में राजन ने कहा कि बहुत सारे भारतीय नवप्रवर्तक अब सिंगापुर या सिलिकॉन वैली का रुख कर रहे हैं क्योंकि उन्हें वहां अंतिम बाजारों तक पहुंच बहुत आसान लगती है.
   राजन ने कहा, "वे वास्तव में विश्व स्तर पर और अधिक विस्तार करना चाहते हैं. मुझे लगता है कि एक युवा भारत है जिसकी मानसिकता विराट कोहली जैसी है. मैं दुनिया में किसी से पीछे नहीं हूं."
  इस बीच कार्यक्रम में मौजूद सेलेस्टा कैपिटल के प्रबंधक साझेदार अरुण कुमार ने कहा, ‘‘ भारत को वैश्वीकरण का फायदा मिल रहा है. इसकी आर्थिक समृद्धि भारत में और भारत से व्यापार तथा निवेश बढ़ाने में इसकी वैश्विक परस्पर निर्भरता से प्रेरित होगी, जिससे रोजगार सृजन, सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि तथा समृद्धि में मदद मिलेगी. आज वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला की स्थिति विनिर्माण में बढ़ती भागीदारी के लिए भारत के पक्ष में काम करती है.''
  उन्होंने कहा, ‘‘ वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं में अधिक भागीदारी की सुविधा के लिए व्यापार सुगमता, व्यापार सुविधा में आसानी, आधुनिक बुनियादी ढांचे तथा संबंधित लॉजिस्टिक्स के निर्माण पर निरंतर ध्यान देने की आवश्यकता है.

सिलचर /शौर्यपथ /पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर पूरे देश को ‘‘डिटेंशन कैंप'' बनाने का आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा कि अगर विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया' सत्ता में आता है तो संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को खत्म कर दिया जाएगा.
असम में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के चार उम्मीदवारों के समर्थन में यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने दावा किया कि अगर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटते हैं तो देश में ‘‘लोकतंत्र नहीं बचेगा और चुनाव नहीं होंगे.''
बनर्जी ने आरोप लगाया, ‘‘उन्होंने (भाजपा) पूरे देश को डिटेंशन कैंप बना दिया है...मैंने अपने जीवन में इतना खतरनाक चुनाव कभी नहीं देखा." मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी टीएमसी सभी धर्मों से प्यार करती है और नहीं चाहती कि धार्मिक आधार पर लोगों के बीच भेदभाव हो.
बनर्जी ने रैली में कहा, ‘‘अगर ‘इंडिया' गठबंधन जीतता है, तो एनआरसी, सीएए और समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू नहीं होगी. हम सभी भेदभावपूर्ण कानूनों को रद्द कर देंगे.''
उन्होंने लोगों से लोकसभा चुनाव में असम में टीएमसी के सभी चार उम्मीदवारों के लिए वोट करने की अपील की और घोषणा की कि उनकी पार्टी 2026 के राज्य विधानसभा चुनाव में सभी 126 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. बनर्जी ने कहा, ‘‘यह सिर्फ एक ट्रेलर है...फाइनल अभी बाकी है. मैं फिर आऊंगी.''

सेहत टिप्स /शौर्यपथ / आज के समय में जहां अमूमन लोग मोटापे की वजह से परेशान हैं तो, वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो अपने दुबलेपन को लेकर के परेशान रहते हैं. दुबलापन न सिर्फ उनकी पर्सनैलिटी को खराब करता है. बल्कि कई लोग इसका मजाक भी उड़ाते हैं. हद से ज्यादा दुबलापन आपको बीमार भी बना सकता है. कई बार लोगों की डाइट अच्छी होती है फिर भी उनपर फैट चढ़ता ही नही है. वहीं कई बार लाख कोशिशों के बाद भी सेहत पर कोई सुधार नहीं दिखता है. ऐसे में आपके काम आ सकता है एक जबरदस्त घरेलू नुस्खा. आपके किचन में मौजूद एक ड्राई फ्रूट आपका वेट गेन करने में आपकी मदद कर सकता है. हम बात कर रहे हैं किशमिश की. बता दें कि ये छोटी सी किशमिश कई पोषक तत्वों से भरपूर होती है जो वजन बढ़ाने में आपकी मदद कर सकती है.
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में पब्लिश हुई एक रिसर्च में भी इस बात की पुष्टि की गई है कि किशमिश अन्य स्वास्थ्य लाभों के साथ वजन बढ़ाने में भी आपकी मदद कर सकती है. 100 ग्राम किशमिश में लगभग 299 कैलोरी होती है. ऐसे में अगर आप वेट गेन करना चाहते हैं, तो किशमिश का सेवन कर सकते हैं. किशमिश में डाइटरी फाइबप, पोटैशियम, मैग्नीशियम, विटामिन सी, विटामिन ई पाया जाता है. इसके अलावा भी इसमें ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो वजन बढ़ाने में आपकी मदद कर सकते हैं.
वजन बढ़ाने के लिए किशमिश का सेवन कैसे करें
अगर आप तेजी से वजन बढ़ाना चाहते हैं तो हर रोज 10-12 किशमिश को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं. आप रात को सोने से पहले 10-12 किशमिश को पानी में भिगोकर रख दें. अगले दिन सुबह उठकर खाली पेट इस किशमिश का सेवन करें. इसके अलावा आप इसे शेक, स्मूदी या पिर हलवा, खीर में डालकर भी इसको खा सकते हैं.

ब्यूटी टिप्स /शौर्यपथ /आज के समय में हर कोई चाहता है कि वो हमेशा यंग नजर आए. उम्र बढ़ने के साथ चेहरे पर दिखने वाले लक्षण जैसे लूज स्किन, झुर्रियां नजर आने लगती हैं. इसी के साथ बढ़ती उम्र के लक्षण आपके पूरे शरीर में सबसे पहले चेहरे पर नजर आते हैं. इनको कम करने के लिए कई तरह की स्किन ट्रीटमेंट्स की मदद लेते हैं. महंगे स्किन केयर प्रोडक्ट्स का भी इस्तेमाल करने से पीछे नहीं हटते हैं लेकिन इनका रिजल्ट हमेशा वैसा नहीं मिलता है जैसा चाहिए होता है. वहीं इन सब में मौजूद केमिकल्स स्किन को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं. ऐसे में बढ़ती उम्र के लक्षणों को कम करने के लिए आप घरेलू नुस्खों की मदद ले सकते हैं.
क्या आपको पता है कि बढ़ती उम्र को रोकने और आपको जवान बनाए रखने में आपके किचन में मौजूद एक मसाला आपकी मदद कर सकता है. दरअसल हम बात कर रहे हैं दालचीनी की. ये न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाने में मदद करती है. बल्कि ये आपकी स्किन के लिए भी बेहद फायदेमंद होती है. एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती है जो हमारी स्किन के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं. हालांकि इसका सेवन बुढ़ापा आने से रोक नहीं सकता है लेकिन लंबे समय तक जवान बनाए रखने में मदद कर सकता है.
शरीर में कुछ हानिकारक फ्री रेडिकल्स पाए जाते हैं जो आपको तेजी से बूढ़ा बना सकते हैं. ऐसे में दालचीनी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स से लड़ते हैं जिससे आपकी स्किन लंबे समय तक जवान और टाइट बनी रह सकती है.
दालचीनी का पानी बनाने का तरीका
    एक पैन लें और उसमें एक कप पानी डाल कर इसे उबाल लें.
    अब इसमें एक दालचीनी का टुकड़ा डालें और इसे 5-10 मिनट तक उबलने दें. इसके बाद इस पानी को छानकर निकाल लें.
    आप इसमें शहद या नींबू का रस मिला सकते हैं.
    आप इस पानी का सेवन सुबह खाली पेट या फिर रात को सोने से पहले कर सकते हैं.

  व्रत त्यौहार /शौर्यपथ / इस साल शुक्रवार 19 अप्रैल, 2024 शुक्ल पक्ष की कामदा एकादशी मनाई जाएगी. इसे फलदा एकादशी भी कहते हैं. इस दिन लक्ष्मी पति भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. मान्यता है कि इस दिन पूजा करने से जगपालक भगवान श्रीहरि विष्णु  प्रसन्न होते हैं और सभी मनोकमानाएं पूर्ण होती हैं. मान्यता है कि कामदा एकादशी का व्रत करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है. कहते हैं इस व्रत का प्रताप 100 यज्ञों के समान है. कहा गया है कि कामदा एकादशी पर विधि-विधान से अगर पूजा कर कथा सुनी जाए तो पुण्य की प्राप्ति होती है और जन्म-जन्मांतर के पाप मिट जाते हैं. यहां पढ़िए कामदा एकादशी की व्रत कथा.
कामदा एकादशी की व्रत कथा
पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण ने धर्मराज युधिष्ठिर को कामदा एकादशी की व्रत की कथा सुनाई थी. रघुकुल के राजा और भगवान राम के पूर्वज राजा दिलीप ने भी कामदा एकादशी की कथा  को अपने गुरु वशिष्ठ से सुना था. प्राचीनकाल में पुंडरीक नाम का एक राजा था. वह हर वक्त भोग-विलास में डूबा रहता. उसके ही राज्य में एक पति-पत्नी रहते थे जिनका नाम ललित और ललिता था. दोनों में प्रगाढ़ प्रेम था. एक दिन राजा की सभा में ललित संगीत सुना रहा था कि तभी उसका ध्यान अपनी पत्नी की ओर चला गया और उसका स्वर बिगड़ गया. यह देख राजा पुंडरीक का क्रोध सातवें आसमान पर पहुंच गया.
राजा इतना क्रोधित हुआ कि उसने क्रोध में आकर ललित को राक्षस बनने का श्राप दे दिया. राजा के श्राप से ललित मांस खाने वाला राक्षस बन गया. अपने पति का हाल देख ललिता का दुख चरम पर पहुंच गया. पति को ठीक करने वह हर किसी के पास गई और इसका उपाय पूछा. आखिरकार थक-हारकर वह विंध्याचल पर्वत पर श्रृंगी ऋषि के आश्रम पहुंची और ऋषि से अपने पति का सारा हाल सुनाया. ऋषि ने ललिता को कामदा एकादशी का व्रत करने की सलाह दी.
ऋषि ने कामदा एकादशी का व्रत का प्रताप बताया और ललिता से इस व्रत  को करने को कहा. ललिता ने ऋषि के बताए अनुसार शुक्ल पक्ष की कामदा एकादशी का व्रत रखा और भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए विधि-विधान से पूजा अर्चना की. अगले दिन द्वादशी को पारण कर व्रत को पूरा किया. भगवान विष्णु की कृपा से उसके पति को फिर से मनुष्य योनि मिली और राक्षस योनि से मुक्त हो गया. इस तरह दोनों का जीवन हर तरह के कष्ट से मिट गया. फिर श्रीहरि का भजन-कीर्तन करते दोनों मोक्ष को प्राप्त हुए.

व्रत त्यौहार /शौर्यपथ / भारत में कई छोटे-बड़े त्योहार मनाए जाते हैं. इन त्योहारों में गणेश चतुर्थी भी शामिल है तो गुरु नानक जयंती और क्रिस्मस भी. साल के शुरूआती चार महीने लगभग निकल चुके हैं और आने वाले 8 महीनों में कई त्योहार और व्रत पड़ेंगे. यहां जानिए कौनसे हैं ये त्योहार और किन-किन तारीखों पर ये व्रत रखे जाने हैं. साथ थी, साल में कब-कब प्रदोष व्रत रखा जाएगा और कौनसी एकादशी  किस दिन है जानिए यहां.
साल 2024 में अप्रैल से लेकर दिसंबर तक के त्योहार |

17 अप्रैल - राम नवमी
21 अप्रैल - महावीर जयंती
8 मई - रबिंद्रनाथ जयंती
23 मई - बुद्ध पूर्णिमा
17 जून - बकरीदय- ईद-उल-अधा
7 जुलाई - रथ यात्रा
17 जुलाई - मुहर्रम
15 अगस्त - स्वतंत्रता दिवस
15 अगस्त - पारसी नया साल
19 अगस्त - रक्षाबंधन
26 अगस्त - जन्माष्टमी
7 सितंबर - गणेश चतुर्थी
15 सितंबर - ओणम
16 सितंबर - मिलाद-उन-नबी
2 अक्टूबर - गांधी जयंती
3 अक्टूबर - शारदीय नवरात्रि का पहला दिन
10 अक्टूबर - महा सप्तमी
11 अक्टूबर - महानवमी
12 अक्टूबर - दशहरा
17 अक्टूबर - महाऋषि वाल्मीकि जयंती
20 अक्टूबर - करवाचौथ
31 अक्टूबर - नरक चतुर्दशी
31 अक्टूबर - छोटी दीपावली
1 नवंबर - बड़ी दीवाली
2 नवंबर - गोवर्धन पूजा
3 नवंबर - भाई दूज
7 नवंबर - छठ पूजा
15 नवंबर - गुरु नानक जयंती
24 नवंबर - गुरु तेग बहादुर शहीद दिवस
25 दिसंबर - क्रिस्मस
अन्य व्रत
4 मई - वरुथनी एकादशी
5 मई - प्रदोष व्रत
6 मई - मासिक शिवरात्रि
8 मई - वैशाख अमावस्या
10 मई - अक्षय तृतीया
11 मई - विनायक चतुर्थी
14 मई - गंगा सप्तमी
17 मई - सीता नवमी
19 मई - मोहिनी एकादशी
26 मई - सकंष्टी चतुर्थी
2 जून - अपरा एकादशी
4 जून - मासिक शिवरात्रि, प्रदोष व्रत
6 जून - ज्येष्ठ अमावस्या
16 जून - गंगा दशहरा
18 जून - निर्जला एकादशई
19 जून - प्रदोष व्रत
2 जुलाई - योगिनी एकादशी
3 जुलाई - प्रदोष व्रत
4 जुलाई - मासिक शिवरात्रि
5 जुलाई - अमावस्या
19 जुलाई - प्रदोष व्रत
31 जुलाई - कामिका एकादशी

1 अगस्त - प्रदोष व्रत
6 अगस्त - मंगला गौरी व्रत
7 अगस्त - हरियाली तीज
9 अगस्त - नाग पंचमी
17 अगस्त - प्रदोष व्रत
22 अगस्त - कजरी तीज
29 अगस्त - अजा एकादशी
31 अगस्त - प्रदोष व्रत
2 अक्टूबर - अमावस्या
13 अक्टूबर - पापंकुशा एकादशी
15 अक्टूबर - भौम प्रदोष व्रत
17 अक्टूबर - शरद पूर्णिमा
28 अक्टूबर - एकादशी
13 नवंबर - तुलसी विवाह
15 नवंबर - देव दीवाली
26 नवंबर - उत्पन्ना एकादशी
28 नवंबर - प्रदोष व्रत
1 दिसंबर - मार्गशीर्ष अमावस्या
15 दिसंबर - धनु संक्रांति
26 दिसंबर - सफला एकादशी
28 दिसंबर - प्रदोष व्रत

आस्था /शौर्यपथ / हिंदू धर्म में किसी भी तरह की पूजा में देवी देवताओं को भोग  चढ़ाने का बहुत महत्व है, जिसके बिना पूजा अधूरी मानी जाती है. भोग अर्पित करने से ही पूजा पूर्ण होती है.  पूजा छोटी हो या फिर बड़ा अनुष्ठान धूप दीप के बाद भगवान को भोग प्रसाद  जरूर अर्पित किया जाता है.  हिंदू धर्म में भगवान को भोग लगाना बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है. पूजा के बाद प्रसाद लोगों में बांट दिया जाता है, लेकिन कुछ लोग ऐसा नहीं करते. कई लोग अक्सर भगवान को भोग लगाने के बाद मंदिर में भगवान के सामने प्रसाद छोड़ देते हैं. ऐसा करना सही या गलत आज हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे.
 भगवान को भोग अर्पित करने के नियम
 ज्योतिषाचार्य के मुताबिक भगवान को भोग लगाते वक्त कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए.
    भगवान को भोग सोने, चांदी, लकड़ी तांबे या फिर मिट्टी के पात्र में रखकर ही चढ़ाना चाहिए. स्टील के बर्तन  भोग के लिए इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
     भगवान को चढ़ाया हुआ भोग बाद में प्रसाद स्वरूप बांटा जाता है. इस भोग को लगाने के तुरंत बाद उठा लेना चाहिए.
     ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक देवता के सामने कई घंटे तक रखा हुआ प्रसाद नकारात्मक ऊर्जा के संपर्क में आने से अशुद्ध हो जाता है. यही वजह है कि भगवान को भोग लगाने के बाद इसे तुरंत उठा लेना चाहिए.
     ऐसा कहा गया है कि ज्यादा देर तक प्रसाद भगवान के सामने रखे रहने से विश्वकसेन, चण्डेश्वर और चांडाली नमक शक्तियों के संपर्क में आ जाता है, जो प्रसाद को अशुद्ध कर देते हैं.

कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र साहू की नामांकन रैली में शामिल हुए पूर्व सीएम बघेल सहित कई पूर्व मंत्री
काठ की हंडी बार-बार नहीं चढ़ता एक बार धोखे से जीत गए अबकी हार सुनिश्चित - पूर्व सीएम बघेल  
 

  दुर्ग / शौर्यपथ / कांग्रेस द्वारा प्रत्याशी राजेन्द्र साहू के पक्ष में पुरानी गंजमंडी गंजपारा में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केन्द्र व राज्य की भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर हुंकार भरी। उन्होने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार ने अपने कार्यकाल में झूठ के अलावा कुछ नहीं कहा है। राज्य की भाजपा सरकार की व्यवस्था बिगड़ गई है। अब जनता सब कुछ समझ गई है। अब वह भाजपा के वादे से गुमराह होनेवाली नहीं है। कार्यकर्ता सम्मेलन में प्रत्याशी राजेन्द्र साहू, पूर्व मंत्री रविन्द्र चौबे,पूर्व विधायक अरुण वोरा,महापौर धीरज बाकलीवाल, निर्मल कोसरे, पूर्व महापौर आरएन वर्मा के अलावा 9 विधानसभा क्षेत्र से कार्यकर्ता बड़ी संख्या में जुटे।
  विजय बघेल को खुद पर भरोसा नहीं- पूर्व सीएम भूपेश बघेल
   कांग्रेस प्रत्याशी राजेन्द्र साहू के नामांकन दाखिले उपरांत कलेक्ट्रेट में मीडिया से चर्चा में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस में जबरदस्त उत्साह है। कार्यकर्ता सम्मेलन में पाटन से नवागढ़ तक के कार्यकर्ता पहुंचे है। दुर्ग लोकसभा चुनाव में कार्यकर्ता के लिए जमीनी स्तर पर कार्य करने वाले राजेन्द्र साहू प्रत्याशी है। कांग्रेस के प्रत्येक कार्यकर्ता इस चुनाव में अपने आप को प्रत्याशी मानकर कार्य रहे है। मुझे विश्वास है कि राजेन्द्र साहू इस चुनाव में भारी मतों से जितेंगे। भाजपा प्रत्याशी विजय बघेल को इस चुनाव में खुद पर भरोसा नहीं रह गया है। इसलिए उन्हें स्व. ताराचंद साहू के नाम का सहारा लेना पड़ रहा है। इससे स्पष्ट हो गया है कि वे चुनाव हार रहे है। पिछले बार भाजपा की जीत के सवाल का जवाब देते हर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि काठ की हंडी बार-बार नहीं चढ़ता। पिछले लोकसभा चुनाव में विजय बघेल एक बार धोखे से जीत गए थे,लेकिन इस बार उनकी हार सुनिश्चित है। श्री बघेल ने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी राजेन्द्र साहू पाटन विधानसभा चुनाव में मेरे चुनाव संचालक थे। विधानसभा चुनाव में श्री साहू के संचालन में विजय बघेल को पराजय मिली थी,लोकसभा चुनाव मे ंभी श्री साहू उन्हें पटखनी देेंगे। श्री बघेल ने कहा कि कांग्रेस में सभी नेता एकजुट होकर कार्य कर रहे है। राजेन्द्र साहू मेरे गुरुभाई है। वे स्व. वासुदेव चंद्राकर के बड़े चेले थे। दुसरे नंबर में मेरा नाम आता है।  पूरे छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की एकतरफा जीत होगी।
  भाजपा के घोषणा पत्र पर पूर्व सीएम का पलटवार
  पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा के घोषणापत्र को फेंकने वाला घोषणापत्र बताया है। उन्होने कहा कि 2014, 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा झूठे वादे ंकर सत्ता में आई थी, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के  पास अब फेकने के लिए कुछ बचा नहीं है। भाजपा का संकल्प पत्र शून्य है। संकल्प पत्र जारी होने के बाद से भाजपा खेमे में सन्नाटा छाया हुआ है। भाजपा के पास कहने को कुछ नहीं है। भाजपा ने चांवल में कटौती कर दी है। पहले 35 किलो मिलने वाला चांवल अब 5 किलो मिलेगा। श्री बघेल ने कांग्रेस के घोषणा पत्र को सर्वहारा वर्ग का घोषणा पत्र बताया है। उन्होने कहा कि कांग्रेस के घोषणा पत्र से भाजपा घबरा गई है। कांग्रेस के घोषणा पत्र में महालक्ष्मी नारी न्याय योजना, मनरेगा, शहरी क्षेत्र में मनरेगा की तर्ज पर रोजगार, स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर किसानों को उपज का मूल्य, ऋण माफी योजना, 30 लाख रिक्त पदों को भरने, घोटालों की जांच जैसी अन्य घोषणाएं शामिल है। जिसे लेकर मतदाता काफी उत्साहित है।
बीएसपी ला बचाना है तो भाजपा ला हराना है ... राजेंद्र साहू
  नामांकन रैली के पूर्व सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र साहू ने वर्तमान सांसद विजय बघेल पर खूब निशाना साधा . राजेंद्र साहू ने केंद्र सरकार की निजीकरण योजना का हवाला देते हुए सभा में बैठे कार्यकर्ताओ से एसीसी प्लांट जामुल के मालिकाना हक के बारे में चर्चा करते हुए बताया कि अगर आने वाले समय में भाजपा की सरकार रही तो देश का गौरव छत्तीसगढ़ की शान भिलाई स्टील प्लांट भी बिक जाएगी और पता नहीं चलेगा इसलिए अगर भिलाई प्लाट को बचाना है तो भाजपा को हराना है का नारा दिया जिसका मौजूद कार्यकर्ताओ ने पुरे उत्साह के साथ समर्थन किया . राजेंद्र साहू ने रेलगाड़ी के रद्द होने म स्वास्थ्य सुविधाओ ( सेक्टर ०९ हॉस्पिटल ) के मामले में वर्तमान सांसद की निष्क्रियता पर भी कडा प्रहार किया .

 दुर्ग / शौर्यपथ / दुर्ग लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी विजय बघेल व कांग्रेस से राजेंद्र साहू में अपना नामांकन जमा किया राजेन्द्र साहू के साथ पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रविंद्र चौबे भिलाई चरोदा के महापौर निर्मल कोसरे उपस्थित थे वहीं भाजपा के विजय बघेल ने आज अपने नामांकन का एक सेट भरकर जमा कर दिया। नामांकन के पहले सेट में दीपक ताराचंद साहू प्रस्तावक बने हैं। बघेल ने नामांकन का दूसरा सेट भी तैयार रखा है, जिसके प्रस्तावक पद्मश्री आर. एस बारले हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मौजूदगी में एक सभा का आयोजन हुआ। नामांकन दाखिल करने से पूर्व सांसद विजय बघेल ने आज अपने निवास में कुल देवता और गौ माता की पूजा अर्चना कर आशीष प्राप्त किया। फिर धर्मपत्नी श्रीमती रजनी बघेल ने आरती उतारी और बड़ी बहनों ने बघेल को विजय तिलक लगाकर आशीर्वाद दिया।
 
  घर निकल कर विजय बघेल उन्होंने संकट मोचन हनुमान मंदिर सेक्टर 9 एवं गायत्री मंदिर सेक्टर 6 में भाजपा समर्थक मंच छत्तीसगढ़ द्वारा आयोजित विजय संकल्प हवन में परिवारजनों के साथ शामिल होकर हनुमान जी एवं गायत्री माता की पूजा अर्चना कर जनसेवा हेतु आशीर्वाद प्राप्त किया।
  इससे पहले विजय बघेल ने दुर्ग में नामांकन रैली निकालकर शक्ति प्रदर्शन किया। जिसमें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उप मुख्यमंत्री अरुण साव, मंत्री दयालदास बघेल, विधायक रिकेश सेन, ललित चंद्राकर, गजेंद्र यादव, डोमन लाल कोर्सेवाड़ा, पूर्व मंत्री प्रेम प्रकाश पांडेय, पुरुषोत्तम देवांगन, गौरीशंकर श्रीवास, प्रेमचंद देवांगन, विजय शुक्ला, महिला मोर्चा अध्यक्ष स्वीटी कौशिक, नेता प्रतिपक्ष भोजराम सिन्हा,
 दुर्ग शहर जिला अध्यक्ष जितेन्द्र वर्मा ,भिलाई शहर जिला भाजपा अध्यक्ष महेश वर्मा सहित कार्यकर्ताओ का हुजूम शामिल रहा .
सभा में जमकर गरजे विजय बघेल ....
  नामांकन रैली के पूर्व सभा को संबोधित करते हुए भाजपा प्रत्याशी विजय बघेल ने कहा कि यह चुनाव सांसद बनाने के लिए नहीं भारत को विश्व शिखर पर ले जाने के लिए है .दुर्ग लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के प्रत्याशी विजय बघेल ने आज अपने नामांकन का एक सेट भरकर जमा कर दिया है। नामांकन के पहले सेट में दीपक ताराचंद साहू प्रस्तावक बनें है। श्री विजय बघेल ने नामांकन का दूसरा सेट भी तैयार रखा है। जिसके प्रस्तावक पद्मश्री आर एस बारले है।
  इसके पहले दुर्ग मानस भवन में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मौजूदगी में एक भव्य सभा का आयोजन हुआ।नामांकन दाखिल करने से पूर्व सांसद विजय बघेल ने आज अपने निवास में कूल देवी-देवता की पूजा अर्चना की। इसके बाद घर से बाहर निकलते ही गौ माता की पूजा कर उन्हें हरा चारा, गूड़ खिलाया और गौ माता का आशीर्वाद लेकर नामांकन दाखिल करने के लिए घर से निकले। इससे पहले फिर बड़ी बहनों ने श्री बघेल को विजय तिलक लगाकर आशीर्वाद दिया। इसके बाद उन्होंने संकट मोचन हनुमान मंदिर सेक्टर 9 पहुंचे। जहां उन्होंने हनुमान चालीसा का पाठ किया। हनुमान जी की आराधना की और हनुमान जी को प्रमाण करके जय-जय श्रीराम का जयकारा लगाते हुए नामांकन दाखिल करने के लिए निकले।
विजय के विजय के लिए विजय संकल्प हवन ज्ञय
  गायत्री मंदिर सेक्टर 6 में भाजपा समर्थक मंच छत्तीसगढ़ ने अपने सबसे लोकप्रिय नेता, सरल, सहज, विनम्र और जनता के हर दुख में शामिल होने वाले सबसे लाडले सांसद विजय बघेल को एक बार फिर से भारी मतो से जीतने, फिर से सांसद बनाने के लिए विजय संकल्प हवन यज्ञ का आयोजन किया। विजय संकल्प हवन यज्ञ में पंडितो ने मंत्रोचार करके यज्ञ को संपन्न करवाया और संतों ने विजय बघेल को विजय तिलक लगाकर विजयी भव: का आशीर्वाद दिया। जिसमें विजय बघेल परिजनों के साथ शामिल हुए।
नामांकन रैली में भाजपा ने किया शक्ति प्रदर्शन
  विजय बघेल ने दुर्ग में नामांकन रैली निकालकर शक्ति प्रदर्शन किया। जिसमें मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उपमुख्यमंत्री अरुण साव, मंत्री दयाल दास बघेल, विधायक रिंकेश सेन, ललित चंद्राकर, गजेन्द्र यादव, डोमन लाल कोर्सेवाडा, पूर्व मंत्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय, दीपक साहू, ईश्वर साहू सहित गांव-गांव से आए हजारों भाजपा पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुए।
विश्व शिखर पर ले जाने का चुनाव है
  सांसद विजय बघेल ने कहा कि नामांकन रैली में आशीर्वीद देने के प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय उपस्थित हुए है। यह कोई मामूली चुनाव नहीं है। यह चुनाव सांसद बनाने के लिए नहीं है। बल्की यह चुनाव है देश बनाने के लिए। राष्ट्र निर्माण केलिए, हमारे देश के मान, सम्मान और स्वाभिमान को वापस लाने के लिए, हमारे भारत को विश्व शिखर पर लेजाने के लिए।
  नामांकन रैली में दुर्ग जिला भाजपा अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा, युवा मोर्चा के अध्यक्ष अमित मिश्रा ,सांसद प्रतिनिधि प्रमोद सिंह ,माया बेलचंदन , राजेन्द्र पाध्ये, शंकर लाल देवांगन ,श्रीमती रश्मि सिंह ,भिलाई शहर जिला महामंत्री प्रेमलाल साहू, विजेंद्र सिंह, कोषाध्यक्ष  विनोद सिंह, योगेंद्र पांडेय  मुन्ना, दिनेश लोहिया, उज्जवल दत्त ,नागेंद्र मिश्रा, विजय सिंह, भरत गौर, प्रवीण पांडेय, अरविंद जैन ,सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता व आम लोग शामिल हुए।

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