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शहर को सुन्दर बनाने की जिम्मेदारी अधिकारियो और जनप्रतिनिधियों की किन्तु दुर्ग विधान सभा में दोनों आमने - सामने Featured

आईपीएस भोजराज पटेल की तरह आईएएस लक्ष्मण तिवारी को मिल रहा आम जनता का समर्थन
  

दुर्ग। शौर्यपथ।

  हाल के दिनों में दुर्ग शहर को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए प्रशिक्षु आयुक्त लक्ष्मण तिवारी आईएएस के द्वारा एक सार्थक पहल की जा रही है किंतु उनके सार्थक पहल पर लगातार बाधा बनने की परोक्ष और अपरोक्ष रूप से जनता के चुने हुए जनप्रतिनिधि द्वारा किया जा रहा है हालांकि प्रशिक्षु आयुक्त लक्ष्मण तिवारी हर बाधा को पार करते हुए अपने कार्य को अंजाम दे रहे हैं और शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने की दिशा में लगातार अतिक्रमणकारियों पर कार्यवाही कर रहे हैं प्रशिक्षु आयुक्त लक्ष्मण तिवारी के इस कार्य पर शहर की जनता का पूरा समर्थन मिल रहा है किंतु इस कार्य के कारण ऐसे व्यापारी वर्ग को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है जिन्होंने अतिक्रमण कर शहर की सुंदरता को बिगाडऩे का कार्य किया है .
   हाल ही में महाराजा चौक क्षेत्र पर नगर निगम दुर्ग द्वारा अतिक्रमण की कार्यवाही को अंजाम देने पहुंचे प्रशिक्षु आयुक्त लक्ष्मण तिवारी का विरोध करने शहर की कोई आम जनता नहीं खुद शहर के विधायक अरुण वोरा पहुंच गए और आयुक्त  के साथ एक गरमा गरम बहस शहर की आम जनता को देखने मिली . वीडियो वायरल होते ही शहर की आम जनता में है चर्चा का विषय हो गया कि जब एक अधिकारी शहर को सुंदर बनाने की दिशा में अपना कदम बढ़ा रहा है ऐसे में जनता के ही चुने हुए प्रतिनिधि के द्वारा उनके इस कार्य में आखिर किस कारण से बाधा डालने की कोशिश की जा रही है.
   प्रशिक्षु आयुक्त लक्ष्मण तिवारी नियमो  तहत अपने काम को अंजाम दे रहे हैं ऐसा भी नहीं है कि प्रशिक्षु आयुक्त लक्ष्मण तिवारी इस शहर के निवासी हैं किंतु शहर सुंदर दिखे इसकी कोशिश एक ऐसे व्यक्ति द्वारा की जा रही है जिनका सिर्फ 1 माह का प्रशिक्षण कार्यकाल है अपने 1 महीने के प्रशिक्षण कार्यकाल में उनके द्वारा जो कोशिश की जा रही है वह शहर की जनता के हित में ही है किंतु उनके इस कार्य में विधायक अरुण वोरा का विरोध आम जनता के गले नहीं उतर रहा है . शहर में जगह जगह अतिक्रमण के कारण यातायात व्यवस्था बिगड़ी हुई है जिसके कारण परेशानी सिर्फ आम जनता को होती है क्योंकि आम जनता पैदल, दो पहिया वाहन ,ऑटो रिक्शा आदि में सफर करती है और तमाम तरह की परेशानियों का सामना करती है और उन्हें इन परेशानियों का एहसास है जबकि शहर के जनप्रतिनिधियों के पास प्रोटोकॉल होता है फॉलो गार्ड होते हैं उन्हें शहर में चलने पर किसी भी तरह की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ता जो सामना आम जनता को करना पड़ रहा है . ऐसे में प्रशिक्षु आयुक्त लक्ष्मण तिवारी द्वारा अतिक्रमण पर कार्यवाही से शहर की जनता काफी खुश है कुछ ऐसा ही माहौल कुछ साल पहले जब आईपीएस अधिकारी भोजराज पटेल ने अतिक्रमण के लिए किया था तब भी शहर की जनता का पूरा समर्थन आईपीएस अधिकारी भोजराज पटेल के साथ था और उनके इस कार्य को काफी सराहना मिली थी आज वैसी ही समर्थन प्रशिक्षु  आयुक्त आईएस लक्ष्मण तिवारी को मिल रही है किंतु उनके इस कार्य में बाधा से शहर की जनता में जनप्रतिनिधियों के विरुद्ध एक नकारात्मक संदेश प्रेषित हो रहा है जो कि आने वाले चुनाव में जनप्रतिनिधियों को ही इसका परिणाम झेलना पड़ेगा.

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शौर्यपथ