April 17, 2024
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शौर्यपथ

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मुंबई/शौर्यपथ /मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने यस बैंक से जुड़े 400 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी मामले में टूर एंड ट्रैवल कंपनी कॉक्स एंड किंग्स के मालिक के एक करीबी सहयोगी को गिरफ्तार किया है. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई पुलिस की एक टीम ने मंगलवार को लंदन से आने के बाद 67 वर्षीय ब्रिटिश नागरिक अजीत मेनन को पकड़ लिया था. उन्होंने बताया कि उसके खिलाफ एक लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया था.
अधिकारी ने बताया कि मेनन को बृहस्पतिवार की सुबह मुंबई लाने के बाद एक अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 15 अप्रैल तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. पुलिस के अनुसार मेनन कॉक्स एंड किंग्स के मालिक अजय पीटर केरकर का सहयोगी है.
अधिकारी ने बताया कि 400 करोड़ रुपये के यस बैंक धोखाधड़ी मामले में एजेंसी की जांच के दौरान मेनन ईओडब्ल्यू के रडार पर आया, जिसमें बैंक से ऋण लेने के बाद पैसे का कथित तौर पर हेरफेर किया गया था.
अधिकारी ने बताया कि यस बैंक द्वारा दिये गये धन का उपयोग उस उद्देश्य के लिए नहीं किया गया जिसके लिए उन्होंने ऋण लिया था. अधिकारी ने कहा कि जांच के दौरान ईओडब्ल्यू ने पाया कि मेनन ने ऋण के तौर पर ली गई राशि से 56 करोड़ रुपये ब्रिटेन में स्थित एक कंपनी को हस्तांतरित कर दिए थे. वह यूरोप में कॉक्स एंड किंग्स का कामकाज देखता था.
ईओडब्ल्यू ने 2021 में यस बैंक से 400 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में टूर एंड ट्रैवल कंपनी कॉक्स एंड किंग्स की सहयोगी कंपनी कॉक्स एंड किंग्स फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के खिलाफ मामला दर्ज किया था.
कॉक्स एंड किंग्स फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड विदेशी मुद्रा कारोबार, छात्र ऋण और अन्य गैर-बैंकिंग वित्तीय सेवाएं प्रदान करती थी. उन्होंने बताया कि ईओडब्ल्यू ने कंपनी के मालिक केरकर, उनकी पत्नी, मेनन और अन्य व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है.

नई दिल्ली /शौर्यपथ /पश्चिमी उप्र की अमरोहा सीट की सियासी लड़ाई त्रिकोणीय हो गई है. यहां निवर्तमान सांसद और इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार कुंवर दानिश अली का मुकाबला बीजेपी उम्मीदवार कंवर सिंह तंवर  से है,लेकिन बीएसपी उम्मीदवार के चलते अमरोहा का मुस्लिम मतदाता असमंजस में है.
तहजीब, ढोल और आम का शहर अमरोहा
बिच्छू वाली मजार.....वासुदेव मंदिर...शेरो-शायरी की पौधशाला और ढोल का शहर है अमरोहा... और यहां के लिए किसी ने ठीक ही कहा है कि "अमरोहा शाह ए तख्त है, गुजरां यहां की सख्त है, जो छोड़े वो कमबख्त है..." आज से पचास साल पहले ये बात मशहूर शायर जॉन एलिया ने कही थी, क्योंकि आजादी के दस साल बाद वो पाकिस्तान चले गए चूंकि अब लोकसभा चुनाव चल रहे हैं तो अमरोहा छोड़ने वाली बात सियासी मुद्दा क्यों बना है..आइए तहजीब, ढोल और आम के इस शहर में समझने की कोशिश करते हैं.
मोदी-योगी के काम से खुश हैं लोग- कंवर सिंह तंवर
दिल्ली-बरेली हाइवे पर एक आलीशान फार्म हाउस, उप्र के अमीर प्रत्याशियों में से एक बीजेपी के कंवर सिंह तंवर का है. यहां दर्जनों लग्जरी गाड़ियां...हेलीपैड पर खड़ा हेलीकॉप्टर...और सुबह से ही अपने सैकड़ों समर्थकों से घिरे कंवर सिंह तंवर चुनावी प्रचार के लिए निकल जाते हैं. 214 करोड़ की चल अचल संपत्ति के मालिक कंवर सिंह तंवर अमरोहा के ऐसे नेता माने जाते हैं, जो एसी एंबुलेंस चलाने से लेकर स्कूल खोलने तक का काम अपने खर्चे पर करा देते हैं, हालांकि इन सबके बावजूद 2019 में कुंवर दानिश अली से इनको सियासी शिकस्त मिली थी. अमरोहा से बीजेपी के उम्मीदवार कंवर सिंह तंवर ने दानिश अली को लेकर कहा कि गांव के लोग उन्हें यहां घुसने नहीं देते. उनका ना तो यहां घर है न दफ्तर. उनसे कोई मुकाबला नहीं है. पीएम मोदी और सीएम योगी के काम से लोग खुश हैं.
दानिश अली को नहीं मिल रहा सपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं का समर्थन
उधर, 2019 में बीएसपी के टिकट से जीत का परचम लहरा चुके कुंवर दानिश अली इस बार इंडिया गठबंधन में कांग्रेस के उम्मीदवार हैं. उनके सामने दो मुश्किलें हैं, पहली जिस दलित-मुस्लिम गठजोड़ से पिछली बार चुनावी नैय्या पार लगी थी वो इस बार नहीं है. दूसरा अमरोहा में सपा के नेता उनके साथ प्रचार करते नहीं दिख रहे हैं. इस पर इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार कुंवर दानिश अली ने कहा कि देखिए बीजेपी का काम है, हिन्दुओं के ध्रुवीकरण का, लेकिन मैंने संसद में गरीब मजदूरों की आवाज उठाई है.
वैसे चुनाव में जीत और हार नंबर पर निर्भर होती है. मुसलमानों के पास यहां चार, दलित के पास तीन अंक हैं, जब ये दोनों मिलेगा तभी बीजेपी को हराया जा सकता है. दानिश अली के साथ समाजवादी पार्टी का नेता नहीं हैं, हालांकि कागज पर गठबंधन है, लेकिन कार्यकर्ता साथ नहीं दे रहे हैं.
बीएसपी ने चुनावी मुकाबला बना दिया है रोचक
अमरोहा के सियासी मुकाबले को वैसे बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे मुजाहिद हुसैन ने दिलचस्प बना दिया है. मुजाहिद दावा करते हैं कि इस चुनावी गणित के जीत का फार्मूला है मुस्लिम-दलित गठजोड़, जो उनके पास है. आंकड़े देखें तो पता चलता है.अमरोहा लोकसभा सीट पर पर मुस्लिम मतदाताओं की संख्या 5.70 लाख, एससी 2.75 लाख, जाट 1.25 लाख, सैनी 1.25 लाख व अन्य 5 लाख के करीब हैं. बीएसपी उम्मीदवार मुजाहिद  हुसैन ने कहा कि मुसलमान समझ चुका है कि दानिश अली के पास अपना वोट जीरो है. कांग्रेस के उम्मीदवार हैं, उनका अपना वोटबैंक यहां है ही नहीं. दूसरा क्षेत्र में वो दिखते नहीं हैं, कौन देगा, उनको वोट.
ढोलक बनाने वालों को बीजेपी ने दी कई सुविधाएं
वैसे हर पार्टी जानती है कि इस चुनाव में जीत का ढोल तभी बजेगा जब अमरोहा के ढोलक बनाने वालों को सहूलियत मिलेगी. देश दुनिया में अमरोहा ही एक मात्र ऐसी जगह है जहां ढोलक बनता है. बीजेपी सरकार ने वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रॉडक्ट के तहत ढोलक बनाने वालों को कई सुविधाएं दी हैं. ढोलक व्यवसायी शक्ति कुमार ने कहा कि 2017 से योगी सरकार ने हमे कई सहूलियत दी. पहले यहां तीन हजार लोग काम करते थे, अब डेढ़ लाख लोग इस रोजगार से जुड़े हैं, इसमें ज्यादातर मुस्लिम हैं.
वासुदेव मंदिर के साथ बिच्छू वाली मजार पर भी नेता करते हैं इबादत
वैसे इस चुनावी मौसम में नेता अमरोहा के प्राचीन वासुदेव मंदिर में सिर झुकाने जाते हैं तो बिच्छू वाली मजार पर भी इबादत करने जाते हैं. बेशक, अमरोहा संसदीय सीट की सियासी लड़ाई त्रिकोणीय हो गई है.अनुसूचित जाति  के वोटरों को रिझाने की कोशिश बीजेपी, बीएसपी और इंडिया गठबंधन तीनों कर रहे हैं, लेकिन ढोल नगरी अमरोहा में किसका डंका बजेगा ये चुनावी नतीजों के बाद पता चलेगा.

उधमपुर (जम्मू कश्मीर)/शौर्यपथ /प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि जम्मू एवं कश्मीर में आगामी लोकसभा चुनाव आतंकवाद, हड़ताल, पथराव और सीमा पार से गोलीबारी के डर के बिना होंगे. साथ ही, उन्होंने यह दावा भी किया कि पिछले तीन दशकों में अलगाववादियों द्वारा चलाए गए ‘चुनाव बहिष्कार' अभियान अब इतिहास बन गए हैं.
उधमपुर में एक चुनाव रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि उन्होंने जम्मू कश्मीर के लोगों की लंबी पीड़ा को खत्म करने का अपना वादा पूरा किया है. उन्होंने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों को संविधान का अनुच्छेद 370 वापस लाने की चुनौती दी, जिसे अगस्त 2019 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार द्वारा निरस्त कर दिया गया था.
उधमपुर लोकसभा सीट से चुनावी जीत की हैट्रिक लगाने की कोशिश कर रहे केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के समर्थन में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर मोदी मैदान में इस रैली का आयोजन किया गया था. यहां 19 अप्रैल को मतदान होना है. कांग्रेस ने चौधरी लाल सिंह को और डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) ने जी एम सरूरी को उम्मीदवार बनाया है.
मोदी ने कहा, ‘‘मैं पिछले पांच दशक से जम्मू-कश्मीर आता रहा हूं. मुझे याद है कि 1992 में लाल चौक (श्रीनगर में) पर तिरंगा फहराने के लिए एकता यात्रा हुई थी. हमारा भव्य स्वागत हुआ था. 2014 में मैंने माता वैष्णो देवी मंदिर में पूजा करके इसी स्थल पर लोगों को संबोधित किया था और पीढ़ियों से (आतंकवाद के कारण) संकट झेलने वाले लोगों को मुक्त कराने की गारंटी दी थी.''
प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों के आशीर्वाद से उन्होंने उस गारंटी को पूरा किया है. उन्होंने कहा, ‘‘दशकों बाद यह चुनाव आतंकवाद, अलगाववाद, पथराव, हड़ताल और सीमापार आतंकवाद के डर के बिना हो रहे हैं, जो अब चुनावी मुद्दे नहीं हैं. वैष्णो देवी और अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा को लेकर चिंता रहती थी, लेकिन हालात एकदम बदल गए हैं. जम्मू-कश्मीर में विकास हो रहा है और सरकार में लोगों का विश्वास मजबूत हो रहा है.''
पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के 1990 के दशक में सिर उठाने के बाद हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नेतृत्व में अलगाववादी जम्मू कश्मीर में चुनाव बहिष्कार अभियान चलाते थे. अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद आगामी लोकसभा चुनाव इस क्षेत्र में पहला चुनाव होगा और इस बार न तो ऐसा कोई अभियान है और न ही पथराव जैसी कोई घटनाएं हुई हैं.
अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त करने के सरकार के फैसले का जिक्र करते हुए मोदी ने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों को विवादास्पद संवैधानिक प्रावधान वापस लेने की चुनौती दी और कहा कि ‘वे ऐसा नहीं कर सकते'.
उन्होंने कहा, ‘‘वंशवादी व्यवस्था वाले परिवारों ने किसी और की तुलना में जम्मू-कश्मीर को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है. ये पार्टियां परिवार की होती हैं, परिवार के लिए होती हैं और परिवार द्वारा संचालित होती हैं और ये वही हैं जिन्होंने अनुच्छेद 370 की दीवार खड़ी की. उन्होंने एक भ्रम पैदा किया कि केवल अनुच्छेद 370 ही यहां के लोगों के जीवन की रक्षा कर सकता है.''
  प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘आपके आशीर्वाद से मोदी ने न केवल इस दीवार को गिराया है, बल्कि इसके मलबे को भी दफना दिया है. मैं विपक्षी दलों, खासकर कांग्रेस को चुनौती देता हूं कि वे यह घोषणा करें कि वे अनुच्छेद 370 को वापस लाएंगे. देश उनके चेहरे तक को नहीं देखेगा.''
  मोदी ने कहा कि कुछ राजनीतिक दलों को लगता था कि अनुच्छेद 370 को रद्द करने से क्षेत्र आग में जल जाएगा और जम्मू कश्मीर देश से अलग हो जाएगा. उन्होंने कहा, ‘‘क्षेत्र के युवाओं ने उन्हें आईना दिखाया. जब लोगों को उनकी असलियत का पता चला और उन्होंने उन्हें नकार दिया तो इन पार्टियों ने देश के बाकी हिस्सों में यह धारणा फैलानी शुरू कर दी. जम्मू-कश्मीर में मेरी बहनों और बेटियों से पूछिए कि अपने अधिकारों के लिए कौन तरस रहा था? वे जानते हैं कि उनके भाई और उनके बेटे ने उन्हें उनके अधिकार दिए हैं.''
  प्रधानमंत्री ने कहा कि अनुच्छेद 370 के निरस्त होने से समाज के विभिन्न वर्गों के लिए न्याय सुनिश्चित हुआ और उन्हें आजादी के बाद पहली बार अपने संवैधानिक अधिकार मिले.
  उन्होंने कहा, ‘‘हमारे सैनिकों की माताओं को अब पथराव को लेकर कोई चिंता नहीं है. घाटी की माताएं मुझ पर आशीर्वाद बरसा रही हैं क्योंकि उन्हें अब इस बात की चिंता नहीं है कि उनके बेटे गलत हाथों में पड़ जाएंगे. वे आराम से सो रहे हैं. अब पुल नहीं जल रहे हैं, जबकि आधुनिक सुरंगों, चौड़ी सड़कों और रेलवे यात्रा के साथ नए एम्स, आईआईटी और आईआईएम बन रहे हैं, जो जम्मू-कश्मीर का भाग्य बन रहे हैं.''
  मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने पिछले 10 वर्षों में आतंकवादियों और भ्रष्टाचारियों को घेरा है और इस अवधि में जम्मू कश्मीर पूरी तरह से बदल गया है. उन्होंने कहा, ‘‘सबसे बड़ी उपलब्धि हृदय परिवर्तन और लोगों का निराशा से आशा की ओर बढ़ना है. जम्मू-कश्मीर के दोनों क्षेत्रों में बड़ी संख्या में पर्यटक और तीर्थयात्री आ रहे हैं, जो यहां के लोगों का सपना था.''
  प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘आपका सपना मोदी का संकल्प है. मोदी ने अपने जीवन का हर मिनट आपको और देश को समर्पित किया है और 2047 तक ‘विकसित भारत' की गारंटी को पूरा करने के लिए 24 घंटे काम कर रहे हैं.'' उन्होंने कहा, ‘‘कृपया मुझ पर विश्वास कीजिए, मैं उन समस्याओं से निजात दिलाऊंगा जिन्होंने जम्मू कश्मीर को पिछले 60 वर्षों से परेशान किया हुआ था.''
  भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवारों सिंह (उधमपुर से) और जुगल किशोर (जम्मू से) के लिए वोट मांगते हुए मोदी ने कहा कि आगामी चुनाव केंद्र में मजबूत सरकार बनाने के लिए भी हैं जो देश की चुनौतियों का डटकर सामना कर सके.
  प्रधानमंत्री ने शाहपुर-कांडी बांध के पूरा होने में देरी के लिये कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा, ‘‘रावी नदी का पानी पाकिस्तान में बह रहा है जबकि सांबा और कठुआ में हमारे किसान कष्ट झेल रहे हैं. मोदी ने किसानों को दी गई गारंटी को पूरा किया क्योंकि बांध के पूरा होने से हजारों लोगों को फायदा होने वाला है, जिससे यहां के घर भी रोशन होंगे.''
 

  श्रीनगर/शौर्यपथ /जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि इस समय देश में अघोषित 'आपातकाल' है और सरकार के मामलों में कोई 'पारदर्शिता' नहीं है. फारूक अब्दुल्ला द्वारा उत्तरी कश्मीर बारामूला लोकसभा सीट के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा के बाद श्रीनगर में पार्टी मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए उमर ने आरोप लगाया कि इस समय देश में अघोषित "आपातकाल" लागू है.
उन्होंने कहा,“वर्तमान में अघोषित आपातकाल है. इंदिरा गांधी के युग के विपरीत, उन्होंने साहसपूर्वक आपातकाल की घोषणा की और उसके बाद चुनाव भी कराए, वर्तमान शासन में ऐसी पारदर्शिता का अभाव है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वंशवाद की राजनीति से कोई दिक्कत नहीं है और जब भी वह वंशवाद की राजनीति का जिक्र करते हैं तो असल में उनका मतलब उन लोगों से होता है, जो उनका विरोध करते हैं. एक दशक से, पीएम मोदी वंशवाद की राजनीति पर चर्चा कर रहे हैं. भाजपा को वंशवाद की राजनीति से कोई दिक्कत नहीं है, बल्कि, उन्हें उन राजनीतिक दलों से दिक्कत है, जो उनका विरोध करते हैं."
 उन्होंने कहा, "आगामी लोकसभा चुनाव के लिए उनके उम्मीदवारों की सूची में बड़ी संख्या में राजनीतिक परिवारों के लोग शामिल हैं."
प्रधानमंत्री के इस आश्वासन का जिक्र करते हुए कि विधानसभा चुनाव जल्द होंगे और जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा, उमर ने कहा, पीएम मोदी ने यह कहकर हम पर कोई एहसान नहीं किया है. सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही आदेश दिया है कि जम्मू-कश्मीर में चुनाव 30 सितंबर से पहले कराए जाने चाहिए. वे कोर्ट के निर्देशों का पालन करने के लिए बाध्य हैं.

बिलासपुर / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय द्वारा प्रदेश में बड़े पैमाने पर जजों का ट्रांसफर किया गया है। सात न्यायिक अधिकारियों को एंट्री लेवल डिस्ट्रिक्ट जज के पद पर पदोन्नत कर एडीजे बनाया गया है। 70 से अधिक सिविल जजों का तबादला भी किया गया है। यही नहीं राज्यपाल के विधि अधिकारी को एडीजे बनाया गया है।
  छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के निर्देशानुसार न्यायिक सेवा में फेरबदल के साथ अफसरों का प्रमोशन किया गया है। इसके अंतर्गत नीरू सिंह राज्यपाल सचिवालय विधि अधिकारी को रायपुर में एडीजे दशम के रूप में स्थानांतरित किया गया है। साथ ही सात सीनियर सिविल जजों को एंट्री लेवल डिस्ट्रिक्ट जज के रूप में पदोन्नत किया गया है। इसके अलावा राज्य के अलग अलग स्थानों में पदस्थ करीब 70 के करीब सिविल जजों का तबादला आदेश भी जारी किया गया है।
सीनियर सिविल जजों को बनाया गया एडीजे
 प्रमोशन पाने वाले सात सीनियर सिविल जजों में संजय रात्रे रजिस्ट्रार कमर्शियल कोर्ट को एडीजे सेकेंड बलौदाबाजार, संतोष ठाकुर सीजेएम दुर्ग को रायगढ़, नरेंद्र कुमार सीजेएम अंबिकापुर को रायपुर में, श्यामवती मरावी सीजेएम बलौदाबाजार को दुर्ग में एडीजे, सुषमा लकड़ा सीजेएम सूरजपुर को यहीं एडीजे, अनिल प्रभात मिंज सीजेएम धमतरी को बिलासपुर में एडीजे और दीपक कुमार कोशले सीजेएम रायगढ़ को दुर्ग में फिफ्थ एडीजे नियुक्त किया गया है।

अभद्र टिपण्णी व अमर्यादित शब्दों के इस्तमाल पर कांग्रेस का भाजपा पर बड़ा आरोप
भाजपा बताएं विपक्ष को कुत्ते की पूंछ कहना कौन सी मर्यादा?
भाजपा के सोशल मीडिया हैंडल से लगातार अभद्र पोस्ट हो रही 

  रायपुर/ शौर्यपथ / लोकसभा चुनाव के मतदान की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है प्रथम चरण के मतदान 19 अप्रैल को होने है ऐसे में राजनैतिक दलों द्वारा भाषा की मर्यादा का पथ पद्य जा रहा है एक दुसरे के ऊपर अमर्यादित अशोभनीय टिपण्णी के आरोप और शिकायतों का दौर शुरू हो चूका है ऐसे में अब आम जनता को ही यह देखना और समझना होगा कि भाषा की मर्यादा कौन sa दल और कौन sa नेता गिरा रहा है कौन कैसी सोंच रखा हुआ है .
  पद में हो या विपक्ष में शुरुवात और जवाब निरंतर दिया जा रहा है ऐसे कई उदहारण मिल जायेंगे जिससे यह साबित हो जाता है कि मर्यादा का उल्लंघन किया जा रहा है किन्तु सत्ता पक्ष के पास सैया भय कोतवाल तो डर काहे का की कहावत लागू हो जाति है वही विपक्ष ज्ञान परोसने को तत्पर रहता है . भाषा और टिपण्णी के इस जंग में कांग्रेस ने अब भाजपा पर आरोप लगाया .
  कांग्रेस ने कहा कि मोदी की नाकामियों पर पर्दा डालने के लिये भाजपाई अनर्गल और झूठे बयानबाजी पर उतर आये है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बेहद शर्मनाक है कि देश और प्रदेश में सरकार चलाने वाली भाजपा अब विपक्षी दल के नेताओं की तुलना कुत्ते की पूंछ से कर रही है। यह भाजपा का संस्कार है। भाजपा बतायें विपक्ष को कुत्ते की पूंछ कहना कौन सी मर्यादा? चुनाव में राजनैतिक प्रहारों का विलाप करने वाले भाजपाई राजनीति के स्तर को गिरा रहे है। भाजपा का आईटी सेल कांग्रेस नेताओं और प्रत्याशियों का स्तरहीन पोस्टर बना कर भाजपा के सोशल मीडिया हैंडल से पोस्ट कर लगातार पोस्ट करता है, जिसमें राजनैतिक भाषा शैली की मर्यादा को तार-तार किया जाता है जब अपने पर आती है तो भाजपाई विलाप करने लग जाते है। प्रदेश में लोकसभा चुनाव शुरू होते ही भाषाई मर्यादा का उल्लंघन भाजपा के सोशल मीडिया हैंडल से जारी पोस्टरों से हुई है जो आज तक जारी है।
     प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा प्रधानमंत्री मोदी को कांच की गुड़िया बनाकर प्रस्तुत करना चाहती है उनके खिलाफ राजनैतिक बयान को भाजपाई एजेंडा बना कर प्रस्तुत करने में लगे है। यदि आप सत्ता में है राजनीति में है तो आलोचना सहने की ताकत भी रखना होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने तो सांसद के बाहर और संसद में अनेकों बार विपक्षी दल के नेताओं के लिए अभद्र टिप्पणियां किया है जो प्रधानमंत्री पद की गरिमा के खिलाफ था तब भाजपाईयों की सुचिता कहां गई थी? कांग्रेस पर उंगली उठाने के पहले भाजपाई अपने गिरेबान में झांके।
 प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि जब प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष पर अभद्र टिप्पणी किया तब भाजपाई चुप थे। भाजपाई बतायें एक सांसद की दिवंगत पत्नी को 50 करोड़ की गर्लफ्रेंड कहा। संसद के भीतर महिला सांसद को सुर्पनखा कहा। शहीद परिवार की एक सर्वमान्य नेत्री को कांग्रेस की विधवा और जर्सी गाय कहा। पूर्व प्रधानमंत्री और विख्यात अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह पर रेनकोट पहनकर नहाने की बात कहकर मजाक बनाया। निर्वाचित मुख्यमंत्री को मायावी राक्षस कहा। भारत मे जन्म लेना पाप है विदेशों में जाकर मोदी ने कहा। दुर्भावनापूर्वक विद्वेष फैलाने कपड़ो से पहचाने की बात किसने कही थी? भाजपा को नैतिकता का पाठ मोदी को सिखाना चाहिये।

- जिले में शत प्रतिशत मतदान सुनिश्चित करने आरोहण बीपीओ सेंटर टेड़ेसरा के युवाओं द्वारा मतदाता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
- युवाओं ने अपने मताधिकार का उपयोग करने का किया आव्हान
- युवाओं ने 26 अप्रैल को स्वतंत्र, निष्पक्ष, शांतिपूर्ण, निर्भीक और बिना किसी प्रलोभन के मतदान करने का लिया संकल्प

     राजनांदगांव / शौर्यपथ / मतदाता जागरूकता स्वीप कार्यक्रम के अंतर्गत बड़ी संख्या में युवाओं ने लोकसभा निर्वाचन 2024 में विशाल आकर्षक रंगोली एवं दीप जलाकर शत प्रतिशत मतदान करने की अपील की। जिले में शत प्रतिशत मतदान सुनिश्चित करने आरोहण बीपीओ सेंटर टेड़ेसरा के युवाओं द्वारा मतदाता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान युवाओं ने मानव श्रंृखला बनाकर नागरिकों को मतदान के लिए प्रेरित किया। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री संजय अग्रवाल के मार्गदर्शन में लोकसभा निर्वाचन 2024 में मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित करने विभिन्न कार्यक्रम एवं प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। जिला पंचायत सीईओ एवं नोडल अधिकारी स्वीप सुश्री सुरूचि सिंह के निर्देश पर जिले में स्वीप अंतर्गत मतदाता जागरूकता के लिए व्यापक तौर पर कार्य किए जा रहे हैं।
सीईओ जिला पंचायत एवं स्वीप नोडल अधिकारी सुश्री सुरूचि सिंह ने युवाओं को लोकसभा निर्वाचन 2024 में शत प्रतिशत मतदान सुनिश्चित करने की शपथ दिलाई। उन्होंने युवाओं को लोकतंत्र में मतदान के महत्व के संबंध में जानकारी दी गई। युवा वर्ग को मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए यह स्वीप कार्यक्रम आयोजित किया गया। युवाओं को मतदान प्रक्रिया में भाग लेने के साथ ही नागरिकों को मतदान के लिए जागरूक करने को कहा गया। युवाओं ने एक स्वर में इस लोकतंत्र के महापर्व पर अपना योगदान शत-प्रतिशत मतदान करने की सहमति दी।
युवाओं ने लोकसभा सामान्य निर्वाचन में 26 अप्रैल 2024 को स्वतंत्र, निष्पक्ष, शांतिपूर्ण, निर्भीक और अन्य किसी भी प्रकार के प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना जिले में शत प्रतिशत मतदान करने का संकल्प लिया। स्वीप कार्यक्रम में युवाओं ने मतदाता जागरूकता के नारे लोकतंत्र के लिए मतदान राजनांदगांव का अभिमान, मोर वोट-मोर अधिकार, लोकतंत्र का करें सम्मान 26 अप्रैल को करें मतदान, जागरूक मतदाता ही लोकतंत्र की असली पहचान जैसे नारों से अपने मताधिकार का उपयोग करने का आव्हान किया गया।

नवागढ़ / शौर्यपथ /गुरुवार को नगर में ईद का त्योहार धूमधाम के साथ मनाया गया। ईद मुस्लिम धर्म का सबसे बड़ा पर्व होता है। यह पर्व आपसी भाईचारे का प्रतीक है। लोग इस पर्व में एक-दूसरे को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद देते है। स्थानीय मस्जिद में नमाज पढ़ने के बाद समाज के लोगों ने एक दूसरे को गले लगकर ईद की मुबारकबाद दी। सुबह से ही समाज के लोग विशेषकर बच्चे और युवा नए वेशभूषा में नजर आए। सुबह वार्ड 07 के मस्जिद में सभी ने एक साथ फजर की नमाज अदा की। इसके बाद सभी मस्जिद में ईद की नमाज के हुए एकजुट हुए। यहां इमाम साहब द्वारा ईद-उल-फितर की नमाज पढ़ाई गई।  इसके बाद ख्वाजा शेख सैफ़ुद्दीन चिश्ती र.अ. के दरगाह एवं कब्रिस्तान में फातिया पढ़ा गया। इसके बाद पूरे दिन रिश्तेदारो और एक दूसरे के घर मिलना और बधाई देने का सिलसिला चलता रहा है।

हाजी उस्मान खान ने बताया कि मक्का से मोहम्मद पैगंबर के प्रवास के बाद पवित्र शहर मदीना में ईद-उल-फितर का उत्सव शुरू हुआ। कहा जाता है कि पैगम्बर हजरत मुहम्मद ने बद्र की लड़ाई में जीत हासिल की थी। इस जीत की खुशी में सभी का मुंह मीठा करवाया गया था। इसी दिन को मीठी ईद या ईद-उल-फितर के रुप में मनाया जाता है। ईद का त्योहार लोग बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं। इस दिन हर घर में सेवई बनती है। ईद के चांद के सामने दुआएं पढ़ी जाती हैं। इस खास दिन का हर मुस्लिम को इंतजार रहता है। सभी अपने प्रियजनों से गले लग उन्हें ईद की मुबारकबाद देते हैं। साथ ही पुराने गिले-शिकवे भी मिटा देते हैं।

ईद का त्यौहार बढ़ाता है आपसी भाईचारे की भावना

इमाम सलमान रज़ा ने बताया कि ईद का त्यौहार सामाजिक एकता को मजबूत करने के साथ ही आपसी भाईचारे की भावना को बढ़ाता है। यह पर्व अमन-चैन और सौहार्द का संदेश देता है। ईद का त्यौहार साल में रमज़ान के महीने के बाद आता है। इस दिन का मुस्लिम धर्म के लोग बड़ी बेसब्री से इंतजार करते हैं। क्योंकि यह त्यौहार रमजान के पूरे महीने रोजे रखने, अल्लाह की इबादत करने के बाद नसीब होता है।


इन्होंने की नमाज अदा

इस दौरान मुतवल्ली सज्जाक हीरू क़ुरैशी, हनीफ खान, नायब इस्माइल खान, जियाउल खान, जलील खान,जिब्राइल खान, महबूब खान, लतीफ खान,नवाब खान,रसीद खान,रउफ खान, वसीम राजा खान, बशीर खान, यूनुस खान, नजीर बेग, अब्दुल रहमान खान, फिरोज खान,कादर खान, डागा खान,जाहिद अली, जुबेर खान, जुनैद खान,मोहसिन खान, शेखावत अली, शरीफ बेग, हनीफ बेग, रफीक कुरैशी सहित मुस्लिम समाज के सभी लोग शामिल हुए।

ब्यूटी टिप्स /शौर्यपथ / चेहरे को चमकदार और बेदाग बनाए रखने के लिए केमिकलयुक्त फेस वॉश, मास्क और क्रीम आदि अप्लाई करते हैं. यह सारे प्रोडक्ट्स आपकी स्किन को हेल्दी भी रखते हैं. लेकिन आप घरेलू नुस्खों से भी अपनी त्वचा का ख्याल रख सकते हैं. आप अपनी स्किन को बेदाग रखने के लिए दही और नींबू फेस  पर अप्लाई कर सकते हैं. यह आपकी त्वचा में नई जान फूंक देते हैं.  
कैसे लगाएं दही और नींबू चेहरे पर -
- दही और नींबू भी  आप फेस पर लगा सकते हैं. इसके पोषक तत्व त्वचा को स्वस्थ बनाते हैं. आप नींबू मिलाकर चेहरे पर लगाते हैं तो आपके चेहरे के दाग-धब्बे भी हल्के पड़ सकते हैं.
- पहले स्किन की डीप क्लीनिंग  करिए.फिर चेहरे पर नींबू और दही अप्लाई करिए. यह मिश्रण त्वचा को अच्छे से एक्सफोलिएट करता है.
- दही से स्किन को नमी मिलती है. इससे फेस में सॉफ्टनेस बनी रहती है. ड्राई स्किन वालों को जरूर लगाना चाहिए. इसके लैक्टिक एसिड फेस को मॉइश्चराइज रखते हैं.
- दही चेहरे से एक्ने को भी दूर रखता है. इसके इंफ्लेमेटरी गुण सूजन व दर्द से भी छुटकारा दिलाता है. ऑयली स्किन से भी राहत मिलती है.
- आप दही में शहद  भी मिलाकर लगा सकते हैं. बस थोड़ा सा दही लीजिए और उसमें शहद मिलाएं. सभी सामग्रियों को एक मिक्सिंग बाउल में मिलाएं और अपने चेहरे पर लगाइए. यह मास्क ठंडे पानी से धोने से पहले लगभग 15 मिनट तक लगाकर रखें.
- दही सनबर्नसे भी राहत दिलाता है.यह यूवी किरणों से होने वाले डैमेज से राहत दिलाता है. तेज धूप से फेस पर लालिमा छा जाता है. यह जिंक से भरपूर है और इसमें सूजन-रोधी प्रभाव होते हैं.

   ब्यूटी टिप्स /शौर्यपथ /सर्दी के मौसम में एड़ियों के फटने की समस्या आम है. ठंडी और रूखी हवाएं स्किन को नुकसान पहुंचाती है. ऐसे में एड़ियों की देखभाल करनी चाहिए. दरअसल घर के काम करने के चक्कर में महिलाएं अक्सर बिना चप्पलों के धूल मिट्टी, पानी में सारा दिन रहती हैं. जिसका असर न सिर्फ उनकी हेल्थ पर पड़ता है, बल्कि फटी एड़ियों की वजह भी बनता है. फटी एड़ियों में दर्द के साथ जलन और कई बार खून निकलने की समस्या भी होने लगती है. हम अक्सर अपनी स्किन की बहुत अच्छे से केयर करते हैं, लेकिन अपने पैरों को पैम्पर करना ही भूल जाते हैं. ऐसे आज हम आपको एक होममेड क्रीम बताएंगो जिससे आपके पैरों को सॉफ्ट बनाने का काम करेगा.  
फटी एड़ियों  के लिए होममेड क्रीम |
1. पेट्रोलियम जेली- ½ कटोरी
2. ग्लिसरीन- 2 चम्मच
3. जोजोबा ऑयल- 5 बूंद
घर में क्रीम बनाने का तरीका |
1.  सबसे पहले पेट्रोलियम जेली को एक डिब्बी में डालकर गर्म पानी में डाल दें.
2.  जब यह अच्छी तरह पिघल जाए, तो इसे एक एयर टाइट कंटेनर में डाल दें.
3.  अब इसमें 2 चम्मच ग्लिसरीन और जोजोबा ऑयल की कुछ बूंदे डालकर मिला लें.
4.  जब सभी सामग्री अच्छी तरह मिल जाएं,तो इसको बंद करके जमने के लिए रख दें.
5.  क्रीम के अच्छी तरह जमने के बाद इसे रात को सोने से पहले अपनी फटी एड़ियों पर लगाएं.
6.  फटी एड़ियों की समस्या दूर होने के बाद भी आप मुलायम एड़ी पाने के लिए इस क्रीम का इस्तेमाल कर सकते हैं.

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