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फ्रेंड बैंक बनाना ज़रूरी है, आपने बनाया क्या अपना फ्रेंड बैंक !

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हर एक फ्रेंड ज़रूरी होता है’, क्योंकि उसकी हमारी ज़िंदगी में ख़ास जगह होती है, और वो भी अलग ढंग से।

अगर आपको यक़ीन ना आए, तो एक फ्रेंड बैंक बनाकर देखिए, आप अपने सारे दोस्तों की अहमियत का निरालापन जान जाएंगे।

दोस्तों के बिना ज़िंदगी वो ज़िंदगी नहीं जिसकी हम कल्पना करते हैं। लेकिन हम सब की ज़िंदगी में एक ऐसा ख़ास दोस्त ज़रूर होता है जिसे हम बेस्ट फ्रेंड कहते हैं। बेस्ट फ्रेंड से हम अपने मन की हर एक बात कह लेते हैं।

हमारी ज़िंदगी में दोस्तों की एक लंबी लिस्ट ना सही एक छोटी लिस्ट तो ज़रूर होती है- दोस्तों का बैंक, फ्रेंड बैंक!
फ्रेंड बैंक होना बेहद ज़रूरी है क्योंकि ये इकलौता ऐसा बैंक है जहाँं ख़ुशनुमा पलों का लेनदेन होता है, ज़िंदगी के उतार-चढ़ाव की समझ बनती है, बिना कुछ सोचे-समझे बिंदास जीने की जगह मिलती है। देखें तो, दोस्तों की फ़ेहरिस्त में कौन से वर्ग हैं—

पक्के दोस्त...

ये ऐसे दोस्त होते हैं जो हर हाल में आपके साथ होते हैं। आपकी बहुत-सी निजी बातें इन्हें पता होती हैं। एक-दूसरे के बारे में छोटी से छोटी बात भी आप जानते हो। कभी-कभार दूरियां भी आ जाती हैं लेकिन रिश्ता नहीं बदलता। परिवार के ठीक बाद इनका ही नाम आता है। अच्छा हो या बुरा, आप इनको हर वक़्त में याद कर सकते हो। अगर आप इनसे दो महीने बाद भी बात करो तो लगेगा जैसे कल ही की बात है।
क्यों ज़रूरी : बेस्ट फ्रेंड आपके सुख-दुख में हमेशा आपके साथ होते हैं। जहां परिवार के लोग आपको निबाह की सीमाओं में बांधकर देखते हैं, वहीं यह परिजन जैसा ही दोस्त आपको एक स्वतंत्र व्यक्तित्व के रूप में स्वीकार करने की आज़ादी देता है।

सुनने वाले दोस्त...

ये आपकी हर बात सुनते हैं। ज़रूरी नहीं कि ये आपको हर वक़्त सलाह दें लेकिन जब भी आपको मन की बात कहनी हो तो ये हमेशा तैयार रहते हैं। ये कभी अपने विचार आप पर थोपते नहीं हैं। आप इनसे हर तरह की बात साझा कर सकते हैं। आपकी दोहराई हुई बातों को भी ये इत्मीनान से सुनते हैं। ये महज़ जवाब या राय देने के लिए ही आपकी बात नहीं सुनते।
क्यों ज़रूरी : कोई बात जो आपको बहुत दिनों से परेशान कर रही हो, आप इनसे कह सकते हैं। इनसे बात करने के बाद ऐसा लगता है जैसे कोई भार कम हो गया हो।

बचपन के दोस्त...

ये दोस्त आपके बचपन को सबसे बेहतर तरीक़े से जानते हैं। ये लंबी दूरी के साथी होते हैं। जब भी आप इनके साथ होते हैं तो ऐसा लगता है मानो समय ने करवट बदल ली और आप बीते दिनों में वापस चले गए। आप इनके साथ बीते हुए ख़ुशनुमा दिनों को एक बार फिर से जी सकते हैं। समय के साथ-साथ व्यक्तित्व और परिस्थितियां बदलने लगती हैं लेकिन इनसे आपका रिश्ता कभी नहीं बदलता। इस दोस्ती में ऊंच-नीच और भेदभाव नहीं होता।
क्यों ज़रूरी : बचपन के दोस्त का साथ हमेशा चलने वाली एलुम्नाई पार्टी की तरह होता है, जहां ढेर सारी यादों के साथ होते हैं असीमित ठहाके। जब भी किसी तरह का तनाव हो तो इनसे बात करके दूर कर सकते हैं।

सामान्य दोस्त...

इनके साथ आप घूमने-फिरने जाते हैं, कभी फिल्म देखने तो कभी किसी कैफे में कॉफी पीने। ये दोस्ती गहरी नहीं होती लेकिन इनके साथ समय अच्छा बीतता है। इनके साथ निजी बातें साझा नहीं करते, इसका मतलब ये नहीं कि ये ख़ास नहीं होते। इनकी एक अलग जगह होती है। आप एक-दूसरे को बहुत अच्छी तरह से नहीं जानते, ऐसे में आपको एक-दूसरे के बारे में समय-समय पर नई-नई मज़ेदार बातें पता चलती हैं।
क्यों ज़रूरी : आपको किसी नई जगह जाना हो, ये दोस्त हमेशा तैयार रहते हैं। इनके साथ हुई हल्की-फुल्की बातचीत भी आपके मन को ख़ुश कर देती है।

दफ़्तर वाले दोस्त...

इनसे आपकी दोस्ती दफ़्तर में होती है। आप इनसे काम से संबंधित सारी बातें साझा कर सकते हैं। नौकरी से संबंधित कोई भी बात आपको परेशान कर रही हो तो आप इन्हें बेझिझक बता सकते हैं। आपस में किसी भी तरह की प्रतिस्पर्धा का भाव नहीं होता। आप इनसे बहुत से विषयों पर बातें कर सकते हैं। अगर आप इनके साथ दफ़्तर के अलावा भी कहीं मिलते हैं, तो समय के साथ दोस्ती गहरी होती चली जाती है।
क्यों ज़रूरी : नौकरी में कई तरह का तनाव होता है लेकिन इनसे बातें करके वो कम हो जाता है। इनकी मौजूदगी में आप ऊर्जा से भरे होते हैं और काम पर भी ध्यान अधिक लगता है। किसी प्रोजेक्ट में मुश्किल आ रही हो तो ये आपकी मदद ज़रूर करते हैं।

मज़ेदार दोस्त...

इनके बिना कोई पार्टी ‘पार्टी’ नहीं लगती। ये उदास पलों को भी मज़ेदार-ख़ुशनुमा पलों में बदलना बहुत अच्छी तरह से जानते हैं। इनके हर चुटकुले पर आप पेट पकड़कर हंसने लगते हैं। यह ज़रूरी नहीं कि आप इनसे रोज़ मिलें लेकिन जब भी इनसे मिलते हैं अच्छा महसूस करते हैं। ये भी ज़रूरी नहीं कि ये आपकी मुश्किलों का समाधान दें लेकिन उनसे निपटने का साहस ज़रूर देते हैं।
क्यों ज़रूरी : आप इनके साथ हमेशा सहज महसूस करते हैं। ये आपका मूड अच्छा करने की काबिलियत रखते हैं।

सलाह देने वाले दोस्त
ये आपकी कोई भी मुश्किल को आसान कर देते हैं। इनके पास हर समस्या का कोई ना कोई उपाय ज़रूर होता है। आप कैसी भी मुश्किल इनके पास लेकर जाएं ये तुरंत उसका हल बता देते हैं। ज़रूरी नहीं कि आप इनसे रोज़ मिलंे लेकिन मुसीबत के वक़्त ये काम ज़रूर आते हैं। ये उम्र में आपसे छोटे या बड़े हो सकते हैं।
क्यों ज़रूरी : इनकी दी हुई सलाह आपको रास्ता दिखाने में मददगार हो सकती है। असमंजस की स्थिति में ये आपके बहुत काम आते हैं

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PANKAJ CHANDRAKAR