भिलाई / शौर्यपथ / आत्मनिर्भरता की ओर एक कदम बढ़ाते हुए भिलाई इस्पात संयंत्र के सिंटर प्लांट-3 (एसपी-3) के मेन एग्जास्टर के पीएलसी सिस्टम का आंतरिक संसाधनों से उन्नयन कर कमीशनिंग किया गया। इस महती परियोजना में एसपी-3 बिरादरी और संयंत्र के इंकास विभाग ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इस परियोजना का स पूर्ण डिजाइन व क्रियान्वयन आंतरिक संसाधनों से स पन्न किया गया। एसपी-3 एवं इंकास विभाग की समर्पित टीम ने आंतरिक संसाधनों से इसके इलेक्ट्रिकल सिस्टम की डिजाइन, क पोनेंट के चयन, हार्डवेयर की आकृति और सॉ टवेयर के विकास के साथ ही इसकी टेस्टिंग कार्य को बखूबी अंजाम दिया।
इस महत्वपूर्ण परियोजना का उद्घाटन सेल के निदेशक प्रोजेक्ट्स एवं बिजनेस प्लानिंग) एवं बीएसपी के सीईओ अनिर्बान दासगुप्ता ने शुक्रवार को किया। इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक वक्र्स राजीव सहगल, मु य महाप्रबंधक प्रभारी एम एंड यू अरविंद कुमार, मुख्य महाप्रबंधक (आई एंड ए) असित साहा, मुख्य महाप्रबंधक वी के श्रीवास्तव सहित संयंत्र के अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
इस अवसर पर सीईओअनिर्बान दासगुप्ता ने एसपी-3 व इंकास की टीम द्वारा की गई कड़ी मेहनत और लागत बचत के उपायों की सराहना करते हुए उन्हें इस चुनौतीपूर्ण परियोजना को सफलतापूर्वक पूरा करने और संस्थान को लाभान्वित करने के लिए बधाई दी। उन्होंने एसपी-3 और इंकास टीम को आंतरिक संसाधनों का समुचित उपयोग करने और इस परियोजना को बेहतर ढंग से निष्पादित करने के लिए भूरि-भूरि प्रशंसा की।
ईडी वक्र्स राजीव सहगल ने इस उपलब्धि के लिए टीम की सराहना की और उन्हें भविष्य में इस तरह के अभिनव और लागत बचत कार्यों को करने के लिए प्रोत्साहित किया।
विदित हो कि एसपी-3 और इंकास विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से इस आधुनिक रॉकवेल पीएलसी सिस्टम को अपग्रेड करने की चुनौती को स्वीकार की। इस चुनौतीपूर्ण कार्य को महाप्रबंधक प्रभारी (एसपी-3) एस व्ही नंदनवार एवं महाप्रबंधक प्रभारी इंकास अजय बाबू एवं महाप्रबंधक इंकास उदय भकत के दिशा-निर्देश व मार्गदर्शन में सफलतापूर्वक संपादित किया गया। इस महत्वपूर्ण कार्य में इंकास विभाग से सहायक महाप्रबंधक श्री अमित कुमार, वरिष्ठ प्रबंधक द्वय जे एस राठौर व सरोज कुमार, प्रबंधक अमित बोकाड़े एवं उप प्रबंधक अंशुल गंगवार तथा एसपी-3 के टीम में शामिल महाप्रबंधक इलेक्ट्रिकल एवं ऑटोमेशन एच के कनकने एवं एस वाष्र्णेय, दीपक गुप्ता, एस सी साहूू, के के वर्मा, अनिल खापेकर, राजेश साहू, अरूणेश शर्मा, आकाश कौशल, एम के श्रीवास्तव, के एन बालपांडे, वाई बी राव एवं बी मीणा ने उल्लेखनीय भूमिका निभाई।
ईएसपी परियोजना के उन्नयन हेतु एग्जास्टर को 60 दिनों की अवधि के लिए बंद कर शटडाउन लिया गया था, इस शटडाउन अवधि को टीम ने एक अवसर के रूप में लिया और इस अवधि का सदुपयोग एग्जास्टर-1 के पीएलसी प्रणाली को अपग्रेड करने के लिए किया गया। विभिन्न विकल्पों की खोज की गई थी और यह पता चला था कि ब्लास्ट फर्नेस-2 का जीसीपी प्रणाली अब उपयोगी नहीं है क्योंकि ब्लास्ट फर्नेस-2 को स्थायी रूप से बंद रखा गया है। इस जीसीपी-2 में रॉकवेल मेक पीएलसी सिस्टम स्थापित था जिसका उपयोग एग्जास्टर में कुछ सुधार कार्य के बाद किया जा सकता था। इस कार्यक्रम का संचालन अरूणेश शर्मा ने और धन्यवाद ज्ञापन अमित कुमार ने किया।