बालोद / शौर्यपथ /@education
छत्तीसगढ़ शासन की युक्तियुक्तकरण नीति अब जमीनी स्तर पर असर दिखा रही है। बालोद जिले के गुण्डरदेही विकासखंड स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परसाही टी में इस व्यवस्था के तहत चार नए व्याख्याता पदस्थ होने से अध्ययन-अध्यापन की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। विद्यालय में लंबे समय से गणित, अंग्रेजी, जीव विज्ञान और हिन्दी जैसे महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षकों की कमी से विद्यार्थी और पालक निराश थे। अब शिक्षकों की नियुक्ति से सभी के चेहरे पर खुशी लौट आई है।
विद्यालय में युक्तियुक्तकरण नीति के तहत श्री हीरालाल साहू (गणित), श्री चंद्रभूषण मोहबिया (अंग्रेजी), श्री राजेश कुमार रावटे (हिन्दी) और श्रीमती दीपिका राज (जीव विज्ञान) को पदस्थ किया गया है। इसके बाद विद्यार्थियों को अब अपने ही विद्यालय में सभी विषयों का बेहतर अध्ययन मिल रहा है।
विद्यालय के विद्यार्थियों कुमारी कुमकुम, नेहा बंजारे और जीत देवांगन ने बताया कि पहले विषय शिक्षक न होने से वे अपने भविष्य को लेकर चिंतित रहते थे और अन्य विद्यालयों में प्रवेश लेने की सोच रहे थे। लेकिन अब सभी विषयों के शिक्षक मिल जाने से न सिर्फ पढ़ाई सुचारु हुई है बल्कि भविष्य को लेकर नई उम्मीद भी जगी है।
पालकों ने भी इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में लागू की गई यह नीति विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने में मील का पत्थर साबित होगी।
विद्यालय परिवार और ग्रामीणजन अब आशान्वित हैं कि युक्तियुक्तकरण की यह व्यवस्था अन्य शालाओं तक भी पहुंचेगी और बच्चों को अपने गांव-क्षेत्र में ही उत्तम शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।