November 23, 2024
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शौर्यपथ

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   नई दिल्ली / शौर्यपथ / पिछले दिनों धोनी (Dhoni) की एक तस्वीर वायरल हुई थी जिसमें उनकी सफेद दाढ़ी की काफी चर्चा हुई थी. फैन्स यह समझ नहीं पा रहे थे कि आखिर में धोनी इतने बूढ़े कैसे दिख रहे हैं. धोनी की सफेद दाढ़ी वाली तस्वीर काफी वायरल भी हुई थी. इसी दौरान ऑस्ट्रेलिया के खेल पत्रकार डेनिस फ्रीडमैन ने धोनी के वायरल हुई तस्वीर का मजाक बनाया और ट्विटर पर भारत के वीर कमांडर अभिनंदन का नाम लेकर ट्रोल करने की भरपूर कोशिश की. खेल पत्रकार डेनिस फ्रीडमैन ने ट्विटर पर धोनी की तस्वीर शेयर कर उनके द्वारा पहनी गई टी-शर्ट पर कमेंट किए और लिखा, आप उस समय ऐसी टी-शर्ट पहनते हैं जब आप अपनी राष्ट्रीय इतिहास की किताबों में 2019 के महान अभिनंदन प्रकरण को अनदेखा कर देते हैं.

दरअसल तस्वीर में धोनी ने जो टी-शर्ट पहनी हैं उसमें भारतीय वायु सेना की प्रतीकात्मक तस्वीर बनी हुई है. बता दें कि पछले साल भारत के कमांडर अभिनंदन ने पाकिस्तान के F16 को मार गिराने के क्रम में पाकिस्तान के सीमा में जा पहुंचे थे जिसके बाद उन्हें पाकिस्तानी सेना ने बंदी बना लिया था. बाद में फिर भारतीय सरकार ने पाकिस्तानी सरकार के साथ बातचीत की और फिर कमांडर अभिनंदन वापस भारत लौट आए थे. गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार के इस कमेंट के बाद ट्विटर पर लोगों ने उनको खूब ट्रोल भी किया. बता दें कि ऑस्ट्रेलियाई स्पोर्ट्स पत्रकार डेनिस फ्रीडमैन इससे पहले भी भारतीय क्रिकेटरों पर कमेंट करते रहे हैं. कोहली और गंभीर को लेकर डेनिस हमेशा ट्विटर पर कमेंट कर छाए रहते हैं. खासकर विराट कोहली के आक्रमक अंदाज को अपने ट्विट के जरिए काफी निशाना बनाते हैं. 

इंदौर/ शौर्यपथ / ‘रेड जोन' में शामिल इंदौर जिले में 20 दिन की एक बच्ची समेत दो साल से कम उम्र वाले 21 अबोध बच्चों ने इलाज के बाद कोविड-19 को मात दे दी है. स्थानीय अस्पतालों में इलाज के दौरान भी इन बच्चों की माताएं ममता का आंचल फैलाकर हरमुमकिन तरीके से उनकी देखभाल करती रहीं. शहर के चोइथराम अस्पताल की वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. रश्मि शाद ने बताया कि पिछले 15 दिन के दौरान उनके अस्पताल के कोविड-19 वॉर्ड से 20 दिन की बच्ची, दो माह के लड़के और डेढ़ साल के लड़के को छुट्टी दी गयी है. इलाज के बाद लगातार दो जांचों में वे कोविड-19 के संक्रमण से मुक्त पाए गए थे. उन्होंने बताया, "कोविड-19 से उबरी 20 दिन की लड़की को अस्पताल से शनिवार को छुट्टी दी गई. उसे एक मई को अस्पताल में भर्ती कराया गया था."

शाद ने बताया कि 20 दिन की लड़की अपने एक नजदीकी रिश्तेदार से संक्रमित हुई थी. लेकिन हैरत की बात यह है कि देखभाल के लिए हमेशा उसके साथ रहने वाली उसकी मां जांच के दौरान कोविड-19 से संक्रमित नहीं पाई गईं. शहर के एक अन्य निजी अस्पताल श्री अरबिंदो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (सैम्स) के छाती रोग विभाग के प्रमुख डॉ. रवि डोसी ने बताया, "गुजरे डेढ़ महीने के दौरान हमारे अस्पताल में इलाज के बाद दो साल से कम उम्र के 18 बच्चे कोरोना वायरस के संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं." उन्होंने बताया कि इनमें से आठ बच्चे छह महीने से कम उम्र के थे और आहार के लिए अपनी मां के दूध पर निर्भर थे.
डोसी ने बताया, "मेरे लिए इतने छोटे बच्चों को कोविड-19 वॉर्ड में भर्ती देखना अलग ही अनुभव था. दवाओं के असर और अपनी अच्छी रोग प्रतिरोधक क्षमता के बूते ये बच्चे इस महामारी से जीत गए." उन्होंने बताया, "संक्रमणमुक्त होने के बाद जब ये बच्चे अपनी प्रफुल्लित माताओं के साथ घर लौट रहे थे, तब एक डॉक्टर के तौर पर मुझे जो खुशी हुई, उसे शब्दों में बयान करना मुश्किल है."

कोविड-19 से संक्रमित दुधमुंहे बच्चों का इलाज करने वाले दोनों डॉक्टरों ने बताया कि इनकी माताओं ने अस्पतालों में मास्क पहनकर और संक्रमण से बचाव के अन्य उपाय करते हुए अपनी संतानों को स्तनपान कराया. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) प्रवीण जड़िया ने बताया कि संक्रमण मुक्त होने के बाद अस्पतालों के कोविड-19 वॉर्डों से छुट्टी के बाद माताओं और उनकी कम उम्र की संतानों को भी अन्य मरीजों की तरह 14 दिन तक अपने घर में अलग रहने की सलाह दी जा रही है. नियमित अंतराल में उनकी सेहत की जानकारी भी ली जा रही है. इंदौर, देश में कोरोना वायरस के प्रकोप से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में शामिल है. आधिकारिक जानकारी के मुताबिक जिले में कोविड-19 के मरीजों की संख्या बढ़ते-बढ़ते 1,858 पर पहुंच गई है. इनमें से 89 लोगों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है, जबकि 891 मरीजों को इलाज के बाद संक्रमण मुक्त होने पर अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है.

नई दिल्ली / शौर्यपथ /

       कोरोनावायरस (Coronavirus) संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आज रात 8 बजे देश को संबोधित करेंगे. लॉकडाउन को लेकर सोमवार को राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक के बाद पीएम मोदी का यह संबोधन काफी अहम है. देशव्यापी लॉकडाउन 17 मई को समाप्त हो रहा है. मार्च महीने में लॉकडाउन की घोषणा के बाद से यह प्रधानमंत्री मोदी का तीसरा संबोधन होगा. सूत्रों के मुताबिक, इसमें पीएम मोदी प्रवासियों (Migrants) और लॉकडाउन (Lockdown) के मुद्दे पर बोल सकते हैं. 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के नाम अपने संबोधन में प्रवासियों के संकट पर बोल सकते हैं, जो कि लॉकडाउन के दौरान नौकरी जाने की वजह से अपने घरों की ओर कूच कर रहे हैं. घर लौटने के लिए परेशान लोग पैदल, साइकिल या ट्रकों में लटक कर, यहां तक कि ऑटोरिक्शा से आ रहे हैं. इनमें से कई लोगों की भूख, थकान या दुर्घटना में मौत भी हो गई है. 

राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ सोमवार को हुई बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा था कि प्रवासियों के एक जगह से दूसरे जगह जाने से राज्यों पर असर पड़ेगा. हम जानते हैं कि इससे संक्रमण के मामलों में तेजी आएगी लेकिन यह देश को कोरोनावायरस से मुक्त कराने में मदद करेगा. प्रधानमंत्री ने राज्यों से प्रवासियों और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए योजना तैयार करने को कहा है.

पीएम मोदी ने बैठक में कम प्रतिबंधों के साथ लॉकडाउन के जारी रहने का संकेत दिया है. बैठक के बाद जारी बयान के मताबिक, पीएम मोदी ने कहा, "मैं इस बात पर अडिग हूं कि पहले चरण में जिन उपायों की जरूरत थी, उनकी आवश्यकता दूसरे चरण में नहीं थी. इसी प्रकार तीसरे चरण में जिन उपायों की जरूरत है, उनकी आवश्यकता चौथे चरण में नहीं है." 

सूत्रों की ओर से सोमवार को दी गई जानकारी के मुताबिक, देश में 17 मई के बाद भी लॉकडाउन बढ़ाया जा सकता है. मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में लॉकडाउन आगे किस रूप में होगा इसके लिए प्रधानमंत्री ने सभी राज्यों से 15 मई तक सुझाव मांगे हैं. सूत्रों ने कहा कि कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्रों में रात्रि कर्फ्यू और सीमित परिवहन व्यवस्था जैसे प्रतिबंध भी लागू रह सकते हैं. 

बैठक के दौरान, अधिकांश राज्यों ने भी लॉकडाउन (Lockdown) बढ़ाने की मांग की है. इस दौरान राज्यों ने कहा कि रेड ज़ोन को जिला स्तर पर रखने के बजाए कंटेनमेंट ज़ोन में रखा जाए और जिले के बाकी हिस्सों में गतिविधियां शुरू की जाएं. 

देश में कोरोनावायरस (Coronavirus) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में कोरोनावायरस से अब तक 2293 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि संक्रमितों की संख्या 70,756 हो गई है.

पश्चिम बंगाल । शौर्यपथ । पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता आख़िर कोरोना का हॉटस्पॉट कैसे बन गया है? यहां नए मामलों की संख्या तेज़ी से बढ़ रही है. अब तक राज्य में कोरोना के जितने मामले आए हैं, उनमें से आधे से अधिक कोलकाता में ही हैं. कोराना के कारण मरने वालों का अनुपात भी लगभग ऐसा है. इसके साथ ही यहां कंटेनमेंट ज़ोन की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. कोलकाता नगर निगम के 144 वार्डों में से 107 में इस वायरस के मरीज़ों की संख्या बढ़ रही है. केंद्र सरकार पहले ही कह चुकी है कि 13.2 फ़ीसदी के साथ पश्चिम बंगाल में कोरोना की मृत्यु दर देश में सबसे ज़्यादा है. हालांकि राज्य सरकार ने इस दावे का खंडन किया है. लेकिन वह भी मानती है कि कोलकाता की स्थिति गंभीर है.कोरोना पॉज़िटिव की बढ़ती संख्या लगातार बढ़ते मामलों से परेशान सरकार ने अब कोलकाता के पांच कोरोना अस्पतालों में जांच और इलाज की निगरानी के लिए पांच विशेषज्ञ टीमों का गठन किया है. इसके साथ ही एशिया की सबसे बड़ी थोक अनाज मंडी बड़ाबाज़ार के कुछ हिस्सों को अन्यत्र शिफ़्ट करने पर भी विचार किया जा रहा है. बेहतरीन अस्पतालों और डॉक्टरों के साथ, पूरा सरकारी ताम-झाम और पुलिस-प्रशासन की मुस्तैदी के बावजूद कोलकाता में कोरोना पॉज़िटिव की बढ़ती संख्या राज्य के लिए सबसे बड़ी चुनौती के तौर पर उभरी है. पूरे राज्य में जो 566 कंटेनमेंट ज़ोन हैं उनमें से 326 अकेले कोलकाता में हैं. कंटेनमेंट ज़ोन की यह सूची लगभग रोज़ाना लंबी हो रही है.राज्य में कोरोना वायरस की वजह से अब तक जो मौतें हुई हैं, उनमें से लगभग 60 फ़ीसदी कोलकाता में ही हैं. संक्रमितों के मामले में तो यह आँकड़ा इससे भी ज़्यादा है. कोरोना के मामले बढ़ने की वजह कोलकाता में इस वायरस की वजह से जिन लोगों की मौत हुई है उनमें वरिष्ठ डॉक्टरों के अलावा केंद्रीय सुरक्षाबल के अधिकारी, वरिष्ठ एडवोकेट और जाने-माने इतिहासकार हरिशंकर वासुदेवन जैसे लोग शामिल हैं. इस कारण अब स्वास्थ्य के आधारभूत ढांचे पर भी सवाल उठने लगे हैं. डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों में तो यह संक्रमण इतनी तेज़ी से बढ़ रहा है कि डॉक्टर्स फ़ोरम ने चिंता जताई कि अगर परिस्थिति पर शीघ्र काबू नहीं पाया गया तो कुछ दिनों में यहां कोरोना के मरीज़ों का इलाज करने वाला भी कोई नहीं बचेगा. गृह सचिव आसापान बनर्जी कहते हैं कि सरकार इस संक्रमण पर अंकुश लगाने के लिए हरसंभव उपाय कर रही है. लेकिन आख़िर कोलकाता में कोरोना संक्रमण के तेज़ी से फैलने की वजह क्या है? विशेषज्ञों का कहना है कि लॉकडाउन के पहले और दूसरे चरण में महानगर में इसकी सरेआम धज्जियां उड़ती रहीं. बाज़ारों और सड़कों पर उमड़ती भीड़ को देख कर कहीं से लगता ही नहीं था कि लॉकडाउन चल रहा है. आए दिन अख़बारों और टीवी पर आने वाली तस्वीरें इसकी गवाही देती रही हैं. कोरोना संक्रमितों की संख्या अप्रैल के आख़िर में सरकार कुछ सख़्त ज़रूर हुई, लेकिन बावजूद इसके संक्रमण के मामले घटने की बजाय बढ़ ही रहे हैं. नौ से 10 मई के बीच चौबीस घंटे के दौरान राज्य में कोरोना से जिन 14 लोगों की मौत हुई उनमें से 10 लोग कोलकाता के ही थे. बीते एक सप्ताह से कोरोना संक्रमितों की संख्या तेज़ी से बढ़ रही है. 10 मई को राज्य में 153 नए मरीज़ सामने आए थे जो एक नया रिकार्ड था. इनमें से 87 लोग कोलकाता के थे. स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि आम लोगों की लापरवाही की वजह से हालात तेज़ी से बदतर हुए हैं. इसके अलावा कोरोना वायरस का स्वरूप बदलना भी इसके लिए ज़िम्मेदार है. विशेषज्ञ प्रोफ़ेसर अनिमेष बसु कहते हैं, "कोरोना का संक्रमण और मृतकों की संख्या बढ़ना कई चीज़ों पर निर्भर है. यह देखना होगा कि क्या सांस की बीमारी वाले लोगों को सही इलाज मिल पा रहा है? क्या कोरोना के लक्षण वाले मरीज़ देरी से अस्पताल पहुंच रहे हैं और क्या उनको वहां सही इलाज मिल रहा है? इसके साथ यह भी देखना होगा कि वायरस का म्यूटेशन तो नहीं हो रहा है?" कोलकाता में खाद्यान्नों की सबसे बड़ी थोक मंडी तृणमूल कांग्रेस से राज्यसभा सदस्य और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के अध्यक्ष डॉ. शांतनु सेन मानते हैं कि कोलकाता में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. लेकिन उनका दावा है कि पूर्ण लॉकडाउन के बाद सघन आबादी वाले वाले इलाक़ों से नए मामले अब कम आ रहे हैं. वो कहते हैं, "कोलकता नगर निगम ने कंटेनमेंट ज़ोन में घर-घर जाकर जाँच और सर्वेक्षण का काम शुरू किया है." कोविड-19 से ममता बनर्जी सरकार की लड़ाई में डा. शांतनु सेन भी अहम भूमिका में हैं.वो बताते हैं कि कोलकाता में खाद्यान्नों की सबसे बड़ी थोक मंडी की कई गलियों को पूरी तरह सील कर दिया गया है.इस इलाक़े में स्थित पोस्ता मार्केट में देश के विभिन्न हिस्सों से ट्रकों में भर कर खाद्यान्न पहुंचता हैं. बाज़ार शिफ्ट करने से रुकेगा संक्रमण का ख़तरा? अब सरकार इस बाज़ार के एक हिस्से को कोलकाता से बाहर शिफ्ट करने पर विचार कर रही है. नगर निगम के पूर्व मेयर और शहरी विकास मंत्री फिरहाद हक़ीम का कहना है कि इन ट्रकों की वजह से भी संक्रमण तेज़ी से फैल रहा है. वो कहते हैं, "अगर लोग इसी तरह बाहर से ट्रकों में आते रहे तो वायरस के संक्रमण को रोकना संभव नहीं है. पुलिस से इन ट्रकों को शहर की सीमा से बाहर ही रोक कर सामान उतारने की व्यवस्था करने को कहा गया है." फिरहाद हक़ीम का कहना है कि बड़ाबाज़ार और आसपास के इलाक़ों में कोरोना संक्रमितों की संख्या महानगर के दूसरे इलाक़ों के मुक़ाबले ज़्यादा है. इसलिए सरकार इस बाज़ार को कहीं अन्य शिफ्ट करने पर विचार कर रही है. पुलिस और प्रशासन दूसरी ओर, कोलकाता पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी नाम नहीं छापने की शर्त पर कहते हैं कि देश के दूसरे राज्यों से आने वाले ट्रकों को महानगर की सीमा से बाहर खड़ा करने की स्थिति में भी खाद्यान्न को छोटे ट्रकों में लाद कर बड़ाबाज़ार तक तो लाना ही होगा. ऐसे में संक्रमण का ख़तरा जस का तस ही रहेगा. वो बताते हैं, "हमने तमाम कंटेनमेंट ज़ोन को सील कर दिया है और घर-घर ज़रूरी सामान भी पहुंचा रहे हैं. लेकिन लगातार बढ़ते ऐसे इलाक़ों की वजह से लोगों को ज़रूरी सामान मुहैया कराना अब मुश्किल होता जा रहा है." इस बीच, बीजेपी ने कोलकाता की मौजूदा परिस्थिति के लिए पुलिस और प्रशासन की लापरवाही को ज़िम्मेदार ठहराया है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष कहते हैं, "लॉकडाउन लागू करने में पहले दिन से ही बरती गई लापरवाही का खामियाज़ा इस महानगर को भुगतना पड़ रहा है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहले मिठाई दुकानों को खोलने की अनुमति दे दी. उसके बाद बाज़ारों में भी भीड़ उमड़ती रही." घोष का कहना है कि देश के बाक़ी महानगरों के मुक़ाबले कोलकाता में लॉकडाउन के लंबा खिंचने का उन्हें अंदेशा है.

कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लागू किए लॉकडाउन में क़रीब 50 दिनों तक बंद रही रेल सेवा सीमित रूप में बहाल हो रही है. मंगलवार से सरकार ने यात्री ट्रेनें चलाने का फ़ैसला किया है और इसके लिए टिकट की बुकिंग भी शुरू कर दी.सोमवार को टिकट बुकिंग में काफ़ी मारामारी दिखी और कुछ मिनटों में ही कई रूट की ट्रेनें भर गई. कुछ रूट पर अगले पांच दिन के लिए भी टिकट नहीं हैं.रेल मंत्रालय की ओर से ट्रेनों का समय और उन स्टेशनों की जानकारी दी गई है जहां ये ट्रेनें रुकेंगी. एक नज़र में देखिए सभी ट्रेनों का समय और स्टॉपेज वाले स्टेशन- ट्रेन नंबर: 02301- हावड़ा से नई दिल्ली, प्रस्थान समय: शाम 05:05 (प्रतिदिन)ट्रेन नंबर: 02302- नई दिल्ली से हावड़ा, प्रस्थान समय: शाम 4:55 (प्रतिदिन)स्टॉपेज़: आसनसोल, धनबाद, गया, पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन, प्रयागराज और कानपुर सेंट्रल ट्रेन नंबर: 02951- मुंबई सेंट्रल से नई दिल्ली, प्रस्थान का समय: शाम 05:30 बजे (प्रतिदिन)ट्रेन नंबर: 02952- नई दिल्ली से मुंबई सेंट्रल, प्रस्थान का समय: शाम 04:55 बजे (प्रतिदिन)स्टॉपेज़: सूरत, वडोदरा, रतलाम और कोटा ट्रेन नंबर: 02957 - अहमदाबाद से नई दिल्ली, प्रस्थान का समय: शाम 06:20 बजे (प्रतिदिन) ट्रेन नंबर: 02958 - नई दिल्ली से अहमदाबाद, प्रस्थान का समय: शाम 08:25 बजे (प्रतिदिन)स्टॉपेज़: पालनपुर, अबु रोड, जयपुर और गुड़गांव ट्रेन नंबर: 02309 - राजेंद्र नगर से नई दिल्ली, प्रस्थान का समय: शाम 07:20 बजे (प्रतिदिन)ट्रेन नंबर: 02310 - नई दिल्ली से राजेंद्र नगर, प्रस्थान का समय: शाम 05:15 बजे (प्रतिदिन)स्टॉपेज़: पटना जंक्शन, पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन, प्रयागराज जंक्शन और कानपुर सेंट्रल जंक्शन ट्रेन नंबर: 02691 - बेंगलुरू से नई दिल्ली, प्रस्थान का समय: शाम साढ़े आठ बजे (प्रतिदिन) ट्रेन नंबर: 02692 - नई दिल्ली से बेंगलुरू, प्रस्थान का समय: रात 09:15 बजे (प्रतिदिन)स्टॉपेज़: अनंतपुर, गुंतकल जंक्शन, सिकंदराबाद जंक्शन, नागपुर, भोपाल जंक्शन और झांसी जंक्शन ट्रेन नंबर: 02424 - नई दिल्ली से डिब्रूगढ़, प्रस्थान का समय: शाम 04:45 बजे (प्रतिदिन) ट्रेन नंबर: 02423 - डिब्रूगढ़ से नई दिल्ली, प्रस्थान का समय: रात 09:10 बजे (प्रतिदिन)स्टॉपेज़: दीमापुर, लुमडिंग जंक्शन, गुवाहाटी, कोकराझार, मरियानी, न्यू जलपाईगुड़ी, कटिहार, बरौनी, दानापुर, पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन, प्रयागराज जंक्शन और कानपुर सेंट्रल ट्रेन नंबर: 02442 - नई दिल्ली से बिलासपुर, प्रस्थान का समय: शाम 4 बजे (मंगलवार और शनिवार)ट्रेन नंबर: 02441- बिलासपुर से नई दिल्ली, प्रस्थान का समय: दोपहर 02:40 बजे (सोमवार और गुरुवार)स्टॉपेज़: रायपुर जंक्शन, नागपुर, भोपाल और झांसी ट्रेन नंबर: 02823 - भुवनेश्वर से नई दिल्ली, प्रस्थान का समय: सुबह 10 बजे (प्रतिदिन) ट्रेन नंबर: 02824 - नई दिल्ली से भुवनेश्वर, प्रस्थान का समय: शाम 05:05 बजे (प्रतिदिन)स्टॉपेज़: बालासोर, हिजली (खड़गपुर), टाटानगर, बोकारो स्टील सिटी, गया, पंडित दीन दयाल जंक्शन और कानुपर सेंट्रल ट्रेन नंबर: 02425 - नई दिल्ली से जम्मू तवी, प्रस्थान का समय: रात 09:10 बजे (प्रतिदिन)ट्रेन नंबर: 02426 - जम्मू तवी से नई दिल्ली, प्रस्थान का समय: शाम 08:10 बजे (प्रतिदिन)स्टॉपेज़: लुधियाना ट्रेन नंबर: 02434 - नई दिल्ली से चेन्नई सेंट्रल, प्रस्थान का समय: शाम 4 बजे (बुधवार और शुक्रवार)ट्रेन नंबर: 02433 - चेन्नई सेंट्रल से नई दिल्ली, प्रस्थान का समय: 06:35 बजे (शुक्रवार और रविवार)स्टॉपेज़: विजयवाड़ा, वारंगल, नागपुर, भोपाल, झांसी और आगरा ट्रेन नंबर: 02454 - नई दिल्ली से रांची, प्रस्थान का समय: दोपहर 03:30 बजे (बुधवार और शनिवार)ट्रेन नंबर: 02453 - रांची से नई दिल्ली, प्रस्थान का समय: शाम 05:40 बजे, (गुरुवार और रविवार)स्टॉपेज़: पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन और कानपुर सेंट्रल ट्रेन नंबर: 02414 - नई दिल्ली से मडगांव, प्रस्थान का समय: सुबह 11:25 बजे (शुक्रवार और शनिवार) ट्रेन नंबर: 02413 - मडगांव से नई दिल्ली, प्रस्थान का समय: सुबह साढ़े दस बजे (सोमवार और रविवार)स्टॉपेज़: रत्नागिरी, पनवेल, सूरत, वडोदरा जंक्शन और कोटा जंक्शन ट्रेन नंबर: 02438 - नई दिल्ली से सिकंदराबाद, प्रस्थान का समय: शाम 4 बजे 90 (रविवार) ट्रेन नंबर: 02437 - सिकंदराबाद से नई दिल्ली, प्रस्थान का समय: दोपहर 01:15 बजे (बुधवार)स्टॉपेज़: नागपुर, भोपाल और झांसी जंक्शन ट्रेन नंबर: 02432 - नई दिल्ली से तिरुवनंतपुरम, प्रस्थान का समय: सुबह 11:25 बजे (मंगलवार, बुधवार और रविवार) ट्रेन नंबर: 02431 - तिरुवनंतपुरम से नई दिल्ली, प्रस्थान का समय: शाम 07:45 बजे (मंगलवार, गुरुवार, शुक्रवार)स्टॉपेज़: एर्नाकुलम जंक्शन, कोझिकोड, मंगलोर, मडगांव, पनवेल, वडोदरा और कोटा ट्रेन नंबर: 02501 - अगरतला से नई दिल्ली, प्रस्थान का समय: शाम सात बजे (सोमवार)ट्रेन नंबर: 02502 - दिल्ली से अगरतला, प्रस्थान का समय: शाम 07:50 बजे (बुधवार)स्टॉपेज़: बदरपुर जंक्शन, गुवाहाटी, कोकराझार, न्यू जलपाईगुड़ी, कटिहार जंक्शन, बरौनी जंक्शन, पाटलिपुत्र, पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन और कानपुर सेंट्रल ट्रेनों में किराया मंगलवार से शुरू होने वाली ट्रेन यात्रा के लिए रेलवे की तरफ़ से अब ट्रेन चलने, किराए और सोशल डिस्टेंसिंग के नियम पर एक नया सर्कुलर भी जारी किया गया है. आईआरसीटीसी के सीएमडी एमपी मल ने इस सर्कुलर की मुख्य बातें बीबीसी से साझा की है. उनके मुताबिक़, ये 15 जोड़ी ट्रेनें राजधानी होंगी, और जो किराया इस रूट पर पहले लगता था, वही इस बार भी लागू होगा. लेकिन केटरिंग के चार्ज नहीं लगेंगे. आपको बता दें, लॉकडाउन के पहले तक राजधानी ट्रेनों में 'डायनेमिक प्राइसिंग' लागू होता था यानी जैसे-जैसे सीटें भरती जाएंगी, किराया बढ़ता जाएगा. केटरिंग के लिए पानी और कुछ पैकेज्ड फूड ट्रेन में पैसे देकर यात्री ख़रीद सकेंगे. इन ट्रेनों में रास्ते में बेड रोल नहीं दिया जाएगा. एक ट्रेन में राजधानी की ही तरह 1 AC, 2AC, 3AC के कोच होंगे. 1 AC और 2AC में सोशल डिस्टेंसिंग की दिक्कत नहीं आएगी, लेकिन 3AC पर फ़िलहाल स्पष्ट नहीं कहा जा सकता कि वो 72 सीटों वाली होगी या नहीं. ऐसा इसलिए क्योंकि श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में भी 1200 की जगह अब 1700 यात्री ले जाने की बात हो रही है. नए नियमों के मुताबिक: ट्रेनों में सीट बुकिंग 7 दिन पहले ही हो पाएगी तत्काल बुकिंग नहीं होगी RAC टिकट भी नहीं मिलेगा एजेंट टिकट बुक नहीं करा पाएंगे यात्रियों को स्टेशन 90 मिनट पहले पहुंचना होगा ट्रेन चलने के 24 घंटे के पहले तक टिकट कैंसिल की अनुमति होगी. स्टेशन आने और जाने की सुविधा कैसे मिलेगी? ट्रेन चलाने के लेकर, फ़ैसले के बाद हर तरफ सवाल यही था कि लोग घर से स्टेशन और स्टेशन से घर तक कैसे पहुंचेंगे. इसको लेकर अब स्थिति स्पष्ट हो गई है. ट्रेन की कंफ़र्म टिकट दिखाने के बाद लोगों और ड्राइवर को स्टेशन से घर और घर से स्टेशन जाने के लिए सुविधा दी जाएगी. सोशल डिस्टेंसिंग कैसे करेगी सरकार? स्टेशन पर यात्रियों की स्क्रीनिंग की जाएगी. यात्रा करने वालों को स्टेशन पर सैनिटाइजर दिया जाएगा. और यात्रा से पहले और यात्रा के दौरान पैसेंजर को मास्क पहनना अनिवार्य होगा. स्टेशन पर उतरने के बाद, जिस राज्य में ट्रेन पहुंचेगी, वहां की राज्य सरकारों ने जो नियम बनाएं हैं, यात्रियों को उन सभी नियमों का पालन करना होगा. मसलन अगर राज्य सरकार क्वारंटीन में यात्रियों को भेजना चाहे या फिर होम आइसोलेशन की बात कहे, तो यात्रियों को वो दिशा निर्देश पालन करने ही होंगे. इमेज कॉपीरइटTWITTER/PIYUSH GOYAL मज़दूरों के लिए अलग ट्रेन रेल मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि दूसरे राज्यों में फँसे मज़दूरों के लिए आगे भी श्रमिक ट्रेंने चलती रहेंगी. रेलवे प्रशासन के मुताबिक़ सोमवार सुबह तक 468 श्रमिक ट्रेनें चलाई जा चुकी है. तकरीबन 4 लाख मज़दूरों को सरकार अपने घर पहुँचा चुकी है. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को ट्वीट पर जानकारी दी थी कि 300 और श्रमिक स्पेशल चलाने की योजना है. राज्य सरकारों की मांग पर ऐसा किया जा रहा है. केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने सोमवार सुबह ही सभी राज्यों के गृह सचिवों को चिट्टठी लिख कर श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने में राज्य सरकारों को रेल मंत्रालय से सहयोग करने की बात की है.

रायपुर / शौर्यपथ / कलेक्टर डा एस भारती दासन ने रायपुर जिले के रोकथाम और बचाव की दृष्टि से नगर निगम रायपुर, बीरगांव, सहित अन्य नगरीय निकायों और जनपदो के लिए वार्ड वार एक्टिव सर्विलेंस टीम का गठन किया है। ये टीम सर्वेक्षण करने के साथ कोरोना से बचाव और रक्षा के लिए जागरूकता बढ़ाने जैसे कार्य में सहायता करेगी । रेडक्रास सोसायटी के सभाकक्ष में आज 12 मई को नगर निगम रायपुर के टीम और रिजर्व टीम का 4 पालियो में प्रशिक्षण होगा। इस संबंध में आज फील्ड के मास्टर ट्रेनर का प्रशिक्षण हुआ। जिला कार्यकम अधिकारी एवं नोडल अधिकारी ए के पाण्डेय ने बताया कि वार्ड नं 1 से 30 के लिए दोपहर 12 बजे से, वार्ड नं 31 से 60 तक 1.30 बजे से, वार्ड नं 61 से 70 तक दोपहर 3 बजेसे और रिजर्व टीम को शाम 4 बजे से प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसी तरह अन्य निकायों और जनपद के लिए भी प्रशिक्षण दिया जाएगा।

दुर्ग । शौर्यपथ । *केस 1 -* ग्राम खर्रा के निवासी देवनारायण राय नागपुर के पास के गांव में ईंटभट्ठे में काम करते हैं। लाकडाउन के दौरान वहां पंचायत ने उन्हें खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई। उनके साथ 28 लोग और भी इसी तरह से ईंटभट्ठे में काम करते थे। लाकडाउन के तीसरे चरण में जब यह सुना कि मजदूरों के लिए घर जाने में लगी पाबंदियां हटा ली गई हैं उन्होंने भी निर्णय किया कि अब घर चलेंगे। मालवाहक गाड़ियों में लिफ्ट लेकर वो बार्डर पहुंचे। इसके बाद कभी लिफ्ट मिल गई तो कभी थोड़ा सफर पैदल तय कर लिया। भिलाई-चरौदा में बने श्रमिक सहायता केंद्र में इन सभी 28 मजदूरों को नाश्ता कराया गया। फिर उन्हें सूखा राशन उपलब्ध कराया गया। कलेक्टर श्री अंकित आनंद एवं जिला पंचायत सीईओ कुंदन कुमार के निर्देश पर इन्हें बलौदाबाजार में इनके घरों तक पहुंचने के लिए बस की व्यवस्था की गई। उनकी सुरक्षित वापसी हुई या नहीं, यह जानने के लिए श्री राय के नंबर पर फोन लगाया गया। उन्होंने बताया कि वे अपने गांव में बने क्वारंटीन सेंटर में पहुंच गए हैं। पूरे रास्ते भर में जिला प्रशासन के श्रमिक सहायता केंद्रों में जिस तरह से सहायता मिली, वो हमेशा याद रहेगी। इसके बगैर छोटे बच्चों को साथ लेकर अपने घर पहुंचना मुश्किल हो जाता। *केस 2-* गोपाल महतो मुंबई में मजदूरी करते हैं। वो झारखंड जाने निकले। गोपाल ने बताया कि रास्ता लंबा था और मन में बहुत दुविधा थी लेकिन अब तक बहुत कुशलता से पहुंच गया हूँ। छत्तीसगढ़ राज्य का अपना अनुभव बताते हुए उन्होंने कहा कि बैरियर में मेरी मेडिकल जांच की गई। इसके बाद श्रमिक सहायता केंद्र में मैंने नाश्ता किया। फिर दुर्ग में श्रमिक सहायता केंद्र में रूका। यहां मुझे नाश्ता कराया गया, रास्ते के लिए सूखी खाद्य सामग्री दी गई। लंबी दूरी में जब सारे रेस्टारेंट बंद हैं इस तरह शासन द्वारा सहायता केंद्र खोला जाना बहुत अच्छा है। *केस 3-* अंजोरा नाके में जिला प्रशासन ने दूसरे राज्यों से आने वाले श्रमिकों के लिए बस उपलब्ध कराई। वहीं एडीशनल एसपी रोहित झा एवं सीएसपी विवेक शुक्ला ने नाश्ते के पैकेट श्रमिकों को दिए। इन सभी को अपने गृह ग्राम तक छोड़ने के लिए बस का इंतजाम किया गया। वर्धा में चना तोड़ने का काम करने श्यामलाल ने बताया कि चना तोड़ने गए थे लाकडाउन लग गया। भरोसा था कि अपने प्रदेश की सीमा तक पहुंच गए तो आगे भी अपने लोगों की मदद से पहुंच जाएंगे। अब यहां बस मिल गई है आगे के सफर की कोई दिक्कत नहीं रही। दूसरे राज्यों से लौट रहे प्रवासी श्रमिकों को यात्रा के दौरान किसी तरह से खाने-पीने की दिक्कत न हो और उचित ट्रांसपोर्टेशन मिले, इसके लिए शासन ने महत्वपूर्ण स्थलों पर श्रमिक सहायता केंद्र स्थापित किए हैं। इन केंद्रों में नाश्ते के साथ सूखा राशन दिया जा रहा है और जरूरत पड़ने पर ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। उल्लेखनीय है कि अंजोर नाके पर, गंडई नाके पर और प्रत्येक नगर निगम की सीमा पर श्रमिक सहायता केंद्रों का संचालन किया जा रहा है जहां श्रमिकों की सभी तरह की परेशानियों का हल करने निर्देश दिए गए हैं। अलग-अलग रूट में बसों एवं अन्य छोटे वाहनों के माध्यम से श्रमिकों को सुरक्षित घर तक पहुंचाने की कार्रवाई की जा रही है।

रायपुर । शौर्यपथ । कमिश्नर रायपुर संभाग श्री जी.आर.चुरेन्द्र और पुलिस महानिरीक्षक आनंद छाबड़ा ने आज बलौदाबाजार -भाटापारा जिले के तहसील मुख्यालय सिमगा का दौरा कर दूसरे राज्यों से आ रहे श्रमिकों की सकुशल घर वापसी के तमाम उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने श्रमिक शटल के नाम से श्रमिकों को क्वारंटाइन सेंटर तक पहचानें की बस सेवा की सराहना की। उन्होंने सभी आने वाले श्रमिकों के स्वास्थ्य जाॅच कराने एवं भोजन आदि की पर्याप्त व्यवस्था किये जाने के निर्देश दिए ।जिला के बहुत से श्रमिक,तीर्थ यात्री जो वापस आते है। उन सभी के लिये चेक पॉइंट सेंटर से नजदीकी कोरेन्टाईन सेन्टर तक पहुंचाने की व्यवस्था प्रशासन की ओर से किया गया है।जिसे श्रमिक शटल वाहन नाम दिया गया है। जिसमें 3 बस एवं एक पिकअप शामिल है। श्रमिको के स्वास्थ्य परीक्षण के लिये 24 घण्टे स्वास्थ्य विभाग का टीम तैनात किया गया है।जो प्रत्येक मजदूरों का स्वास्थ्य परीक्षण कर रहे है।साथ ही जनपद पंचायत एवं नगर पंचायत सिमगा की ओर से भोजन आदि वस्तुओं की व्यवस्था की गई है।श्रमिकों के लिये विश्राम स्थल बनाये गये है। जहां बिजली, पानी एवं मूलभूत व्यवस्था सुनिश्चित किया गया है। ताकि किसी भी मजदूर को तकलीफ़ ना हो।

भिलाईनगर / शौर्यपथ / भिलाई निगम द्वारा निगम क्षेत्र के निस्तारी वाले तालाबों में जलभराव के पूर्व आसपास की सफाई कराई जा रही है, ताकि तालाबों में बाहर से गंदगी न आए। वार्ड 16 के तालाब में जलभराव किया जा रहा है जहां झिल्ली, पन्नी एवं अन्य ठोस पदार्थ के कचरों को रोकने निगम की ओर से जाली लगाया जा रहा है। ग्रीष्म ऋतु में आमजन को निस्तारी की समस्या न हो तथा आसपास के क्षेत्रों का वाटर लेवल बना रहे इसके लिए निगम क्षेत्र के तालाबों से झिल्ली, पन्नी व कचरे को निकालकर साफ किया जा रहा है। तालाब में साफ पानी का भराव हो इसके लिए नहर किनारे भी सफाई कराई जा रही है। कुछ जोन में कैनाल की भी सफाई कराई गई है ताकि जलभराव में रुकावट न हो।
तालाबों में जलभराव पश्चात जल शुद्धिकरण के लिए एलम आदि की व्यवस्था की जा चुकी है। जोन 02 के जोन स्वास्थ्य अधिकारी अनिल मिश्रा ने बताया कि भिलाई निगम क्षेत्र के लोगों के निस्तारी की व्यवस्था को बेहतर बनाने निगम प्रशासन द्वारा जोन क्षेत्रों के कैनाल एवं तालाबों की सफाई के पश्चात बड़े नालियों में जाली लगाई जा रही है, जिससे झिल्ली, पन्नी व अन्य कचरों को तालाब में फैलने से रोका जा सके। आज वार्ड 16 के नकटा तालाब व ढौर तालाब में जलभराव किया गया। तालाब में जलभराव से क्षेत्र के नागरिकों को निस्तारी के लिए सहुलियत होगी।
इन तालाबों की हो गई सफाई -
जोन के स्वच्छता अधिकारियों ने बताया कि तालाबों के आसपास फैली गंदगी, झिल्ली, पन्नी व अन्य कचरे को निकाला जा रहा है। इसके अलावा आवागमन के लिए तालाब के समीप के स्थलों सफाई किया जा रहा है। वार्ड 28 के दर्री तालाब, वार्ड 21 श्यामनगर, वार्ड 27 के घासीदास नगर तालाब, जोन कं. 01 में वार्ड 01 शीतला तालाब, वार्ड 02 स्मृतिनगर तालाब, वार्ड 03 भेलवा तालाब, वार्ड 04 संजयनगर तालाब, वार्ड 07 दाउबाड़ा तालाब, हुडको तालाब, आल्हा बंद तालाब, जोन कं. 02 में वार्ड 27 घासीदास नगर तालाब, कुरूद बस्ती वार्ड 16 में शीतला तालाब, नकटा तालाब, ढौर तालाब, केम्प तालाब, जोन कं. 03 में वार्ड 21 बैकुंठधाम तालाब, श्यामनगर तालाब व सेक्टर 02 तालाब, जोन कं. 04 में दर्री तालाब व सूर्यकूंड तालाब की सफाई हो चुकी है।

अधिक दर पर नमक बेचे जाने की सूचना पर 34 दुकानों में कराई गई जांच
दो दुकानों में अधिक दर पर नमक बेचते पाया गया दुकानों को सील कर दी गई
अधिक दर पर नमक बेचे जाने की शिकायत खाद्य विभाग के कन्ट्रोल रूम नंबर 78984-10930 पर होगी दर्ज


   राजनांदगांव / शौर्यपथ / कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य ने बाजार में नमक उपलब्ध नहीं होने तथा अधिक दर पर बेचे जाने की सूचना को गंभीरता से लेते हुए आज अधिकारियों की टीम बनाकर पूरे जिले में 34 स्थानों में जांच कराई गई। जांच में राजू किराना स्टोर्स रामदेव बाबा मंदिर के सामने पुराना गंज चौक राजनांदगांव तथा अमर किराना स्टोर्स रेल्वे क्रासिंग के पास तुलसीपुर में निर्धारित मूल्य से अधिक दर पर नमक बेचना पाया गया।
अधिकारियों की टीम ने दोनों किराना स्टोर्स को सील कर दी गई। कलेक्टर मौर्य ने इसी मामले में खाद्य विभाग के अधिकारियों को अधिक दर पर नमक विक्रय किया जाना पाए जाने पर दुकानों को सील करते हुए संबंधित के विरूद्ध कठोर दण्डात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
जिला खाद्य अधिकारी किशोर कुमार सोमावार ने आज यहां बताया कि कलेक्टर मौर्य के निर्देश पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, खाद्य अधिकारी, तहसीलदार, खाद्य निरीक्षक तथा नगरी निकायों के अधिकारियों द्वारा आज ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में 34 स्थानों पर दुकानों की जांच की गई। जांच के दौरान राजनांदगांव नगर निगम क्षेत्र में दो दुकानों में अधिक दर पर नमक बेचने की शिकायत सही पाई गई। अन्य दुकानों में की गई जांच में पर्याप्त मात्रा में नमक होना पाया गया। अधिक दर पर नमक बेचने की शिकायत के संबंध में अधिकारियों ने गोपनीय रूप से नमक की खरीदी खुदरा दुकानों से कराई गई। इन दुकानों में उचित दर पर नमक का विक्रय किया जाना पाया गया।
अधिकारी सोमावार ने बताया कि जिले की दुकानों में पर्याप्त मात्रा में नमक उपलब्ध है। इस संबंध में किसी भी प्रकार की अफवाह फैलाने वालों के विरूद्ध कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। इसके अतिरिक्त शासकीय उचित मूल्य दुकानों से वितरित किए जाने वाले नमक का भी पर्याप्त स्टॉक शासकीय गोदामों में उपलब्ध है। श्री सोमावार ने बताया कि नमक के पैकेट में उल्लेखित अंकित मूल्य से अधिक मूल्य पर नमक का विक्रय नहीं किया जाएगा। ऐसे नमक पैकेट जिनमें अधिकतम विक्रय मूल्य अंकित नहीं है। उन्हें 10 रूपए प्रति किलो की दर से बेचा जाएगा। निर्धारित दर से अधिक दर पर विक्रय किए जाने के संबंध में शिकायत खाद्य विभाग के कन्ट्रोल रूम नंबर 78984-10930 पर दर्ज कराई जा सकती है। शिकायत सही पाए जाने पर संबंधित दुकान को सील करते हुए दुकानदारों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
कलेक्टर मौर्य ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में कही पर भी नमक की कमी नहीं है। नमक की दो रेक पहले से ही अनलोड हो रही है। उपभोक्ताओं को चिंता करने की जरूरत नहीं है। श्री मौर्य ने कहा कि जिन लोगों ने अधिक मूल्य पर नमक की खरीदी की है। वे एसडीएम आफिस में जाकर शपथ पूर्वक शिकायत कर सकते हैं। शिकायत की जांच की जाएगी। कलेक्टर मौर्य ने कहा कि आज राजनांदगांव शहर की दो दुकानों को सील की गई है। आगे जांच की जा रही है। कलेक्टर मौर्य ने कहा कि जिले में नमक की कमी नहीं है। जानबूझकर अफवाह फैलाई गई है, ताकि मनमाने मूल्य पर नमक बेच सके।

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