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दुर्ग / शौर्यपथ / कोरोना संक्रमण से मरने वालो की संख्या जो भी हो किन्तु कोरोना के संकट के कारण देश में ऐसे कई दर्दनाक हादसे हो रहे है जो जीवन को झंझोर कर रख देंगे . ट्रेन की पत्री में मौत , सफर में पडल चलते चलते मौत जैसे दर्दनाक हादसे के बाद एक ऐसा दर्दनाक घटना घटी हुई जिसे सुनकर ही दिल दहल जाता है है कैसा महसूस कर रही होगी वो माँ जो ९ माह अपने जिगर को कोख में संभल कर राखी लॉक डाउन के ५० दिन भी संभल कर राखी और जब अपने गृह निवास पहुँचने के करीब थी तो एक शिशु को जन्म भी दिया किन्तु सिर्फ एक घंटे का मात्रितव सुख भोगने के बाद नवजात की मौत पर माँ का कलेजा फट गया और दहल गए वो सरे जो इस दर्दनाक घटना को आँखों से देख रहे थे .
मामला है श्रमिको की वापसी का .दिल्ली से दुर्ग के लिए आईे श्रमिक स्पेशल ट्रेन में शनिवार की सुबह बेमेतरा जिला के नवागढ़ की एक महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया और जन्म के एक घंटे बाद ही बच्ची की मौत हो गई। मौत के बाद भी बच्ची को गोद में लेकर बच्ची की मां रोते बिलखते दुर्ग पहुंची। इस मामले की जानकारी लोगों को तब पता चला जब श्रमिक एक्सप्रेस दुर्ग पहुंची। इस मामले की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन ने उस महिला के परिवार को अलग से वाहन की व्यवस्था कर उसे उसके गृहग्राम नवागढ़ भिजवाया। उस महिला के साथ में आने वाले लोगों ने बताया कि रास्ते भर बच्ची की मां बच्ची की सूरत देखदेखकर रोती बिलखती रही।
मिली जानकारी के अनुसार नवागढ़ का नथ परिवार मजदूरी करने के लिए प्रेमनगर दिल्ली गया हुआ था। नथ परिवार की बहू सीमा नथ, पति श्यामनथ (20 वर्ष) गर्भवती थी। उसके प्रसव का समय भी नजदीक था। दिल्ली से रवाना होने के घंटे भर बाद प्रसव पीड़ा शुरू हुआ। बोगी में सवार अन्य महिलाओं की मदद से जैसे तैसे प्रसव कराया गया।
रायपुर/ शौर्यपथ / नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक और भाजपा द्वारा धान के अंतर राशि और बोनस के सम्बन्ध में की जा रही बयान बाजी को कांग्रेस ने बेशर्मी की पराकाष्ठा बताया है। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता और संचार विभाग के सदस्य सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भुपेशबघेल की कांग्रेस सरकार किसानों को अंतर राशि देने जा रही इस खीझ और पीड़ा में भी भाजपाई बयान दे रहे है।छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार के द्वारा 2500 रु प्रति कुंटल में की जाने वाली धान की खरीदी में केंद्र की मोदी सरकार द्वारा जबरिया रोक लगाने वाले भाजपाई किस मुंह से धान की अंतर राशि पर बयान बाजी कर रहे हैं।प्रदेश की जनता ने देखा है कैसे भाजपा की केंद्र सरकार धान की कीमत 2500 रु देने पर राज्य सरकार को सेंट्रल पूल के चावल नहीं लेने की धमकी दे रही थी ।मुख्यमंत्री भूपेशबघेल द्वारा प्रधानमंत्री मोदी और खाद्यमंत्री पासवान को आधा दर्जन से अधिक बात पत्र लिखने तथा व्यक्तिगत मुलाकात कर अनुरोध करने के बावजूद केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ के किसानों को धान की कीमत 2500 रु देने की अनुमति देने को तैयार नही हुए ।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बार बार कहते रहे कि घोषित समर्थन मूल्य से अधिक राशि का भुगतान राज्य सरकार अपने वित्तीय संसाधनों से करेगी लेकिन भाजपा की केंद्र सरकार मानने को तैयार नही हुई ।
कांग्रेस संचार विभाग के सदस्य ने कहा कि जब केंद्र सरकार धान की कीमत 2500 रु नही देने का दबाव बना रही थी तब धर्म लाल कौशिक ,रमन सिंह ,सहित भाजपा के किसी नेता ने राज्य के किसानों के हित में कोई आवाज नही उठाया ।भाजपा के 9 लोकसभा सांसदों से भी मुख्यमंत्री ने इस सम्बंध में किसानों के हित मे केंद्र से अनुमति दिलवाने का आग्रह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया था तब भाजपाई नेता और सांसद दलीय प्रतिबद्धता के कारण चुप्पी साधे रहे ।किसानों के हित में एक भी भाजपा नेता का कोई बयान नही अस्य था ।भाजपाई कहते रहे वायदा मोदी से पूछ कर नही किया था ।लेकिन वायदा पूरा करने में मोदी सरकार राजनैतिक अड़ंगेबाजी करेगी यह भी तो नही मालूम था।
कांग्रेस संचार विभाग के सदस्य सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि वायदे के अनुसार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसानों के लिए राजीव गांधी किसान न्याय योजना शुरू की है पूर्व प्रधानमंत्री राजीवगांधी की पुण्यतिथि 21 मई से किसानों को धान के कीमत की अंतर राशि मिलना शुरू हो जाएगी ।जब किसानों को धान के कीमत की अंतर राशि मिलना शुरू हो रही तो इसमें भी भाजपा नेताओं की पीड़ा हो रही कि केंद्र के असहयोग के बाद भी कैसे राज्य सरकार किसानों को भुगतान करने जा रही है। भाजपा नेताओं की बयान बाजी बता रही कि भाजपा बौखला गयी है वह नही चाहती किसानों को भुगतान हो।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने भाजपा नेताओं से पूछा कि कौन से दो साल के बकाया बोनस की मांग भाजपाई राज्य सरकार से कर रहे है ? कांग्रेस सरकार ने तो पहले साल धान का समर्थन मूल्य 2500 से भुगतान किया था।इस वर्ष भी अंतर राशि का भुगतान करने जा रही फिर यह 2 साल बोनस कहा से आ गया ? यह वही बकाया बोनस तो नही है जो भाजपा ने पन्द्रह साल तक किसानों से वायदा कर नही दिया था ? यह बकाया बोनस भाजपा की धोखाधड़ी का सबूत है जब जब भाजपाई इसकी बात करेंगे किसानों को याद आएगी कैसे वोट लेने भाजपा ने उनके साथ धोखा दिया था।
रायपुर/ शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता विकास तिवारी ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह के उस बयान पर जिसमें कि उनके द्वारा कहा गया कि 5000 से अधिक मजदूर जम्मू कश्मीर राज्य से प्रदेश लौट रहे हैं इस हेतु उन्होंने केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल को आभार व्यक्त किया है परंतु उन्होंने यह नहीं बताया कि इन मजदूरों जैसे कितने लाख मजदूर उनके 15 साल के उनके ही शासन काल के चलते अपनी माटी,अपनी धरती छोड़कर अन्य प्रदेशों में रोजी-रोटी कमाने के लिए गए हुए थे पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह के कार्यकाल में 40त्न से अधिक की आबादी गरीबी रेखा के नीचे गुजर बसर करने को मजबूर थी यह आंकड़ा रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने जारी किया था।
तिवारी ने कहा कि कोरोना ष्टह्रङ्कढ्ढष्ठ 19 महामारी के समय गरीब मजदूरों को मदद एवं आर्थिक सहायता पहुंचाने में नाकाम केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के बचाव में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह उतर गए हैं और केवल और केवल बयानबाजी के अलावा कुछ भी नहीं कर रहे हैं विकास तिवारी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह के शासनकाल में देश की सर्वाधिक झुग्गी झोपड़ी जिसका प्रतिशत 18त्न से अधिक था लोग रहने को मजबूर थे देश की प्रति व्यक्ति आय के सबसे पिछड़े राज्यों में छत्तीसगढ़ राज्य शुमार था अमीरों एवं गरीबों की आय में बहुत ज्यादा विषमता भी थी भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह के शासनकाल में 24 लाख 34 हजार 773 पंजीकृत बेरोजगार और इतने ही पंजीकृत बेरोजगार इस प्रदेश में थे जबकि प्रदेश की जनसंख्या दो करोड़ पचास लाख थी यह पढ़े लिखे बेरोजगार अपनी रोजी-रोटी चलाने के लिए देश के विभिन्न राज्यों जम्मू- कश्मीर,गुजरात,उत्तरप्रदेश,कर्नाटक प्रदेश,तमिलनाडु,महाराष्ट्र जाने को मजबूर हुए इसका भी श्रेय तत्कालीन भाजपा की रमन सरकार को ही जाता है।
तिवारी ने कहा कि आज भारतीय जनता पार्टी और उनके पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह मजदूरों की चिंता तो कर रहे हैं लेकिन यह मजदूर इनके ही शासनकाल में छत्तीसगढ़ राज्य को छोडऩे के लिए मजबूर हुए थे इन माटी पुत्र मजदूरों को सकुशल वापस लाने का काम उठाने का बीड़ा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उसी प्रकार उठाया है जिस प्रकार गंगा को स्वर्ग से धरती में लाने का काम भागीरथी मुनि ने किया था। रमन राज में छत्तीसगढ़ राज्य के 50 लाख से अधिक बेरोजगार जो कि पढ़े लिखे थे उनमें से ही लाखों लोग प्रदेश छोड़कर अन्य राज्यों में अपनी रोजी रोटी कमाने के लिए मजबूर हुए आज जब कोरोना महामारी के समय मनरेगा के तहत 20 लाख से अधिक लोगों को रोजगार देने का मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनकी सरकार ने मनरेगा के तहत किया है।यह बात भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह को नागवार गुजर गया क्योंकि इनके समय ही मजदूरों के साथ अत्याचार किया जाता था इनके थाली से चावल की चोरी की जाती थी जो कि नान घोटाले के रूप में पूरे देश और विदेश में जाना जाता है।
congress प्रवक्ता ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह से अनुरोध किया है कि कोरोना महामारी को छत्तीसगढ़ राज्य में पांव पसारने से रोकने के लिए ओछी राजनीति छोड़कर स्वस्थ एवं जनहित की राजनीति करने की आवश्यकता है और क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष है और केंद्र में उनके ही पार्टी की सरकार है तो छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा मांगी गई 30 हजार करोड़ रुपयों की राशि तत्काल प्रदेश को दिलवाने के लिए मदद करनी चाहिए जिससे कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था पटरी पर आ सके और जो प्रदेश से बाहर अन्य राज्यों से मजदूर आ रहे हैं
उनको भी प्रदेश में ही रोजगार देने के लिए नए नए कार्यों का सृजन किया जा सके केवल और केवल बयान वीर की राजनीति करने से इन गरीब मजदूरो को कुछ हासिल होगा और ना जो पीडि़त मजदूर जो अपने प्रदेश वापस आ रहे हैं जो भाजपा के शासनकाल में प्रदेश छोड़ कर गए थे उन्हें कोई बयानबाजी से लाभ होगा।
राजनांदगांव / शौर्यपथ / कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य ने आज लोगों के लिए जारी अपील में बताया कि कोरोना (कोविड-19) अत्यधिक संक्रमित वायरस जनित रोग है। यह बीमारी मुख्य रूप से हाथ, मुंह, नाक, आंख के माध्यम से हमारे शरीर में पहुंचती है। राजनांदगांव जिला महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश की सीमा से लगता है।
प्रतिदिन जिले की सीमाओं में हजारों की संख्या में प्रवासी आ रहे हैं। कुछ सामाजिक संगठनों द्वारा मानवता के नाते प्रवासी मजदूरों को भोजन पैकेट भी प्रदान किया जा रहा है, जो सराहनीय कार्य है। लेकिन सहयोग करते समय कोरोना संक्रमण से बचने के सभी उपायों को अपनाना अत्यंत जरूरी भी है। उन्होंने कहा कि गीला खाद्य पदार्थ, केला, पानी पाऊच देने पर श्रमिक या प्रवासी खाद्य पदार्थ का उपयोग करने के बाद रोड या बसाहट के आसपास फेंक देते हैं। इन पैकेटों में मजदूरों से संपर्क/लार इत्यादि होने से कोरोना संक्रमण का मुख्य कारण हो सकता है। जिससे जिले में संक्रमण फैल सकता है। समाजसेवियों को सामग्री वितरण में प्रोटोकाल का कड़ाई से पालन करना अत्यंत आवश्यक है।
समाजसेवियों को संबंधित एसडीएम को लिखित सूचना के पश्चात् ही सामग्री का वितरण करना चाहिए। बिना सूचना के भोजन वितरण का कार्य न करें। यह भी कोशिश करें कि सूखा खाद्य पदार्थ (चना, मुर्दा, नमकीन, बिस्किट, गुड़ इत्यादि) का वितरण हो। यदि फल वितरण करना है तो ऐसे फल दें, जिसके खाने के बाद अवशेष नहीं बचता है। यदि गरम खाना/लंगर चलाया जाता है तो आवश्यक प्रोटोकाल का कड़ाई से पालन करना जरूरी है। प्रोटोकाल का उल्लंघन होने पर समाजसेवी संगठन के विरूद्ध कार्रवाई की जा सकती है। खाना पैकेट में दें, खाना लंगर में निर्धारित स्थल में पैकेट में देना चाहिए। लंगर स्थल चारों ओर से घिरा होना चाहिए। पैकेट का कचरा लंगर/भोजन वितरण स्थल में रखी पेटी में ही डाला जाय। लंगर/भोजन वितरण स्थल में पैकेट एक टेबल में रखें। जरूरत मंद व्यक्ति पैकेट उठाएंगे और वहीं खाएंगे डस्टबिन में डालेंगे तभी वहां से जाएंगे।
डस्टबिन में सोडियम हाइपोक्लोराईट का छिड़काव स्प्रे से किया जाए। इसके लिए लंगर संचालकों को स्प्रे की व्यवस्था करनी होगी। डस्टबिन के पैकेट को डिस्पोज करने वाले व्यक्तियों को मास्क (एन-95), ग्लव्स, पीपीई किट का उपयोग करना होगा। कचरे को किसी भी स्थिति में खुले स्थान में न फेंके बल्कि गहरे गड्ढे में फेंके तथा मिट्टी से ढकें। जिस वाहन में कचरा का परिवहन किया गया है, उसे प्रत्येक चक्र के पश्चात सोडियम हाइपोक्लोराईट से सैनिटाईज करना जरूरी है। कचरे का निराकरण करने वाले कर्मियों का प्रत्येक सप्ताह रेपिड किट से जांच करें। जहां तक संभव हो सूखा खाद्य पदार्थ का वितरण ही करें। कचरे के निपटान के लिए सीएमओ या आयुक्त से संपर्क करें। रेन बसेरा राजनांदगांव का भ्रमण कर इस संबंध में जानकारी ले सकते हैं।
प्रोटोकाल का पालन नहीं करने तथा संक्रमण फैलाने के कारण ऐपिडैमिक एक्ट आपदा प्रबंधन अधिनियम के प्रावधानों का कड़ाई से पालन नहीं करने के कारण कार्रवाई की जा सकती है। आप से अनुरोध है, जरूरतमंद की मदद करें तथा खुद को और समुदाय को भी सुरक्षित रखने में सहयोग करें।
राजनांदगांव / शौर्यपथ / धूप और गम के बादल अब छंटने लगे हंै। कोविड-19 संक्रमण के कारण लॉकडाऊन में फंसे प्रदेश एवं अन्य प्रवासी श्रमिकों की पीड़ा को महसूस कर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बागनदी बार्डर से उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए बस की व्यवस्था करने के निर्देश दिए है। महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान से बड़ी संख्या में श्रमिक बागनदी बार्डर आ रहे है। जिला प्रशासन ने तत्परता एवं सक्रियता से श्रमिकों के आवागमन के लिए बागनदी चेक पोस्ट में व्यवस्था की है। कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य निरंतर बागनदी चेक पोस्ट का निरीक्षण कर रहे है और व्यवस्था की निगरानी कर रहे हंै। श्रमिकों की सहायता के लिए काऊंटर बनाए गए है। विभिन्न राज्यों से आने वाले श्रमिक सहायता केन्द्र में अपने गांव की ओर जाने वाले बसों का पता पूछकर जाने की तैयारी में खुश दिखाई दिए। बागनदी बार्डर में श्रमिकों के लिए सूखे नाश्ते एवं पेयजल की व्यवस्था की गई है। उन्हें ओआरएस घोल एवं शर्बत दिया जा रहा है। चेक पोस्ट में उनके स्वास्थ्य परीक्षण के लिए काऊंटर बनाया गया है। समीप ही पुलिस सहायता केन्द्र में श्रमिकों को जानकारी देने के साथ ही मदद की जा रही है। श्रमिकों के पंजीयन के लिए दो काउंटर बनाए गए है। प्रवासी श्रमिकों को उनके राज्य तक एवं छत्तीसगढ़ के श्रमिकों को उनके जिलों तक पहुंचाने के लिए लगभग 100 बसें लगी हुई है।
राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 53 में स्थित बागनदी बार्डर में प्रतिदिन लगभग 10 से 15 हजार श्रमिक सीमा में प्रवेश कर रहे है। महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, गुजरात, मध्यप्रदेश से आने वाले यात्री लगातार आ रहे हंै। महाराष्ट्र एवं गुजरात परिवहन विभाग की बसों एवं उन राज्यों से आने वाले ट्रकों के माध्यम से बढ़ी संख्या में यात्रियों को बागनदी चेक पोस्ट के समीप उतार दिया जाता है। जिससे बागनदी चेक पोस्ट पर हजारों लोगों की भीड़ एकत्र हो रही है। सीमा पर आने वाले यात्री छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार, ओडि़सा, पश्चिम बंगाल के निवासी
जिले में लाकडाउन की समयावधि में प्रथम चरण (24 मार्च से 13 अप्रैल 2020), द्वितीय चरण (14 अप्रैल से 3 मई 2020) एवं तृतीय चरण (4 मई से 17 मई 2020) को मिलाकर अब तक राजनांदगांव के अंतर्राज्यीय सीमाओं से लगभग 2 लाख 10 हजार लोग प्रवेश कर चुके है। प्रवासी मजदूरों की जाने की व्यवस्था अंतर्गत पका हुआ भोजन एवं सूखा राशन लगभग 60 हजार से अधिक लोगों को प्रदान किया गया। क्वारेन्टाईन सेंटर जहां दूसरे राज्य के प्रवासी मजदूरों को 14 दिनों तक क्वांरेन्टाईन किया गया, सड़क चिरचारी में 800, रैन बसेरा राजनांदगांव में 300 लोगों को तथा दूसरे राज्यों से आए प्रवासी मजदूरों के रहने, खाने, कपड़े और अन्य दैनिक उपयोग की वस्तुओं में लगभग 28 लाख रूपए व्यय किए गए है। जिले में क्वांरेन्टाईन सेंटरों की संख्या 1443 है, जिस पर अब तक 4 करोड़ 32 लाख 90 हजार रूपए व्यय किया जा चुका है। बागनदी से अन्य जिलों एवं अन्तर्राज्यीय सीमाओं तक प्रवासी मजदूरों को भेजने के लिए 100 बसों की व्यवस्था की गई है। राजनांदगांव के रैन बसेरा से 24 अप्रैल 2020 से बसों के माध्यम से जिला कवर्धा, मुंगेली, बेमेतरा एवं बलोद के 12 हजार मजदूरों को अब तक पहुंचाया गया है। दूसरे राज्य से आए प्रवासी मजदूर का व्यय अस्थायी क्वांरेन्टाईन सेंटर (सड़क चिरचारी एवं अन्य चेक पोस्ट) में 28 लाख रूपए का व्यय हुआ। वही बस एवं डीजल व्यवस्था के लिए प्रतिदिन 15 से 20 लाख रूपए का व्यय हो रहा है। अब तक 30 लाख रूपए का व्यय किया जा चुका है।
बागनदी बार्डर पर पश्चिम बंगाल के केस्टो एवं रमेश विश्वास ने बताया कि रोजी-मजदूरी के लिए पुणा गए थे और ऐसी कठिन परिस्थिति में फंस गए थे कि अपने घर नहीं जा पा रहे थे। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन की मदद से हम अपने घर तक पहुंच पाएंगे। छत्तर साहू ने बताया कि पुणा से वापस आया हूं। अब आज बेमेतरा अपने गांव साजा-बेलगांव चला जाऊंगा। रघुराम साय ने बताया कि झारखंड से हम 20 श्रमिक रोजी-मजदूरी करने के लिए महाराष्ट्र के नासिक शहर चले गए थे और वहां लॉकडाऊन में फंस गए थे। आज हम बस सेवा से अपने गांव गढ़वा चले जाएंगे। इसके लिए उन्होंने छत्तीसगढ़ शासन को बहुत-बहुत धन्यवाद दिया।
दुर्ग / शौर्यपथ / दिनांक 17.०5.2०2० को थाना जामुल से रात्रि पेट्रोलिंग पार्टी को मुखबीर से सूचना प्राप्त हुआ कि 'कैम्प-1 निवासी रवि तिवारी पिता लल्लु प्रसाद तिवारी उम्र 2० साल ने अपने अधिपत्य में एक चोरी का मोटर सायकल हीरो होण्डऱ पैशन प्रो सीजी ०7 एलजेड. 4146 कीमती 25,000 रूपये को चोरी कर अपने अधिपत्य में रख कर चला रहा है व शंकर नगर छावनी क्षेत्र में देखा गया है उक्त सूचना पर थाना जामुल का पेट्रोलिंग पार्टी द्वारा तत्परता दिखाते तत्काल शंकर नगर छावनी क्षेत्र में दबिश देकर चोरी के मोटर सायकल सहित पकडा गया जिनसे मोटर सायकल का कागजात पेश करने हेतु कहां गया जो बताया कि लक्ष्मी मार्केट सुपेला से दिनांक ०4.04.2०2० कं दरम्यानी रात्रि में चोरी करना कबुल किया है।
पुलिस अधीक्षक दुर्ग के निर्देशन पर एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) व नगर पुलिस अधीक्षक (छावनी) के मार्गदर्शन पर आज दिनांक 17.०5.2०20 को आरोपी कं विरूद्ध इस्तगासा क्रमांक ०3/202० धारा 41 (1+4) जा.फौ./379 भादवि पंजीबद्ध कर आरोपी को आज दिनांक 17.05.2०2० को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर माननीय दुर्ग न्यायालय भेजा गया ।
दुर्ग / शौर्यपथ / वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दुर्ग अजय यादव (भापुसे) के निर्देशन में एवं अति० पुलिस अधीक्षक शहर रोहित झा नगर पुलिस अधीक्षक भिलाई नगर अजित यादव के मार्गदर्शन में वर्तमान में क्षेत्र ने लाकडाउन का कडाई से पालन कराये जाने हेतु थाना क्षेत्र में निरन्तर पेट्रोलिंग एव चेकिंग कार्यवाही की जा रही है। इसी तारतम्य में आज दिनांक १६/०५/२०२० को सुखबीर से सूचना प्राप्त हुई कि एचएससीएल कालोनी स्टेशन नरोदा थाना नेवइं में लॉक डाउन क दौरान मादक पेय पदार्थ माडी का निर्माण कर विक्रय किया जा रहा है.
सूचना पर थाना प्रभारी नेवई परि० उपुअ डा० चित्रा वर्मा क नेतृत्व में थाना स्टाफ़ एवं गवाहों के साथ सुखबीर के बताये स्थान एचएससीएल कालोनी स्टेशन मरोदा पहुंचकर घेरा बंदी कर लखिन्दर सिंह पिता स्व . सोहन सिह उम्र 50 साल साकिन राज पेटर के घर के पास एचएससीएल कालोनी स्टेशन मरोदा को पकडा गया । लखिन्दर सिह के पास से कूल 30 लीटर माडी एवं माडी बनाने का पात्र को जप्त किया गया। आरोपियो कं विरूद्व आबकारी एक्ट के तहत पृथक पृथक कार्यवाही कर न्यायिक अभिरक्षा ने जेल भेजा गया ।
दुर्ग / शौर्यपथ / वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दुर्ग अजय यादव (भापुसे) के निर्देशन में एवं अति० पुलिस अधीक्षक शहर रोहित झा नगर पुलिस अधीक्षक भिलाई नगर अजित यादव के मार्गदर्शन में वर्तमान में क्षेत्र ने लाकडाउन का कडाई से पालन कराये जाने हेतु थाना क्षेत्र में निरन्तर पेट्रोलिंग एव चेकिंग कार्यवाही की जा रही है। इसी तारतम्य में आज दिनांक १६/०५/२०२० को सुखबीर से सूचना प्राप्त हुई कि एचएससीएल कालोनी स्टेशन नरोदा थाना नेवइं में लॉक डाउन क दौरान मादक पेय पदार्थ माडी का निर्माण कर विक्रय किया जा रहा है.
सूचना पर थाना प्रभारी नेवई परि० उपुअ डा० चित्रा वर्मा क नेतृत्व में थाना स्टाफ़ एवं गवाहों के साथ सुखबीर के बताये स्थान एचएससीएल कालोनी स्टेशन मरोदा पहुंचकर घेरा बंदी कर लखिन्दर सिंह पिता स्व . सोहन सिह उम्र 50 साल साकिन राज पेटर के घर के पास एचएससीएल कालोनी स्टेशन मरोदा को पकडा गया । लखिन्दर सिह के पास से कूल 30 लीटर माडी एवं माडी बनाने का पात्र को जप्त किया गया। आरोपियो कं विरूद्व आबकारी एक्ट के तहत पृथक पृथक कार्यवाही कर न्यायिक अभिरक्षा ने जेल भेजा गया ।
दुर्ग / शौर्यपथ / कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के लिए जारी लाक डाउन में छूट देने के बाद अनेक शहरों से प्रवासी मजदूर अपने गांव और घर वापस आ रहे हैं । ऐसे प्रवासी मजदूर हैदराबाद मुंबई नागपुर आदि जगहों से नगर निगम दुर्ग सीमा से होकर अंजोरा बायपास से वे अपने गंतव्य की ओर जा रहे हैं लाकडाउन के दौरान उन प्रवासी मजदूरों को शासन एवं जिला प्रशासन के निर्देशानुसार वाहन की व्यवस्था और खाने पीने की सुविधा नगर पालिक निगम दुर्ग द्वारा सुविधा प्रदान की जा रही है ।
निगम आयुक्त इंद्रजीत बर्मन के निर्देशानुसार प्रवासी मजदूरों के लिए पुलगांव में टेंट लगवा कर उनके लिए पीने का पानी और खाने के लिए चना मुर्रा का पैकेट की व्यवस्था कराई गई थी क्योंकि बाहर से आने वाले प्रवासी मजदूर दुर्ग जिले के बाहर के भी हैं जो अंजोरा बायपास से होकर जा रहे हैं रोज 1000--1200 मजदूर यहां से गुजर रहे हैं । जिसे देखते हुए पुलगांव से टेंट हटाकर अंजोरा बायपास में टेंट लगवाया गया है यहां पर बैठने के लिए 50 कुर्सी और निगम कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है इसके साथ ही आज 1332 मजदूरों के लिए खाने हेतु चना मुर्रा का पैकेट तैयार कर भिजवाया गया ।
रायपुर / रायपुर / लाँकडाउन के चलते छत्तीसगढ़ में फंसे पश्चिम बंगाल के लगभग 250 लोगों की सकुशल घर वापसी कराई गई।प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष गिरीश देवांगन प्रभारी संगठन महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला शहर अध्यक्ष गिरीश दुबे अरूण भद्रा इम्तियाज हैदर सहित वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में 3 बसो को रायपुर से पश्चिम बंगाल के लिए रवाना किया गया। राजधानी रायपुर के आश्रय स्थल में अब तक मजदूर एवं यात्री रुके हुए थे। बंगाली समाज द्वारा भी इन लोगों की म दद की जा रही थी। इनके भोजन की व्यवस्था शहर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा कराई गई।छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी एवं पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के समन्वय से इन मजदूरों एवं यात्रियों को भेजा गया। पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के 100 लोग मुशिदाबाद जिला के 50 लोग मेदिनीपुर 50 लोग कोलकाता के 50 लोग शामिल थे।जिन बसों से इन मजदूरों को भेजा गया वापसी में उन्हीं बसों से छत्तीसगढ़ के लोगों को लाया जाएगा।