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मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्‍नर परमबीर सिंह के लिए बनाई गई थी फेसटाइम ID 'बालाजी कुरकुरे' : जांच रिपोर्ट

मुंबई / एजेंसी / एंटीलिया बम मामले और कारोबारी मनसुख हिरेन हत्‍या मामले में जांच का सामना कर रहे मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्‍नर परमबीर सिंह ने अपने फोन के जरिये संपर्क करने के लिए कथित तौर पर FaceTime ID 'बालाजी कुरकुरे' का उपयोग किया था. मामले की जांच कर रही राष्‍ट्रीय जांच एजेंसी को यह जानकारी दी गई है. जांच के दौरान एक खुफिया अधिकारी ने NIA को बताया कि परमबीर के आईफोन की यह आईडी उनके ऑफिस में अप्रैल में तैयार की गई. इस ID को 'बालाजी कुरकुरे' नाम दिया गया था क्‍योंकि जब यह आईडी क्रिएट किया गया था तब इस ब्रांड के स्‍नैक का एक पैकेट परमबीर सिंह के ऑफिस में था.
एनआईए के समक्ष अपने बयान में इस अधिकारी ने कहा कि परमबीर सिंह के डीजी होमगार्ड ऑफिस के अंदर नेटवर्क नहीं था, ऐसे में जो व्‍यक्ति फेसटाइम ID को एक्टिवेट कर रहा था वह आईडी और पासवर्ड एंटर करने के लिए बाहर आया था. अधिकारी ने बतायाा, 'मैंने पासवर्ड टाइप किया, पहला नाम कुरकुरे थे और आखिरी नाम बालाजी उपयोग किया किया था. ' यह नाम इसलिए रखा गया क्‍योंकि उस समय उनके ऑफिस में बालाजी कुरकुरे का एक पैकेट रखा था. एनआईए ने मनसुख हिरेन की मौत की जांच के संबंध में iPhone को लिखा है. हिरेन उस कार के मालिक थे जिसमें जिलेटिन स्टिक भरकर इसे फरवरी माह में उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास एंटीलिया के बाहर रखा गया था. हिरेन की मौत की साजिश का पता लगाने के लिए जांच एजेंसी बहुत से ऑनलाइन अकाउंट के 'तार' जोड़ने के प्रयास में जुटी है. एनआईए का मानना है कि बर्खास्‍त पुलिस ऑफिसर सचिन वाझे (Sachin Waze)और पूर्व एनकाउंटर विशेषज्ञ प्रदीप शर्मा इस मामले में प्रमुख साजिशकर्ता हैं.
एनआईए की चार्जशीट में इस बात का भी जिक्र है कि ‘एंटीलिया' के बाहर विस्फोटक रखी SUV मिलने के बाद मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी ने गुजरात का अपना निर्धारित दौरा रद्द कर दिया था. आवास के सुरक्षा प्रमुख ने राष्‍ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को दिए गए अपने बयान में यह जानकारी दी है. सुरक्षा प्रमुख का यह बयान, 25 फरवरी को अंबानी के घर के पास जिलेटिन की छड़ों के साथ वाहन मिलने और बाद में कारोबारी मनसुख हिरन की हत्या के सिलसिले में बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाजे और नौ अन्य के खिलाफ एनआईए द्वारा पिछले हफ्ते यहां विशेष अदालत में दायर आरोप-पत्र का हिस्सा है.
आवास के सुरक्षा प्रमुख ने अपने बयान में बताया था कि विस्फोटकों वाली गाड़ी और धमकी भरा पत्र मिलने के बाद उन्होंने तुरंत इसकी जानकारी मुकेश अंबानी को दी. उन्होंने एनआईए को यह भी बताया कि उस दिन नीता अंबानी को गुजरात में जामनगर जाना था. उनका दौरा पहले पुन: निर्धारित किया गया और बाद में उनकी एवं क्षेत्र के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) की सलाह पर दौरा रद्द कर दिया गया था. सुरक्षा प्रमुख ने कहा कि उन्हें विभिन्न वर्गों से धमकियां मिल रही थीं, लेकिन सभी अक्टूबर 2020 में शुरू हुए किसानों के विरोध से संबंधित थी.

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