महासमुंद / शौर्यपथ / महासमुंद सीट से इस बार कांग्रेस से प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू मैदान में है वही भाजपा से श्रीमती रूप कुमारी चौधरी मैदान में है . एक ओर जहाँ कांग्रेस प्रत्याशी का लंबा राजनैतिक अनुभव और कुशल संगठात्मक क्षमता है साथ ही विधायक और सांसद के रूप में लम्बे अनुभव के करण स्थिति मजबूत नजर आ रही है वही भाजपा से श्रीमती रूप कुमारी चौधरी जिला पंचायत सदस्य , विधायक के रूप में जन्प्रतिनिधितव कर चुकी है वही प्रदेश में भाजपा की सरकार और प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे के साथ चुनावी जंग में कडा मुकाबला की चर्चा आम है . इन सबके बिच एक रोचक तथ्य भी इस सीट के साथ जुडी है जिसकी पुरे देश में चर्चा रही है .
बात साल 2014 के चुनाव मे महासमुंद लोकसभा सीट से 11 चन्दू साहू चुनाव मैदान मे उतरे थे, भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी चन्दूलाल साहू के खिलाफ निर्दलीय प्रत्याशी के रूप मे 07 चन्दूलाल साहू एवं 03 निर्दलीय प्रत्याशी चन्दूराम साहू चुनाव लड़े थे. इस प्रकार कुल 11 चन्दू साहू नाम के प्रत्याशियों की चर्चा देश भर मे हुई थी. भाजपा ने इसे कांग्रेस प्रत्याशी अजीत जोगी का कारनामा और साजिश बताया था. इस चुनाव मे छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी 1217 मतों से चुनाव हार गए थे. छत्तीसगढ़ बनने के बाद पहले लोकसभा चुनाव सन् 2004 मे महासमुंद लोकसभा से पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी कांग्रेस के उम्मीदवार थे . उनके सामने विद्याचरण शुक्ल भाजपा प्रत्याशी के रूप मे चुनाव मैदान में थे. चुनाव अभियान के दौरान अजीत जोगी का वाहन देर रात पेड़ से टकरा गया था. इस दुर्घटना मे अजीत जोगी गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इसके बाद अजीत जोगी चुनाव प्रचार से बाहर हो गए थे. इसके बावजूद अजीत जोगी चुनाव जीत कर कांग्रेस की झोली में महासमुंद की सीट डाल दी थी .