ग्वालियर से दबोचा गया रायपुर का हिस्ट्रीशीटर — छत्तीसगढ़ पुलिस की बड़ी सफलता, धर्म और राजनैतिक रिश्तों के जाल में फलता-फूलता था कर्ज़ और खौफ का कारोबार
रायपुर, 09 नवम्बर 2025।
छत्तीसगढ़ पुलिस ने आखिरकार उस नाम पर शिकंजा कस दिया है, जो लंबे समय से सूदखोरी, रंगदारी और अवैध हथियारों के बल पर धर्म और राजनीति की आड़ में अपना साम्राज्य खड़ा कर रहा था। मोस्ट वांटेड हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र सिंह तोमर उर्फ रूबी को पुलिस ने मध्य प्रदेश के ग्वालियर से गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी पुलिस की कई महीनों की गुप्त निगरानी और ठोस इनपुट पर की गई कार्रवाई का परिणाम है।
वीरेंद्र तोमर पर सूदखोरी, ब्लैकमेलिंग, धमकी और आर्म्स एक्ट के तहत गंभीर मामले दर्ज हैं। उसका भाई रोहित तोमर अब भी फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस की विशेष टीम सक्रिय है। दोनों भाइयों पर लोगों से ब्याज पर पैसा देकर कई गुना ब्याज और धमकी के जरिए वसूली करने के आरोप हैं।
162 दिन बाद टूटा फरारी का सिलसिला
वीरेंद्र तोमर बीते 162 दिनों से फरार चल रहा था। जून 2025 में तेलीबांधा थाना क्षेत्र में प्रॉपर्टी डीलर दशमीत चावला ने तोमर भाइयों पर मारपीट और धमकी का आरोप लगाकर FIR दर्ज कराई थी। मामले में तलाशी के दौरान पुलिस ने वीरेंद्र के घर से अवैध हथियार और बड़ी मात्रा में नकदी एवं संपत्ति दस्तावेज जब्त किए थे।
इसके बाद दोनों भाइयों ने गिरफ्तारी से बचने हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी, जिसे कोर्ट ने सख्त टिप्पणी के साथ खारिज कर दिया था।
धर्म और राजनीति की आड़ में बना ‘सूद साम्राज्य’
वीरेंद्र तोमर ने धार्मिक कार्यक्रमों, आश्रमों और राजनीतिक संपर्कों के माध्यम से एक ऐसा नेटवर्क खड़ा किया था, जो आम नागरिकों को आर्थिक जाल में फंसा देता था। बताया जाता है कि वह खुद को धर्मप्रेमी और समाजसेवी चेहरे के रूप में प्रस्तुत करता था, जबकि पर्दे के पीछे रंगदारी और ब्याजखोरी का काला कारोबार चलता था। कई स्थानीय कारोबारी और प्रॉपर्टी डीलर उसकी धमकियों से त्रस्त थे, परंतु उसके राजनीतिक संबंधों के डर से खुलकर सामने नहीं आते थे।
छत्तीसगढ़ पुलिस की रणनीतिक कार्रवाई
रायपुर पुलिस को हाल ही में यह सीक्रेट इनपुट मिला कि तोमर ग्वालियर में फर्जी पहचान से रह रहा है। सूचना मिलते ही विशेष टीम गठित की गई और स्थानीय पुलिस के सहयोग से शनिवार देर रात उसे दबोच लिया गया।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, वीरेंद्र तोमर से पूछताछ में उसके अवैध कारोबार, धन शोधन और राजनीतिक संरक्षण से जुड़े कई नामों के खुलासे की संभावना है। रायपुर पुलिस उसे सड़क मार्ग से रायपुर लेकर आ रही है और रविवार को औपचारिक रूप से प्रेस ब्रीफिंग में महत्वपूर्ण खुलासे किए जा सकते हैं।
समाज के लिए बड़ा संदेश
धर्म, धन और सत्ता के गठजोड़ के सहारे फलते अपराध की यह गिरफ्तारी केवल एक आपराधिक कार्रवाई नहीं, बल्कि समाज के लिए चेतावनी भी है कि
“धार्मिक आस्था को ढाल बनाकर कोई भी व्यक्ति अपराध का साम्राज्य नहीं चला सकता।”
पुलिस की यह सफलता इस बात का भी संकेत है कि कानून से ऊपर कोई नहीं, चाहे उसके संबंध कितने ही सशक्त क्यों न हों।
? मुख्य तथ्य:
आरोपी: वीरेंद्र सिंह तोमर उर्फ रूबी
गिरफ्तारी स्थान: ग्वालियर (मध्य प्रदेश)
आरोप: सूदखोरी, रंगदारी, ब्लैकमेलिंग, आर्म्स एक्ट उल्लंघन
फरार अवधि: 162 दिन
सह आरोपी: रोहित तोमर (अभी भी फरार)
प्राथमिकी: तेलीबांधा थाना, रायपुर
कार्रवाई: छत्तीसगढ़ पुलिस की विशेष टीम द्वारा सीक्रेट इनपुट पर ऑपरेशन
“धर्म की आड़ में अपराध और राजनीति की छाया में डर का साम्राज्य खड़ा करने वाले अब कानून के शिकंजे से नहीं बच सकते।”
— शौर्यपथ समाचार विशेष रिपोर्ट