दुर्ग ( जामुल )/ शौर्यपथ / जामुल नगर पालिका अध्यक्ष सरोजनी चन्द्राकर ने अपने जारी बयान में बताया कि वार्ड 05 के पार्षद सिर्फ विरोध की राजनीति एवं अपने निष्क्रियता को छुपाने अनर्गल प्रलाप कर रहें है। जिस तालाब में वाहन धोने की बात कर रहें है। उस तालाब में तो मोटर साइकिल तक उतारने का जगह नहीं है। तो भारी वाहन कैसे जा सकता है। जिस तालाब का वो सौंदर्यीकरण की बात कर रहें हैं वह कितने वर्ष पूर्व हुआ था, इसकी विधिवत जानकारी ले ले।
गौरतलब हो कि उक्त तालाब नगर पंचायत गठन सन 2000 के पश्चात सौंदर्यीकरण हुआ है। तो उसकी गुणवत्ता के लिए तत्कालीन जनप्रतिनिधि ही होंगे मेरे कार्यकाल में ऐसा कोई कार्य नहीं हुआ है। जिससे किसी की उपेक्षा हो। पहले जब राम मंदिर तालाब में पानी भरा जाता था, तो अब क्या हुआ? उक्त पार्षद में इतना भी काबिलियत नहीं है कि उसमें पानी भरवा सके। यह स्वाभाविक प्रक्रिया है कि ग्रीष्म ऋतु में भूमिगत जल स्रोत नीचे चला जाता है। नलों में प्रेशर कम होता है। लेकिन अन्य माध्यम जैसे टैंकर से जलापूर्ति करके आम जनता को पेयजल उपलब्ध कराया जाता है। लगता है पार्षद दीपक गुप्ता को सपना आया है कि आधा गर्मी निकल जाने के बाद जल संकट नजर आ रहा है। हमारे नगर के तालाबों में पर्याप्त जल संग्रहण हो चुका है और हमारे जामुल के जागरूक जनता के सहयोग से सभी को निस्तारी एवं पेयजल हेतु पर्याप्त पानी मिल रहा है और किसी को किसी प्रकार की मूलभूत समस्या नहीं है। रही बात दैनिक कार्यो की तो वह रूटीन कार्य है। जो हमेशा चलता रहेगा। हमारी प्राथमिकता सभी आम जनता को सुविधा प्रदान करना है।