October 23, 2025
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दुर्ग

दुर्ग (4826)

   दुर्ग / शौर्यपथ / सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के केंद्रीय यांत्रिक संगठन द्वारा “स्वच्छता ही सेवा – 2025” पखवाड़े के अंतर्गत व्यापक स्वच्छता अभियान का आयोजन किया गया। इस अभियान का शुभारंभ केंद्रीय यांत्रिक संगठन के मुख्य महाप्रबंधक (यांत्रिकी) श्री प्रमोद कुमार के नेतृत्व में किया गया। अभियान का उद्देश्य कर्मचारियों में स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना तथा कार्यस्थलों और आसपास के क्षेत्रों को स्वच्छ बनाए रखना था।

स्वच्छता अभियान के अंतर्गत यांत्रिकी ज़ोन के विभिन्न विभाग—सेंट्रल हेड मैटेनेंस (Central Maintenance – CHM), कोल्ड रोलिंग मिल (Cold Rolling Mill – CRM), रोड व्हीकल सेल (Road Vehicle Cell – RVC), सिविल इंजीनियरिंग विभाग (Civil Engineering Department – CED), प्लांट गैरेज और मैकेनिकल सर्विसेस (Mechanical Services)—के विभाग प्रमुख और कर्मचारी अपने-अपने कार्यक्षेत्रों में सफाई एवं स्वच्छता संबंधी गतिविधियों में शामिल हुए। सभी विभागों के कर्मियों ने सामूहिक रूप से संकल्प लिया कि वे अपने कार्यस्थल की स्वच्छता बनाए रखने और राष्ट्रव्यापी स्वच्छता अभियान की सफलता में निरंतर योगदान देंगे।

मुख्य महाप्रबंधक (यांत्रिकी) श्री प्रमोद कुमार ने कर्मचारियों द्वारा किए गए श्रमदान की सराहना करते हुए कहा कि “स्वच्छता और सफाई केवल एक अभियान नहीं, बल्कि हमारी कार्यसंस्कृति का अभिन्न हिस्सा बननी चाहिए और यह प्रक्रिया निरंतर चलती रहनी चाहिए।”

राष्ट्रव्यापी स्वच्छता अभियान-2025 के इस अवसर पर यांत्रिकी ज़ोन के वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर महाप्रबंधक (सीईडी) श्री राकेश पांडे, महाप्रबंधक (सीएचएम) श्री सुनील कुमार, महाप्रबंधक (सीआरएम) श्री पी. जॉन वर्गीस, महाप्रबंधक (सीआरएम) श्री जी. श्रीनिवास राव, महाप्रबंधक (सीआरएम) श्री प्रदीप्ता भौमिक, महाप्रबंधक (प्लांट गैरेज) श्री मंदीप सिंह भोगल तथा महाप्रबंधक (यांत्रिकी सेवाएँ) सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी सक्रिय रूप से शामिल हुए। सभी ने श्रमदान करते हुए स्वच्छ और स्वस्थ कार्यपरिसर के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और स्वच्छ भारत मिशन के उद्देश्यों को आगे बढ़ाने में योगदान देने का संकल्प लिया।

  दुर्ग / शौर्यपथ / राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत संविदा भर्ती हेतु 11 जनवरी 2025 के माध्यम से 38 पद हेतु विज्ञापन प्रकाशित किया गया है। उक्त विज्ञापित पदों की अनंतिम संवर्गवार चयन सूची दुर्ग जिले के विभागीय वेबसाईट www.durg.gov.in में अपलोड की गई है। उपरोक्त चयनित अभ्यर्थियों के मूल दस्तावेज सत्यापन एवं पदस्थापना स्थल चयन हेतु 17 अक्टूबर 2025 को कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी दुर्ग के सभागार में प्रात: 10 बजे से उपस्थित होने हेतु सूचना प्रसारित किया गया था। उक्त दिवस में ऐसे चयनित अभ्यर्थी जो किसी कारणवश उपस्थित नही हो पाये थे, उन्हें 07 नवम्बर 2025 तक कार्यालयीन दिवस व समय में पुन: उपस्थित होने हेतु अंतिम अवसर प्रदान किया जाता है। निर्धारित तिथि तक मूल दस्तावेज सत्यापन एवं पदस्थापना स्थल चयन हेतु उपस्थित नही होने की स्थिति में प्रतीक्षा सूची से अभ्यर्थी का चयन में वरीयता प्रदान की जाएगी। विस्तृत जानकारी हेतु दुर्ग जिले की वेबसाईट स्रह्वह्म्द्द.द्दश1.द्बठ्ठ में अवलोकन व डाउनलोड किया जा सकता है।

  दुर्ग / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा प्रोत्साहन छात्रवृत्ति योजना वर्ष 2025-26 हेतु स्वीकृति प्रदान की गई है। जिसके तहत् राज्य के प्रतिभावान निम्न आय वर्ग के विद्यार्थी जो कि राष्ट्रीय स्तर के उच्च व्यवसायिक संस्थानों जैसे आईआईटी, एम्स, आईआईएम, एनएलयू, एमबीबीएस जैसे संस्थाओं में शिक्षण सत्र 2025-26 में प्रवेश प्राप्त कर अध्ययन कर रहे हैं उन्हे तात्कालिक सहायता प्रदान की जाएगी। आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त से प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त योजना के तहत् आमंत्रण करने हेतु विद्यार्थी छत्तीसगढ़ राज्य का मूल निवासी होना चाहिए। विद्यार्थी को छत्तीसगढ़ राज्य हेतु अधिसूचित अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़े वर्ग की सूची में शामिल होना चाहिए। उल्लेखित संस्था में चयन की पात्रता के साथ ही चयन होने का प्रमाण पत्र एवं प्रवेश लेने हेतु संस्था द्वारा जारी सूचना पत्र होना चाहिए। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए पालक की वार्षिक आय रूपए 2.50 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए। शासकीय सेवकों के आश्रित इस योजना के पात्र नहीं होगे किन्तु चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के बच्चे इस योजना का लाभ ले सकेंगे। इच्छुक एवं पात्र अभ्यर्थियों से 25 अक्टूबर 2025 तक कार्यालयीन समय में ऑफलाईन आवेदन आमंत्रित किए गए है। पात्रता, शर्ते तथा आवेदन पत्र का प्रारूप जिले की वेबसाईट- कनतह.हवअ.पद से डाउनलोड की जा सकती है। अभ्यर्थी आवेदन पत्र निर्धारित प्रपत्र में जिले के सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास कार्यालय में अंतिम तिथि तक जमा कर सकते है।

दुर्ग। शौर्यपथ।  इस बार दीपावली से पहले ही शहर के दीये बुझने की चिंता आम हो चुकी है। नगर निगम दुर्ग का हाल ऐसा है कि उजाले का उत्सव अब सिर्फ एक ओर झुक गया है — महापौर श्रीमती अलका बाघमार के निवास की ओर। शहर की सड़कों, ठेकेदारों के घरों और कार्यालयों में अंधकार और निराशा पसरी है, जबकि महापौर निवास पर रोशनी के झरने और सजावटें यह बता रही हैं कि सत्ता का उत्सव जनता की भावनाओं से अलग राह पर बढ़ चला है।कभी शहर की जनता ने बहुत विश्वास और उम्मीद के साथ श्रीमती अलका बाघमार को चुना था। जनता का मानना था कि यह नाम दुर्ग के विकास का नया अध्याय लिखेगा, पर अब वही जनता अपने ही निर्णय पर मौन पछतावा व्यक्त कर रही है।

दरअसल, नगर निगम दुर्ग के इतिहास में यह पहला कार्यकाल है जब जनता, ठेकेदार और अधिकारी-कर्मचारी—तीनों ही वर्ग एक साथ हतोत्साहित और निराश नजर आ रहे हैं। ऐसा सामूहिक अवसाद पहले कभी किसी महापौर के कार्यकाल में देखने को नहीं मिला।शहर के हालात खुद बयान दे रहे हैं —

सड़कों पर गड्ढे आम दृश्य बन चुके हैं, गलियों में कचरे के ढेर सजावटी झालरों का मज़ाक उड़ाते हैं, आवारा पशु रात्रि प्रहरी बने बैठे हैं, और प्रशासन बस ‘दीये जलाओ, सच्चाई मत दिखाओ’ की नीति पर चलता दिख रहा है।वित्तीय मोर्चे पर स्थिति और भी गंभीर है — ठेकेदार महीनों से भुगतान की प्रतीक्षा में हैं। सूत्रों के अनुसार, इस बार दीपावली के पहले उन्हें मात्र 20 से 30 प्रतिशत रकम ही दी जा सकेगी। बाकी रकम का कोई स्पष्ट उत्तर नहीं। इस कारण ठेकेदारों के पास न तो मजदूरी बांटने को धन है, न अपने घरों में दीये जलाने की हिम्मत।फिर भी, महापौर के आवास पर इस बार दीपों का उत्सव पहले से कहीं अधिक चमकदार रहेगा। आखिरकार प्रोटोकॉल का आनंद उजाले की गारंटी देता है, और विकास कार्यों की अधूरी फाइलें उस प्रकाश में शायद कम ही दिखाई देती हैं।

बाघमार जी के नेतृत्व में नगर सरकार के कार्यक्रम भले ही फोटो फ्रेम में परफेक्ट दिखते हों, पर जमीनी शहर बदहाली के अंधेरे में डूबा है।जनता आज यही सोच रही है —

"जिनके घर में बिजली हर वक्त रहती है, उन्हें शहर के अंधेरे का एहसास कैसे होगा?"

दिवाली का यह विरोधाभास पूरे शहर में गूंज रहा है — महापौर की जगमग दिवाली और शहर की बुझी उम्मीदें।इतिहास के पन्नों में यह वर्ष शायद उसी नाम से याद किया जाएगा —

जब नगर निगम दुर्ग की महापौर श्रीमती अलका बाघमार के नेतृत्व में विकास नहीं, बल्कि हताशा ने रिकॉर्ड बनाया।फिलहाल, शहर की दीवारें अब भी रोशनी के इंतजार में हैं,

और जनता अब भी यह उम्मीद संजोए हुए है कि कभी ऐसा सवेरा आएगा जब दीप सबके घर जलेंगे — न कि सिर्फ सत्ता के घर।

मैदानों में दिखा जोश, अनुशासन और सौहार्द का अनोखा संगम — 126 खिलाड़ियों ने लिया हिस्सा

दुर्ग / शौर्यपथ / दुर्ग नगर पालिक निगम क्षेत्र में आयोजित सांसद खेल महोत्सव 2025 का समापन उत्साह, ऊर्जा और उमंग से भरे माहौल में हुआ।
दो दिवसीय इस आयोजन में शहर के विभिन्न मैदानों पर आधुनिक और पारंपरिक खेलों की झलक देखने को मिली।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महापौर श्रीमती अलका बाघमार ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा —

“खेल न केवल शरीर को स्वस्थ रखते हैं बल्कि मन को दृढ़ बनाते हैं। युवा पीढ़ी को खेलों से जुड़कर अनुशासन, आत्मविश्वास और टीम भावना को अपनाना चाहिए। खेल समाज में एकता और सहयोग का प्रतीक हैं।”

? मैदानों में जोश और प्रतिस्पर्धा का माहौल

महोत्सव का आयोजन महात्मा गांधी स्कूल मैदान, सुराना कॉलेज मैदान और रविशंकर स्टेडियम में किया गया।
दो दिनों तक मैदानों में खिलाड़ियों और दर्शकों की गूंज से पूरा नगर खेलमय बना रहा।
आधुनिक खेलों में वॉलीबॉल, कुश्ती, वेटलिफ्टिंग, योगासन, एथलेटिक्स (100 व 400 मीटर दौड़) जैसी प्रतिस्पर्धाएँ हुईं,
जबकि पारंपरिक खेलों में कबड्डी, खो-खो, गेड़ी (पुरुष वर्ग), फुगड़ी और सुरीली कुर्सी (महिला वर्ग) ने दर्शकों का मन मोह लिया।

? तीन आयु वर्गों में हुआ रोमांचक मुकाबला

प्रतियोगिताओं को तीन आयु वर्गों में विभाजित किया गया —
18 वर्ष तक, 18 से 40 वर्ष तक, और 40 वर्ष से अधिक आयु समूह।
हर वर्ग में खिलाड़ियों ने उत्साह और खेल भावना से हिस्सा लिया।
एकल खेलों में बोरा दौड़, पैदल चाल, 100 मीटर दौड़ जैसी प्रतियोगिताएँ हुईं,
जबकि टीम स्पर्धाओं में रस्साकशी, फुटबॉल, कबड्डी और वॉलीबॉल के मुकाबलों ने रोमांच बढ़ा दिया।

? विजेताओं की उपलब्धियाँ

दो दिवसीय खेल पर्व में कुल 126 खिलाड़ियों ने भाग लिया और 95 खिलाड़ियों ने जीत दर्ज की।

वेटलिफ्टिंग: 8 बॉयज, 6 गर्ल्स

कुश्ती: 12 बॉयज, 5 गर्ल्स (कुल 31 विजेता)

खो-खो: 54 प्रतिभागी

कबड्डी: 35 खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन

वरिष्ठ नागरिकों और महिलाओं की सक्रिय भागीदारी ने यह संदेश दिया कि —

“खेल उम्र नहीं, बल्कि उत्साह की पहचान हैं।”

? समापन समारोह में सम्मान और प्रेरणा के स्वर

15 अक्टूबर को आयोजित समापन समारोह में महापौर अलका बाघमार ने सभी प्रतिभागियों को बधाई देते हुए कहा —

“खेलों के माध्यम से व्यक्ति न केवल शारीरिक रूप से सशक्त बनता है, बल्कि आत्मविश्वास, अनुशासन और सहयोग की भावना भी विकसित करता है। ऐसे आयोजन समाज में नई ऊर्जा का संचार करते हैं।”

इस अवसर पर उपायुक्त मोहेंद्र साहू, कार्यपालन अभियंता विनीता वर्मा, गिरीश दीवान, संजय ठाकुर, हरिशंकर साहू, विनोद मांझी, मोहित मरकाम, पंकज साहू, विकास दमाहे, प्रेरणा दुबे सहित नगर निगम के अधिकारी, कर्मचारी और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

? खेल भावना से सराबोर रहा दुर्ग नगर

दो दिनों तक दुर्ग नगर के मैदानों में उत्सव जैसा माहौल रहा।
हर ओर से यही संदेश गूंजता रहा —

“खेल से खिलते हैं सपने, और जीतता है आत्मविश्वास।”

सांसद खेल महोत्सव 2025 ने यह साबित किया कि जब युवा मैदान में उतरते हैं,
तो पूरा शहर उत्सव और प्रेरणा के रंगों में रंग जाता है।

अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह ‘छोटू’ ने भेंट स्वरूप तलवार प्रदान कर लिया आशीर्वाद

भिलाई / शौर्यपथ / भिलाई ट्रक ट्रेलर ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह ‘छोटू’ ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष आदरणीय डॉ. रमन सिंह से उनके जन्मदिन के शुभ अवसर पर सौजन्य भेंट की।
  इस अवसर पर श्री सिंह ने उन्हें जन्मदिन की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ प्रेषित कीं और उपहार स्वरूप एक प्रतीकात्मक तलवार भेंट कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।
  मुलाकात के दौरान भिलाई ट्रक ट्रेलर ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन के संरक्षक गनी खान, सुधीर सिंह ठाकुर, महेन्द्र सिंह, अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह ‘छोटू’, कार्यकारिणी अध्यक्ष अनिल चौधरी, महासचिव मलकीत सिंह, उपाध्यक्ष मुन्ना सिंह, सचिव बलजीन्दर सिंह, कोषाध्यक्ष जोगा राव, तथा सदस्य दिलीप खटवानी, शाहनवाज कुरैशी, निर्मल सिंह, सुनील चौधरी, अमित सिंह, सुनील यादव, वाजिद अंसारी, प्रेम सिंह, विनय अग्रवाल, संतोष सिंह, रोशन लाल वर्मा, यश सिंह, सोम सिंह, यशराज सिंह, राम धनि यादव एवं संजय शर्मा उपस्थित रहे।
 इस सौहार्दपूर्ण अवसर पर डॉ. रमन सिंह ने सभी पदाधिकारियों एवं सदस्यों का आभार व्यक्त किया और कहा कि परिवहन क्षेत्र राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। उन्होंने संगठन को अपने कार्यों में निरंतर प्रगति एवं सफलता की शुभकामनाएँ दीं।
  मुलाकात के दौरान एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने डॉ. रमन सिंह के साथ स्मृति चित्र भी लिए।

भिलाई में संपन्न 13वीं राष्ट्रीय गतका चैंपियनशिप में भारत की मार्शल विरासत की झलक — मंत्री गजेंद्र यादव बोले: राज्य के स्कूल-कॉलेजों में गतका को मिलेगा बढ़ावा

भिलाई / शौर्यपथ /
छत्तीसगढ़ के औद्योगिक नगर भिलाई ने इस सप्ताहांत भारतीय परंपरागत युद्धकला की एक रोमांचक झलक देखी। नेशनल गतका एसोसिएशन ऑफ इंडिया (NGAI) द्वारा आयोजित 13वीं राष्ट्रीय गतका चैंपियनशिप 2025 रविवार को शानदार समापन के साथ समाप्त हुई। तीन दिनों तक चले इस रोमांचक आयोजन में पंजाब के गतकाबाज़ों ने ओवरऑल चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम किया, जबकि मेज़बान छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों ने उपविजेता बनकर सभी का दिल जीत लिया।

? तीन दिन चली स्पर्धा — कौशल, अनुशासन और परंपरा का अद्भुत संगम

गतका — जो कि सिख योद्धाओं की ऐतिहासिक मार्शल आर्ट शैली है — का यह राष्ट्रीय आयोजन देश के विभिन्न राज्यों से आए सैकड़ों खिलाड़ियों की उपस्थिति में हुआ।

लड़कों के वर्ग में: पंजाब ने अपने कौशल और फुर्ती से बाज़ी मारी, जबकि छत्तीसगढ़ दूसरे स्थान पर रहा। हरियाणा और उत्तराखंड ने संयुक्त रूप से तीसरा स्थान हासिल किया।

बालिका वर्ग में: छत्तीसगढ़ की बेटियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पहला स्थान प्राप्त किया। चंडीगढ़ दूसरे और पंजाब-हरियाणा संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रहे।

? गौरवशाली समापन — खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया

समापन समारोह में छत्तीसगढ़ के शिक्षा एवं ग्रामीण उद्योग मंत्री गजेंद्र यादव मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
उन्होंने विजेता खिलाड़ियों को पदक और प्रमाणपत्र प्रदान करते हुए कहा —

“गतका केवल एक खेल नहीं, बल्कि यह हमारी गौरवशाली मार्शल विरासत का जीवंत प्रतीक है, जो अनुशासन, आत्मसंयम और सम्मान का पाठ सिखाता है।”

मंत्री यादव ने घोषणा की कि राज्य सरकार स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में गतका को बढ़ावा देगी, ताकि नई पीढ़ी इस पारंपरिक कला से प्रेरित हो। उन्होंने कहा कि “छत्तीसगढ़ के युवा अपनी जड़ों से जुड़े रहते हुए भी आधुनिक खेलों की दुनिया में आगे बढ़ें, यही हमारी दिशा है।”

?️ विधायक रिकेश सेन और अन्य अतिथियों ने खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाया

वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन ने गतका खिलाड़ियों के अनुशासन और परिश्रम की सराहना करते हुए कहा कि यह खेल “शौर्य, संतुलन और आत्मबल” का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों का प्रदर्शन यह साबित करता है कि राज्य अब पारंपरिक खेलों के क्षेत्र में भी राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रहा है।

? आयोजकों की प्रतिबद्धता — गतका को राष्ट्रीय स्तर पर फैलाने का संकल्प

कार्यक्रम में नेशनल गतका एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष हरजीत सिंह ग्रेवाल, एशियाई गतका महासंघ के कार्यकारी सदस्य और न्यू गतका स्पोर्ट्स एसोसिएशन छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह छोटू, महासचिव जसवंत सिंह, तथा छत्तीसगढ़ सिख पंचायत के अध्यक्ष जसबीर सिंह चहल उपस्थित रहे।
अध्यक्ष ग्रेवाल ने कहा —

“भारत के हर राज्य में गतका की पहुँच बढ़ाना हमारा मिशन है। यह सिर्फ खेल नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति का जिंदा इतिहास है।”

? पुरस्कार विजेताओं की सूची

समापन दिवस पर विशेष सम्मान समारोह आयोजित किया गया, जिसमें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया:

जूनियर गतका स्टार: सतवंत सिंह खालसा (चंडीगढ़)
सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी: सुनेहा (चंडीगढ़)
सबसे होनहार खिलाड़ी: रमनदीप सिंह (पंजाब)
सर्वश्रेष्ठ गतका-सोटी खिलाड़ी: डिंपल कुमारी (छत्तीसगढ़)
सर्वश्रेष्ठ फरी-सोटी खिलाड़ी: जसकीरत सिंह (हरियाणा)
सर्वश्रेष्ठ गतकाबाज़ (पुरुष): जगजोत सिंह (उत्तराखंड)
सर्वश्रेष्ठ गतकाबाज़ (महिला): इशकप्रीत कौर (पंजाब)

?️ छत्तीसगढ़ बना नई ऊर्जा का केंद्र

इस आयोजन ने न केवल खिलाड़ियों को अपने हुनर का मंच दिया बल्कि छत्तीसगढ़ को पारंपरिक खेलों की दिशा में एक नए केंद्र के रूप में उभारा। खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों और अतिथियों ने इस आयोजन को “खेल के साथ संस्कृति का संगम” बताया।

सितंबर 2025 से अब तक 84.77 लाख रुपए से अधिक का मादक पदार्थ जब्त, 58 आरोपी गिरफ्तार

     दुर्ग / शौर्यपथ / दुर्ग जिला पुलिस द्वारा 1 सितंबर 2025 से चलाए जा रहे “ऑपरेशन विश्वास” के तहत नशे के अवैध कारोबार के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। इस विशेष अभियान में अब तक लगभग 84.77 लाख रुपए मूल्य के गांजा, चिट्टा (हेरोइन), अफीम और नशीली दवाएं जब्त की गई हैं।
  पुलिस के अनुसार इस अवधि में 22 मामलों में कुल 438.748 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया और 22 आरोपी गिरफ्तार किए गए, जिनमें 6 आरोपी अन्य राज्यों से हैं। सबसे बड़ी कार्रवाई थाना कुम्हारी में की गई, जहां एक कंटेनर से 388 किलोग्राम गांजा जब्त किया गया तथा महाराष्ट्र के दो अंतर्राज्यीय तस्कर गिरफ्तार हुए।
  इसी तरह थाना मोहन नगर क्षेत्र में की गई कार्रवाई में 246 ग्राम चिट्टा (हेरोइन) के साथ पंजाब के चार तस्कर पकड़े गए। जांच के दौरान इस नेटवर्क से जुड़े कुल 30 विक्रेता गिरफ्तार किए जा चुके हैं और आगे भी गिरफ्तारियां जारी हैं।
  इस वर्ष जिले में पहली बार अफीम की तस्करी के भी 3 आरोपी पकड़े गए, जिनमें 2 आरोपी पंजाब के निवासी हैं। इसके अलावा नशीली दवाओं की तस्करी पर भी सख्त कार्रवाई की गई है। इस दौरान 28,436 टैबलेट्स एवं कैप्सूल्स जब्त किए गए हैं।
  16 सितंबर 2025 को एक ही दिन में पुलिस ने विशेष अभियान चलाकर एनडीपीएस एक्ट के 17 मामलों में 19 आरोपी पकड़े तथा 19.531 किलोग्राम गांजा और 106 नग टैबलेट्स/सीरप बरामद किए। इसी दौरान कुख्यात तस्कर वैभव खंडेलवाल से हजारों की संख्या में अल्प्राजोलम टैबलेट्स बरामद की गईं, जबकि थाना दुर्ग कोतवाली में एक ही कार्रवाई में 10,000 से अधिक नशीली दवाओं के टैबलेट्स जब्त किए गए।
  एनडीपीएस एक्ट के तहत जब्त 72 वाहनों को राजसात कर MSTC वेबसाइट के माध्यम से नीलामी की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी गई है।
 इसके अतिरिक्त 1 सितंबर 2025 को पुलिस द्वारा नष्टिकरण की बड़ी कार्रवाई की गई, जिसमें 239 मामलों से जब्त लगभग 1620.490 किलोग्राम गांजा, 277.29 ग्राम हेरोइन, 214.398 ग्राम ब्राउन शुगर तथा 2,73,776 नग नशीली दवाइयां नष्ट की गईं।
  दुर्ग पुलिस का कहना है कि नशा तस्करों के विरुद्ध यह कार्रवाई सतत जारी रहेगी और जिले में मादक पदार्थों की आपूर्ति श्रृंखला को पूरी तरह समाप्त करने के लिए विशेष टीम लगातार निगरानी रख रही है।

सुबह-सुबह बिजली ऑफिस के सामने मैदान पर मिली युवक की लाश, कुछ ही घंटों में कोतवाली पुलिस ने आरोपी नाबालिक को पकड़ा — नशे के कारण बढ़ रहे अपराधों पर अब सामाजिक जागरूकता की दरकार

   दुर्ग। शौर्यपथ।दुर्ग नगर के मोहलई क्षेत्र में शनिवार की सुबह उस समय सनसनी फैल गई जब बिजली ऑफिस के सामने स्थित मैदान में एक युवक का शव संदिग्ध अवस्था में मिला। मृतक की पहचान अनिल यादव के रूप में की गई है। बताया जाता है कि अनिल यादव के सिर पर डंडों और पत्थरों से हमला किया गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

घटना की सूचना मिलते ही कोतवाली थाना प्रभारी तापेश्वर नेताम पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और तत्काल जांच शुरू की। महज कुछ घंटों की जांच के बाद यह सनसनीखेज खुलासा हुआ कि यह हत्या किसी पुरानी रंजिश का नहीं बल्कि नशे की हालत में हुए छोटे से विवाद का नतीजा थी।

पुलिस जांच में सामने आया कि मृतक नशे की हालात मे था । आपसी कहासुनी के दौरान आरोपी ने अनिल यादव के सिर पर डंडे से वार किया और बाद में पत्थर से सिर कुचल दिया। कोतवाली पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी को चंद घंटों में गिरफ्तार कर लिया, जिससे क्षेत्र में मची सनसनी के बीच लोगों ने राहत की सांस ली और पुलिस की सराहना की।

थाना प्रभारी तापेश्वर नेताम ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में टीम ने तेजी से जांच पूरी कर आरोपी को हिरासत में लिया। उन्होंने कहा कि इस घटना ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि नशाखोरी आज समाज में अपराध का प्रमुख कारण बनती जा रही है।

समाज के लिए संदेश:

यह घटना केवल एक हत्या की कहानी नहीं, बल्कि समाज के सामने एक गहरा सवाल खड़ा करती है —

आख़िर हम कब नशे के खिलाफ जागेंगे?

आज का युवा नशे की गिरफ्त में अपने भविष्य को नहीं, बल्कि दूसरों की जिंदगी भी बर्बाद कर रहा है। शासन-प्रशासन के प्रयासों के साथ-साथ अब समाज को भी आगे बढ़कर इस बुराई के खिलाफ मोर्चा खोलना होगा।

नशे पर लगाम लगेगी, तो अपराध भी कम होंगे।

अब समय है कि हर नागरिक, हर परिवार, हर समाज अपने स्तर पर इस लड़ाई में शामिल हो — ताकि आने वाली पीढ़ी नशे से मुक्त और सुरक्षित जीवन जी सके।

 

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