दुर्ग। शौर्यपथ / सड़क सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन और यातायात विभाग द्वारा चलाए जा रहे “नो हेलमेट-नो पेट्रोल” अभियान ने शहर में जनजागरूकता की नई लहर पैदा की है। इस अभियान की अगुवाई यातायात प्रभारी पुष्पेंद्र भट्ट कर रहे हैं, जो अपनी टीम के साथ लगातार चौक-चौराहों पर दोपहिया चालकों को हेलमेट पहनने की समझाइश दे रहे हैं।
पुष्पेंद्र भट्ट के प्रयासों का ही परिणाम है कि यह मुहिम अब केवल प्रशासन तक सीमित न रहकर जनता और जनप्रतिनिधियों की साझी जिम्मेदारी बन गई है। इसी क्रम में आज नगर निगम की महापौर श्रीमती अलका वाघमार ने भी पटेल चौक पहुंचकर हेलमेट पहनकर अभियान को समर्थन दिया और वाहन चालकों को सुरक्षा का संदेश दिया।
यातायात प्रभारी ने बताया कि “सड़क दुर्घटनाओं में सबसे अधिक नुकसान सिर पर चोट लगने से होता है, और हेलमेट ही जीवन की सबसे बड़ी ढाल है। प्रशासन की यह पहल आम जन की सुरक्षा को ध्यान में रखकर ही चलाई जा रही है।”
शहरवासियों ने यातायात प्रभारी पुष्पेंद्र भट्ट और उनकी टीम के जनहित से जुड़े इस अथक प्रयास की प्रशंसा की है। लोगों का मानना है कि नो हेलमेट-नो पेट्रोल व्यवस्था से न केवल यातायात अनुशासन बढ़ेगा बल्कि दुर्घटनाओं से होने वाली जानमाल की क्षति में भी कमी आएगी।
जिला प्रशासन और यातायात विभाग की यह संयुक्त पहल भविष्य में सड़क सुरक्षा को लेकर एक स्थायी सकारात्मक बदलाव लाने में सक्षम मानी जा रही है।