शौर्य पथ /विशेष
मेजर सरस त्रिपाठी एक सेवा निवृत्त रक्षा पदाधिकारी हैं जिन्होंने 6th मराठा लाइट इन्फेंट्री में रह कर कश्मीर के श्रीनगर, बडगाम एवं पुलवामा में कई ऑपरेशन्स चलाये, कितने ही अफ़ग़ान,पाकिस्तानी एवं कश्मीरी आतंकवादियों को मार गिराया ,कितनो को पकड़ा और पता नही कितने ही इनके अपने साथी भी इन ऑपरेशन्स में वीरगति को प्राप्त हुए , ये 1992 का वो दौर था जब आतंकवाद कश्मीर में चरम पर था ।
मेजर त्रिपाठी इसके अलावा इंटरनेशनल बॉर्डर तथा LOC पर भी तैनात रहे तथा लगातार दुश्मनो के दांत खट्टे करते रहे।
इनके सैन्य करियर का हाई-पॉइंट तब आया जब कारगिल युद्ध हुआ और इन्होंने उस युद्ध मे फ्रंट-लाइन पर रहते हुए लड़ाई लड़ी।
मेजर त्रिपाठी ने कश्मीर एवं वहां के आतंकवाद पर 2 पुस्तकें भी लिखी हैं तथा इन्हें कश्मीर मामलों का स्पेशलिस्ट माना जाता है।
मेजर त्रिपाठी मिनिस्ट्री ऑफ सोशल जस्टिस में एक डिप्टी सेक्रेटरी के रूप में भी कार्य कर चुके हैं , जो कि मूलतः एक IAS लेवल का पोस्ट है। मीडिया में आपके कई लेख छप चुके हैं , आल इंडिया रेडियो पर आपके कई प्रोग्राम प्रसारित हो चुके हैं , आप हिंदी,अंग्रेजी एवं संस्कृत तीनो भाषाओं में पारंगत हैं तथा सेवानिवृत्त होने के पश्चात आपने कई सारी डिग्रीयां भी प्राप्त की हैं , जिसमे MBA तथा मास्टर्स इन जर्नलिज्म प्रमुख हैं।