लाॅकडाउन की स्थिति में विद्यार्थियों को निर्बाध एवं नवाचारी शिक्षा मुहैया कराने पर दिया जोर
धमतरी /शौर्यपथ
कोरोना वायरस (कोविद-19) के संभावित संक्रमण को दृष्टिगत करते हुए कलेक्टर श्री रजत बंसल ने विद्यार्थियों को निर्बाध, अनवरत एवं नवाचारी शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से आज विकासखण्ड शिक्षा अधिकारियों तथा संकुल समन्वयकों की बैठक दोपहर 12.30 बजे वीडियो काॅन्फे्रंसिंग के माध्यम से ली। कलेक्टर ने वी.सी. के दौरान बताया कि वर्तमान परिदृश्य में आॅनलाइन पद्धति से विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करना ही बेहतर और कारगर उपाय है, इसलिए शिक्षक इसके लिए मानसिक रूप से तैयार हो जाएं कि आने वाले दिनों में इसी प्रणाली से शिक्षा का आदान-प्रदान किया जाएगा। साथ ही विद्यार्थियों के शिक्षा स्तर की जानकारी से शिक्षकों के साथ-साथ पालक भी अवगत हांे, इसके लिए यह अच्छा माध्यम साबित होगा।
वीडियो काॅन्फे्रंसिंग के माध्यम से कलेक्टर ने जिले के चारों विकासखण्ड के शिक्षा अधिकारियों, सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारियों तथा संकुल समन्वयकों को निर्देशित किया कि सभी विकासखण्ड में आई.टी. (सूचना प्रौद्योगिकी) नेटवर्क तैयार करें, जिसके माध्यम से जिला, विकासखण्ड, क्लस्टर और स्कूल स्तर पर सोशल मीडिया में ग्रुप बनाया जाए। उन्होंने इसकी सूची आगामी सोमवार तक जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में प्रेषित करने के निर्देश दिए। इसी तरह छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा विभाग की नई पहल पढ़ाई तुंहर द्वार के लिए कार्ययोजना तैयार करने के लिए निर्देशित किया। साथ ही जिला प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे परख, युवोदय, और सीख कार्यक्रम के ठोस क्रियान्वयन के लिए भी शिक्षाधिकारियों को निर्देश दिए। इसके अलावा कलेक्टर ने लाॅक डाउन के दौरान मुख्यालय से बाहर रहने वाले शिक्षकों की जानकारी शीघ्रता प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर जिला पंचायत की सी.ई.ओ. श्रीमती नम्रता गांधी, प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी श्री बिपिन देशमुख उपस्थित थे।