मध्य बस्तर में काफ़ी लंबे अरसे के बाद शिवसेना का असर फ़िर से दिखने लगा है। नगरनार स्टील प्लांट के निजीकरण का विरोध दर्ज़ कराने नगरनार मोर्चा निकाली गई थी, जिसके बाद प्रदेश अध्यक्ष द्वारा प्रेस वार्ता करके शिवसेना बस्तर के पुराने टीम को बर्खास्त करके नगरनार मोर्चा के कार्यक्रम प्रभारी डॉ. अरुण पाण्डेय् को ही बस्तर जिलाध्यक्ष की कमान उन्होंने सौंपा था।
गौरतलब होकि डॉ. अरूण पाण्डेय बस्तर जिलाध्यक्ष पद पर नियुक्ति से पूर्व युवा इकाई के प्रदेश सचिव के पद पर सक्रिय भूमिका में थे। महाविद्यालयों में विद्यार्थियों के हितों के लिए आवाज़ उठाते हुए उनके नेतृत्व में ही शिवसेना की युवा इकाई युवासेना ने छत्तीसगढ़ प्रदेश में छात्रसंघ अध्यक्ष और अन्य पदों पर जीत दर्ज़ किया था। अब अपने उसी अंदाज़ में उन्होंने बस्तर ज़िले से शासन प्रशासन और सरकार की ग़लत नीतियों का विरोध और जनसमस्याओं को उठाने का प्रयास आरंभ कर दिया गया है।
पूर्व में कुशाभाऊ ठाकरे वार्ड, धरमपुरा, अटल आवास परिसर और कालीपुर में शिवसेना का गठन किया गया था। प्रदेश अध्यक्ष धनजंय सिंह परिहार के जन्मदिवस पर जिला उपाध्यक्षों की घोषणा उनके द्वारा की गई, और अब सभी जिम्मेदार पदाधिकारियों द्वारा जनसंपर्क करके लगातार वार्ड स्तर पर नए सदस्य बनाने का कार्य जारी है। इसी कड़ी में शिवसेना के नवनियुक्त ज़िला उपाध्यक्ष अशरफ़ खान के नेतृत्व में जगदलपुर नगर निगम क्षेत्र के स्व. राजीव गांधी वार्ड क्रमांक - 33 के आकाश नगर क्षेत्र में शिवसेना के रीती नीति से स्थानीय लोगों को अवगत कराने के बाद 30 कि संख्या में स्थानीय युवाओं व महिलाओं को शिवसेना में शामिल किया गया है।