नगरी। केंद्र प्रवर्तित योजना के अंतर्गत "प्रौढ़ शिक्षा कार्यक्रम" के तहत, 15 आयु वर्ग से ऊपर के, असाक्षरों को साक्षर करने के उद्देश्य से जिला कार्यालय धमतरी के निर्देशानुसार, विकास खंड शिक्षा अधिकारी महेश्वरी ध्रुव के मार्गदर्शन में दो दिवसीय पढ़ना लिखना अभियान के अंतर्गत स्वयंसेवी शिक्षकों का प्रशिक्षण का आयोजन बीआरसी नगरी के प्रशिक्षण हाँल में दिनांक 17 व 18 मार्च को आयोजित किया गया ।
विकास खंड शिक्षा अधिकारी, विकासखंड स्त्रोत समन्वयक, विकासखंड नोडल एवं विभिन्न संकुल के 13 पंचायतो के उपस्थित स्वयंसेवी शिक्षकों के द्वारा मां सरस्वती के छायाचित्र में पूजा अर्चना के पश्चात सामूहिक राजगीत का गायन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
स्वागत अभिनंदन के बाद प्रथम दिवस सभी प्रतिभागियों का पंजीयन शिक्षक आदित्य पांडे व संतोष बांधव द्वारा, सभी का परिचय प्राप्त किया गया।
विकास खंड शिक्षा अधिकारी नगरी ने कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला ।
बीआरसी बीएम साहू द्वारा प्रशिक्षण के महत्व को बताया गया ।
विकासखंड के नोडल गजानंद सोन के द्वारा शासन की योजना के तहत् प्रौढ़ शिक्षा कार्यक्रम "पढ़ना लिखना अभियान" के व्यापक प्रचार प्रसार, रूपरेखा पर स्वयंसेवी शिक्षकों के द्वारा असाक्षरों को साक्षरता केंद्र तक कैसे लाएं? एवं वातावरण का निर्माण कैसे करें? इन बातों पर विस्तृत चर्चा किया गया।
प्रथम दिवस कुशल प्रशिक्षक सुरेंद्र प्रजापति द्वारा नवाचार के लिए बदलाव एवं मनोविज्ञान क्या है व शिक्षक टीकेश साहू द्वारा प्रशिक्षण की आवश्यकता क्यों?विषयो पर आवश्यक परिचर्चा की गई।
बोधनी यदु द्वारा आंतरिक मूल्यांकन की जानकारी एवं पढ़ना लिखना में पठन-पाठन गतिविधियां, गायत्री बोदले द्वारा डिजिटल माध्यमों का उपयोग एवं कक्षा संचालन पर प्रकाश, प्रशिक्षक छनीता साहू द्वारा कोरोना की जानकारी व बचाव, एवं स्वयंसेवी कार्यकर्ता की भूमिका पर विस्तृत चर्चा किया गया।
इस अवसर पर संकुल समन्वयक डोगरडुला धनंजय साहू व योगेंद्र राजपूत भी उपस्थित थे।
लगभग 2000 असाक्षरों को साक्षर करने हेतु 245 स्वयंसेवी शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षणार्थियों में चित्रलेखा धृतहरे , प्रताप मरकाम, भागीरथी दरोँ , केसरी बाई, तोषन सिन्हा ने इस प्रशिक्षण को अति आवश्यक बताया बताया।
इस प्रशिक्षण में इस हरिश्चंद्र , रवीना ध्रुव,यमुना , गणेश साहू, वंदना सोम , सुलोचना नाग , महेश कुंजाम,शारदा बाई , सत्यवती एवं अन्य संकुल व पंचायतों के स्वयंसेवी शिक्षकों ने प्रशिक्षण प्राप्त किए।
साजन साहू द्वारा प्रेरक गीत प्रस्तुत किया गया।