धमतरी शौर्यपथ
कलेक्टर श्री जयप्रकाश मौर्य ने आज दोपहर नगरी विकासखण्ड की ग्राम पंचायत कुकरेल में कंटेनमेंट जोन तथा वहां हायर सेकण्डरी स्कूल परिसर में स्थापित किए गए कोरंटाइन सेंटर का दौरा कर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान स्थानीय सरपंच को समझाइश दी कि कोरोना वायरस के लक्षण सर्दी, खांसी, बुखार जैसी सामान्य बीमारियों के समान ही हैं तथा इससे भयभीत होने या घबराने के बजाय लोगों को सतर्कता व सावधानी बरतने के लिए जागरूक करें।
आज दोपहर 12.00 बजे पहुंचे ग्राम कुकरेल पहुंचे कलेक्टर श्री मौर्य ने पहले कंटेनमेंट जोन का निरीक्षण किया, तदुपरांत हायर सेकण्डरी स्कूल में बनाए गए कोरंटाइन सेंटर का निरीक्षण किया। उन्होंने स्थानीय सरपंच श्रीमती भोजवती को बताया कि यह एक सामान्य लक्षण वाली बीमारी है, जिसकी प्रतिरोधी दवा अब तक तैयार नहीं की जा सकी है। ऐसे में डरने से बजाय लोगों को जागरूक करते हुए मास्क का उपयोग करने, सैनिटाइजर के बार-बार हाथों को धोने तथा भीड़भाड़ सहित लोगों से परस्पर दूरी बनाकर रखने की बात सरपंच से कही। इस दौरान उन्होंने जनपद पंचायत नगरी के सी.ई.ओ. को ग्रामीणों को जागरूक करने तथा ग्रामीणों को जागरूक करते हुए ज्यादातर समय घर पर ही रहने व बहुत ही जरूरी होने पर मास्क का उपयोग करते हुए सैनिटाइजर अथवा साबुन से हाथ धोने के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि जिले में जितने भी कोरोना पाॅजीटिव के प्रकरण आ रहे हैं वह बड़े शहरों के हाॅटस्पाॅट से आने वाले प्रवासी लोगों के जरिए कम्युनिटी काॅन्टैक्ट से आ रहे हैं। ऐसे में थोड़ी सी चूक से इसके प्रसार की आशंका बनी रहती है इसलिए लोगों को अपने स्तर पर जागरूक होकर कोरोना संक्रमण से लड़ने और इससे जीतने की प्रवृत्ति लानी होगी। इसके अलावा उन्होंने कोरंटाइन सेंटर में दाखिल लोगों की भोजन, पेयजल, कूलर जैसी मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था सुनिश्चित करने तथा उनसे न्यूनतम संपर्क के साथ सावधानी बरतने के निर्देश दिए। इस दौरान कलेक्टर ने सरपंच को बताया कि ग्राम में आवश्यक सेवाएं जैसे पीडीएस सेंटर, एटीएम आदि सोशल डिस्टेंसिंग की शर्त पर चालू रहेंगी। उन्होंने पीडीएस सेंटर में टोकन पद्धति या वार्डवार उपभोक्ताओं को अलग-अलग राशन एवं अन्य खाद्य सामग्री का वितरण सुनिश्चित कराने के निर्देश एसडीएम नगरी श्री सुनील शर्मा को दिए। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. डी.के. तुर्रे सहित अधिकारीगण उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि मुंबई से आए जिले के 18 प्रवासी मजदूरों को कुकरेल स्थित कोरंटाइन सेंटर में 23 मई से ठहराया गया है, जिनमें से स्वास्थ्य परीक्षण के उपरांत छह लोगों का लक्षण के आधार पर रक्त नमूने एम्स हास्पीटल रायपुर भेजे गए थे। इनमें से शुक्रवार 29 मई की देर शाम को एक व्यक्ति की रिपोर्ट कोरोना पाॅजीटिव प्राप्त हुआ, जिसके तत्काल बाद जिला प्रशासन द्वारा सम्पूर्ण कुकरेल ग्राम को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरंटाइन सेंटर सहित ग्राम के घरों में सोडियम हाइपोक्लोराइट दी दवा का छिड़काव रात्रि में ही कराया गया। ग्रामीणों को अपने घरों पर ही रहने तथा आवाजाही प्रतिबंधित कर दिया गया।