नई दिल्ली / शौर्यपथ /हरिद्वार देश में कोरोना के मामलों में तेजी से हो रहे इजाफे के चलते उत्तराखंड के हरिद्वार में चल रहा कुंभ संभवत: आज समाप्त घोषित किया जा सकता है. सूत्रों के अनुसार, अखाड़ा परिषद और संतों के साथ बुधवार को देर शाम सरकार की बातचीत होगी. सरकार बातचीत में हालात के मद्देनजर संतों से लौट जाने की अपील कर उन्हें मनाने की कोशिश करेगी. कुंभ में आज सबसे बड़ा स्नान था, इसके बाद अप्रैल माह में एक और स्नान है.
कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच बैसाखी और मेष संक्रांति के पर्व पर महाकुंभ के तीसरे और मुख्य शाही स्नान में बुधवार को अखाड़ों के साधु-संतों ने मुख्य स्नान घाट ‘हर की पैड़ी' पर अपार उत्साह के साथ गंगा नदी में आस्था की डुबकी लगाई. पवित्र स्नान पर्व पर हरिद्वार और ऋषिकेश के विभिन्न गंगा घाटों पर लाखों की संख्या में आम श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान कर कुंभ का पुण्य लाभ कमाया. बुधवार तड़के स्नान का क्रम शुरू हो गया था. दोपहर 12 बजे तक करीब आठ-दस लाख लोग गंगा में डुबकी लगा चुके थे.
गौरतलब है कि हरिद्वार में मंगलवार को कोरोनावायरस के 594 नए मामले दर्ज किए गए. इसके साथ ही शहर में सक्रिय मरीजों की संख्या 2,812 पहुंच गई. सोमवार को हरिद्वार में 408 कोरोना के नए मरीज सामने आए थे. वहीं पूरे उत्तराखंड की बात करें तो पिछले 24 घंटे में 1925 मामले और 13 मौत दर्ज की गईं. बता दें, हरिद्वार में इस वक्त महाकुंभ चल रहा है. जहां एक ओर कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने देश में कहर मचाया हुआ है, वैक्सीन और अस्पतालों में बेड की कमी पड़ रही है, वहीं दूसरी ओर हरिद्वार में काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं.