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सावधान : धुम्रपान करने वाले नहीं बच पायेंगे कोरोना से Featured

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शौर्यपथ / स्वास्थ्य / धूम्रपान आपको कोरोना संक्रमण से नहीं बचाएगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ऐसी सभी रिपोर्ट को खारिज कर दिया है जिसमें दावा किया गया था कि धूम्रपान करने या निकोटिन का प्रयोग करने वालों को संक्रमण का खतरा कम है। वैज्ञानिकों के लंबे रिसर्च के बाद डब्ल्यूएचओ ने साफ किया है कि कोरोना वायरस और धूम्रपान दोनों फेफड़ों पर सीधा हमला करते हैं। इससे सांस संबंधी बीमारियां होती हैं और खतरा काफी बढ़ जाता है।
धूम्रपान से फेफड़े कमजोर होते हैं और वायरस से लडऩे की उनकी क्षमता खत्म होने लगती है। ऐसे में कोरोना का संक्रमण उनकी जान भी ले सकता है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, हृदय रोग, सांस की बीमारी, मधुमेह और कैंसर में भी धूम्रपान काफी खतरनाक हो सकता है। इसलिए सभी लोगों को धूम्रपान से बचना चाहिए।
धूम्रपान छोडऩे के फ ायदे-
-डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, धूम्रपान छोडऩे के 20 मिनट के अंदर उच्च रक्चाप में गिरावट आती है
-12 घंटे के बाद खून में कार्बन मोनोआक्साइड के जहरीले कणों का स्तर सामान्य हो जाता है
-दो से 12 हफ्तों के भीतर फेफड़ों के कार्य करने की क्षमता में काफी तेजी से इजाफा होता है
-एक से नौ महीने में खांसी और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या कम हो जाती है
फेफ ड़ों में जादुई क्षमता-
फेफड़ों में जादुई क्षमता होती है जो धूम्रपान से हुए कुछ नुकसान को खुद-ब-खुद ठीक कर देती है। जो लोग धूम्रपान छोड़ चुके हैं उनकी 40 फीसदी कोशिकाएं उन लोगों की तरह हो जाती हैं जिन्होंने धूम्रपान नहीं किया है।
पहले क्या थे दावे-
1.पेरिस में हुए एक अध्ययन में कहा गया था कि धूम्रपान में पाया जाने वाला पदार्थ संभवत: निकोटिन लोगों को कोराना के संक्रमण से बचा सकता है।
2.इटली के एक रिसर्च में कहा गया है कि इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि धूम्रपान करने वालों को संक्रमण का खतरा अन्य लोगों से पांच गुना कम होता है।

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