दुर्ग / शौर्यपथ /
दुर्ग नगर पालिका निगम क्षेत्र में वर्तमान स्थिति में देखा जाए तो हर क्षेत्र में बदहाली की व्यवस्था है अतिक्रमण का जोर दुर्ग निगम क्षेत्र में इस कदर बढ़ गया है कि अब दुर्ग शहर के बाहर के निवासी भी ठेले गुमठी लेकर सड़कों के किनारे खुले आम अवैध अतिक्रमण कर व्यापार कर रहे हैं जिसके कारण यातायात व्यवस्था बाधित हो रही है परंतु निगम प्रशासन है कि इन मामलों पर बिल्कुल मौन है .
दुर्ग शहर में शहरी सरकार ने गौरव पथ का सौंदरीकरण और चौड़ीकरण किया जिससे शहर में यातायात का दबाव कम पड़े परंतु आज गौरव पथ में पहले की अपेक्षा अतिक्रमण का बोलबाला और ज्यादा बढ़ गया है कहने को तो निगम प्रशासन ने अतिक्रमण पर लगाम लगाने के लिए दो-दो वेंडिंग जोम बनाएं परंतु यह सभी को ज्ञात है कि दोनों ही वेंडिंग जोन में किस कदर भ्रष्टाचार हुआ और पात्र लोगों के जगह अपात्र लोगों को दुकान आवंटित कर दिया गया लाखों का घोटाला होने के बाद भी निगम आयुक्त चंद्राकर द्वारा वर्तमान समय तक ना ही ऐसे फर्जी वेंडरो पर कार्यवाही की गई और नहीं उन पर कार्यवाही की गई जो निगम में कार्य करते हुए अपने परिजनों के नाम पर गुमठी आवंटन करवा लिए हैं .
वही दुर्ग शहर में गरीब जनता के लिए रेन बसेरा और आश्रय स्थल जो नगर पालिक निगम द्वारा संचालित तो है परंतु यहां पर भी भ्रष्टाचार का यह आलम है कि खुलेआम निविदा शर्तों के विरुद्ध कार्य और व्यापार किया जा रहा है परंतु सारी जानकारी होने के बावजूद भी निगम आयुक्त लोकेश चंद्राकर द्वारा केवल जांच की ही बात कही जाती है परंतु जांच कब होगी इस बारे में कोई उत्तर प्राप्त नहीं हो रहा ।
बाजार विभाग में भ्रष्टाचार का यह आलम रहा की साल भर से पुलिस सहायता केंद्र में एक व्यापारी द्वारा कब्जा कर लिया गया परंतु उसे हटाते हटाते निगम को साल भर का समय लग गया वहीं अब एक ऐसा मामला सामने आया है जो न केवल प्रशासनिक व्यवस्था की पोल खोल रहा है अपितु शहर की जनता को दूषित वातावरण में धकेलना का काम भी निगम प्रशासन ने कर दिया ।
दुर्ग निगम क्षेत्र से उठने वाले कचरे के निष्पादन की समस्या काफी पुरानी है परंतु इसके लिए कोई ठोस कदम निगम प्रशासन द्वारा नहीं उठाया जा रहा आम जनता को कुछ राहत देते हुए निगम प्रशासन ने शहर से दूर पुलगांव में गोठान के पास डंपिंग यार्ड तो बनाया परंतु न जाने ऐसा कौन शिकायतकर्ता है जिसकी शिकायत पर कार्यवाही करते हुए निगम प्रशासन ने आचार संहिता के बीच में ही आनन फानन में उस डंपिंग यार्ड को साफ सुथरा कर दिया और जब कचरा फेंकने का जगह निगम प्रशासन के पास नहीं बचा तो शहर के मध्य सुराना कॉलेज के सामने स्टेडियम परिसर पर टीन की ऊंची ऊंची दीवार खड़ी कर शहर के बीच में पूरे शहर का कचरा डंपिंग करने का कार्य शुरू हो गया जिसके कारण आसपास के क्षेत्र में गंदगी और बदबूदार वातावरण निर्मित हो गया शहर से दूर जंगल को हरा-भरा तो निगम आयुक्त ने कर दिया परंतु शहर की जनता को दुर्गंध के वातावरण में छोड़ दिया .
शहर की बदहाल व्यवस्था पर आखिर कब उच्चाधिकारी , जनप्रतिनिधि , मंत्री , मुख्यमंत्री की नजर जायेगी और कभी व्ही.आई .पी जिला कहा जाने वाला दुर्ग एक बार फिर विकास की रफ़्तार पकड़ेगा ?