दुर्ग। शौर्यपथ। नगर निगम की शहरी सरकार आखिरकार एक्शन में आ ही गई नगर निगम में भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए निगम प्रशासन द्वारा बाजार विभाग और जनसंपर्क विभाग संभाल रहे थान सिंह यादव से दोनों प्रभार ले लिया गया निगम क्षेत्र में ऐसी चर्चा है कि शपथ ग्रहण समारोह में पत्रकारों से भेदभाव करना और मीडिया जगत को गुमराह करने के सूत्रधार के रूप में थान सिंह यादव ने अहम भूमिका निभाई जिसके कारण मीडिया जगत निगम प्रशासन की कार्यप्रणाली के विरोध में उतर आया परिणाम यह रहा कि थान सिंह यादव से जनसंपर्क विभाग ले लिया गया वहीं बाजार विभाग में हाल ही में हुए शिवनाथ नदी में पार्किंग घोटाले और आम जनता से ज्यादा वसूली की जानकारी होने के बावजूद भी थान सिंह यादव द्वारा ठेकेदार पर कड़ी कार्रवाई न करने पर शहर में नई शहरी सरकार पर सवाल उठने लगे ऐसे में नई शहरी सरकार ने कड़े कदम उठाते हुए थान सिंह यादव से बाजार विभाग भी ले लिया अब देखना यह है कि पूर्व में कई मामलों में नोटिस झेल रहे थान सिंह यादव पर क्या पूर्व के फ्लेक्स विवाद मामले पार्किंग वसूली मामले शिव नाथ नदी तट पर अवैध रूप से ज्यादा राशि लेने वाले ठेकेदार को संरक्षण देने जैसे मामलों पर निगम प्रशासन कड़ी जांच कर सख्त से सख्त कार्रवाई करता है या फिर सिर्फ आम जनता को दिखाने के लिए थान सिंह यादव को कुछ समय के लिए इस विभाग से हटा दिया गया है।
पूर्व में भी देखने को मिला कि निगम कर्मचारी सहायक राजस्व निरीक्षक थान सिंह यादव किसी विवाद में शामिल होते हैं तो कुछ समय के लिए उन्हें प्रभाव से हटा दिया जाता है और पुनः फिर वही विभाग दे दिया जाता है ऐसे में अब नई शहरी सरकार क्या दिखावे के लिए कार्यवाही की दिशा में आगे बढ़ रही है या फिर भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी से कड़ी जांच कर सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी.
वही ऐसी भी चर्चा है कि जनसंपर्क विभाग में रहते हुए थान सिंह यादव आयुक्त सुमित अग्रवाल को भी गलत जानकारी देकर मीडिया कर्मियों को बदनाम करने व भेदभाव की नीति अपना रहे थे ऐसे में क्या आयुक्त सुमित अग्रवाल मामले की गहराई तक जाकर मीडिया कर्मी को अपरोक्ष रूप से निगम प्रशासन के विरुद्ध करने वाले तात्कालिक जनसंपर्क अधिकारी के कार्यों का बारीकी से निरीक्षण करेंगे या फिर दिखाने के लिए यह कार्रवाई की गई है और कुछ कालांतर बाद थान सिंह यादव को बाजार विभाग और जनसंपर्क विभाग की जिम्मेदारी दे दी जाएगी.ऐसा ही माना जा रहा है की शपथ ग्रहण समारोह में व्यवस्था की जिम्मेदारी का पूर्ण निर्वाह न करने से शहरी सरकार और निगम प्रशासन की काफी छिछालेदरी हुई है ऐसे में निगम प्रशासन का अगला कदम क्या होता है इस पर सभी की नजर है. वही यह भी चर्चा का विषय है कि थान सिंह यादव विधायक गजेंद्र यादव के kरीबी माने जाते हैं तो क्या इस बात का फायदा थानसिंह यादव को मिलेगा या सुशासन के सरकार के सपने को सार्थक करते हुए, शहरी सरकार और निगम प्रशासन किसी भी तरह का समझौता नहीं करेगा...