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महापौर बाघमार का महा सफाई अभियान में क्या भाजपा नेताओ को छुट ? Featured

महापौर बाघमार का महा सफाई अभियान में क्या भाजपा नेताओ को छुट ? महापौर बाघमार का महा सफाई अभियान में क्या भाजपा नेताओ को छुट ? SHOURYAPATH NEWS

अपंजीकृत राम रसोई संस्था से पार्किंग की व्यवस्था चरमराई
अब सरकारी संपत्ति पर पोस्टर लगा महा सफाई अभियान को आँख

  दुर्ग / शौर्यपथ /

  इन दिनों नगर पालिका निगम दुर्ग में महासफाई अभियान बड़े जोरशोर से चल रहा है और इसकी कमान शहर की नव नियुक्त महापौर श्रीमती अलका बाघमार ने संभाल रखी है प्रतिदिन सुबह अपनी टीम के सदस्यों के साथ वार्ड  का दौरा कर बरसात के पहले सफाई व्यवस्था पर बारीक की नजर जमाए हुए हैं वहीं अतिक्रमणकारियों पर भी लगातार कार्रवाई जारी है प्रतिदिन सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहे हैं जहां श्रीमती अलका बाघमर द्वारा आवागमन की सुविधा यातायात के दबाव को कम करने एवं आम जनता को एक सुंदर शहर देने की दिशा में प्रयास करने की बात कही जा रही है .

  
 सोशल मीडिया में दिखाए गए वीडियो के अनुसार शहर में साफ सफाई और अतिक्रमण पर कार्यवाही की प्रशंसा पूरे नगर वासी कर रहे हैं किंतु वहीं अगर जमीनी स्तर पर देखा जाए तो नगर निगम कार्यालय और महापौर निवास के मध्य ही गौरव पथ मार्ग पर सड़क के दोनों किनारो पर ठेले गुमठी लगाने वालों का रेला काफी बढ़ गया साई द्वार जैसे व्यस्ततम चौक पर जहां कुछ महीना पहले दो-तीन दुकानें लगती थी अब 8-10 दुकानें लगने लगी .बस स्टैंड में राम रसोई जैसी अपंजीकृत संस्था जो सादा भोजन ?20 में उपलब्ध करा रही है के जमीन आवंटन मामले पर भले ही महापौर बाघमार ने पिछली सरकार के द्वारा किए गए कार्य बता रही है परंतु पिछले कार्यकाल के कई फसलों को निरस्त करने वाली नई शहरी सरकार राम रसोई संस्था मामले पर मौन है .अनुबंध के चार महीने बाद राम रसोई संस्था द्वारा बस स्टैंड के एक बड़े क्षेत्र में निर्माण कराया गया और 10 दिनों पहले उद्घाटन भी हो गया परंतु आज शहर के व्यस्ततम बस स्टैंड जहां प्रतिदिन कई जिलों के वाहन और यात्री आते जाते हैं ऐसे में स्थान की समस्या के बावजूद भी राम रसोई संस्था के संचालकों द्वारा काफी बड़े क्षेत्र में टेंट लगाकर कहीं ना कहीं व्यवस्था को बाधित किया जाता है इतना सब होने के बाद भी निगम प्रशासन आंखें मूंदे बैठी हैं वहीं अब नगर निगम की संपत्ति वाटर एटीएम पर भी राम रसोई संस्था द्वारा प्रचार पोस्टर लगा दिए गए हैं ऐसे में अब एक बार फिर बस स्टैंड क्षेत्र के आसपास के लोगों में चर्चा का विषय है कि अगर एक आम आदमी ऐसा कोई कृत्य करता तो शहर की नवनियुक्त महापौर पूरे दल के साथ कार्यवाही तो करती वही जुर्माना भी लगा देती परंतु राम रसोई संस्था जो की अपंजीकृत संस्था है और जिसके संरक्षक चतुर्भुज राठी जो भारतीय जनता पार्टी के नेता हैं और एक समय में विधायक के दावेदार के बाद आरक्षण के पहले महापौर के दावेदारी में भी नाम था की संस्था पर महापौर और शहरी सरकार द्वारा किसी भी तरह की नीतिगत कार्यवाही न करना चर्चा का विषय तो बन ही रहा है साथ ही राम रसोई के आसपास की खाली जमीन पर भी अब पक्का निर्माण अवैध कब्जा धारी द्वारा किया जाने लगा ऐसे में स्थान की कमी की परेशानियों का सामना अब सिर्फ आम जनता उठा रही है.लगातार बस स्टैंड में अगर अवैध कबजेदारियों का जमावड़ा बढ़ता रहा तो निश्चित ही आने वाले समय में इस अव्यवस्था की जिम्मेदारी निगम प्रशासन की ही होगी और शहरी सरकार पर भेदभाव के आरोप लगाते रहेंगे .

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