भिलाई में बीएसपी कर्मचारी पर तलवार से जानलेवा हमला: दुर्ग पुलिस ने दिखाई त्वरित कार्रवाई, आरोपियों का निकाला जुलूस
भिलाई/शौर्यपथ
छत्तीसगढ़ के औद्योगिक नगरी भिलाई में शुक्रवार रात अपराधियों के दुस्साहस का एक और उदाहरण सामने आया जब बीएसपी कर्मचारी पर खुलेआम तलवार से जानलेवा हमला कर दिया गया। घटना भिलाई नगर थाना क्षेत्र के सेक्टर-5 मार्केट की है, जहां शराब के नशे में धुत दो अपराधियों—लक्की जॉर्ज और यशवंत नायडू—ने बीएसपी कर्मचारी चंद्रकांत वर्मा पर धारदार हथियार से हमला किया।
लक्की जॉर्ज कुख्यात हिस्ट्रीशीटर अमित जोश का जीजा है, जबकि यशवंत उसका करीबी सहयोगी बताया जा रहा है। हमले के पीछे पूरी तरह से गुंडागर्दी और दबंगई की मानसिकता काम कर रही थी।
घटना का क्रम: धमकी से लेकर तलवार तक
शुक्रवार रात लगभग 10:15 बजे चंद्रकांत वर्मा सेक्टर-5 मार्केट में खरीदारी के लिए निकले थे। दुकानें बंद होने के कारण वह एक पान दुकान के पास खड़े थे। उसी समय लक्की और यशवंत नशे की हालत में वहां पहुंचे और दुकान बंद होने पर गाली-गलौज शुरू कर दी।
जब चंद्रकांत वर्मा ने इसका विरोध किया, तो दोनों ने खुद को "भिलाई के गुंडे" बताते हुए धमकी दी—"आज तुझे जान से खत्म कर देंगे।" इसके बाद लक्की जॉर्ज ने तलवार से हमला कर दिया। चंद्रकांत ने किसी तरह खुद को बचाया लेकिन उनके बाएं हाथ की उंगली में गंभीर चोट आई और सिर पर वार के कारण वे गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायल ने साहस दिखाते हुए दी सूचना, पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई
घायल अवस्था में चंद्रकांत वर्मा ने अपने मित्र और थाना प्रभारी को फोन कर सूचना दी। सेक्टर-9 अस्पताल में प्राथमिक उपचार के दौरान ही पुलिस ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी और कुछ ही घंटों में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस का जुलूस: अपराधियों को सार्वजनिक रूप से दी सख्त चेतावनी
भिलाई नगर पुलिस ने घटना को हल्के में न लेते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद थाना परिसर से घटनास्थल तक पैदल ‘अपराधी जुलूस’ निकाला। इस कदम का मकसद स्पष्ट था—अपराधियों को यह संदेश देना कि अब कानून से खिलवाड़ करने वालों को सार्वजनिक बेइज्जती और कड़ी सजा का सामना करना होगा।
यह वही पुलिस तंत्र है जिसने 2024 में भिलाई के ग्लोब चौक पर पुलिस मुठभेड़ में कुख्यात गैंगस्टर अमित जोश को मार गिराया था। उस एनकाउंटर के बाद से भिलाई पुलिस लगातार गुंडा तत्वों के खिलाफ सख्त अभियान चला रही है।
पृष्ठभूमि: कुख्यात बदमाश से जुड़े हैं आरोपी
अमित जोश—जिसके नाम पर भय का साया था—दुर्ग, भिलाई समेत प्रदेश के कई थानों में 35 से अधिक गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे। एनकाउंटर में मारे जाने के बाद भी उसके रिश्तेदार और गुर्गे अपराध की उसी राह पर चल रहे हैं। लक्की जॉर्ज, जो अमित जोश का जीजा है, पुलिस रिकॉर्ड में भी संदिग्ध चरित्र का व्यक्ति बताया जाता रहा है।
पुलिस प्रशासन का कड़ा रुख
भिलाई और दुर्ग पुलिस प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए कई गंभीर धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है। शहर में शांति और कानून का राज बनाए रखने के लिए प्रशासन अब 'अपराध पर शून्य सहिष्णुता' की नीति पर काम कर रहा है।