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शिक्षा मंत्री के गृह ज़िले दुर्ग में शिक्षा व्यवस्था पर कलंक , शिक्षा मंत्री लेंगे मामले में संज्ञान ? Featured

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प्रिंसिपल पर धार्मिक भेदभाव, गाली-गलौज और विद्यार्थियों को जानबूझकर फेल करने के आरोप !

दुर्ग। शौर्यपथ /
शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव के गृह ज़िले दुर्ग से शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। शहर के एक नामी स्कूल की प्रिंसिपल एस. संगीता नायर के खिलाफ अभिभावकों और संगठनों ने लिखित शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत पत्र की प्रति में आरोप लगाया गया है कि प्रिंसिपल ने हिन्दू धर्म से जुड़े विद्यार्थियों को चोटी रखने, तिलक लगाने और हाथ में कलावा बांधने से रोक दिया।

विद्यार्थियों को फेल करने का विवाद
शिकायत में उल्लेख है कि 11वीं कक्षा में 68 विद्यार्थियों में से केवल 25 को पास किया गया और 43 विद्यार्थियों को फेल कर दिया गया। अभिभावकों व संगठनों का कहना है कि यह निर्णय पारदर्शी नहीं है और विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। उन्होंने मांग की है कि अनुत्तीर्ण विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिकाएं सार्वजनिक की जाएँ।

गाली-गलौज और मारपीट का आरोप
शिकायत पत्र में यह भी लिखा गया है कि प्रिंसिपल ने कई बार बच्चों से गाली-गलौज और मारपीट की। अभिभावकों ने आरोप लगाया कि उनकी बार-बार की गई शिकायतों को स्कूल प्रबंधन ने नजरअंदाज कर दिया।

शिक्षा विभाग की गंभीरता पर सवाल
मामले को लेकर अभिभावकों और संगठनों ने यह सवाल उठाया है कि जिस जिले से प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव का निवास है, वहां यदि किसी शैक्षणिक संस्था के अधिकारी-कर्मचारी इस तरह के गंभीर और चिंताजनक कृत्य कर रहे हैं, तो शिक्षा विभाग की भूमिका और जिम्मेदारी क्या है?

बजरंग दल की चेतावनी
बजरंग दल ने चेतावनी दी है कि यदि इस मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कठोर कार्रवाई नहीं हुई, तो संगठन को आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।

जनता की निगाहें मंत्री पर
यह घटना ऐसे समय सामने आई है जब गजेंद्र यादव हाल ही में स्कूल शिक्षा मंत्री बने हैं। अब सवाल यह है कि मंत्री अपने ही क्षेत्र में घटित इस विवादास्पद मामले पर क्या कदम उठाएंगे? आम जनता और अभिभावकों की निगाहें इस समय मंत्री की ओर टिकी हुई हैं।

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