दुर्ग। जिले में अपराधी घटनाओं की बढ़ती प्रवृत्ति के मद्देनज़र दुर्ग पुलिस ने कड़े कदम उठाकर स्पष्ट संदेश दे दिया है — जो भी समाज में दहशत फैलाने का प्रयास करेगा, उसे सार्वजनिक तौर पर कानून के शिकंजे में लाया जाएगा। जिला पुलिस अधीक्षक तथा वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में कोतवाली पुलिस निरंतर छापेमारी, पूछताछ और सबूत-पुष्टिकरण कर रही है और जनभागीदारी के साथ शांति-व्यवस्था बहाल कर रही है।
इस कार्रवाई की रूपरेखा में शामिल मुख्य बातें इस प्रकार हैं —
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हाल के दिनों में चोरी-चाकूबाजी और सशस्त्र गिरोहों से जुड़े मामलों की जांच-छानबीन के दौरान कई आरोपियों के पास से चाकू और अन्य आघातक हथियार बरामद किए गए।
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प्रारंभिक छानबीन में कई आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है; इसी कड़ी में कल अमन यादव नामक आरोपी को भी गिरफ़्तार कर उसके ही क्षेत्र में आम जनता के सामने पेश किया गया। यह कदम पुलिस द्वारा यह दर्शाने के उद्देश्य से उठाया गया कि कानून के आगे कोई भी बड़ा नहीं।
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ऐसे आरोपियों से सार्वजनिक रूप से माफी मंगवाने का कदम उठाया जा रहा है — ताकि समुदाय में यह संदेश जाँचे कि दहशत फैलाने वालों का यहाँ कोई स्थान नहीं रहेगा।
कोतवाली थाना प्रभारी तापेश्वर सिंह नेताम ने कहा, “हम ऐसे तत्वों पर किसी भी सूरत में सहनशील नहीं हैं। जनता हमें जो जानकारी देगी उसे गोपनीय रखा जाएगा और उसी सूचना के आधार पर हम त्वरित कार्रवाई करेंगे। पुलिस और समाज मिलकर ही शांति कायम कर सकते हैं।” उन्होंने अपराध की रोकथाम और जानकारी देने के लिए आमजन से सहयोग की विशेष अपील भी की।
अपराध पर सख्त कार्रवाई की जा रही है और कानून-व्यवस्था को चुनौती देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। (तापेश्वर सिंह नेताम - थाना प्रभारी दुर्ग कोतवाली )
पुलिस प्रशासन का मानना है कि केवल गिरफ्तारी ही पर्याप्त नहीं — दोषियों के खिलाफ सार्वजनिक चेतावनी और समाज-स्तरीय सहभागिता अपराधी प्रवृत्तियों को घटाने में निर्णायक होगी। इसलिए संबंधित इलाकों में पुलिस की निगरानी बढ़ा दी गई है और अपराधियों की गतिविधियों पर सतत नजर रखी जा रही है।
नागरिकों के लिए संदेश साफ है — अगर आप शांति चाहते हैं तो पहला कदम जानकारी देना है। दुर्ग पुलिस ने आश्वस्त किया है कि किसी भी प्रकार की सूचना पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी तथा सूचनाकार की पहचान पूरी तरह सुरक्षित रखी जाएगी।
दुर्ग के नागरिकों ने भी पुलिस की इन कार्रवाइयों की सराहना की है और कहा है कि जब कानून-व्यवस्था दृढ़ हाथों में दीखती है, तो समाज सुरक्षित महसूस करता है। पुलिस प्रशासन ने अंततः दोहराया कि शांति और सद्भाव बनाए रखने में जनभागीदारी अत्यन्त आवश्यक है — और उसके बिना यह लक्ष्य पूरा नहीं हो सकता।
“कोतवाली पुलिस द्वारा दहशत फैलाने वाले आरोपी को उसके ही क्षेत्र में जनता के बीच ले जाया गया — संदेश स्पष्ट, अपराधी चाहे जो हो, कानून से बड़ा कोई नहीं।”