दुर्ग / शौर्यपथ / शौर्यपथ समाचार पत्र ने अपने मंगलवार के अंक में खबर प्रकाशित किया था कि दुर्ग निगम के अधिकारियों द्वारा भूपेश सरकार की नीतियों की प्रसार सामग्री जो शहर में वितरण के लिए पहुंची थी किन्तु अधिकारियों की लापरवाही के चलते ये प्रसार सामग्री निगम क्षेत्र में ना बाँट कर रद्दी के ढेर में तब्दील हो गयी थी .
बता दे कि दुर्ग निगम के कई कमरों में नगरीय निकाय विभाग और मुख्यमंत्री की नीतियों से सम्बंधित लाखो रूपये की प्रसार सामग्री दुर्ग निगम में पहुंची थी जिसे वितरित करने की जिम्मेदारी दुर्ग निगम प्रशासन की थी किन्तु दुर्ग निगम प्रशासन के अधिकारियों की लापरवाही का नतीजा यह रहा कि भूपेश सरकार के नीतियों की प्रचार सामग्री कुढ़े के ढेर के रूप में निगम के कमरों में जनसंपर्क विभाग से लगे कमरों में बहुतायत पायी गयी . जिस पर शौर्यपथ समाचार पत्र ने महापौर और आयुक्त को मामले को संज्ञान लेने की बात कही गयी . उसी कड़ी में आज दुर्ग निगम के महापौर धीरज बाकलीवाल द्वारा निगम के कई कमरों का निरिशन किया गया एवं कई बंद कमरों को खुलवाया गया . जनसंपर्क विभाग से लगे कमरों में हेल्प डेस्क के हाल व एनी कमरों में सरकार की योजनाओं की प्रसार सामग्री कचरे के ढेर के रूप में मिली .
महापौर धीरज बाकलीवाल ने आज अपरान्ह के बाद निगम कार्यालयों का औचक निरीक्षण किये।
भ्रमण के दौरान महापौर ने विभाग अधिकारियों से कहा कि शासन द्वारा दिये गये गाईड लाईन अनुसार सभी कार्यालय में विभागीय कामकाज सम्पादित करें। भ्रमण के दौरान कार्यालयों में अस्त-व्यस्त पड़ें फाईल और पुस्तकों, पाम्पलेट आदि के लिए नाराजगी व्यक्त किये। महापौर बाकलीवाल ने कहा कि राज्य शासन द्वारा शासन की योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु प्रचार सामग्री व बुकलेट निगम को प्रदाय किया गया है। परन्तु उसका वितरण अब तक नहीं किये जाने के कारण विभाग अधिकारी को फटकार लगायी। उन्होंने कहा लगातार कोविड-19 के संक्रमण काल के कारण शासन की योजनाओं का बुकलेट और पाम्पलेट वार्ड जनप्रतिनिधियों को प्रदाय नहीं किया जा सका है। उसे अब जल्द से जल्द वार्ड जनप्रतिनिधियों सहित आम जनता में शासन की योजनाओं व पाम्पलेट का वितरण करें। साथ ही सभी विभाग अधिकारियों को अपने विभागीय कार्यालयों को चालू कर विभागीय कामकाज प्रारंभ करने निर्देश दिये ।
अब देखना यह है कि शासन की योजनाओं के प्रसार की सामग्री को वितरण करने की जव्ब्दारी जिस अधिकारी पर थी एवं लापरवाही के कारण कार्य ना होने की दशा में दुर्ग निगम आयुक्त हरेश मंडावी ऐसे लापरवाह अधिकारियों पर किस तरह की कार्यवाही करते है जिन अधिकारियों ने वर्तमान सरकार की नीतियों की प्रसार सामग्री को वितरण की जगह रद्दी के रूप में तब्दील कर दिया या फिर मामले को दबाने के लिए तारीखों के जाल में मामला दब जायेगा ?