आस्था /शौर्यपथ /रुद्राक्ष की माला पहने हुए आपने बड़े-बड़े ज्योतिष और पंडितों को जरूर देखा होगा. क्योंकि इसका सनातन धर्म में विशेष महत्व है. इसको पहनने से अकाल मृत्यु और शत्रु की बाधा से दूर रहते हैं. रुद्राक्ष तीन तरह के होते हैं जिसमें 14 मुखी, गणेश और गौरी शंकर शामिल है. लेकिन क्या आपको इसको पहनने के तरीके के बारे में पता है. अगर नही तो लेख में इसके बारे में विस्तार से बताया जा रहा है जो आपके लिए मददगार होगा.
रुद्राक्ष की माला कैसे पहनें
इस माला को सोमवार, पूर्णिमा या अमावस्या के दिन पहनना अच्छा होता है. वहीं, इस माला को 1, 27, 54 या फिर 108 की संख्या में धारण करना चाहिए. इसको अगर आप किसी धातु के साथ पहनते हैं तो लाभ दोगुने हो जाते हैं. इसकी माला को सोने और चांदी में पहनना अच्छा होता है.
रुद्राक्ष धारण करने के बाद क्या ना करें
- इस माला को पहनने के बाद मांस, मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए.
- वहीं, किसी और व्यक्ति की पहनी हुई माला को कभी ना धारण करें.
- इसके अलावा सोते समय रुद्राक्ष को उतार देना चाहिए.
राशि के अनुसार रुद्राक्ष
मेष और वृश्चिक राशि 3 मुखी, वृषभ और तुला राशि 6 मुखी, मिथुन और कन्या वाले 4 मुखी की रुद्राक्ष की माला धारण करें. जबकि कर्क वाले 2 मुखी, सिंह 1मुखी, धनु और मीन 5 मुखी, मकर और कुंभ राशि वाले 7 मुखी रुद्राक्ष पहनेंगे तो लाभकारी होगा.
रुद्राक्ष के लाभ
- अगर आपके विवाह में अड़चनें आ रही हैं तो गौरी शंकर रुद्राक्ष माला धारण करें. इससे शादी विवाह से जुड़ी सभी समस्याओं से निजात मिलेगा.
- अगर आप किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं या फिर पढ़ाई में मन नहीं लग रहा है तो 5 मुखी धारण करें.
-सेहत संबंधी परेशानियों से निजात पाने के लिए आप 11 मुखी रुद्राक्ष पहनें. इसके अलावा नौकरी में परेशानी आ रही है तो 3 मुखी पहनें.
-अगर आपको मदिरा जैसी कोई और बुरी आदत की लत लग गई है तो 5 मुखी रुद्राक्ष की माला पहनिए, जल्द ही गलत आदत जाएगी छूट.