Print this page

शनिवार को करें पीपल का यह उपाय, शनिदेव के साथ लक्ष्मी नारायण भी बरसाएंगे कृपा

  • Ad Content 1

आस्था /शौर्यपथ / शनिदेव की कृपा प्राप्त करने और बाधाएं दूर करने के लिए लोग शनिवार को कई तरह के उपाय करते हैं. मान्यता है कि शनिवारको शनिदेव के मंदिर में सरसों के तेल के साथ-साथ पीपल के पेड़ को जल चढ़ाने से शनि की साढ़े साती से मुक्ति मिलती है. एक उपाय ऐसा भी है जिससे शनिदेव के साथ लक्ष्मी नारायण को प्रसन्न किया जा सकता है. आइए जानते हैं शनिवार को क्या करने से लक्ष्मी नारायण भी हैं कृपा बरसाते हैं.
लक्ष्मी नारायण की कृपा
शनिदेव न्याय के स्वामी ग्रह हैं. मान्यता है कि पूर्व जन्म के कर्मों के कारण इस जन्म में लोगों पर शनिदेव की दृष्टि पड़ती है और जिस पर भी शनिदेव की कुदृष्टि पड़ती है उसे जीवन में कष्ट उठाने पड़ते हैं. पद्म पुराण में कहा गया है कि पीपल में भगवान विष्णु का वास होता है. इसमें पानी देने या उसकी परिक्रमा से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं, ऐसी मान्यता है शनिदेव भगवान विष्णु के भक्त हैं.
तीनों देवों का वास
यह भी मान्यता है कि पीपल के पेड़ पर सिर्फ भगवान विष्णु नहीं बल्कि तीनों देवों का वास होता है. पीपल के पेड़ की जड़ों में भगवान विष्णु वास करते हैं, जबकि तने में भगवान शंकर और ऊपरी भाग में ब्रह्मा का वास माना गया है.
शनिवार को करें उपाय
शनिवार को पीपल के वृक्ष के नीचे दिया जलाने से न केवल शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है बल्कि भगवान विष्णु भी प्रसन्न होते हैं, ऐसी मान्यता है. शनिवार का यह उपाय सुबह 7 बजे से 10 बजे के बीच करना शुभ माना जाता है. इसके अलावा शाम को 5 बजे से 7 बजे के बीच भी दिया जलाया जा सकता है. रात को 9 बजे के बाद यह उपाय नहीं करना चाहिए.

Rate this item
(0 votes)
शौर्यपथ