Print this page

दिवाली के दिन माता लक्ष्मी के कदमों की छाप किस जगह लगानी चाहिए जानें यहां, घर में आती है सुख-समृद्धि

  • Ad Content 1

व्रत त्यौहार /शौर्यपथ / पंचांग के अनुसार, हर साल कार्तिक माह की अमावस्या पर दिवाली मनाई जाती है. दिवाली दीपों का पर्व है जिसमें रोशनी से हर गली-मोहल्ले जगमगाते नजर आते हैं. दिवाली की रात मां लक्ष्मी  और भगवान गणेश का पूरे मनोभाव से पूजन किया जाता है. इस साल 31 अक्टूबर के दिन दिवाली मनाई जा रही है. माना जाता है कि लक्ष्मी-गणेश की पूजा से घर में सुख-समृद्धि आती है और जीवन में खुशहाली बनी रहती है सो अलग. इस दिन घर में मां लक्ष्मी के कदमों की छापलगाने की भी विशेषता होती है. ऐसे में जानिए किस तरह दिवाली पर फर्श पर मां लक्ष्मी के कदमों की छाप लगाई जाए जिससे घर-परिवार को मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त हो.
मां लक्ष्मी के कदमों की छाप कहां लगाएं
माना जाता है कि दिवाली पर मां लक्ष्मी के कदम घर पर लगाने से मां लक्ष्मी का घर में आगमन होता है. मां लक्ष्मी घर आती हैं तो अपने साथ सुख-समृद्धि और खुशहाली भी लाती हैं. घर में धन-वैभव आने लगता है और आर्थिक दिक्कतें दूर रहती हैं. मां लक्ष्मी के कदमों की छाप आमतौर पर बाजार से खरीदकर लाई जाती है.
मां लक्ष्मी के कदम घर के मंदिर की ओर जाते हुए लगाने चाहिए. इस तरह कदम लगाना बेहद शुभ माना जाता है. मंदिर की ओर जाते हुए मां लक्ष्मी के कदम लगाना इस ओर संकेत करता है कि माता घर में प्रवेश कर रही हैं और घर के मंदिर में विराजमान होने आ रही हैं. मां लक्ष्मी घर के मंदिर में रहती हैं तो घर-परिवार पर अपनी कृपा बनाए रखती हैं जिससे घर में बरकत आती है.
घर पर मां लक्ष्मी के जो कदम लगाए जा रहे हैं वो लाल, गुलाबी, पीले या हरे रंग के हो सकते हैं. रंग-बिरंगे कदम लगाना भी शुभ माना जाता है.
कहां नहीं लगाने चाहिए मां लक्ष्मी के कदम
बहुत से लोग मां लक्ष्मी के कदमों को सजावट की तरह इस्तेमाल करते हैं. सजावट करने के लिए ज्यादातर लोग घर के मुख्यद्वार पर मां लक्ष्मी के कदमों की छाप लगा देते हैं परंतु इसे सही नहीं माना जाता है. मां लक्ष्मी के कदमों को मुख्य द्वार पर लगाने से जाने-अनजाने लोग कदमों पर पैर रख सकते हैं. इसे मां लक्ष्मी का अपमान माना जाता है और इससे मां लक्ष्मी क्रोधित हो सकती हैं. वहीं, बाथरूम या कूड़ेदान के पास भी मां लक्ष्मी के कदम नहीं लगाने चाहिए.

Rate this item
(0 votes)
शौर्यपथ