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28 जुलाई को पाटन से टोलाघाट तक निकलेगी भव्य कांवर यात्रा — “सर्वे भवंतु सुखिनः एवं जल संरक्षण” का होगा पावन संदेश, पायल साहू देंगी भक्ति प्रस्तुति Featured

पाटन/शौर्यपथ।
श्रावण मास के पावन अवसर पर भगवान भोलेनाथ के प्रति असीम श्रद्धा और समाजिक समर्पण को समर्पित भव्य बोल बम कांवर यात्रा का आयोजन इस वर्ष 28 जुलाई को पाटन से टोलाघाट तक किया जाएगा। यह यात्रा “सर्वे भवंतु सुखिनः एवं जल संरक्षण” जैसे गहरे आध्यात्मिक और सामाजिक संदेश को लेकर निकलेगी।

पाटन विश्राम गृह में बोल बम कांवर यात्रा समिति की बैठक समिति संयोजक श्री जितेंद्र वर्मा की गरिमामयी अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में यात्रा को अधिक व्यवस्थित, भव्य और आध्यात्मिक रूप से प्रभावशाली बनाने हेतु विस्तृत योजनाओं पर विचार किया गया।

? भक्ति के साथ प्रकृति संरक्षण का समन्वय
इस बार की यात्रा केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि एक सामाजिक जागरूकता का स्वरूप भी धारण करेगी। संयोजक श्री वर्मा ने बताया कि शिवभक्तों द्वारा “एक मुट्ठी चावल भगवान शिव के नाम” संकल्प के अंतर्गत अर्पित अन्न से महाप्रसादी तैयार की जाएगी, जो श्रद्धालुओं को वितरित होगी। यात्रा के समापन पर टोलाघाट में रुद्राभिषेक व जलाभिषेक के आयोजन होंगे।

? पायल साहू की भक्ति प्रस्तुति बनेगी विशेष आकर्षण
कांवर यात्रा की समाप्ति पर टोलाघाट में छत्तीसगढ़ की लोकप्रिय लोकगायिका पायल साहू अपनी भक्ति-भावनाओं से ओतप्रोत सांस्कृतिक प्रस्तुति देंगी। उनका लोककला मंच ननकट्ठी इस आयोजन में अध्यात्म और लोकसंस्कृति का अनूठा संगम प्रस्तुत करेगा।

? व्यापक जनभागीदारी और सौहार्द का प्रतीक
बैठक में पाटन, मोखली व आसपास के ग्रामों से सैकड़ों श्रद्धालु, सामाजिक कार्यकर्ता एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। यह आयोजन केवल एक धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि धर्म, सेवा और समाज के त्रैविध संगम का जीवंत उदाहरण बनकर उभरा है।

? श्रद्धा, सेवा और संगठन का अद्भुत स्वरूप
श्री जितेंद्र वर्मा ने बताया कि यात्रा की व्यवस्था के लिए गांव-गांव प्रभारी नियुक्त किए गए हैं जो घर-घर आमंत्रण देकर लोगों को जोड़ेंगे। यात्रा में सहभागिता और सेवा भाव को प्राथमिकता देते हुए सभी समितियों को जिम्मेदारियां दी गई हैं।


“भोलेनाथ की भक्ति, समाज की शक्ति” — यह कांवर यात्रा बनेगी श्रद्धा और चेतना का संगम

यह यात्रा जहां शिवभक्तों के लिए आस्था का मार्ग है, वहीं समाज के लिए प्रेरणा और संगठन का प्रतीक भी बन रही है। जल संरक्षण, सद्भाव और धर्म की चेतना को लेकर यह यात्रा आगामी 28 जुलाई को पाटन से टोलाघाट तक, भक्ति और सेवा का अनोखा अनुभव प्रदान करेगी।


✍️ रिपोर्ट: शरद पंसारी
? शौर्यपथ न्यूज़ – आस्था, समाज और संस्कृति की आवाज़

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