दुर्ग / शौर्यपथ / भारतीय जनता पार्टी के सांसद विजय बघेल ने दुर्ग जिले में निरंतर कोरोना से ग्रसित मरीजों के मिलने के बाद राज्य सरकार के नुमाईन्दे केवल बयानबाजी कर वाहवाही लूटने का प्रयास कर रहे हैं जबकि स्थिति इतनी गंभीर है कि मरीजों को न तो सरकारी और न ही निजी अस्पतालों में बेड एवं वेन्टीलेटर की सुविधा मिल रही है। दूसरी ओर मरने वालों की संख्या निरंतर बढती जा रही है तथा यह आंकड़ा प्रतिदिन 100 का आकंड़ा पार कर चुकी है।
सांसद श्री बघेल ने अनौपचारिक चर्चा के दौरान कहा कि राज्य सरकार चाहती तो डीएमएफ (जिला खनिज फंड) से 600 करोड़ एवं शराब सेस से प्राप्त 400 करोड़ खर्च कर तहसील एवं ब्लॉक स्तर पर सरकारी अस्पतालों में सुविधाओं का विस्तार कर सकती थी। श्री बघेल ने मुख्यमंत्री पर सीधे आरोप लगाते हुए कहा कि जब कोरोना के नाम पर शराब के सेस से अतिरिक्त 400 करोड़ मिले है वह राशि कहां गई।
सांसद बघेल ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ के लोग ऑक्सीजन सिलिण्डर के लिए भटक रहे हैं, मजबूरी में ब्लैक में ऑक्सीजन सिलिण्डर एवं रेडमीसिवर इंजेक्शन खरीदने विवश है उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा बार-बार केन्द्र सरकार पर छत्तीसगढ़ की उपेक्षा का आरोप लगाने पर टिप्पणी करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार की नजर में सभी राज्य एक समान है, तथा आवश्यकता के अनुरूप निरंतर वैक्सीन, रेमडिसिवर इंजेक्शन की आपूर्ति की जा रही है लेकिन सरकारी अधिकारी गंभीरता से नही ले रहे हैें। अंत में बघेल ने कहा कि महामारी एक्ट के अनुसार जनता को बीमारी से बचाने के लिए सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि हर कार्य को रोकर केवल नागरिकों के जान माल की रक्षा करें एवं आवश्यक दवाएं एवं अस्पतालों में सुविधा करें न कि हमने ऐसा किया वैसा किया की बहानेबाजी करे। बल्कि स्वास्थ्य विभाग से जुडे चिकित्सकों, नर्र्सो, एवं टेक्नीशियनों की संख्या बढाएं, अन्यथा लाशों की संख्या बढती रहेगी तथा अस्पतालों मे न तो बेड मिलेगा और न ही श्मशान घाट में जलाने व दफन करने की जगह।
सांसद जी मुझे वेन्टीलेटर अस्पताल में भरती करा दो
भिलाई। कोरोना के प्रभाव को झेल चुके सांसद परिवार अब कोरोना से प्रभावित लोगों को निजी, शासकीय या फिर एम्स में भरती कराने हर संभव प्रयास करने में जुट गये है। हर रोज उनके पास 200 से 300 मोबाईल काल केवल अस्पताल में भरती कराने, वेन्टीलेटर की सुविधा उपलब्ध कराने की आ रही है। सांसद से चर्चा के दौरान उनके वाटसएप में एक मैसेज आया जिसमें लिखा था मैं आपका समर्थक हूं, बहुत चाहने वाला हूं। चुनाव में रात दिन आपके के लिए काम किया था। आज आपकी मुझे जरूरत है, किसी ऐसे अस्पताल में भर्ती करा दें जहां वेन्टीलेटर ऑक्सीजन की सुविधा हो।