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मलेरिया नियंत्रण के लिए घर-घर पहुंच रही टीम, 20 गांवों में चलाया विशेष अभियान

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० वनांचल के संवेदनशील गांवों के 3,38 घरों में किया मच्छरदानी का वितरण
० 154 घरों में मच्छररोधी दवाओं का छिड़काव

राजनांदगांव / शौर्यपथ / मलेरिया की रोकथाम व इससे बचाव हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा जागरुकता अभियान के साथ ही जिले में लगातार विभिन्न प्रेरक प्रयास किए जा रहे हैं। वनांचल के गांवों में घर-घर पहुंचकर लोगों की मलेरिया जांच की जा रही है। संवेदनशील गांवों में मच्छरदानी वितरण के साथ-साथ मच्छररोधी दवाओं का छिड़काव भी किया जा रहा है।
जिले के विशेषकर वनांचल क्षेत्र के गांवों में मलोरिया की जांच कराने के लिए ग्रामीणों को विभिन्न माध्यमों से प्रेरित किया जा रहा है। मलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा जिले के खैरागढ़ विकासखंड में भी सघन अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत क्षेत्र के 20 गांवों में पहुंचकर मलेरिया के खतरे से संबंधित स्थिति का निरीक्षण किया गया। मलेरिया से मुक्ति की दिशा में प्रयास करते हुए इन गांवों के 2,138 लोगों की मलेरिया जांच की गई, जिसमें 43 लोग पॉजिटिव मिले हैं, जबकि 2,095 लोगों की मलेरिया जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है। वनांचल गांव के रूप में चिन्हित ग्राम लछना, लछनाटोला, दल लीखोली, बोरला, मौहाढार, कटेमा, गाड़ाघाट, गातापार जंगल, सांकरी, लिमउटोला, घाघरा, मलैदा, करेलागढ़, बरगांव, नवागांव बरगांव, टेमरी व सहसपुर में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने घर-घर जाकर लोगों की मलेरिया जांच की। इसी तरह घाघरा कैम्प, मलैदा कैम्प व गातापार जंगल थाने में सुरक्षा जवानों की मलेरिया जांच की गई। इस दौरान कुल 2,138 लोगों की जांच करने पर 43 लोग मलेरिया पॉजिटिव मिले। पॉजिटिव मरीजों में 10 पुरूष, 11 व्यस्क महिला, 1 वर्ष तक के 2 बच्चे, 1 से 4 वर्ष तक के 4 बच्चे, 5-8 वर्ष तक के 6 बच्चे तथा 9 से 14 वर्ष तक के 10 बच्चे मलेरिया से संक्रमित पाए गए हैं। इस दौरान 3 गर्भवती महिलाओं की भी जांच की गई, तीनों महिलाओं की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है। मलेरिया जांच के साथ ही स्वास्थ्य विभाग के द्वारा मलेरिया से बचाव के लिए घर-घर पहुंचकर 154 घरों में मच्छररोधी दवाओं का भी छिड़काव कराया गया है। वहीं 3,38 घरों में मच्छरदानी का वितरण किया गया है।
इस संबंध में खैरागढ़ के विकासखंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. विवेक बिसेन ने बताया, मलेरिया की रोकथाम व इससे बचाव हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। मलेरिया जांच अभियान के तहत छत्तीसगढ़ के साथ ही पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के सीमावर्ती गांवों में भी सघन अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में वनांचल क्षेत्र के गांवों में लोगों की मलेरिया जांच की गई। पिछले वर्ष के बेहतर परिणाम को ध्यान में रखकर इस वर्ष भी उसी तर्ज पर व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। जांच अभियान में मलेरिया पॉजिटिव पाए गए लोगों को निःशुल्क दवाइयां भी दी गई है।

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