बेमेतरा/नवागढ़ / शौर्यपथ / जनपद मुख्यालय से महज 02 किमी दूर ग्राम पंचायत मुरता के नए सचिव कुमार धृतलहरे को बनाया गया। नवागढ़ जनपद सीईओ एमएल मंडावी ने इसकी पुष्टि कर दी है। जिसको लेकर मुरता में चर्चा शुरू हो गई है। कुमार पहले भी मुरता सचिव के रूप में कार्य कर चुके है।
ग्रामीणों का कहना है कि सचिव कुमार धृतलहरे के पूर्व कार्यकाल में कार्यों में लापरवाही बरतने की लिखित शिकायत हुई थी। प्राप्त शिकायत के आधार पर जनपद के जांच अधिकारियों ने गांव के बाजार चौक स्थित सेवा केन्द्र में उपस्थित होकर जांच पूरा किया था। जांच के दौरान उपस्थित ग्रामीणों ने अधिकारियों के समक्ष सचिव से संबंधित शिकायतों का पुलिंदा सौंपा था। ग्रामीणों की दर्जनों शिकायतें सुनकर जांच अधिकारियों के होश उड़ गए थे। जांच के दौरान उपस्थित लोगों ने तत्कालीन सचिव कुमार धृतलहरे को हटाने की बात कहीं थी। जिसके बाद उनको हटाकर नाथूराम साहू को ग्राम पंचायत मुरता के सचिव बनाया गया था। अब उसी सचिव को दुबारा ग्राम मुरता में भेजना समझ से परे है। इस पूरे मामले में बड़ा सवाल यह भी है कि क्या कुमार धृतलहरे की कार्यशैली को ग्रामीण स्वीकार पाते है या फिर ग्रामीणों और सचिव कुमार के बीच वाद-विवाद की स्थिति बनती है यह देखने वाली बात होगी।
शिकायत मिली तो होगी कार्यवाही
वहीं इस मामले में नवागढ़ जनपद सीईओ मंडावी ने कहा कि ग्राम पंचायत मुरता के सरपंच हेमंत साहू ने सचिव के रूप में कुमार धृतलहरे की मांग की थी। उनकी मांग को पूरा करते हुए ही उन्हें वहां भेजा जा रहा है। यदि कुमार द्वारा कार्यों में पुनः लापरवाही बरती जाएगी या ग्रामीणों से शिकायत मिलती है तो उन्हें मुरता से हटा दिया जाएगा।
सरपंच की मांग पर हुई नियुक्ति
"सरपंच के मांग पर कुमार धृतलहरे को मुरता सचिव बनाया गया है। कार्यों में लापरवाही या ग्रामीणों से शिकायत मिलने पर सचिव को हटा दिया जाएगा।"
एम एल मंडावी, सीईओ जनपद पंचायत नवागढ़