Print this page

करोड़ो की लागत से बनी नहर,04 साल में एकबार भी नहीं हुई सफाई 10-12 फिट की झड़ियो का कब्जा, गन्दगी से आमजन परेशान Featured

  • Ad Content 1

नवागढ़ / शौर्यपथ / नगर के बीचों बीच बहने वाले छोइहा नाला में गंदगी एवं दुर्गंध को दुर करने के लिए करोड़ो की लागत से नहर एवं सड़क निर्माण कार्य किया गया है लेकिन नगरवासियों को गन्दगी से मुक्ति मिलते नजर नही आ रही। स्थिति यह है कि इस नहर निर्माण को 04 साल से भी ज्यादा बीत जाने के बाद भी नगर पंचायत अथवा विभाग द्वारा आजतक कोई सफाई कार्य नही कराया गया। जिसके चलते नहर के अंदर 10-12 फिट तक बड़ी-बड़ी झाड़ियां व घास उग आई है। हालत ऐसी हो गई है कि नहर के अंदर बड़ी-बड़ी झाड़ियों का ऐसा जाल बन गया है कि यदि कोई मवेशी जानवर नहर में गिर जाए तो निकालने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है।
उल्लेखनीय है कि जल संसाधन विभाग के अंतर्गत छोइहा नाला बाढ़ सुरक्षा कार्य हेतु छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 1143.34 लाख की स्वीकृति दी थी। जिसका उद्देश्य गन्दे नाले को नहर बनाना एवं ऊपर सड़क के रूप में नया स्वरूप देना था। जिसके पहले फेस का काम को पूरे हुए 04 साल बीत चुके है। जिस स्थिति में जल संसाधन विभाग ने काम छोड़ा था। उसके पश्चात किसी ने भी दोबारा इस नहर की ओर झांका नहीं है। प्रशासन की लापरवाही के चलते धीरे-धीरे झाड़ियों ने नहर के अंदर ऐसा जंगल बना लिया है कि यदि कोई अनहोनी हो भी जाती है तो उसका भी पता लगाने में बड़ी दिक्कत हो जाएगी।

1260 मीटर नहर,शहर के घरों व नालियों का जाता है पानी
नवागढ़ शहर के छोईहा नाला में शहर की समस्त गंदगी नालियों से प्रवाहित होती है। पहले जमाव के कारण नगरवासी दुर्गंध एवं प्रदूषण के कारण परेशान रहते थे। बरसात में अत्यधिक वर्षा व बाढ़ की स्थिति में नाले का गंदा पानी आवासी क्षेत्रों में फैलने के कारण महामारी फैलने की आशंका भी बनी रहती थी। जिससे निजाद पाने के लिए नाले के प्रोटेक्शन कार्य के तहत मुख्य बाजार क्षेत्र के 400 मीटर की लंबाई में नाला अंडरग्राउंड बनाया गया है। साथ ही छीरहा रोड तक कुल लंबाई 860 मीटर तक दोनों तरफ कंक्रीट दीवाल व मिट्टी कार्य से नाले को नहर बनया गया। कार्य की कुल लंबाई 1260 मीटर है।

बदबू परेशान लोगो मे आक्रोश
स्थानीय धनीराम निर्मलकर, अवतार यादव, मोनू पाल आदि ने कहा कि प्रशासन द्वारा साफ सफाई के नाम पर लाखों रुपये खर्च किए जाते हैं लेकिन सफाई कहीं नहीं है। जिसका खामियाजा लोगों को ही भुगतना पड़ता है। नहर में गंदगी व बदबू इतनी है कि नजदीक रहने वालों का जीना भी मुश्किल है। नागरिकों का कहना है कि बरसों से छोइहाँ नाला नहर में जमा गंदगी से इस कदर बदबू आ रही है कि नहर के आसपास बसी बस्तियों के लोगों को बीमारी होने का भी खतरा बढ़ गया है। साफ सफाई का काम जल्द शुरू होना चाहिए।

राजनीतिक दलों के श्रेय लेने के चक्कर मे सफाई छूटी
लोगों का कहना है कि राजनीतिक दालों के जनप्रतिनिधियों में कोई नहर निर्माण का स्वीकृति कराने तो कोई शासनकाल में नहर बनने का का श्रेय मात्र लेते रहे, लेकिन किसी ने भी नहर की सफाई की ओर ध्यान नहीं दिया। निकाय के अधिकारियों के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों के भी उदासीनता का परिणाम नगर वासियों को भुगतना पड़ रहा है। नगर में इतने बड़े प्रोजेक्ट का काम होने के बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है।

" नहर की संरचना इस प्रकार बनाई गई है के जेसीबी का अंदर जाना बहुत मुश्किल है। निकाय जो संभव हो सके नहर की सफाई के लिए प्रयास करेगी।"
टीआर चौहान
सीएमओ नगर पंचायत नवागढ़।

 

Rate this item
(0 votes)
शौर्यपथ

Latest from शौर्यपथ