नवागढ़/शौर्यपथ /कुर्बानी का पर्व ईद-उल-अजहा यानि बकरीद सोमवार को नवागढ़ नगर के मुस्लिम समुदाय ने हर्षोल्लास के साथ मनाया। ईद-उल-फितर के बाद मुस्लिम समुदाय के दूसरे सबसे मुख्य त्योहार पर सुबह से ही मस्जिद में नमाज अदा करने के लिए लोग जुटे। बुजुर्गों और अभिभावकों के साथ बच्चे भी पहुँचे थे।
नमाज के बाद मुल्क में अमन, चैन के साथ प्रदेश में अच्छी बारिश, शहर में सांप्रदायिक सौहार्द कायम रखने और कुर्बानी को कुबूल करने की दुआ मांगी गई। इसके बाद मुस्लिम घरों में खुदा की राह में कुर्बानी का सिलसिला शुरू हुआ। खासतौर पर बच्चों में पर्व का उत्साह देखते ही बना, नए परिधानों में सजे मुस्लिम भाइयों ने गले मिलकर एक-दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी। वहीं सोशल नेटवर्क पर पर्व की बधाई देने का दौर शुरू हुआ।
ईमाम सलमान रज़ा ने कहा कि बकरीद का तात्पर्य सिर्फ कुर्बानी देना ही नहीं है बल्कि अल्लाह ताला एवं खुदा के समक्ष अपनी अजीज इच्छाओं एवं भावनाओं को समर्पण करने का पर्व है। लोग हजरत इब्राहिम की कुर्बानियों का अपने जीवन में अमल करें। जिसने खुदा के समक्ष अपने एकलौते पुत्र की कुर्बानी देकर दुनिया को त्याग और बलिदान का संदेश दिया था। समाज के हर वर्ग की खुशहाली के लिए काम करने का संकल्प लें।
नमाज अदा करने के दौरान सदर हीरू खान, नायब सदर इस्माईल खान, जिब्राइल खान, उस्मान खान, हनीफ खान, रसीद खान, यासीन खान, जलील खान,जियाउल खान, जमाल कुरैशी, वसीम खान, कादर खान,शहजादा खान, लतीफ खान, रफीक खान, वाजिद बेग, गुलाम मुस्तफा, मोहसिन खान, जुनैद खान सहित समाजिक जन उपस्थित रहे।