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गर्मी में सेहत का ध्यान रखें:डॉ प्रकाश खुटे ने बताया बीमारियों से बचाव के उपाय

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राजनांदगांव/शौर्यपथ / गर्मियों का मौसम आते ही तापमान में बढ़ोतरी, धूप की तेज़ी और नमी का असर हमारी सेहत पर भी पड़ने लगता है। गर्मी के साथ कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, जो अक्सर हमारी लापरवाही के कारण होती हैं। अचानक ठंडी चीजें खाने या पीने से लेकर पाचन संबंधी समस्याओं तक, कई परेशानियाँ गर्मी में सामने आ सकती हैं। इस मौसम में अपनी सेहत का ध्यान रखना और कुछ सावधानियाँ बरतना बेहद जरूरी है।

मेडिकल कॉलेज राजनांदगांव के एसोसिएट प्रोफेसर तथा शहर के जाने माने डॉक्टर प्रकाश खुटे ने शौर्यपथ को बताया की अप्रैल के महीने में तापमान में उतार-चढ़ाव देखा जाता है, जो शरीर के लिए आसान नहीं होता। बदलते मौसम में शरीर को नए वातावरण के साथ तालमेल बिठाने में समय लगता है, जिससे इम्यून सिस्टम पर दबाव पड़ता है। इस दौरान शरीर की बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने की क्षमता कमजोर हो जाती है। गर्मियों में हवा में नमी भी बढ़ जाती है, जिससे बैक्टीरिया के पनपने का खतरा और अधिक बढ़ जाता है। इसके अलावा, इस मौसम में वायरल इन्फेक्शन, जैसे सर्दी, खांसी और फ्लू का खतरा बढ़ जाता है। गर्मियों में भोजन जल्दी खराब होता है, जिससे डायरिया, पेट दर्द और अन्य पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं

O गर्मी में बढ़ जाता है लू का खतरा

डॉ खूंटे ने कहा की बढ़ती गर्मी के साथ सावधानी बरतने की जरूरत है, लापरवाही से 'लू' लगने का ख़तरा होता है। यदि तेज़ बुखार के साथ मुंह सूख रहा हो,सर में भारीपन और दर्द हो,चक्कर,उल्टी ,कमज़ोरी ,तापमान अधिक होने के बाद भी पसीना न आ रहा हो तो ऐसा 'लू' लगने के कारण होता है। कुछ केस में बेहोशी भी आ सकती है। ज्यादा समय तक तेज गर्मी में रहने से शरीर में पानी तथा खनिज की कमी के कारण 'लू' लग जाती है । इससे बचाव हेतु बहुत आवश्यक हो तभी घर से बाहर निकलें।बाहर जाने की स्थिति में पूरी बाँह के नरम मुलायम सूती कपड़े पहनें, सिर और चेहरे को अच्छी तरह से ढंकें, ठंडा तरल पदार्थ तथा पानी का सेवन करते रहें । भोजन साफ और ताज़ा करें।

O गर्मी में डिहाइड्रेशन और पानी की कमी

डॉ खूंटे ने बताया की गर्मी में शरीर को अधिक पानी की जरूरत होती है। पानी की कमी से डिहाइड्रेशन, सिरदर्द, चक्कर आना और थकावट जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इस दौरान शरीर की पाचन क्रिया भी धीमी हो जाती है, जिससे भोजन का पाचन सही से नहीं हो पाता। इससे अपच, गैस, भारीपन और पेट की समस्याएं हो सकती हैं।

O गर्मी में क्या खाएं और किससे बचें

गर्मी में तला-भुना और मसालेदार खाना से बचना चाहिए क्योंकि यह शरीर में भारीपन और पाचन संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है। फास्ट फूड और जंक फूड से भी बचना चाहिए, क्योंकि इनसे पेट की समस्याएं बढ़ सकती हैं। इसके बजाय हल्का, सुपाच्य और पौष्टिक भोजन जैसे ताजे फल, सलाद, दही, और पानी वाले खाद्य पदार्थ खाना चाहिए। यह पाचन तंत्र को ठीक रखने और शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है।

O ठंडी चीजों से बचें

गर्मियों में कुछ लोग अचानक गर्म चाय, कॉफी या सूप से ठंडे पेय पदार्थों जैसे कोल्ड ड्रिंक्स, आइसक्रीम और ठंडा पानी की ओर शिफ्ट कर लेते हैं। यह सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। अचानक ठंडा पानी या ठंडी चीजें पीने से पाचन तंत्र पर नकारात्मक असर पड़ता है और गले में खराश या इन्फेक्शन हो सकता है। इसलिए ठंडे पदार्थों का सेवन धीरे-धीरे करें और अपने शरीर को पूरी तरह से शांत और ठंडा होने का समय दें।

O बीमारियों से बचाव के उपाय

O गर्मी में बाहर निकलते समय हेड कवर और सनस्क्रीन का उपयोग करें।

O पानी अधिक मात्रा में पिएं, ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे।

O ताजे फल और हल्के, सुपाच्य भोजन का सेवन करें।

O मौसम बदलते समय इम्यून सिस्टम को मजबूत रखने के लिए पौष्टिक आहार लें।

O सर्दी, खांसी और फ्लू जैसे वायरल इन्फेक्शन से बचने के लिए खांसी और जुकाम से बचाव के उपाय अपनाएं।

डॉ खुटे ने कहा की गर्मी में स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए छोटी-छोटी सावधानियाँ अपनाकर हम इन बीमारियों से बच सकते हैं और एक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।

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Mrinendra choubey

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