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मिशन जल रक्षा जैसे निरंतर प्रयास जिले के लिए सार्थक पहल सिद्ध होंगे : विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह

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ग्राम टेड़ेसरा में सुशासन तिहार अंतर्गत समाधान शिविर में विधानसभा अध्यक्ष ने अभिनव तकनीकी मॉडल जल संवर्धन संरचना का किया निरीक्षण
विधानसभा अध्यक्ष ने जिले में जल संरक्षण के लिए किए जा रहे कार्यों की सराहना की
राजनांदगांव/शौर्यपथ / विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह आज जनपद पंचायत राजनांदगांव के ग्राम पंचायत टेड़ेसरा में आयोजित सुशासन तिहार अंतर्गत आयोजित समाधान शिविर में शामिल हुए। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने मिशन जल रक्षा के तहत किए जा रहे परकोलेशन टैंक एवं इंजेक्शन वेल निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने परकोलेशन टैंक एवं इंजेक्शन वेल कार्यप्रणाली के संबंध में जानकारी ली और जिले में जल संरक्षण के लिए किए जा रहे कार्यों की सराहना की। विधानसभा अध्यक्ष ने संरचनाओं का अवलोकन कर स्थानीय ग्रामीणों एवं अधिकारियों से संवाद करते हुए कहा कि अब केवल जल का उपयोग पर्याप्त नहीं है। हमें जल संरक्षण और भूजल पुनर्भरण की दिशा में भी सतत प्रयास करते रहना होगा। यह अभिनव तकनीक का मॉडल दर्शाता है कि राशि के सही उपयोग एवं तकनीकी माडल पर प्रयास किए जाएं तो इस प्रकार की संरचनाएं आने वाले समय में जल संकट से राहत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने संरचना के संबंध में तकनीकी जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि ग्राम टेड़ेसरा में नेशनल हाईवे के पास निर्मित परकोलेशन टैंक में एक विशेष तकनीकी व्यवस्था की गई है। जिसमें हाईवे के क्रॉस ड्रेनेज से आने वाला वर्षा का जल संग्रहित कर एक साथ के माध्यम से परकोलेशन टैंक तक लाया जाता है। यहां यह जल फिल्टर होकर इंजेक्शन वेल के माध्यम से सीधे भू-गर्भीय जल स्तर को पुन: रिचार्ज करता है। इस व्यवस्था के माध्यम से न केवल वर्षा जल का संरक्षण संभव हुआ है, बल्कि सूखते जल स्रोतों को भी पुनर्जीवित करने की दिशा में एक सशक्त कदम उठाया गया है। विधानसभा अध्यक्ष के प्रयासों से हाल ही में जिले में 46 नए स्थानों पर बोर खनन हेतु प्राधिकरण मद से स्वीकृति प्राप्त हुई है। इन बोरवेलों के साथ-साथ इंजेक्शन वेल की सम्मिलित डिजाइन तैयार की गई है। जिससे न केवल जल का दोहन हो, बल्कि निरंतर भू-जल रिचार्ज भी सुनिश्चित किया जा सके। यह तकनीक उन भूगर्भीय स्थलों से जुड़ती है, जो पहले जल से परिपूर्ण थे, परंतु निरंतर उपयोग के कारण अब रिक्त हो चुके हैं। ड्रिलिंग मशीन की सहायता से ऐसे स्थानों तक पहुँचकर फिल्टर मीडिया के माध्यम से जल को शुद्ध कर सीधे भू-जल स्तर तक पहुँचाया जाता है।
जिला पंचायत सीईओ सुश्री सुरूचि सिंह ने बताया कि तकनीकी नवाचार के साथ जनसहभागिता से जल संकट के समाधान के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे है। जल संरक्षण की नवीन तकनीक कारगर साबित हो रही है। मिशन जल रक्षा के तहत विभिन्न आयामों में कार्य किया जा रहा है। इस अवसर पर इस अवसर पर जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित राजनांदगांव के अध्यक्ष सचिन बघेल, छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मंडल के अध्यक्ष योगेश दत्त मिश्रा, खूबचंद पारख,कोमल सिंह राजपूत, रमेश पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती किरण वैष्णव, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती किरण साहू, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती देव कुमार साहू, सौरभ कोठारी, सुमित उपाध्याय, जनपद पंचायत राजनांदगांव के अध्यक्ष श्रीमती प्रतिमा चंद्राकर, जनपद पंचायत छुरिया के अध्यक्ष  संजय, सरपंच टेड़ेसरा  खिलेश्वर साहू, भावेश बैद्य, पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग, वनमंडलाधिकारी  आयुष जैन, अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय, एसडीएम राजनांदगांव  खेमलाल वर्मा, जनपद सीईओ राजनांदगांव  मनीष साहू सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।

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