शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव का धमतरी प्रवास और रायपुर में समीक्षा बैठक
धमतरी सर्किट हाउस में मिला गॉड ऑफ ऑनर, शिक्षा व्यवस्था सुधार पर कड़े निर्देश
धमतरी/रायपुर / शौर्यपथ /
छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा मंत्री एवं दुर्ग विधायक गजेंद्र यादव मंगलवार 2 सितंबर को धमतरी प्रवास पर रहे। धमतरी सर्किट हाउस पहुंचने पर उन्हें गॉड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया। इस दौरान सामाजिक एवं कर्मचारी संगठनों, यादव समाज, भाजपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से उन्होंने आत्मीय भेंट कर संवाद किया। मंत्री यादव ने उनकी मांगों और क्षेत्रीय विकास के मुद्दों पर सार्थक चर्चा करते हुए आश्वासन दिया कि जनहित सर्वोपरि रखा जाएगा।
प्रवास के दौरान मंत्री यादव ने माँ विंध्यवासिनी (बिलई माता) मंदिर पहुंचकर देवी चरणों में नमन किया और प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि व मंगलमय जीवन की प्रार्थना की। यादव समाज और स्थानीय भाजपा परिवार द्वारा किए गए आत्मीय स्वागत और स्नेह से वे अभिभूत नजर आए।
इस अवसर पर भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती रंजना डिपेंद्र साहू, जिलाध्यक्ष प्रकाश बैस, जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सार्वा, महापौर रामू रोहरा, पूर्व विधायक इंदरचंद चोपड़ा, जिला महामंत्री राकेश साहू सहित पवन गजपाल, भागवत यादव, सोहन यादव, मनोज यादव, कैलाश सोनकर एवं बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
रायपुर में विभागीय समीक्षा बैठक
धमतरी प्रवास के बाद राजधानी रायपुर लौटकर मंत्री गजेंद्र यादव ने लोक शिक्षण संचालनालय की विभागीय समीक्षा बैठक ली। बैठक में हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी परीक्षाओं के परिणाम सुधारने के लिए ठोस प्रयासों पर जोर दिया गया।
उन्होंने अधिकारियों को स्कूलों की नियमित मॉनिटरिंग करने, पठन-पाठन की गुणवत्ता पर कड़ी निगरानी रखने तथा शिक्षकों को आवश्यक प्रशिक्षण उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। साथ ही निःशुल्क गणवेश, पाठ्यपुस्तक, सरस्वती साइकिल योजना और शिक्षा का अधिकार अधिनियम को प्रभावी ढंग से लागू करने पर बल दिया।
बैठक में रजत जयंती समारोह के तहत पुस्तक वाचन दिवस, बाल पंचायत, एल्युमिनी मीट, शिक्षक दिवस और प्रदर्शनी जैसे आयोजनों की रूपरेखा पर भी चर्चा की गई। जिलों से शिक्षकों की संपूर्ण जानकारी और रिक्त पदों का विवरण शीघ्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए ताकि शिक्षा व्यवस्था को समयबद्ध रूप से सुदृढ़ किया जा सके।
मंत्री ने कहा
“शिक्षा की गुणवत्ता से समझौता नहीं किया जाएगा। आने वाले वर्षों में छत्तीसगढ़ की परीक्षाओं के परिणाम पूरे देश के लिए एक मिसाल होंगे।” – गजेंद्र यादव, स्कूल शिक्षा मंत्री