सरगुजा / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ के सरगुजा जि़ले के लखनपुर ब्लॉक में एसईसीएल की अमेरा ओपनकास्ट कोयला खदान के विस्तार को लेकर बुधवार को पुलिस और ग्रामीणों के बीच हिंसक झड़प हो गई।
परसोडी कला और आसपास के गांवों के सैकड़ों ग्रामीण खेत–खलिहान वाली जमीन को खदान में शामिल किए जाने का विरोध कर रहे थे और प्रशासनिक टीम जमीन कब्जे की कार्रवाई के लिए पहुंची थी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पहले ग्रामीणों की ओर से पत्थरबाज़ी और गुलेल से हमला हुआ, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़कर भीड़ को पीछे धकेलने की कोशिश की।
झड़प में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक समेत 40 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए, जबकि कई ग्रामीणों को भी चोटें आईं; घायलों को पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
ग्रामीण पक्ष का आरोप है कि सालों पुराने अधिग्रहण के नाम पर बिना पर्याप्त मुआवज़े और रोजगार की गारंटी के ज़मीन छीनी जा रही है, जबकि प्रशासन का कहना है कि भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया 2016 में पूरी हो चुकी है और प्रभावित किसानों में से कुछ मुआवज़ा ले चुके हैं।
घटना के बाद क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और वरिष्ठ अधिकारी गांव वालों से बातचीत कर समाधान निकालने की कोशिश कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर इस घटना के वीडियो "पूरा छत्तीसगढ़ जल रहा है" जैसे दावों के साथ वायरल हो रहे हैं, लेकिन उपलब्ध रिपोर्टें केवल लखनपुर व आसपास के क्षेत्र में तनाव की पुष्टि करती हैं, पूरे राज्य में व्यापक हिंसा या बगावत के कोई संकेत नहीं मिलते।
सम्मानित पाठको से निवेदन एवं अपील है कि भड़काऊ दावों के बजाय प्रमाणित तथ्यों पर भरोसा करे ।