राजनांदगांव / शौर्यपथ / जिला एवं निगम प्रशासन की लापरवाही से ही कोरोना संक्रामक की स्थिति बिगड़ी हुई है, पार्षद शरद सिन्हा ने महापौर के बयान पर पलटवार करते हुए बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री व स्थानीय विधायक अपने कार्यकाल पर राजनांदगांव शहर सहित जिले व प्रदेश में विकास कार्य को देखकर कांग्रेसी पचा नहीं पा रहे हैं, इसलिए महापौर अनावश्यक प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व स्थानीय विधायक के खिलाफ अखबारों की सुर्खियों में रहने के उद्देश्य अनावश्यक बयान बाजी करते हुए अपने आप को विधायक और सांसद का प्रत्याशी होने का परिचय दे रही है, महापौर को पहले अपने निगम की व्यवस्था को सुधारने के बजाय पूर्व मुख्यमंत्री व स्थानीय विधायक अपने कार्यकाल में विकास किए हैं, जो लोगों को मालूम है ।
सिन्हा ने आगे यह भी बताया शहर सहित जिला व प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधा हाल बेहाल है, जो महापौर ने कलेक्टर महोदय के सामने वीडियो कॉन्फ्रेंस से प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अवगत किए हैं, जरा आप ने स्वास्थ्य विभाग की बेहाल व्यवस्था के बारे में शिकायत करने से पहले सोचना था, स्वास्थ विभाग की नियंत्रण राज्य सरकार पर है, या केंद्र सरकार पर खुद की सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त नहीं कर पा रहे हैं, और आप ने मेडिकल कॉलेज में स्तर हीन खाना मरीजों को दिए जाने के संबंध में शिकायत करते हुए उचित कार्यवाही का मांग किए थे, लेकिन आपकी शिकायत के बाद मेडिकल कॉलेज व जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था क्या सुधर गया छत्तीसगढ़ राज्य का पहला फ्लाईओवर राजनांदगांव में बना दिग्विजय स्टेडियम का नवीन निर्माण बाईपास सड़क निर्माण मोहरा नदी में उच्च स्तरीय पुल निर्माण के साथ शहर सहित जिले व प्रदेश में विकास कार्य किए हैं, जो आम जनता के नजरों में दिख रहे हैं, लेकिन हमारे शहर के महापौर स्तरहीन राजनीतिक करते हुए अपने गिरेबान को झांककर देखने के बजाय विकास पुरुष पूर्व मुख्यमंत्री व स्थानीय विधायक के खिलाफ बयानबाजी देकर शहर सहित छत्तीसगढ़ वासियों को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं, जो ओछी राजनीतिक का परिचय दे रहे हैं .
उन्होंने महापौर जी को आड़े हाथ लेते हुए यह भी बताया पिछले वर्ष कोरोना वायरस को देखते हुए वाहवाही लूटने के लिए निगम से सुखा खाद्यान्न पूरे वार्डों में किए थे, लेकिन इस बार कोरोना वायरस में सुखा खाद्यान्न पैकेट क्यों नहीं बांट रहे हैं, क्योंकि निगम से लेकर छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार होने के बाद भी चुप्पी क्यों साधे हैं, यह जनता आपको पूछ रही है, यहां बात को भी अखबार के माध्यम से जवाब दीजिए, जब से कांग्रेस का महापौर बना है, निगम प्रशासन में कोई नियंत्रण नही है, शहर की जनता छोटे – छोटे कामों के लिए निगम के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन आम जनता की समस्या कोई सुनने वाला नहीं है, इसका कौन है जिम्मेदार इसलिए खुद का घर कांच का हो वह दूसरे घर घर पत्थर नहीं मारते महापौर जी इसलिए अपने निगम को सुधार कीजिए फिर अखबारों की सुर्खियों में बने रहने के लिए विकास पुरुष पूर्व मुख्यमंत्री स्थानीय विधायक के खिलाफ बयान बाजी करते रहिए।