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मेडिकल कॉलेज पेन्ड्री के कोविड-19 आरटीपीसीआर टेसि्ंटग लैब ने की 2 लाख 75 हजार सैम्पल की जांच पूर्ण

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राजनांदगांव / शौर्यपथ / कोरोना महामारी की रोकथाम के लिये शासकीय मेडिकल कॉलेज पेण्ड्री राजनांदगांव में वीआरडीएल (वायरल रिसर्च एण्ड डायग्नोस्टिक लैब्रोटरी) लैब ने पूरे समर्पण भाव के साथ काम करते हुये उपलब्ध संसाधनों के बीच कोविड-19 के 2 लाख 75 हजार सैम्पल की जांच पूर्ण कर ली है। यह उपलब्धि लैब ने मात्र 9 माह में हासिल की है। कोविड लैब 7 अगस्त 2020 से निरंतर कार्यरत है। वीआरडीएल लैब में काम कर रहे लैब इन्चार्ज डॉ. सिध्दार्थ पिंपलकर ने बताया कि लैब में कार्यरत अधिकारी, वैज्ञानिक, टेक्निशियन, लैब सहायक व डाटा एन्ट्री आपरेटर के अथक परिश्रम और समर्पण से यह कार्य संभव हो सका। लैब का काम सुचारू रूप से चलने में डॉ. विजय अंबादे, डॉ. सुरेंदर कौर, इ. नवीन तथा नेहा कुमारी का विशेष योगदान रहा।
शासकीय भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी स्मृति मेडिकल महाविद्यालय पेण्ड्री राजनांदगांव की अधिष्ठाता डॉ. रेणुका गहिने ने इस उपलब्धि के लिये विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई देते हुए उनका उत्साहवर्धन किया है।
लैब इंचार्ज डॉ. सिध्दार्थ ने बताया कि वीआरडीएल लैब शुरू होने से अब तक समस्त अधिकारियों ने बिना कोई अवकाश के निरंतर कार्य किया है। यह सभी स्टाफ के योगदान से सम्भव हो पाया है। कोरोना महामारी की इस कठिन घड़ी में वायरोलॉजी लैब के समस्त स्टाफ ने एक दूसरे का साथ देते हुये निरंतर कार्य किया है। संसाधनों की निरंतर पूर्ति होती रही तो लैब इसी प्रकार से आगे भी पूर्ण समर्पित भाव से कार्य करने के लिये सदा तत्पर है। अभी राजनांदगांव स्थित वीआरडीएल लैब में राजनांदगांव, बालोद, बेमेतरा एवं कबीरधाम से आने वाले कोविड-19 आरटीपीसीआर सैंपल की जांच की जा रही है। इसके अलावा भी समय-समय पर राज्य की जरूरतों के अनुसार अन्य जगह के सैम्पल का भी यहां जांच किया गया है। लैब इंचार्ज डॉ. सिध्दार्थ पिंपलकर ने इस उपलब्धि के लिये लैब में कार्यरत सभी सहकर्मियों का आभार व्यक्त किया है।

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शौर्यपथ

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