राजनांदगांव।शौर्यपथ / धर्म ग्रंथों में ज्येष्ठ अमावस्या तिथि पर वट वृक्ष की पूजा करने की मान्यता है। इस मान्यता का पालन करते हुए सुहागिनों ने वट वृक्ष की पूजा करके पति की लंबी उम्र और परिवार की सुख समृद्धि की कामना की।कोरोना महामारी का भय भी आस्था को डिगा नहीं सका। महिलाएं मास्क पहनकर पहुंची और दूरी बनाए रखते हुए पूजा की रस्म निभाई। वट वृक्ष पर पीला धागा लपेटकर परिक्रमा की।इस बार कोरोना महामारी को देखते हुए महिलाओं ने धैर्य रखा और बारी बारी से पूजा की। हर साल पूजा करने आपाधापी मचती थी, लेकिन इस साल हर किसी ने शारीरिक दूरी का पालन किया। भीड़ होने पर महिलाओं ने इंतजार किया और जब दूसरी महिलाएं पूजा कर चुकीं तब फिर पूजा करने आगे आईं।सुहागिनों ने वट की पूजा करके सत्यवान और सावित्री की कथा सुनी। सुहाग सामग्री में साड़ी, चूड़ी, सिंदूर, पायल, आदि भेंट की। पति की दीर्घायु के साथ ही कोरोना महामारी से मुक्ति दिलाने की प्रार्थना की गई।