0 महासमुंद, जगदलपुर और राजनांदगांव में हुई घोटाले
0 करोड़ो की वसूली और अनुशासनात्मक कार्यवाही भी लंबित
राजनांदगांव।शौर्यपथ / शिक्षा विभाग में घोटाले का सिलसिला विगत कुछ महीने से जारी है शायद यह जिले के इतिहास में पहली बार ऐसा होगा कि एक ही विभाग में फर्नीचर घोटला, बर्तन घोटाला, वेतन घोटाला, खेल गड़िया घोटाला, और अब अनुकंपा नियुक्ति में पैसे का लेन-देन से पूरे विभाग में हड़कप मचा हुआ है। जिले में शिक्षा विभाग के प्रमुख अधिकारी हेतराम सोम इन दिनों सुर्खीयों में है और अब उच्च अधिकारी भी जिले की ज्यादा बदनामी नही चाहते है इस लिए इस अधिकारी की विदाई जल्द से जल्द कर देना चाहते है क्योंकि नवपदस्थ कलेक्टर के लिए यह पहला प्रकरण है और जांच अधिकारी डिप्टी कलेक्टर के लिए भी यह पहला प्रकरण है जो बहुत गंभीर प्रवृति का अपराध से जूड़ा हुआ है और इसमें उच्च अधिकारीयों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगा हुआ है इसलिए उम्मीद यही लगाई जा रही है कि कार्यवाही जल्द और सख्त होगा।
हेतराम सोम पर महासंमुद में हाईप्रोफाईल फर्नीचर घोटाले के आरोप लगे और जांच प्रतिवेदन के अनुसार क्रय की गई समस्त फर्नीचर सामाग्री गुवणत्ताहीन पाये जाने कारण अनियमितता के लिये उत्तरदायी निर्धारित करते हुये उक्त अनियमितता से शासन को हुई क्षति की राशि 2,18,94,670(दो करोड़ अठ्ठारह लाख चैरान्वे हजार छः सौ सत्तर) रूपये की वसूली हेतराम सोम से की जाकर शासन को यथाशीघ्र अवगत कराने के निर्देश दिये गये थे। वही स्थिति जगदलपूर में हुआ जंहा ट्रांसफर-पोस्टिंग और संलग्नीकरण में की गई गड़बड़ी के कारण अनुशासनात्मक कार्यवाही का प्रस्ताव पारित किया गया और अब राजनांदगांव से भी आरोपों के साथ विदाई लगभग तय माना जा रहा है।